छत्तीसगढ़
डचरोज की खेती से कमलाडांड़ के एबी अब्राहम बने आत्मनिर्भर
सरगुजा सहित मध्यप्रदेश के सीमावर्ती शहरों के बाजारों में बिखेर रहीं हैं छत्तीसगढ़ की खुशबू
उद्यानिकी फसल को बढ़ावा देने राज्य सरकार कर रही है निंरतर प्रयास
छत्तीसगढ़ सरकार के उद्यानिकी विभाग द्वारा उद्यानिकी फसल को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयास कर रही है। इसके लिए परंपरागत रूप से खेती-किसानी कर रहे किसानों को प्रशिक्षण और सहयोग भी प्रदान किए जा रहे हैं। गौरतलब है कि उद्यानिकी मंत्री श्री रामविचार नेताम ने कृषि विभाग की समीक्षा बैठक के दौरान प्रदेश में उद्यानिकी फसल को बढ़ावा देेने तथा किसानों के लिए उद्यानिकी फसलों को लाभकारी बनाने के निर्देश दिए हैं। इसी कड़ी में मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिला प्रशासन के सहयोग से कमलाडांड़ के किसान श्री एबी अब्राहम डचरोज (गुलाब) की खेती कर आत्मनिर्भर बन गए हैं। वहीं गांव के अन्य किसानों के लिए भी प्रेरणा स्त्रोत का काम कर रहे हैं। कमलाडांड़ के डचरोज सरगुजा सहित मध्यप्रदेश के सीमावर्ती शहरों के बाजारों में छत्तीसगढ़ की खुशबू बिखेर रही हैं।
मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के कमलाडांड़ में फूलों की खेती ने एक नई क्रांति का सूत्रपात किया है। यहां के किसान एबी अब्राहम ने पारंपरिक खेती छोड़कर गुलाब की खेती में हाथ आजमाया और अब वह इस क्षेत्र में न केवल अपनी पहचान बना रहे हैं। गुलाब की खेती से जहां उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो रही है, वहीं स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर भी उत्पन्न हो रहे हैं।
मनेन्द्रगढ़ विकासखंड के इस छोटे से गांव के किसान, जो पहले गेहूं, धान, और मक्का जैसी पारंपरिक फसलों की खेती करते थे, अब उद्यानिकी फसलों की ओर तेजी से रुझान दिखा रहे हैं। एबी अब्राहम इस बदलाव के मुख्य उदाहरण हैं, जिन्होंने एक एकड़ भूमि में डचरोज गुलाब की खेती शुरू की। फूलों की खेती न केवल उनकी उम्मीदों पर खरी उतरी, बल्कि इसके माध्यम से उन्हें उम्मीद से कहीं अधिक मुनाफा भी हुआ। अब उनके खेत में गुलाब की खुशबू फैली हुई है, जिसे वह आसपास के शहरों और कस्बों में बेच रहे हैं।
एबी अब्राहम द्वारा उगाए गए गुलाब की मांग पूरे सरगुजा संभाग और मध्यप्रदेश के सीमावर्ती शहरों में बढ़ रही है। मनेन्द्रगढ़ और आस-पास के बाजारों में भी उनकी आपूर्ति की जा रही है। फूलों की खेती से उन्हें मिलने वाला मुनाफा पारंपरिक फसलों की तुलना में कई गुना अधिक है। खास बात यह है कि फूलों की खेती में अधिक लागत की आवश्यकता नहीं होती, जिससे किसान अपनी आर्थिक स्थिति को तेजी से सुदृढ़ कर पा रहे हैं। गुलाब की खेती न केवल एबी अब्राहम के लिए लाभकारी साबित हो रही है, बल्कि इसने ग्रामीण युवाओं के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा किए हैं। फूलों की देखभाल, तुड़ाई, पैकिंग, और परिवहन से जुड़े कार्यों में कई स्थानीय लोगों को काम मिला है, जिससे आने वाले समय में इस क्षेत्र में रोजगार की संभावनाएं और अधिक बढ़ सकती हैं।
फूलों की खेती को प्रोत्साहित करने के लिए स्थानीय प्रशासन भी पूरी तरह से सक्रिय है। उद्यानिकी विभाग द्वारा समय-समय पर किसानों को तकनीकी सहायता और प्रशिक्षण दिया जा रहा है, ताकि वे फूलों की खेती में आधुनिक तकनीकों का उपयोग कर अधिक से अधिक लाभ कमा सके। एबी अब्राहम की मेहनत और प्रशासन के सहयोग से फूलों की खेती ने कमलाडांड़ में एक नई दिशा और गति प्राप्त की है। फूलों की खेती ने न केवल एबी अब्राहम को आर्थिक रूप से सशक्त बनाया है, बल्कि उन्हें समाज में एक नई पहचान भी दी है। अब वह स्थानीय स्तर पर एक सफल किसान के रूप में पहचाने जाते हैं, जिन्होंने अपनी कड़ी मेहनत और सही दिशा में कदम बढ़ाकर अन्य किसानों को भी प्रेरित किया है। पारंपरिक फसलों से हटकर फूलों की खेती करना उनके लिए न केवल आर्थिक बल्कि सामाजिक रूप से भी एक महत्वपूर्ण बदलाव साबित हुआ है। एबी अब्राहम के खेतों में खिले गुलाबों की विभिन्न प्रजातियों से पूरा कमलाडांड़ क्षेत्र सुगंधित हो रहा है। गुलाब की खेती के कारण गांव का माहौल भी बदल रहा है। अब हर तरफ फूलों की खुशबू फैली हुई है, जिससे न केवल किसानों का जीवन बेहतर हो रहा है, बल्कि पर्यावरण में भी सकारात्मक बदलाव देखा जा रहा है। कमलाडाड़ के किसान एबी अब्राहम की फूलों की खेती की सफलता ने न केवल उनके जीवन को संवारा है, बल्कि इसने पूरे गांव में रोजगार और आत्मनिर्भरता का संदेश भी दिया है।
मंत्री श्री देवांगन ने 441.07 लाख के विकास कार्यों का किया भूमिपूजन
वाणिज्य, उद्योग, एवं श्रम मंत्री एवं कोण्डागांव जिले के प्रभारी मंत्री श्री लखन लाल देवांगन ने आज कोण्डागांव प्रवास के दौरान जिला खनिज न्यास निधि अंतर्गत जिले में लगभग 441.07 लाख रूपए के विभिन्न विकास कार्यों का भूमिपूजन किया। इसमें कोण्डागांव व केशकाल विधानसभा अंतर्गत माध्यमिक शाला निर्माण, जर्जर एवं भवन विहीन प्राथमिक शाला भवन का जीर्णाेद्धार, आंगनबाड़ी भवन निर्माण सहित विभिन्न कार्यों के कुल 181.38 लाख रूपए, केशकाल विधानसभा अंतर्गत उद्यानिकी रोपणी नर्सरी में आहता निर्माण एवं रनिंग मीटर में चैनलिंक फेसिंग कार्य सहित कुल 124.42 लाख रूपए और ईको पर्यटन केन्द्र टाटामारी में विभिन्न निर्माण कार्यों के कुल 96.32 लाख रूपए शामिल है। इसी प्रकार विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र विकास योजना अंतर्गत विधानसभा कोण्डागांव हेतु 22 विकास कार्यों के कुल 38.95 लाख रूपए सहित कुल 441.07 लाख रूपए के कार्यों का भूमिपूजन किया गया।
बस्तर ओलंपिक रथ को हरी झंडी दिखाकर किया गया रवाना
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की पहल से छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा बस्तर क्षेत्र के युवाओं की खेल प्रतिभा को निखारने और संवारने के उद्देश्य से बस्तर ओलंपिक का शुभारंभ किया गया है। बस्तर ओलंपिक के बारे में जिले के विभिन्न क्षेत्र के लोगों को जानकारी देने और अधिक से अधिक पंजीयन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से आज मंत्री श्री लखन देवांगन ने बस्तर ओलंपिक रथ को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक श्री वाय अक्षय कुमार, जिला पंचायत उपाध्यक्ष श्रीमती भगवती पटेल, जनपद पंचायत कोण्डागांव के अध्यक्ष श्री शिवलाल मंडावी, श्री दीपेश अरोरा, श्री मनोज जैन, श्री सोनामनी एवं अन्य जनप्रतिनिधियों सहित एडीएम श्री चित्रकांत चाली ठाकुर सहित बड़ी संख्या में प्रधानमंत्री आवास योजना के हितग्राही और आवास मित्र उपस्थित थे।
विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा पर्व का ऐतिहासिक मुरिया दरबार संपन्न
बस्तर दशहरा हमारी समृद्ध संस्कृति का प्रतीक-मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय
माडिया सराय में विकास कार्य हेतु 50 लाख रुपए की घोषणा
मांझी-चालकी और मेम्बर-मेंबरीन के मानदेय में बढ़ोतरी हेतु प्रशासन और बस्तर दशहरा समिति से प्रस्ताव प्रस्तुत करने दिए निर्देश
मुरिया दरबार में जनप्रतिनिधियों सहित माटी पुजारी और मांझी-चालकी, मेम्बर-मेम्बरीन एवं गणमान्य नागरिक हुए शामिल
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा कि विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा पर्व हमारी आस्था और परम्परा का सबसे महत्वपूर्ण पर्व है, जो सर्वाधिक लम्बी अवधि तक मनाया जाता है। बस्तर दशहरा पर्व को बस्तर अंचल के सभी लोग पूरी श्रद्धा-आस्था के साथ मनाते हैं और इसमें सक्रिय सहभागिता निभाते हैं। वहीं ऐतिहासिक बस्तर दशहरा अब देश-दुनिया के लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर वैश्विक स्तर पर प्रसिद्ध हो गया है, जिससे अब पर्यटकों की संख्या में वृद्धि के साथ ही स्थानीय लोगों की आय को संबल मिला है। मां दंतेश्वरी के आशीर्वाद से बस्तरवासियों की अगाध श्रद्धा और सभी लोगों के सहयोग से इस वर्ष भी बस्तर दशहरा का भव्य एवं सफल आयोजन हुआ है। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने उक्ताशय के उद्गार आज जगदलपुर के सिरहासार भवन में विश्वप्रसिद्ध बस्तर दशहरा पर्व के अवसर पर आयोजित मुरिया दरबार को सम्बोधित करते हुए व्यक्त किए। उन्होंने इस अवसर पर माडिया सराय में विकास कार्य के लिए 50 लाख रुपए दिए जाने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने मांझी-चालकी और मेम्बर-मेंबरीन के मानदेय में बढ़ोतरी हेतु जिला प्रशासन और बस्तर दशहरा समिति से प्रस्ताव प्रस्तुत करने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने बस्तर दशहरा पर्व के ऐतिहासिक मुरिया दरबार में सम्मिलित होने पर खुशी व्यक्त की और कहा कि मुरिया दरबार का आयोजन सदियों से होता आया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बस्तर दशहरा पर्व हमारी समृद्ध संस्कृति का प्रतीक है जिसे हम सभी एकजुट होकर श्रद्धा और सहकार की भावना के साथ हर्षाेल्लास मनाते हैं। मुख्यमंत्री ने करीब 3 करोड़ रुपए की लागत से विकसित दशराहा पसरा को बस्तर दशहरा पर्व में आए मांझी-चालकी तथा अन्य लोगों को सुविधा मुहैया करवाने की दिशा में सार्थक प्रयास बताया और कहा कि बस्तर दशहरा पर्व के लिए निर्धारित बजट को 50 लाख रुपए कर दिया गया है। उन्होंने मुरिया दरबार में मांझी-चालकी, मेम्बर-मेम्बरीन और बस्तर दशहरा समिति के पदाधिकारियों की मांग एवं समस्याओं को निराकृत किए जाने की बात कही। मुख्यमंत्री ने बस्तर दशहरा पर्व में सक्रिय सहभागिता निभाने के लिए सभी लोगों को बधाई और शुभकामनाएं दी। उन्होंने मुरिया दरबार में बस्तर विकास प्राधिकरण के पुरखती कागजात का अंग्रेजी संस्करण का विमोचन भी किया।
बस्तर दशहरा पर्व के ऐतिहासिक मुरिया दरबार में बस्तर अंचल के मंत्री, सांसद एवं विधायकों सहित स्थानीय जनप्रतिनिधियों और बस्तर राज परिवार के सदस्य एवं माटी पुजारी श्री कमलचन्द्र भंजदेव, बस्तर दशहरा समिति के उपाध्यक्ष,बस्तर संभाग के विभिन्न क्षेत्रों से आये मांझी-चालकी, मेम्बर-मेम्बरीन तथा बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक, ग्रामीणजन सम्मिलित हुए।
इस अवसर पर माटी पुजारी श्री कमलचन्द्र भंजदेव ने बस्तर दशहरा पर्व के ऐतिहासिक महत्व की जानकारी देते हुए इसे सामाजिक समरसता का अनुपम उदाहरण बताया। उन्होंने बस्तर दशहरा पर्व में शामिल होने के लिए आने वाले देवी-देवताओं हेतु देव सराय की व्यवस्था तथा मांझी-चालकी, पुजारी, गायता सहित ग्रामीणों के ठहरने के लिए बेहतर सुविधा को राज्य सरकार के पहल की सराहना की। मुरिया दरबार में वन मंत्री श्री केदार कश्यप सहित सांसद बस्तर एवं अध्यक्ष बस्तर दशहरा समिति श्री महेश कश्यप और विधायक जगदलपुर श्री किरणदेव ने बस्तरवासियों को बस्तर दशहरा पर्व की बधाई एवं शुभकामनाएं दी। इस दौरान बस्तर दशहरा समिति के उपाध्यक्ष श्री लक्ष्मण मांझी ने कहा कि विश्व प्रसिद्ध बस्तर दशहरा पर्व सभी के सहयोग तथा व्यापक सहभागिता से सफलतापूर्वक सम्पन्न हुआ है। आने वाले साल में इसे और अधिक बेहतर और भव्यता के साथ मनाएंगे। इस अवसर पर मांझी-चालकी और मेम्बर-मेम्बरीन को मोबाइल भेट किया गया।
पत्नी और बेटी की हत्या करने वाले मुख्य आरोपी कुलदीप साहू पुलिस की गिरफ्त में
हेड कांस्टेबल की पत्नी और बेटी की हत्या करने वाले मुख्य आरोपी कुलदीप साहू को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सूत्रों ने बताया कि कुलदीप साहू बस में बैठकर झारखंड की ओर से आ रहा था, तभी रास्ते में पुलिस ने उसे दबोच लिया। उसे बलरामपुर की सायबर सेल में रखा गया है। वहीं पर उससे पूछताछ की जा रही है।
बता दें कि रविवार की रात को सूरजपुर में हेड कॉन्स्टेबल तालिब शेख के घर में घुसकर कुलदीप साहू ने उसकी पत्नी और बेटी को चाकू और तलवार से काटकर मार डाला था। दोनों की लाश घर से करीब 5 किमी दूर अर्धनग्न अवस्था में मिली थी। सूरजपुर के पुलिस अधीक्षक एम आर अहीरे ने बताया कि रविवार रात जब दुर्गा प्रतिमा विसर्जन के लिए थाने के बल की ड्यूटी लगाई गई थी, तब साहू ने एक आरक्षक के ऊपर खौलता तेल फेंक दिया।
पुलिस दल को मामले की जांच करने और साहू को गिरफ्तार करने के लिए भेजा गया, तब साहू ने प्रधान आरक्षक शेख और पुलिस दल पर चार पहिया वाहन चढ़ाकर उन्हें मारने की कोशिश की। बाद में साहू वहां से फरार हो गया।
घटना के बाद सूरजपुर में आक्रोशित लोगों ने बवाल मचा दिया था। लोग थाने के सामने धरने पर बैठ गए थे। वे आरोपी को फांसी देने की मांग कर रहे थे। वहीं आरोपी के घर पर आग लगी दी। कई जगह पुरानी गाड़ियों और कबाड़ में भी आग लगा दिया था। जब शहर के SDM लोगों को समझाने पहुंचे तो आक्रोशित भीड़ ने उन्हें भी दौड़ा लिया था। वे किसी तरह अपनी जान बचाकर भागे थे।
पुरखों के दिखाए राह का अनुसरण हमारी जिम्मेदारी: मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय
लैलूंगा में उरांव समाज के करमा महोत्सव में शामिल हुए मुख्यमंत्री
लैलूंगा में सामाजिक भवन, स्टेडियम जीर्णोद्धार एवं बास्केबाल कोर्ट निर्माण के लिए एक करोड़ 9 लाख रूपए की घोषणा
खम्हार पाकुट बांध से लैलूंगा में जलापूर्ति के बंद प्रोजेक्ट काम फिर से शुरू होगा
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय लैलूंगा में उरांव समाज द्वारा आयोजित करमा महोत्सव में कहा कि यह उत्सव ग्रामीण और वनांचल क्षेत्र में बड़े ही हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है। क्षेत्र में कई प्रकार के करमा का आयोजन होता है। हमें हमारे पुरखों द्वारा दिखाए गए राह पर चलना हमारी नैतिक जिम्मेदारी है। हमें अपनी संस्कृति को साथ लेकर चलना है, जिससे आने वाली पीढ़ी हमारे सांस्कृतिक मूल्यों से परिचित हो सके। करमा महोत्सव में स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल विशेष रूप से मौजूद थे।
मुख्यमंत्री श्री साय ने इस मौके पर लैलूंगा में सामाजिक भवन के निर्माण के लिए 49 लाख रूपए, लैलूंगा में स्टेडियम जीर्णोद्धार के लिए 40 लाख रूपए, बास्केटबाल कोर्ट निर्माण के लिए 20 लाख रूपए की घोषणा की और खम्हार पाकुट बांध से लैलूंगा में जलापूर्ति प्रोजेक्ट के निर्माण काम को शुरू कराए जाने की बात कही। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने गहिरा गुरु की जन्मस्थली और कर्मस्थली में उरांव समाज द्वारा करमा महोत्सव के आयोजन की बधाई देते हुए कहा कि उरांव समाज का गौरवशाली इतिहास रहा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी की गारंटी को तेजी से पूरा कर रही है। सरकार गठन के पश्चात 18 लाख पीएम आवास निर्माण को मंजूरी दी गई। केंद्र सरकार द्वारा प्रदेश में 8 लाख 46 हजार आवास निर्माण की स्वीकृति दी गई है। हितग्राहियों के मकान बनने शुरू हो गए हैं। किसानों से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान की खरीदी गई है। 12 लाख से ज्यादा किसानों के 2 साल के बकाया बोनस जारी किया गया है। तेंदूपत्ता की कीमत 4 हजार से बढ़ा कर 5500 रूपए कर दिया गया है। महतारी वंदन योजना का लाभ 70 लाख से अधिक महिलाओं को मिल रहा है। पीएससी घोटाले की जांच सीबीआई कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के मंशा के अनुरूप हमारी सरकार जनजाति समाज के उत्थान के लिए कार्य कर रही है। पीएम जनमन योजना से विशेष पिछड़ी जनजाति की दूर दराज की बसाहटों तक सड़क, बिजली-पानी की पहुंच सुनिश्चित की जा रही है। उन्हें शासन की योजनाओं से जोड़ा जा रहा है। बीते 02 अक्टूबर को प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान शुरू किया है। जिसमें 80 हजार करोड़ की राशि से देश के आदिवासी समुदाय के उत्थान का काम होगा। छत्तीसगढ़ के गांव भी इससे जुड़ेंगे।
इस अवसर पर सांसद रायगढ़ श्री राधेश्याम राठिया, राज्यसभा सांसद श्री देवेन्द्र प्रताप सिंह, विधायक बैकुंठपुर श्री भैया लाल रजवाड़े, विधायक लैलूंगा श्रीमती विद्यावती सिदार, श्री प्रबल प्रताप सिंह जूदेव, उरांव समाज से श्री पनतराम भगत, श्री रवि भगत सहित बड़ी संख्या में उरांव समाज के प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में ग्रामीण जन उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय सर्व आदिवासी समाज के जिला स्तरीय कर्मा महोत्सव में शामिल होने सूरजपुर जिले के सिलौटा पहुंचे
हेलीपेड पर जनप्रतिनिधियों ने किया आत्मीय स्वागत
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज ’सर्व आदिवासी समाज के जिला स्तरीय कर्मा महोत्सव’ में शामिल होने सूरजपुर जिले के प्रतापपुर विकासखंड स्थित ग्राम सिलौटा पहुंचे।
हेलीपेड पर स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, विधायक श्री भूलन सिंह मरावी, श्रीमती शकुन्तला पोर्ते, श्री भैयालाल राजवाड़े, श्री राजेश अग्रवाल, श्री प्रबोध मिंज, श्री रामकुमार टोप्पो, सरगुजा संभाग कमिश्नर श्री जी. आर. चुरेंद्र, सरगुजा आई.जी. श्री अंकित गर्ग, कलेक्टर श्री रोहित व्यास द्वारा पुष्पगुच्छ देकर मुख्यमंत्री का आत्मीय स्वागत किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधि एवं गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
गौरेला में 24वीं राज्य स्तरीय शालेय खेल प्रतियोगिता का भव्य शुभारंभ
जिमनास्टिक, ताइक्वांडो और क्रिकेट की होंगी स्पर्धाएं
गुरूकुल खेल मैदान गौरेला में 24वीं राज्य स्तरीय शालेय खेल प्रतियोगिता का आज भव्य शुभारंभ हुआ। इस शालेय खेल प्रतियोगिता में प्रदेश के पांचों सभांग बस्तर, दुर्ग, रायपुर, सरगुजा और बिलासपुर संभाग के स्कूली खिलाड़ियों के मध्य जिमनास्टिक, ताइक्वांडो और क्रिकेट की स्पर्धाएं 14 से 17 अक्टूबर तक होंगी। प्रतियोगिता में 505 खिलाड़ी एवं कोच भाग ले रहे हैं। जिमनास्टिक की स्पर्धा में 14, 17 एवम 19 वर्ष आयु वर्ग के बालक एवं बालिका, ताइक्वांडो में 14, 17 एवम 19 वर्ष आयु वर्ग की बालिकाएं और क्रिकेट में 14 वर्ष के बालक हिस्सा ले रहे हैं।
प्रतियोगिता का शुभारंभ विधायक श्री प्रणव कुमार मरपच्ची ने और प्रतिभागी खिलाड़ियों को बधाई और शुभकामनाएं दी। इस अवसर पर खिलाड़ियों को प्रतियोगिता के निर्धारित नियमों एवं विधियों का निष्ठापूर्वक पालन करने तथा देश एवं खेल के गौरव के लिए सच्चे खिलाड़ी भावना के साथ भाग लेने की शपथ दिलाई गई।
कलेक्टर श्रीमती लीना कमलेश मंडावी ने कहा कि राज्य स्तरीय खेल प्रतियोगिता में गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही जिले को जिमनास्टिक, ताइक्वांडो और क्रिकेट की प्रतियोगिता कराने की मेजबानी मिली है। यह हमारे लिए गौरव की बात है। एसपी श्रीमती भावना गुप्ता ने खिलाड़ियों से कहा कि यह आपका अद्भुत समय है, जिसमें आप खेलेंगे, सीखेंगे, जीतेंगे और हारेंगे। आपको यह पल हमेशा याद रहेगा। जनपद पंचायत अध्यक्ष श्रीमती ममता पैकरा ने कहा कि खेलकूद हमारे जीवन के लिए जरूरी है और इससे हमारा शरीर स्वस्थ रहता है। जिला शिक्षा अधिकारी श्री जे के शास्त्री ने खेल प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। जिमनास्टिक स्पर्धा का आयोजन गुरुकुल गौरेला में, ताइक्वांडो का आयोजन जनपद सभा गृह पेंड्रा में और क्रिकेट प्रतियोगिता का आयोजन फिजिकल कॉलेज मैदान पेंड्रा में किया जा रहा है।
’बारनवापारा बटरफ्लाई मीट’ 21 से 23 अक्टूबर
छत्तीसगढ़ सरकार के वन विभाग द्वारा बारनवापारा अभ्यारण्य में तीसरा ’बारनवापारा बटरफ्लाई मीट’ का आयोजन 21 से 23 अक्टूबर तक किया जाएगा। इसका उद्देश्य बारनवापारा अभ्यारण्य के विभिन्न आवासों में तितलियों की विविधता का पता लगाना है। इससे वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ आगे के अध्ययनों के लिए प्रमुख हॉट स्पॉट स्थापित करने में मदद मिलेगी।
बारनवापारा वन्यजीव अभ्यारण्य छत्तीसगढ़ के बलौदाबाजार जिले में स्थित है। यह 244.66 वर्ग किमी के क्षेत्र में फैला राज्य के मनमोहक वन्यजीव अभ्यारण्यों में से एक है। बारनवापारा का अपने बड़े आकार के कारण महत्वपूर्ण पारिस्थितिक महत्व है। बटरफ्लाई मीट के लिए 18 अक्टूबर 2024 तक आवेदन करना होगा। बारनवापारा बटरफ्लाई मीट में सम्मिलित होने के लिए प्रतिभागियों को वन विभाग द्वारा जारी क्यूआर कोड को स्कैन कर मीट की सम्पूर्ण जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। प्रतिभागियों के लिए आयु सीमा 18 से 60 वर्ष निर्धारित की गई है। सभी प्रतिभागियों को प्रतिदिन 10 से 15 किलोमीटर चलने में सक्षम होना अनिवार्य है और प्रतिभागियों को तितली प्रजाति का बुनियादी ज्ञान होना वांछनीय है। प्रतिभागियों का चयन ’बारनवापारा अभ्यारण्य बटरफ्लाई मीट-2024’ टीम द्वारा किया जाएगा, जिनका निर्णय अंतिम एवं मान्य होगा। सभी प्रतिभागियों को वन विभाग द्वारा जारी दिशा-निर्देश का पालन करना आवश्यक है।
जीवन में तरक्की के साथ-साथ प्रकृति से जुड़ के रहना जरूरी: श्री सोनमणि बोरा
प्रमुख सचिव श्री बोरा ने जांजगीर-चांपा जिले में किया छात्रावास, पीएम श्री स्वामी आत्मानंद विद्यालय का निरीक्षण
छात्रावासों की व्यवस्था, स्वच्छता और सुविधाओं का बारीकी से लिया जायजा
शिक्षा के क्षेत्र में चलाए जा रहे उत्कृष्ट जांजगीर-चांपा अभियान की प्रभारी सचिव ने की सराहना
आदिम जाति, अनुसूचित जाति एवं पिछड़ा वर्ग तथा अल्प संख्यक विकास विभाग के प्रमुख सचिव एवं जांजगीर-चांपा जिले के प्रभारी सचिव श्री सोनमणि बोरा ने छात्रावास-आश्रम व पीएम श्री स्वामी आत्मानंद स्कूल का निरीक्षण किया और अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिए। प्रभारी सचिव श्री बोरा ने निरीक्षण के दौरान विद्यार्थियों से कहा कि जीवन में तरक्की के साथ-साथ प्रकृति से जुड़ के रहना जरूरी है। प्रकृति से जुड़े रहने से मन शांत और एकाग्र रहता है।
जिले के प्रभारी सचिव ने कहा कि छात्रों को बेहतर शैक्षिक वातावरण मिले और सभी बुनियादी सुविधाएं उपलब्ध हों। उन्होंने छात्रावासों में बिजली, पानी और अन्य जरूरी संसाधनों की पर्याप्त आपूर्ति के लिए भी विशेष ध्यान देने संबंधितों को निर्देश दिए। इस दौरान उन्होंने छात्रावासों की व्यवस्था, स्वच्छता और छात्रों को उपलब्ध कराई जा रही सुविधाओं का बारीकी से जायजा लिया। श्री बोरा ने छात्रावास में रहने वाले छात्रों से भी चर्चा की। उन्होंने बच्चों को नियमित योगाभ्यास करने कहा।
पीएम श्री स्वामी आत्मानंद शासकीय उत्कृष्ट अंग्रेजी माध्यम विद्यालय के विद्यार्थियों से चर्चा करते हुए जिले के प्रभारी सचिव श्री बोरा ने कहा कि अपने विषय की तैयारी लक्ष्य बनाकर करें। इससे संबंधित विषय को लेकर बेहतर परिणाम प्राप्त कर सकेंगे। उन्होंने जिले में चलाये जा रहें उत्कृष्ट जांजगीर-चांपा अभियान को लेकर शिक्षकों और विद्यार्थियों से चर्चा की और बोलेगा बचपन, पढ़ाई का कोना अभियान की सराहना भी की। उन्होंने बारहवीं के विद्यार्थियों से कहा कि शिक्षा में लक्ष्य बनाकर आगे बढ़ने से आप सफलता की ओर बढ़ सकते हैं। इसके लिए आपको लक्ष्य बनाने से आपको मोटिवेशन मिलता है। उन्होंने कहा कि आपके पास अभी जो समय है उसका सही तरीके से उपयोग करें। लक्ष्य बनाकर मेहनत करते हुए आगे बढ़ने से सफलता प्राप्त कर सकते हैं और अपने जीवन के लक्ष्यों को हासिल कर सकते हैं। बच्चों ने अपने हाथों से बनायें ग्रीटिंग भी जिले के प्रभारी सचिव श्री बोरा को भेंट किये, जिन्हे देखकर उन्होंने बच्चों की सराहना की। इस अवसर पर उन्होंने जाति प्रमाण पत्र का वितरण भी किया।
प्रमुख सचिव श्री बोरा ने राहौद के शासकीय नवीन प्री मैट्रिक अनुसूचित जाति बालक छात्रावास का निरीक्षण कर छात्रवास के बच्चों से खेल कूद मनोरंजन एवं पढ़ाई से संबंधित सवाल जवाब किये। उन्होंने एसडीएम तहसीलदार को समय-समय पर छात्रावास का निरीक्षण करने तथा बच्चों की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए आवश्यक कार्य को तत्काल पूरा करने के निर्देश दिए। उन्होंने छात्रावास में बागवानी एवं फल-सब्जी भी लगाने कहा। इस मौके पर कलेक्टर श्री आकाश छिकारा, पुलिस अधीक्षक श्री विवेक शुक्ला, सहायक कलेक्टर दुर्गा प्रसाद अधिकारी उपस्थित थे।
जल जीवन मिशन से महिलाओं को मिली राहत, समय और श्रम की हो रही बचत
जिला मुख्यालय से लगभग 47 किलोमीटर की दूरी पर स्थित कोटा ब्लॉक का आश्रित गांव डोंगी अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए जाना जाता है। यह छोटा सा गांव है जिसमें 80 परिवार रहते हैं। जल जीवन मिशन आने के पूर्व इस ग्राम के लोगों को शुद्ध पेय जल की समस्या हमेशा बनी रहती थी। डोंगी के लोगों को पीने के पानी के लिए हैण्डपंप पर निर्भर रहना पड़ता था ऐसी परिस्थितियों में महिलाओं के लिए चुनौती बढ़ जाती थी। जल जीवन मिशन योजना का सबसे ज्यादा लाभ महिलाओं को हुआ है। महिलाएं दूर जाकर हैण्ड पंप से पानी लाने का संघर्ष करती थी। जल जीवन मिशन से उन्हे इन समस्याओं से छुटकारा मिल गया है। उनके समय और श्रम दोनों की बचत हो गई है। डोंगी में 80 परिवारों को घर में नल से पीने का शुद्ध पानी मिल रहा है। हैण्ड पंप पर निर्भरता खत्म हो गई है।
ग्राम पंचायत डोंगी के ग्रामीण और महिलाओं के लिए जल जीवन मिशन योजना किसी वरदान से कम नही है। महिलाओं को घंटो लगने वाली लाईन से छुटकारा मिल गया है। पहले डोंगी में बरसात में गंदा पानी निकलने की समस्या और गर्मी के दिनों में भू जल स्तर में गिरावट की समस्या के कारण हैण्डपंप से भी पानी नहीं मिल पाता था, तब गांव में हैण्डपंप होने के बाद भी पेजल संबंधित समस्या बनी रहती थी। अब जल जीवन मिशन के तहत पुरे डोंगी गांव में 80 टेप नल कनेक्शन दिए जाने के लिए 20,000 लीटर का स्टील स्ट्रक्चर जलागार का निर्माण किया गया है। कार्य पूर्ण होने पर ग्राम डोंगी के लोगों को शुद्ध पेयजल आपूर्ति की खुशी में हर घर जल उत्सव मनाया गया एवं डोंगी को हर घर जल ग्राम घोषित किया गया। अब डोंगी के लोगों को पेयजल संबंधित समस्या से निजात मिल गया है। घरों तक नल का पानी पहुंचने से लोग खुश हैं।
हितग्राही श्रीमती धनकुंवर ने बताया कि पहले पानी भरने के लिए उन्हें दूसरे मोहल्ले जाना पड़ता था। वहां लोगों की बहुत भीड़ हुआ करती थी जिसके कारण पानी भरने में बहुत मशक्कत करनी पड़ती थी और बहुत थकान हो जाती थी। लेकिन अब जल जीवन मिशन योजना से घर पर ही शुद्ध पेयजल मिल रहा है जिससे मैं बहुत खुश हूं। उन्होंने बताया कि अब मेरे श्रम और समय दोनों की बचत हो रही है। गांव के श्री चंद्रकुमार साहू ने बताया कि जल जीवन मिशन से पूर्व उन्हे पेयजल के लिए हैण्डपंप पर निर्भर रहना पड़ता था और अपनी बारी के इंतजार में बहुत समय बीत जाता था जिससे वे अपने घरेलू कार्य एवं कृषि कार्य करने में पिछड़ जाते थे और कई महत्वपूर्ण कार्य समय के कमी के कारण चुक जाता था। जल जीवन मिशन के तहत अब घर पर ही टेप नल लगाये जाने से पानी भरने हेतु हैण्डपंप पर निर्भर नहीं होना पड़ता, अब सारा काम समय पर हो जाता है।
बैंक सखी राधा कश्यप को बिहान योजना से मिली आर्थिक मजबूती
बिहान से जुड़कर हर महीने लगभग 12 हजार रूपए कर रही आय अर्जित
बस्तर क्षेत्र के सुदूर अंचलों में शासन की जनकल्याणकारी योजनाएं ग्रामीणों के जीवन में सकारात्मक बदलाव ला रही हैं। इनमें बिहान योजना एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है, जो न केवल गांवों का विकास कर रही है बल्कि ग्रामीण महिलाओं को सशक्त और आत्मनिर्भर बना रही है। कोंडागांव जिले के माकड़ी विकास खंड के छोटे से गांव गुमड़ी की रहने वाली राधा कश्यप इस बदलाव की जीती-जागती मिसाल हैं।
राधा कश्यप अपने पति और दो बच्चों के साथ रहती हैं, आज उनका परिवार खुशहाल जीवन जी रहा है। पर आज से पांच साल पहले परिस्थिति ऐसे नहीं थी। क्यूंकि राधा और उनका पति मुश्किल से दो वक्त की रोटी जुटा पाते थे। राधा का पति घर चलाने के लिए खेती करते थे और राधा का सारा समय घर के काम-काज और खेती कार्य में निकल जाता था। परिवार की आर्थिक स्थिति काफी खराब थी, लेकिन इन कठिन परिस्थितियों ने राधा के हौसले को कम नहीं किया। उन्होंने परिवार की मदद के लिए कुछ करने का निर्णय लिया और वर्ष 2016 में दुर्गा स्वसहायता समूह से जुड़ गईं। यहीं से उनके आत्मनिर्भर बनने की यात्रा की शुरुआत हुई।
बिहान योजना से राधा के परिवार में आया नया मोड़
स्वसहायता समूह से जुड़ने के बाद, राधा को बिहान योजना के अंतर्गत बैंक सखी बनने का अवसर मिला। राधा को जगदलपुर आरसेटी में 10 दिन का प्रशिक्षण दिया गया, जहां उन्होंने वित्तीय साक्षरता और कंप्यूटर का प्रशिक्षण लिया। इस प्रशिक्षण ने उन्हें बैंकिंग सेवाओं की बेहतर समझ दी और उन्हें अपने काम में दक्ष बना दिया। वर्ष 2018 में उन्होंने 68 हजार रुपये का ऋण लिया और छत्तीसगढ़ राज्य ग्रामीण बैंक के लिए बैंक सखी के रूप में काम शुरू किया। राधा अब बैंक सखी के रूप में हर महीने लगभग 10 से 12 हजार रुपये कमा रही हैं। यह आय उनके परिवार के लिए आर्थिक संबल बन गई है। उन्होंने अपनी आय से अपने पति के लिए किराना दुकान शुरू करने में भी मदद की। अब उनके पति खेती के साथ-साथ दुकान भी चला रहे हैं, जिससे परिवार की आर्थिक स्थिति पहले से बेहतर हो गई है। राधा को बिहान योजना के तहत 2 पंचायतों में 3 गांवों का दायित्व सौंपा गया है, जिनकी कुल जनसंख्या लगभग 2500 है। वह ग्रामीण बैंक और डिजी-पे के माध्यम से प्रतिदिन डेढ़ लाख रुपये तक का लेनदेन करती हैं। उनके पास वित्तीय सेवाओं के लिए प्रतिदिन करीब 80 लोग आते हैं, और अब तक उन्होंने 503 बचत खाते खोले हैं। राधा के प्रयासों से अब तक लगभग 1 लाख 60 हजार डिजिटल लेनदेन हो चुके हैं, जिनमें कुल 2 करोड़ 50 लाख रुपये का लेनदेन हुआ है। राधा ज्यादातर मनरेगा मजदूरों का भुगतान करती हैं और अब तक 30 हजार मजदूरों को इस योजना का लाभ दिला चुकी हैं। इसके अलावा, वह वृद्धावस्था पेंशन योजना के तहत हर महीने 25 लोगों की पेंशन घर-घर जाकर भुगतान करती हैं। बैंक सखी के रूप में अपने काम के अलावा, राधा कॉमन सर्विस सेंटर के माध्यम से भी सेवाएं दे रही हैं। उन्होंने अब तक 1200 ई-श्रम और 800 आयुष्मान कार्ड बनाए हैं, जिससे उन्हें 30 हजार रुपये की कमीशन प्राप्त हुई है। इसके अलावा, उन्होंने लगभग 1000 लोगों को प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना और प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना का लाभ दिलाया है। इस तरह से राधा ने ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं का त्वरित और सुलभ लाभ दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं।
राधा ने बिहान योजना का जताया आभार
राधा कश्यप की यह सफलता की कहानी सिर्फ उनकी नहीं है, बल्कि उन लाखों महिलाओं की है, जो बिहान योजना से जुड़कर आत्मनिर्भरता की दिशा में कदम बढ़ा रही हैं। राधा का कहना है कि बिहान योजना ने उनके जीवन में बदलाव लाया है। इस योजना से जुड़े रहने के कारण ही अपने पति को आर्थिक सहायता कर पाई, उन्होंने राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन का आभार व्यक्त करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय को विशेष धन्यवाद दिया।
महतारी वंदन योजना जरूरतमंद महिलाओं की संजीवनी बनी
छत्तीसगढ़ शासन की महत्वाकांक्षी योजना महतारी वंदन योजना की क्रियान्वयन का दायित्व महिला एवं बाल विकास विभाग को दिया गया है। महतारी वंदन योजना का लाभ लेती गरीब और जरूरतमंद महिलाओं की सशक्तिकरण की अनुपम मिशाल है। ये कहानी है जिला महासमुंद के एकीकृत बाल विकास परियोजना महासमुंद शहरी के वार्ड नम्बर 4 ईदगाह भाठा शारदा मंदिर के पीछे देवारों की बस्ती में एक छोटा सा घर नंदनी टांडी का है। वे यहां अपने दो बच्चों के साथ रहती है। बड़े ही आत्मविश्वास के साथ अपनी हालत के बारे में बया करते नंदनी भावुक हो जाती है। पति से अलग होने के बाद दो बच्चों की जिम्मेदारी पूरी तरह उनके कंधो पर आ गई। कचरा बीनकर जो कुछ मिलता उसे बच्चों की देखभाल और जीवन यापन के लिए खर्च करती थी। बमुश्किल से प्रतिदिन 100-150 रुपए तक ही कमा पाती थी। वे कहती है कि अकेले रहने का दर्द मैं बखूबी झेलती रही हूं। एक तो आर्थिक समस्या दूसरी ओर बच्चों का लालन-पालन की जिम्मेदारी कठिन परिस्थितियों में जीवन यापन करना पड़ रहा था। बड़े उत्साह के साथ बताती है कि जब से महिला एवं बाल विकास विभाग की पर्यवेक्षक श्रीमती शीला प्रधान ने महतारी वंदन योजना के बारे में बताया और कार्यकर्ता दीदी लल्ली आर्य के द्वारा सभी जरूरी कागजात के साथ मेरा फार्म भरा गया और मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय हम महिलाओं को खाते में हर महीने एक हजार रुपए दे रहे हैं वे कहती है कि सरकार द्वारा महतारी वंदन योजना के अंतर्गत एक हजार रुपए दिया जाना हम महिलाओं के लिए नया सहारा बना है। नंदनी के पास पैसे की हमेशा तंगी रहती थी, किंतु विगत आठ महीने से उनका बटुआ भरा रहता है। उन्होंने बताया कि मुझे बकरी पालने का शौक है। अभी मेरे पास एक बकरी है महतारी वंदन के पैसे से मैं जल्दी ही दूसरी बकरी खरीदूंगी। मेरी बेटी भी 9वीं कक्षा में पढ़ रही है। उसे भी आगे पढ़ाऊंगी। नंदनी कहती है कि मुझे हर महीना अपने मोबाईल पर घंटी बजने का इंतजार रहता है और अब हर महीने के शुरुआत में ही राशि मिल जाने से बटुआ खाली रहने की नौबत नहीं आई। जिसके लिए प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय को धन्यवाद ज्ञापित किया है।
Surajpur Double Murder: सूरजपुर में डबल मर्डर के बाद जमकर बवाल
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में डबल मर्डर के बाद जमकर बवाल हुआ. पहले तो आरोपी को पकड़ने गई पुलिस पर फायरिंग कर आरोपी फरार हो गया फिर वारदात से गुस्साए लोगों ने पूरे शहर को बंद करवा दिया. लोगों में इस कदर गुस्सा था कि उन्होंने आरोपी के घर और गोदाम के बाहर जमकर आगजनी की. इतना ही मौके पर पुलिस बल के साथ पहुंचे SDM भी मुसीबत में फंस गए.
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में डबल मर्डर के बाद जमकर बवाल हुआ. पहले तो आरोपी को पकड़ने गई पुलिस पर फायरिंग कर आरोपी फरार हो गया फिर वारदात से गुस्साए लोगों ने पूरे शहर को बंद करवा दिया. लोगों में इस कदर गुस्सा था कि उन्होंने आरोपी के घर और गोदाम के बाहर जमकर आगजनी की. इतना ही मौके पर पुलिस बल के साथ पहुंचे SDM भी मुसीबत में फंस गए. इसी घटना का एक वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें SDM भागते हुए नजर आ रहे हैं. दावा किया जा रहा है कि भीड़ ने SDM पर भी हमला किया तो पुलिस ने किसी तरह से उन्हें बचा कर बाहर निकाला. तनाव की स्थिति को देखते हुए इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है.
दरअसल सुरजपुर में हेड कांस्टेबल तालिब शेख की पत्नी और बेटी की धारदार हथियार से हत्या कर दी. आरोप है कि जब तालिब घर पर नहीं थे तब कुलदीप साहू नाम के आदतन अपराधी ने उनके घर में घुसकर इस वारदात को अंजाम दिया. इसके बाद दोनों शवों को करीब 5 किलोमीटर दूर खेत में फेंक दिया. पुलिस को शव अर्धनग्न हालत में मिले हैं. वारदात के जब पुलिस ने आरोपी का पीछा किया तो आरोपी कुलदीप ने पुलिस पर फायरिंग की और कार छोड़कर फरार हो गया. पुलिस ने भी जवाबी कार्रवाई की तो वो कार छोड़कर मौके से फरार हो गया. जिस कार में वो सवार था उसके आगे NSUI जिला अध्यक्ष का बोर्ड लगा हुआ है.
बाल बाल बची SDM की जान
छत्तीसगढ़ के सूरजपुर में डबल मर्डर के बाद जमकर बवाल हुआ. पहले तो आरोपी को पकड़ने गई पुलिस पर फायरिंग कर आरोपी फरार हो गया फिर वारदात से गुस्साए लोगों ने पूरे शहर को बंद करवा दिया. घटना के दौरान मौके पर पहुंचे SDM पर भी भीड़ ने हमला किया तो पुलिस ने किसी
दूसरी तरफ इस घटना से स्थानीय लोग गुस्से में आ गए. लोगों ने शहर बंद का आह्वान किया और गुस्साई भीड़ ने कुलदीप साहू के घर और गोदाम के बाहर खड़ी गाड़ियों में आग लगा दी. मौके पर भीड़ को शांत कराने पहुंचे इलाके के SDM को भी लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा. हालत ये हो गई कि लोगों के गुस्से से बचने के लिए SDM को मौके से दौड़ कर सुरक्षित स्थान पर जाना पड़ा.
पुलिस पर उड़ेल दी गर्म तेल से भरी कड़ाही
दरअसल घटना की शुरुआत सोमवार रात को दुर्गा विर्सजन के दौरान हुई. आरोपी कुलदीप ने विसर्जन के दौरान विवाद होने पर शहर के ही चौपाटी इलाके में एक आरक्षक पर गर्म तेल से भरी कड़ाही उड़ेल दी. जिससे पुलिस कर्मी बुरी तरह से झुलस गया. इस दौरान हेड कांस्टेबल तालिब शेख ने उसे पकड़ने की कोशिश की लेकिन कुलदीप फरार होने में कामयाब हो गया. फरारी के दौरान ही उसने तालिब शेख की पत्नी और मासूब बच्ची की हत्या कर दी और शव को 5 किलोमीटर दूर एक खेत में फेंक दिया. बताया जा रहा है कि उसका इरादा इलाके में दहशत फैलाने का था. फिलहाल जिले के एसपी एम आर आहिरे ने आरोपी कुलदीप साहू को पकड़ने के लिए पुलिस की चार टीमें बनाई है. कुलदीप को पकड़ने के लिए साइबर पुलिस की भी मदद ली जा रही है.
सजेगा-संवरेगा भंडारपुरी धाम, गुरू घासीदास की कर्मभूमि भंडारपुरी का नए स्वरूप में होगा विकास
गुरुदर्शन और संत समागम मेला में शामिल होने भंडारपुरी पहुंचे मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने की कई घोषणाएं
‘मनखे मनखे एक समान’ की सोच पर चल रही है छत्तीसगढ़ सरकार – श्री विष्णु देव साय
प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले भंडारपुरी मेला के लिए हर साल 20 लाख और मेलास्थल के विकास के लिए 30 लाख रुपए देने की घोषणा की
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय आज रायपुर जिले के भंडारपुरी धाम में गुरुदर्शन और संत समागम मेला में शामिल हुए। उन्होंने भण्डारपुरी धाम में सतनामी समाज गुरुगद्दी आसन के दर्शन और पूजा-अर्चना कर प्रदेशवासियों की खुशहाली और सामाजिक समरसता की कामना की। उन्होंने सतनामी समाज के गुरुओं को सामाजिक एकता और भाईचारे का प्रेरणास्रोत बताया। मुख्यमंत्री ने इस दौरान गुरु घासीदास की कर्मभूमि भंडारपुरी धाम को सजाने-संवारने के लिए कई कार्यों की घोषणा की। उन्होंने प्रतिवर्ष आयोजित होने वाले भंडारपुरी मेला के लिए हर साल 20 लाख रुपए और मेलास्थल के विकास के लिए 30 लाख रुपए देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री श्री साय ने भंडारपुरी में मिनी स्टेडियम के जीर्णोद्धार के लिए दस लाख रुपए और अटल समरसता भवन के प्रथम तल के लिए 20 लाख रुपए देने की भी घोषणा की। उन्होंने कहा कि भंडारपुरी के लोगों की सुविधा के लिए आंतरिक मार्गों और सड़कों को बनाने का काम और रायपुर जिले के संडी-सेजा-भंडार मार्ग के निर्माण को आगामी बजट में शामिल किया जाएगा। भंडारपुरी धाम में गुरुदर्शन और संत समागम मेला में राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा, विधायक एवं अनुसूचित जाति विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष गुरु खुशवंत साहेब, सांसद श्रीमती कमलेश जांगड़े, विधायक श्री डोमनलाल कोर्सेवाड़ा और श्री अनुज शर्मा सहित सतनामी समाज के अनेक धर्म गुरु तथा अनुयायी भी बड़ी संख्या में शामिल हुए।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज भंडारपुरी में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे सनातन धर्म में गुरु का बड़ा महत्व है। छत्तीसगढ़ की सरकार गुरु घासीदास के बताए ‘मनखे मनखे एक समान’ के मार्ग पर चल रही है। हम सभी धर्मों, जातियों और समाजों के विकास के लिए कृत संकल्पित हैं। हमारे प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी भी सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास के ध्येय पर चलकर देश का विकास कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री साय ने अपने संबोधन में कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने राज्य के जरूरतमंद परिवारों के लिए 18 लाख आवासों की गारंटी दी थी। हमारी सरकार बनने के दूसरे ही दिन हमने कैबिनेट की बैठक में 18 लाख आवासों की स्वीकृति दी थी। प्रधानमंत्री ने अभी हाल ही में छत्तीसगढ़ में आठ लाख 46 हजार 991 आवासों की स्वीकृति दी है। जैसे-जैसे आवासों का निर्माण पूरा होता जा रहा है, वैसे-वैसे हितग्राहियों को आवासों की चाबी सौंपी जा रही है। उन्होंने कहा कि हमने किसानों से 3100 रुपए प्रति क्विंटल के भाव से प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदकर मोदी जी की गारंटी को पूरा किया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम राज्य के स्कूलों को संवार रहे हैं और उनमें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के वातावरण का निर्माण कर रहे हैं। पीएम श्री योजना में प्रदेश के 341 स्कूलों का अत्याधुनिक सुविधाओं के साथ उन्नयन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि अभी हाल ही में 2 अक्टूबर को प्रारंभ हुई जनजातीय ग्राम उत्कर्ष योजना का लाभ छत्तीसगढ़ के छह हजार गाँवों तक पहुंचेगा।
राजस्व मंत्री श्री टंकराम वर्मा ने भंडारपुरी धाम में लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि गुरु घासीदास बाबा के छठवें वंशज आज हमारे साथ यहां मौजूद है, यह हमारा सौभाग्य है। हम गुरु घासीदास के बताए रास्ते पर चलें और राज्य के विकास में सहभागी बने। हमारे मुख्यमंत्री ने केवल सौ दिनों में ही मोदी जी की अधिकांश गारंटियां पूरी कर दी हैं। डबल इंजन की सरकार दुगुने रफ़्तार से राज्य का विकास कर रही है।
विधायक श्री खुशवंत साहेब ने अपने संबोधन में कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ का साँय-साँय विकास हो रहा है। उन्होंने भण्डारपुरी धाम मेला के इतिहास को रेखांकित करते हुए कहा कि राजा बालकदास जी के सम्मान में यहां मेला आयोजित होता है। यहां धर्म मंच से सतनाम के आदर्श और ज्ञान को बताया जाता है। गुरु बालदास जी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि आज के दिन ही गुरु बालकदास जी ने राजा की पदवी धारण की और भंडारपुरी को अपनी कर्मभूमि के रूप में स्थापित किया था। सतनामी समाज के सभी संघ-समिति-संस्था एक सूत्र में बंधे, पूरा समाज एकजुट हो और आगे बढ़े।
किसान लक्ष्मण गेंदा फूल की खेती से कमा रहे अच्छा लाभ
उद्यान विभाग की योजना का लाभ उठाकर राज्य के किसान हो रहे आर्थिक सशक्त
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय किसानों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए कृषि के साथ अन्य फसलों को लेने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं। उद्यानिकी विभाग के द्वारा राज्य के किसानों को फूलों की खेती के लिए प्रेरित किया जा रहा है, ताकि उन्हें स्व-रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सके और किसानों की आय में निरंतर वृद्धि हो सके। इसी क्रम में जशपुर जिला प्रशासन के अंतर्गत उद्यान विभाग के द्वारा किसानों को आधुनिक तकनीक से पौधा रोपण करने के लिए प्रशिक्षण दिया जा रहा है। किसानों की सहमति से उनकी निजी भूमि में फूल का पौधा रोपण कार्य कराया जा रहा है।
इसी कड़ी में कांसाबेल विकासखण्ड के ग्राम हथगड़ा निवासी श्री लक्ष्मण कुमार बंजारा ने गेंदा पौधे का रोपण किया। श्री बंजारा ने बताया कि उद्यानिकी विभाग के द्वारा उन्हें पुष्प उत्पादन के महत्व एवं लाभ के विषय के बारे में तकनीकी मार्गदर्शन उपलब्ध कराया गया एवं स्वयं के साधन से अपने बाड़ी में गेंदा पौध रोपण किया। उन्होंने बताया कि गेंदा की उन्नत खेती करने से गेंदा फूल का अच्छा पैदावार होने लगा है। स्थानीय बाजार के साथ आस-पास के क्षेत्र में गेंदा पुष्प का अच्छा मांग होने से सीजन में उन्हें 52 हजार रुपए का आमदनी प्राप्त हो चुका है। वे बताते है कि खेती करके संतुष्ट है और भविष्य में उन्नत पुष्प उत्पादन करके अपने आय में बढ़ोतरी करते रहेंगे।
रायगढ़ को विकास कार्यों की मिल रही लगातार सौगात
वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने 12.90 करोड़ के निर्माण कार्यों का किया भूमिपूजन
9.37 करोड़ से सड़क निर्माण, 3.44 करोड़ की लागत से लोईंग में बनेगा आईटीआई भवन
कोयलंगा नाला पुल का 2.89 करोड़ की लागत से निर्माण शुरू, पुल बनने से ओडिसा आवागमन की दूरी होगी कम
वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी की पहल से रायगढ़ जिले में विकास कार्यों की लगातार सौगात मिल रही है। इसी क्रम में वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने आज लोईंग महापल्ली क्षेत्र में 12 करोड़ 90 लाख की लागत के विकास कार्यों का भूमिपूजन किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि हमारा सिर्फ एक ही ध्येय है कि रायगढ़ का अधिक से अधिक विकास हो। यहां अधोसंरचना विकास और जन सुविधा से जुड़े निर्माण कार्यों को लगातार स्वीकृति दी जा रही है। इस दौरान सड़क निर्माण कार्यों के साथ लोईंग में बनने वाले आईटीआई भवन निर्माण के साथ ही बटमुल आश्रम महाविद्यालय में अतिरिक्त निर्माण कक्ष का भी भूमिपूजन किया गया है।
वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में हमारी सरकार लगातार विकास कार्यों को आगे बढ़ाने का काम कर रही हैं। निर्माण कार्यों को मंजूरी देने के बाद अब बारिश खत्म होते ही सभी कार्यों के टेंडर प्रक्रिया पूरी कर निर्माण कार्य शुरू करवाया जा रहा है। जिससे इन सुविधाओं का लाभ क्षेत्रवासियों को मिल सके। उन्होंने अधिकारियों और ठेकेदारों से कहा कि निर्माण कार्यों में गुणवत्ता और समय-सीमा इन दो बातों का विशेष रूप से ध्यान रखें। काम की क्वालिटी से कहीं भी समझौता नहीं चलेगा, निर्धारित समय-सीमा में काम पूरा कर लिया जाए। उन्होंने कहा कि महापल्ली में 29 लाख की लागत से महतारी सदन का निर्माण होगा। जिसका संचालन महिलाओं द्वारा ही किया जायेगा।
इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत श्री जितेन्द्र यादव, श्री विजय अग्रवाल, श्री सुकलाल चौहान, श्री सूरत पटेल, श्री अनंत राम चौहान, श्री एन. आर. प्रधान, ईई पीडब्ल्यूडी श्री अमित कश्यप, एसडीओ श्री एम.एस.नायक सहित बड़ी संख्या में क्षेत्रवासी उपस्थित थे।
3.44 करोड़ से लोईंग में आईटीआई भवन का होगा निर्माण
वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने कहा कि आईटीआई भवन निर्माण से यहां पढ़ऩे वाले छात्रों को बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर का लाभ मिलेगा। साथ ही यहां नए ट्रेड भी शुरू किए जा सकेंगे। उन्होंने कहा कि आईटीआई से छात्र स्किल सीखते हैं जो यहां उद्योगों में रोजगार पाने के साथ ही खुद का व्यवसाय शुरू करने में उन्हें मदद करेगा। इस मौके पर उन्होंने मौजूद छात्रों को मन लगाकर पढऩे और हुनरमंद बन अपने जीवन को सही दिशा में आगे बढ़ाने की बात कही।
12 करोड़ 90 लाख की लागत के इन कार्यों का हुआ भूमिपूजन
वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने 12 करोड़ 90 लाख रुपए के निर्माण कार्यों का भूमिपूजन किया। जिसमें 5 करोड़ 46 लाख रूपए से रायगढ़-लोईंग महापल्ली जामगांव मार्ग का निर्माण कार्य लम्बाई-8.60 कि.मी, 2 करोड़ 8 लाख की लागत से कोतरलिया बस्ती पहुंचमार्ग का निर्माण लंबाई 1.55 कि.मी., 1 करोड़ 83 लाख की लागत से बस्ती जामगांव-छुहीपाली-जूनाडीह मार्ग का निर्माण कार्य, लंबाई 2.40 कि.मी., 3 करोड़ 44 लाख की लागत से लोईंग महापल्ली में नवीन आई.टी.आई. भवन का निर्माण कार्य तथा बटमूल आश्रम कॉलेज में विधायक मद अंतर्गत स्वीकृत 7 लाख 67 हजार की लागत से अतिरिक्त कक्षों के निर्माण कार्य शामिल हैं।
ओडिसा से जोड़ने वाले कोयलंगा नाला पुल का निर्माण प्राथमिकता से करें पूरा-वित्तमंत्री श्री चौधरी
अंचल के लोगों के आवागमन की सुविधा को देखते हुए वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने 2 करोड़ 89 लाख की लागत से बनने वाले कोयलंगा पुल के निर्माण कार्य को प्रारंभ करवाते हुए काम को तेजी से पूरा करने के निर्देश ईई पीडब्ल्यूडी को दिए। उन्होंने कहा कि इससे इस क्षेत्र के लोगों की ओडिसा से कनेक्टिविटी बेहतर होगी और उन्हें कम दूरी तय करनी पड़ेगी। पुल निर्माण कार्य प्रारंभ होने पर स्थानीय निवासियों ने हर्ष जताते हुए वर्षों से लंबित मांग को पूरा करने पर वित्त मंत्री श्री चौधरी को धन्यवाद दिया।
शक्ति और शौर्य का पर्व विजयदशमी पर मंत्री श्री देवांगन लाल मैदान, आरपी नगर, मुड़ापार समेत अन्य स्थानों पर आयोजित कार्यक्रम में हुए शामिल
पूजा अर्चना कर सभी को दी दशहरा की बधाई और शुभकामनाएं
सामुदायिक भवन निर्माण के लिए 25 लाख रूपये की स्वीकृति प्रदान की
वाणिज्य, उद्योग एवं श्रम मंत्री श्री लखन लाल देवांगन कोरबा में असत्य पर सत्य और अधर्म पर धर्म की विजय के महापर्व विजयादशमी दशहरा पर्व धूमधाम से मनाया गया। लाल मैदान से लेकर आरपी नगर फेस वन, पुरानी बस्ती मुड़ापार समेत सभी प्रमुख स्थानों में आयोजित विजयादशमी के पर्व पर वाणिज्य, उद्योग एवं श्रम मंत्री श्री लखन लाल देवांगन मुख्य अतिथि के रुप में शामिल हुए। इस अवसर पर रावण, मेघनाद और कुंभकर्ण के पुतला का दहन किया गया। ऊर्जाधानी के लाल मैदान में सबसे ऊंचे 110 फीट ऊंचे रावण का पुतला जलाया गया। इससे पहले मंत्री श्री देवांगन ने भगवान श्री राम सेना की पूजा अर्चना की। उन्होंने दर्री के राजेन्द्र नगर फेस-1 में सामुदायिक भवन निर्माण के लिए 25 लाख रूपये की स्वीकृति प्रदान की।
मंत्री श्री देवांगन दर्री मुख्य मार्ग स्थित मंगल भवन में आयोजित भव्य दशहरा उत्सव में सम्मिलित हुए, मंत्री श्री देवांगन ने विधिवत पूजन की। समिति के प्रमुख जनों की मांग पर मंत्री श्री देवांगन ने मंगल भवन के विस्तार सहित अन्य विकास कार्यों के लिए स्वीकृति की घोषणा की।
दर्री से मंत्री श्री देवांगन राजेंद्र प्रसाद नगर फेस 01 के विशाल दशहरा प्रांगण में हजारों के भीड़ के बीच पहुंचकर जय जय श्री राम का उद्घोष कर कहा कि अधर्म पर धर्म और असत्य पर सत्य की विजय का प्रतीक, विजयादशमी का यह पर्व सभी को अपने अंदर की बुराइयों को समाप्त कर धर्म और मानवता के मार्ग पर चलने की प्रेरणा देता है। प्रभु श्री राम आप सभी का कल्याण करें।
श्रम मंत्री श्री देवांगन पुरानी बस्ती कोरबा स्थित रानी रोड और मुड़ापार बाजार में आयोजित विशाल दशहरा उत्सव में सम्मिलित हुए। मंत्री श्री देवांगन ने कहा कि मुड़ापार का दशहरा उत्सव विगत 50 वर्षों से मनाया जा रहा है। मंत्री श्री देवांगन ने मुड़ापार में पंडाल निर्माण की सहर्ष घोषणा की और सभी को दशहरा की बधाई और शुभकामनाएं दी तथा रिमोट का बटन दबाकर रावण के पुतला का दहन किया। इस अवसर पर जनप्रतिनिधिगण एवं गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में उपस्थित थे।