छत्तीसगढ़
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने रायपुर में राज्य में सहकारिता के विस्तार से संबंधित समीक्षा बैठक ली
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के सहकार से समृद्धि के स्वप्न को साकार करने के लिए देश की हर पंचायत में एक सहकारी समिति का गठन किया जाए
कम्प्यूटराइज़ेशन होने के साथ ही हर ‘पैक्स‘ को बना दें सीएससी, जिससे अनेक गतिविधियों का लाभ ग्रामीण जनता तक पहुंचे
कृषि उत्पाद की बिक्री के लिए ‘पैक्स‘ द्वारा नेफेड और एनसीसीएफ पोर्टल पर शत-प्रतिशत पंजीकरण हो
हर मंडी के हर व्यापारी, सभी ‘पैक्स‘ और सहकारी संस्थाओं का खाता जिला सहकारी बैंक में हो
छत्तीसगढ़ सरकार ‘पैक्स‘ के विस्तार के लिए 4 नये जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक की स्थापना करे
श्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के सभी 33 जिलों में पानी समिति के रूप में ‘पैक्स‘ का शुभारंभ भी किया
गृह एवं सहकारिता मंत्री ने ‘एक पेड़ माँ के नाम अभियान’ के तहत ‘पीपल फॉर पीपुल‘ कार्यक्रम के अंतर्गत वृक्षारोपण और छत्तीसगढ़ सरकार के विभिन्न विकास कार्याे का लोकार्पण भी किया
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज छत्तीसगढ़ के रायपुर में राज्य में सहकारिता के विस्तार से संबंधित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। श्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के सभी 33 ज़िलों में पानी समिति के रूप में प्राथमिक कृषि साख समिति (Primary Agriculture Credit Society) का शुभारंभ भी किया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, केन्द्रीय सहकारिता राज्यमंत्री श्री मुरलीधर मोहोल, छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव, सहकारिता मंत्री श्री केदार कश्यप और केन्द्रीय सहकारिता मंत्रालय के सचिव डॉ. आशीष कुमार भूटानी भी उपस्थित थे। गृह एवं सहकारिता मंत्री ने ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत ‘पीपल फॉर पीपुल‘ कार्यक्रम के अंतर्गत वृक्षारोपण और छत्तीसगढ़ सरकार के विभिन्न विकास कार्याे का लोकार्पण भी किया।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के सहकार से समृद्धि के स्वप्न को साकार करने के लिए देश की हर पंचायत में एक सहकारी समिति का गठन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार को संपूर्ण जनजातीय विकास के लिए एक नई पब्लिक डेयरी योजना बनानी चाहिए, जो पैक्स, डेयरी और मात्स्यिकी सहकारी संस्था का काम करेगी।
केन्द्रीय सहकारिता मंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सभी 2058 ‘पैक्स‘ ने मॉडल बाय-लॉज़ को अपना लिया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सहकारी डेटाबेस का उपयोग छत्तीसगढ़ में ड्राई एरिया ढूंढने के लिए करना चाहिए, जिससे सहकारिता के विस्तार में मदद मिलेगी। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि कम्प्यूटराइज़ेशन होने के साथ ही हर ‘पैक्स‘ को सीएससी बना देना चाहिए, जिससे ‘पैक्स‘ द्वारा अनेक गतिविधियों का लाभ ग्रामीण जनता तक पहुंच सके।
श्री अमित शाह ने कहा कि इथेनॉल उत्पादन के लिए एनसीसीएफ, नेफेड और राज्य के बीच अनुबंध होना चाहिए जिससे किसानों को मक्के की खेती के प्रति प्रोत्साहित किया जा सके। उन्होंने कहा कि मक्के की खेती में लागत भी कम है और केन्द्र सरकार द्वारा किसानों का सारा मक्का अच्छे न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदा जा रहा है। श्री शाह ने कहा कि किसानों के कृषि उत्पाद की बिक्री के लिए ‘पैक्स‘ द्वारा नेफेड और एनसीसीएफ पोर्टल पर शत-प्रतिशत पंजीकरण होना चाहिए।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि हर मंडी के हर व्यापारी, ‘पैक्स‘ और सहकारी संस्था का खाता ज़िला सहकारी बैंक में खोलना अनिवार्य है। छत्तीसगढ़ में 4 सहकारी चीनी मिलें हैं, जिनमें से सिर्फ एक मिल में इथेनॉल उत्पादन प्लांट है। श्री शाह ने कहा कि बाकी 3 सहकारी चीनी मिलों में 6 महीने के अंदर मल्टी-फीड (Multi-Feed) इथेनॉल उत्पादन प्लांट लगाए जाएं, जिससे मक्का, गन्ना आदि से इथेनॉल उत्पादन किया जा सके, इसमें केन्द्र सरकार मदद करेगी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में मक्के और दलहन की खेती को बढ़ावा देने की ज़रूरत है और इसके लिए राज्य के कृषि विभाग को पहल करनी चाहिए।
श्री अमित शाह ने कहा कि वर्तमान में छत्तीसगढ़ के 33 ज़िलों में कुल 6 ज़िला सहकारी केन्द्रीय बैंक(DCCB) हैं और निकट भविष्य में राज्य में ‘पैक्स‘ के विस्तार को ध्यान में रखते हुए कम से कम 4 और जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक की स्थापना होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के ग्रामीण और जनजातीय लोगों के आर्थिक विकास के लिए व्होल ऑफ गवर्नमेंट एप्रोच (Whole of Government Approach) के तहत राज्य सरकार के पशुपालन, कृषि, जनजातीय मामले और सहकारिता विभागों को मिलकर काम करना चाहिए।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने रायपुर में राज्य में सहकारिता के विस्तार से संबंधित समीक्षा बैठक ली
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के सहकार से समृद्धि के स्वप्न को साकार करने के लिए देश की हर पंचायत में एक सहकारी समिति का गठन किया जाए
कम्प्यूटराइज़ेशन होने के साथ ही हर ‘पैक्स‘ को बना दें सीएससी, जिससे अनेक गतिविधियों का लाभ ग्रामीण जनता तक पहुंचे
कृषि उत्पाद की बिक्री के लिए ‘पैक्स‘ द्वारा नेफेड और एनसीसीएफ पोर्टल पर शत-प्रतिशत पंजीकरण हो
हर मंडी के हर व्यापारी, सभी ‘पैक्स‘ और सहकारी संस्थाओं का खाता जिला सहकारी बैंक में हो
छत्तीसगढ़ सरकार ‘पैक्स‘ के विस्तार के लिए 4 नये जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक की स्थापना करे
श्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के सभी 33 जिलों में पानी समिति के रूप में ‘पैक्स‘ का शुभारंभ भी किया
गृह एवं सहकारिता मंत्री ने ‘एक पेड़ माँ के नाम अभियान’ के तहत ‘पीपल फॉर पीपुल‘ कार्यक्रम के अंतर्गत वृक्षारोपण और छत्तीसगढ़ सरकार के विभिन्न विकास कार्याे का लोकार्पण भी किया
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज छत्तीसगढ़ के रायपुर में राज्य में सहकारिता के विस्तार से संबंधित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। श्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के सभी 33 ज़िलों में पानी समिति के रूप में प्राथमिक कृषि साख समिति (Primary Agriculture Credit Society) का शुभारंभ भी किया। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, केन्द्रीय सहकारिता राज्यमंत्री श्री मुरलीधर मोहोल, छत्तीसगढ़ के उप मुख्यमंत्री श्री अरूण साव, सहकारिता मंत्री श्री केदार कश्यप और केन्द्रीय सहकारिता मंत्रालय के सचिव डॉ. आशीष कुमार भूटानी भी उपस्थित थे। गृह एवं सहकारिता मंत्री ने ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत ‘पीपल फॉर पीपुल‘ कार्यक्रम के अंतर्गत वृक्षारोपण और छत्तीसगढ़ सरकार के विभिन्न विकास कार्याे का लोकार्पण भी किया।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी के सहकार से समृद्धि के स्वप्न को साकार करने के लिए देश की हर पंचायत में एक सहकारी समिति का गठन किया जाएगा। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार को संपूर्ण जनजातीय विकास के लिए एक नई पब्लिक डेयरी योजना बनानी चाहिए, जो पैक्स, डेयरी और मात्स्यिकी सहकारी संस्था का काम करेगी।
केन्द्रीय सहकारिता मंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ की सभी 2058 ‘पैक्स‘ ने मॉडल बाय-लॉज़ को अपना लिया है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय सहकारी डेटाबेस का उपयोग छत्तीसगढ़ में ड्राई एरिया ढूंढने के लिए करना चाहिए, जिससे सहकारिता के विस्तार में मदद मिलेगी। उन्होंने इस बात पर बल दिया कि कम्प्यूटराइज़ेशन होने के साथ ही हर ‘पैक्स‘ को सीएससी बना देना चाहिए, जिससे ‘पैक्स‘ द्वारा अनेक गतिविधियों का लाभ ग्रामीण जनता तक पहुंच सके।
श्री अमित शाह ने कहा कि इथेनॉल उत्पादन के लिए एनसीसीएफ, नेफेड और राज्य के बीच अनुबंध होना चाहिए जिससे किसानों को मक्के की खेती के प्रति प्रोत्साहित किया जा सके। उन्होंने कहा कि मक्के की खेती में लागत भी कम है और केन्द्र सरकार द्वारा किसानों का सारा मक्का अच्छे न्यूनतम समर्थन मूल्य पर खरीदा जा रहा है। श्री शाह ने कहा कि किसानों के कृषि उत्पाद की बिक्री के लिए ‘पैक्स‘ द्वारा नेफेड और एनसीसीएफ पोर्टल पर शत-प्रतिशत पंजीकरण होना चाहिए।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि हर मंडी के हर व्यापारी, ‘पैक्स‘ और सहकारी संस्था का खाता ज़िला सहकारी बैंक में खोलना अनिवार्य है। छत्तीसगढ़ में 4 सहकारी चीनी मिलें हैं, जिनमें से सिर्फ एक मिल में इथेनॉल उत्पादन प्लांट है। श्री शाह ने कहा कि बाकी 3 सहकारी चीनी मिलों में 6 महीने के अंदर मल्टी-फीड (Multi-Feed) इथेनॉल उत्पादन प्लांट लगाए जाएं, जिससे मक्का, गन्ना आदि से इथेनॉल उत्पादन किया जा सके, इसमें केन्द्र सरकार मदद करेगी। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में मक्के और दलहन की खेती को बढ़ावा देने की ज़रूरत है और इसके लिए राज्य के कृषि विभाग को पहल करनी चाहिए।
श्री अमित शाह ने कहा कि वर्तमान में छत्तीसगढ़ के 33 ज़िलों में कुल 6 ज़िला सहकारी केन्द्रीय बैंक(DCCB) हैं और निकट भविष्य में राज्य में ‘पैक्स‘ के विस्तार को ध्यान में रखते हुए कम से कम 4 और जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक की स्थापना होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ के ग्रामीण और जनजातीय लोगों के आर्थिक विकास के लिए व्होल ऑफ गवर्नमेंट एप्रोच (Whole of Government Approach) के तहत राज्य सरकार के पशुपालन, कृषि, जनजातीय मामले और सहकारिता विभागों को मिलकर काम करना चाहिए।
केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने राजधानी रायपुर में नार्काेटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के आंचलिक इकाई कार्यालय का किया ऑनलाइन उद्घाटन
छत्तीसगढ़ में मादक पदार्थों के परिदृश्य पर समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का नशामुक्त भारत का संकल्प अब हर देशवासी का संकल्प बनता जा रहा है : केन्द्रीय गृह श्री अमित शाह
मोदी सरकार हर राज्य में एनसीबी के कार्यालय की स्थापना कर राज्य सरकारों के सहयोग से नशे के कारोबार को समाप्त करेगी
नशामुक्त भारत का संकल्प एक समृद्ध, सुरक्षित व वैभवशाली भारत के निर्माण के लिए महत्वपूर्ण
ड्रग्स के अवैध व्यापार से अर्जित धन आतंकवाद, नक्सलवाद को बढ़ावा देता है और देश की अर्थव्यवस्था को कमजोर करता है
ड्रग्स से न सिर्फ देश की युवा पीढ़ी बर्बाद होती है बल्कि देश की सुरक्षा भी कमज़ोर होती है
सभी मिलकर नारकोटिक्स के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस की नीति पर आगे बढ़ें, मोदी जी के नशामुक्त भारत के संकल्प को पूरा करें
ड्रग्स मामलों की जांच में वैज्ञानिक तरीकों का हो अधिक से अधिक इस्तेमाल
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने आज छत्तीसगढ़ के नवा रायपुर में नार्काेटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के आंचलिक इकाई कार्यालय का ऑनलाइन उद्घाटन किया। श्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ में मादक पदार्थों के परिदृश्य पर समीक्षा बैठक की अध्यक्षता भी की। इस अवसर पर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय, केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री श्री नित्यानंद राय, छत्तीसगढ़ के उप-मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, केन्द्रीय गृह सचिव, निदेशक, आसूचना ब्यूरो, महानिदेशक, एनसीबी, छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने इस अवसर पर कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी का 2047 में भारत की आज़ादी के शताब्दी वर्ष में नशामुक्त देश का संकल्प अब हर देशवासी का संकल्प बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि नशामुक्त भारत का संकल्प एक समृद्ध, सुरक्षित और वैभवशाली भारत के निर्माण के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। श्री शाह ने कहा कि ड्रग्स सिर्फ भारत की ही नहीं बल्कि एक वैश्विक समस्या है।
केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने कहा कि भारत में ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई को शिद्दत, गंभीरता और एक संपूर्ण रणनीति के साथ लड़ेंगे तो हम इस लड़ाई को जीत सकते हैं। उन्होंने कहा कि भारत में नारकोटिक्स का अवैध व्यापार राष्ट्रीय सुरक्षा के साथ जुड़ा हुआ है। श्री शाह ने कहा कि ड्रग्स के अवैध व्यापार से अर्जित धन आतंकवाद और वामपंथी उग्रवाद को बढ़ावा देता है और देश की अर्थव्यवस्था को कमजोर करता है। उन्होंने कहा कि ड्रग्स से न सिर्फ देश की युवा पीढ़ी बर्बाद होती है बल्कि देश की सुरक्षा भी कमज़ोर होती है।
केन्द्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री ने कहा कि सभी मिलकर नारकोटिक्स के खिलाफ ज़ीरो टॉलरेंस की नीति पर आगे बढ़ें और मोदी जी के नशामुक्त भारत के संकल्प को पूरा करें। उन्होंने कहा कि आज एनसीबी के रायपुर जोनल कार्यालय का उद्घाटन हुआ है। उन्होंने कहा कि ये ज़ोनल ऑफिस न सिर्फ राज्य बल्कि पूरे क्षेत्र में नारकोटिक्स पर नियंत्रण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। केन्द्रीय गृह मंत्री श्री शाह ने कहा कि हमारा लक्ष्य है कि देश के हर राज्य में एनसीबी की उपस्थिति हो। उन्होंने कहा कि मोदी सरकार हर राज्य में एनसीबी के कार्यालय की स्थापना कर राज्य सरकारों के सहयोग से नशे के कारोबार को ख़त्म करेगी।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि आज ड्रग्स ट्रैफिकिंग का ट्रेंड बदल रहा है औऱ ये नैचुरल से सिथेटिक ड्रग्स की ओर बढ़ रहा हैं। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ में सेडेटिव उपयोग का प्रतिशत 1.45 है जो राष्ट्रीय औसत से अधिक है और गांजा का उपयोग भी 4.98 प्रतिशत है जो राष्ट्रीय औसत से अधिक है। श्री अमित शाह ने ड्रग्स की तस्करी के मामलों की जांच में वैज्ञानिक तरीकों के इस्तेमाल पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हमें टॉप टू बाटम और बाटम टू टॉप अप्रोच के साथ काम कर पूरे नेटवर्क को रूथलेस तरीके से ध्वस्त करने की ज़रूरत है। श्री शाह ने कहा कि जब तक हम पूरे नेटवर्क पर प्रहार नहीं करेंगे तब तक एक नशामुक्त भारत के लक्ष्य को हम प्राप्त नहीं कर सकेंगे।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि ड्रग्स का उपयोग करने वाला व्यक्ति पीड़ित होता है, जबकि इसका व्यापार करने वाला अपराधी होता है। उन्होंने कहा कि ड्रग्स के डिटेक्शन, नेटवर्क के डिस्ट्रक्शन कल्प्रिट के डिटेंशन और एडिक्ट के पुर्नवास के चार सूत्रों पर चलकर ही हम इस लड़ाई में सफल हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई में होल ऑफ गर्वंनमेंट अप्रोच अपनाने से ही हमें पूर्ण सफलता मिलेगी।
श्री अमित शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में पिछले 10 साल में एनसीबी की उपलब्धि बहुत अच्छी रही है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2004 से 2014 तक कुल 1,250 केस दर्ज हुए जबकि 2014 से 2024 तक के 10 साल में 230 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 4,150 केस दर्ज हुए। 2004 से 2014 के बीच कुल 1,360 अरेस्ट हुए जो अब 6,300 हो गए हैं। इसी प्रकार, 2004 से 2014 के बीच 1 लाख 52 हज़ार किलोग्राम ड्रग्स पकड़ी गई जबकि 2014 से 2024 के बीच 257 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 5 लाख 43 हज़ार किलोग्राम ड्रग्स पकड़ी गई है। 2004 से 2014 के बीच ज़ब्त की गई ड्रग्स का मूल्य 5,900 करोड़ रूपए था जबकि 2014 से 2024 के बीच ज़ब्त की गई ड्रग्स का मूल्य 22,000 करोड़ रूपए है। श्री शाह ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में एक संगठित अप्रोच के तहत हम 10 साल में ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई को एक अंजाम तक पहुंचाने में सफल रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नशामुक्त भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए देश के युवा और आम जनता के बीच मादक पदार्थों के खिलाफ जागरूकता पैदा करके इस लड़ाई को एक श्जन आंदोलनश् बनाना होगा।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने नार्को कॉर्डिनेशन मैकेनिज़्म के तहत सभी 4 स्तरों पर नियमित बैठकें आयोजित करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि हाल ही में शुरू किए गए ’मानस’ पोर्टल का सभी को उपयोग करना चाहिए। श्री शाह ने सभी राज्यों से कहा कि वे ड्रग्स के मामलों में वित्तीय जांच के लिए भारत सरकार की एजेंसियों की मदद ले सकते हैं। गृह मंत्री ने संयुक्त समन्वय समिति के नियमित उपयोग की ज़रूरत पर भी ज़ोर दिया। उन्होंने कहा कि ड्रग्स के पूरे नेटवर्क को खत्म करने के लिए अंतर्राज्यीय मामलों को एनसीबी को सौंपना चाहिए।
केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने ‘पीपुल फॉर पीपल’ अभियान का किया शुभारंभ
‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान के तहत पीपल के पौधे का किया रोपण
नवा रायपुर में 204.84 करोड़ रूपए के विकास कार्यों का लोकार्पण
केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने नवा रायपुर में निर्माणाधीन नवीन विधानसभा परिसर में ‘‘पीपुल फॉर पीपल’’ अभियान का शुभारंभ किया। उन्होंने इस मौके पर स्मार्ट सिटी योजना के तहत रेलवे स्टेशन, स्मार्ट रोड, पार्किंग एवं स्मार्ट स्कूल सहित 204.84 करोड़ रूपए की लागत से विभिन्न विकास कार्यों का लोकार्पण किया। इस मौके पर कार्यक्रम की अध्यक्षता मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने की। कार्यक्रम में छत्तीसगढ़ विधानसभा के अध्यक्ष डॉक्टर रमन सिंह, उपमुख्यमंत्री द्वय श्री अरूण साव और श्री विजय शर्मा, वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी, वन मंत्री श्री केदार कश्यप, खाद्य मंत्री श्री दयाल दास बघेल, खेल युवा कल्याण मंत्री श्री टंक राम वर्मा, सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, विधायक सर्व श्री राजेश मूणत, किरण देव, पुरंदर मिश्रा, इंद्रकुमार साहू, मोती लाल साहू सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण एवं वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
एक लाख पौधों का होगा रोपण
नवा रायपुर अटल नगर द्वारा ‘‘एक पेड़ मां के नाम’’ अभियान अंतर्गत ‘‘पीपुल फॉर पीपल’’ कार्यक्रम में एक लाख से अधिक स्थानीय प्रजाति के बड़े पेड़ रोपे जाएंगे। वर्तमान में 21,000 से अधिक पीपल के वृक्ष लगाये जा चुके हैं। नवा रायपुर अटल नगर का लक्ष्य है कि शहर में किसी भी स्थान पर खड़े होने पर पीपल का वृक्ष दिखाई दे।
पीपल के वृक्ष के संबंध में श्रीमद भगवद्गीता में भी भगवान श्री कृष्ण ने कहा है कि ‘‘वृक्षों में मैं पीपल हूं।’’ पीपल का वृक्ष 100 वर्षों से अधिक एवं 24 घण्टे जीवनदायिनी वायु प्रदान करने वाला वृक्ष है। कार्यक्रम अंतर्गत युवाओं को जोड़ने एवं जन सुविधा हेतु मोबाईल एप के माध्यम से ‘‘एक पेड़ मां के नाम’’ अभियान अंतर्गत ‘‘पीपुल फॉर पीपल’’ में वर्चुअल एडॉप्शन की सुविधा का उपयोग कर 2000 से ज्यादा जन सामान्य सहभागी भी बन चुके हैं।
रेलवे स्टेशन, स्मार्ट रोड, पार्किंग
नवा रायपुर अटल नगर से अन्य शहरों की कनेक्टीविटी के लिए बिछाई गई रेलवे लाईन में शहर के मध्य रेलवे स्टेशन की सुविधा उपलब्ध होगी। यह स्टेशन 75 करोड़ रूपए की लागत से तैयार की गई है। नवा रायपुर विकास प्राधिकरण द्वारा 4 रेलवे स्टेशन निर्माण का कार्य किया जा रहा है। नवा रायपुर अटल नगर में लगभग 5.3 किलोमीटर में स्मार्ट सडक एवं अन्य आवश्यक अधोसंरचना का निर्माण 35.25 करोड़ रूपए की लागत से किया गया है। 100 बस के अतिरिक्त 148 कार, टैक्सी और लगभग 250 दोपहिया वाहनों की पार्किंग की सुविधा 23.12 करोड़ रूपए की लागत से विकसित की गई है।
विश्वस्तरीय स्मार्ट स्कूल
राखी गांव में विश्वस्तरीय स्मार्ट शैक्षणिक व्यवस्था की सुविधा एवं वृहद बहुद्देशीय सभागार प्रदान करने के लिए 18 करोड़ रूपए हायर सेकेण्डरी स्कूल तैयार किया गया है। इससे 1200 से ज्यादा बच्चों को विश्वस्तरीय शिक्षा का माहौल मिलेगा। आर्थिक रूप से कमजोर परिवार के बच्चों को गुणवत्तायुक्त शिक्षा हेतु 11 करोड़ रूपए की लगात से भवन निर्मित किया गया है। इस स्कूल में 950 विद्यार्थी लाभान्वित होंगे। नवा रायपुर अटल नगर के 11 ग्रामों में 10.35 करोड़ रूपए की लागत से प्राथमिक एवं माध्यमिक स्कूलों का उन्नयन किया गया है, जिससे लगभग 4300 स्कूली बच्चों को बेहतर शैक्षणिक माहौल मिलेगा।
भू-संवर्धन एवं वृक्षारोपण
बागवानी कार्य में जल निकायों का विकास के लिए 16 करोड़ रूपए की लागत से मंत्रालय के निकट जल संवर्धन, नालों, तालाबों को पुनर्जीवित करना एवं वृक्षारोपण का कार्य किया गया है। इसके अलावा वर्षा जल की प्राकृतिक धाराओं को विकसित कर भू-जल स्तर को बढाने के लिए 16.12 करोड़ रूपए की लागत से आवश्यक कार्य एवं नये तालाबों का निर्माण तथा वृक्षारोपण कार्य किये गये है।
माओवाद आतंक प्रभावित बीजापुर जिले के पालनार कैम्प के आसपास के 31 युवाओं ने केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह से की मुलाकात
बीजापुर जिले के कई युवाओं ने पहली बार देखी राजधानी रायपुर
माओवादी आतंक से प्रभावित बीजापुर जिले के पालनार कैम्प के आस-पास के 5 गांव के 31 युवाओं ने आज केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह से नवा रायपुर में मुलाकात की। इनमें से कई युवा पहली बार बीजापुर से निकलकर राजधानी रायपुर आये हैं। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री श्री नित्यानंद राय, उपमुख्यमंत्री द्वय श्री अरूण साव और श्री विजय शर्मा एवं वन मंत्री श्री केदार कश्यप भी उपस्थित थे।
केंद्रीय गृहमंत्री श्री शाह ने इन बच्चों से हाल-चाल पूछा और उन्हें उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दी। इन बच्चों ने राजधानी रायपुर के भ्रमण के दौरान पुरख़ौती मुक्तागन, महानदी भवन मंत्रालय, मीवान स्टील प्लांट, मैग्नेटो मॉल, अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट स्टेडियम, पुरखौती मुक्तांगन, रेलवे स्टेशन और मैग्नेटो माल का भ्रमण किये। 23 अगस्त की रात से यह युवा रायपुर पहुँचे हैं। युवा कल गंगरेल बांध घूमते हुए वापस बीजापुर लौट जाएँगे।
गौरतलब है कि पालनार सुरक्षा कैम्प के आस-पास के इन बच्चों के गांवों में नियद नेल्लानार योजना के तहत सड़क, बिजली पानी राशन, स्कूल, अस्पताल, आंगनबाड़ी सहित सभी प्रकार की बुनियादी सुविधाएं पहुंचाई जा रही हैं। साथ ही केन्द्र और राज्य सरकार की योजनाओं का लाभ सभी पात्र हितग्राहियों को दिलाया जा रहा है। इस योजना के अंतर्गत सुरक्षा कैम्प के पांच किलोमीटर की परीधि के गांवों में नियद नेल्लानार योजना संचालित की जा रही है। बीजापुर जिले के सुरक्षा कैम्पों के पास के 33 गांवों में नियद नेल्लानार योजना संचालित की जा रही है।
बीजापुर जिला प्रशासन की पहल पर पालनार कैम्प के पास के इन गांवों के बच्चों को राजधानी रायपुर में औद्योगिक विकास सहित रोजगार के क्षेत्र में नए नए अवसर एवं विकास की सभी गतिविधियों से परिचित कराया गया है। इससे इन युवाओं में नए उत्साह का संचार दिख रहा है। ये युवा अब रोज़गार मूलक गतिविधियों से जुड़कर अपना नया और सुंदर भविष्य बनाना चाहते हैं।
रंग-बिरंगी तितलियों की जानकारी रहा आकर्षण का केंद्र
नंदनवन जंगल सफारी में तितलियों पर हुआ वॉक एंड टॉक कार्यक्रम का आयोजन
राजधानी रायपुर के नंदनवन जंगल सफारी में 24 अगस्त को तितलियों पर वॉक एंड टॉक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में रायपुर, कुरुद और बिलासपुर के विभिन्न कॉलेजों से 80 विद्यार्थियों ने भाग लिया।
वॉक एंड टॉक कार्यक्रम की शुरुआत में कंजर्वेशन सोसाइटी के अध्यक्ष श्री जे.पी. टंडन ने विद्यार्थियों को तितलियों की पारिस्थितिकी में महत्वपूर्ण भूमिका और उनके संरक्षण की आवश्यकता के बारे में जागरूक किया। इसके पश्चात शासकीय साइंस कॉलेज रायपुर के जूलॉजी विभाग की प्रोफेसर डॉ. कविता दास ने अपने विचार साझा करते हुए बताया कि अत्याधिक कीटनाशकों के उपयोग के कारण तितलियों की संख्या में तेजी से गिरावट हो रही है, जो पर्यावरण के लिए एक गंभीर चिंता का विषय है। उन्होंने विद्यार्थियों को इस दिशा में संवेदनशीलता विकसित करने और संरक्षण में सक्रिय भूमिका निभाने का आग्रह किया।
कार्यक्रम में इसके बाद विद्यार्थियों के वॉक की शुरुआत हुई, जिसमें छात्रों को दो समूहों में बाँटा गया। वॉक के दौरान उन्होंने 3 किलोमीटर के ट्रेल पर तितलियों की विभिन्न प्रजातियों की पहचान की। इस दौरान छात्रों ने कॉमन क्रो, एमिग्रेंट, ग्रेट एगफ्लाई, सेलर जैसी तितलियों को देखा।
वॉक के अंत में, सभी विद्यार्थी ज़ू कैंपस में स्थित बटरफ्लाई गार्डन पहुँचे, जहाँ उन्हें होस्ट प्लांट्स के महत्व के बारे में जानकारी दी गई। विद्यार्थियों को बताया गया कि तितलियों के जीवनचक्र में इन पौधों की क्या भूमिका होती है और कौन से पौधे तितलियों के जीवित रहने में अहम भूमिका निभाते है । भ्रमण के उपरांत विद्यार्थियों को इंटरप्रिटेशन हॉल में जंगल सफारी पर आधारित डॉक्यूमेंट्री दिखाई गई।
वॉक एंड टॉक कार्यक्रम में नंदनवन जंगल सफारी के निदेशक श्री धम्मशील गणवीर ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि जंगल सफारी को एक शिक्षा केंद्र के रूप में विकसित करना है, जहाँ विद्यार्थी वन्यजीवों पर शोध और अपने ज्ञान को समृद्ध कर सकें। उन्होंने विद्यार्थियों को जंगल सफारी में युवान वालंटियर प्रोग्राम में शामिल होने के लिए भी अपील की l
कार्यक्रम अंत में सभी विद्यार्थियों को उनकी भागीदारी के लिए प्रमाण पत्र प्रदान किए गए और उन्हें चिड़ियाघर का भ्रमण कराया गया। जहाँ उन्होंने तितलियों और अन्य जीवों को नजदीक से देखा।
52 वर्ष मे 53 बार रक्तदान करने वाले श्री बजरंग गर्ग का रेड क्रॉस सोसाइटी ने किया सम्मान
श्री बजरंग गर्ग लगभग 29 साल से कर रहे हैं रक्तदान
29 साल से प्रत्येक विश्व रक्तदान दिवस पर करते आ रहे हैं रक्तदान
संयुक्त जिला कार्यालय के कलेक्ट्रेट सभा कक्ष में संपन्न हुई आज की रेड क्रॉस सोसाइटी की समीक्षा बैठक में जिले के जागरूक व मानव सेवा को समर्पित व्यवसायी श्री बजरंग गर्ग को उनके 52 वर्ष की उम्र में 53 बार रक्तदान करने के लिए राज्य रेड क्रॉस सोसाइटी मुख्य कार्यपालन अधिकारी सह जनरल सेक्रेटरी श्री एम के राऊत द्वारा सम्मानित किया गया। श्री बजरंग गर्ग को सम्मानित करते हुए श्री एम के राऊत ने अपने वक्तव्य में कहा कि वक्त के हर क्षण की तरह ही रक्त का प्रत्येक कण अमूल्य होता है। रक्तदान से जुड़ना, मानवता के हित में काम करना है।
रेड क्रॉस सोसाइटी द्वारा प्रदान की गई जानकारी के अनुसार श्री बजरंग गर्ग द्वारा जिले में निवासरत किसी भी नागरिक की तुलना में सर्वाधिक बार रक्तदान किया गया है। इस अवसर पर व्यवसायी श्री बजरंग गर्ग ने बताया कि वो पिछले 29 साल से अपनी क्षमता और दूसरों की आवश्यकता के अनुरूप रक्तदान करते आए हैं। वो इस कार्य से कैसे जुड़े यह उनके लिए बता पाना कठिन है,परंतु परिवार में मानव सेवाभाव हमेशा से प्राथमिकता रही है जो कि इस कार्य के साथ जुड़ाव का एक कारण है।
उन्होंने यह भी बताया कि उनके द्वारा प्रत्येक विश्व रक्तदान दिवस पर रक्तदान किया गया है। इसके साथ ही वो हमेशा से ही दूसरों को भी रक्तदान, मानव कल्याण के कार्य के लिए जागरुक करते आ रहे हैं।
उक्त सम्मान समारोह के अवसर पर रेडक्रॉस के चेयरमेन श्री अशोक अग्रवाल,जिला पंचायत सीईओ श्रीमती कमलेश नंदनी साहू , सीएमएचओ डॉ कपिल देव पैकरा, अन्य अधिकारी व रेडक्रॉस सोसाइटी के सदस्य उपस्थित थे।
रायपुर : छत्तीसगढ़ में अब तक 880.7 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज
राज्य शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बनाए गए राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष द्वारा संकलित जानकारी के मुताबिक एक जून 2024 से अब तक राज्य में 880.7 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। राज्य के विभिन्न जिलों में 01 जून 2024 से आज 25 अगस्त सवेरे तक रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार बीजापुर जिले में सर्वाधिक 1832.2 मिमी और सरगुजा जिले में सबसे कम 485.4 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी है।
राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार एक जून से अब तक सूरजपुर जिले में 885.5 मिमी, बलरामपुर में 1239.7 मिमी, जशपुर में 720.7 मिमी, कोरिया में 905.2 मिमी, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 887.8 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी।
इसी प्रकार, रायपुर जिले में 737.7 मिमी, बलौदाबाजार में 925.2 मिमी, गरियाबंद में 837.0 मिमी, महासमुंद में 676.1 मिमी, धमतरी में 776.2 मिमी, बिलासपुर में 826.0 मिमी, मुंगेली में 932.6 मिमी, रायगढ़ में 835.7 मिमी, सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 518.3 मिमी, जांजगीर-चांपा में 968.0 मिमी, सक्ती 832.8 मिमी, कोरबा में 1178.0 मिमी, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 996.1 मिमी, दुर्ग में 532.5 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी। कबीरधाम जिले में 696.0 मिमी, राजनांदगांव में 863.4 मिमी, मोहला-मानपुर-अंबागढ़चौकी में 974.4 मिमी, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 630.3 मिमी, बालोद में 905.3 मिमी, बेमेतरा में 490.5 मिमी, बस्तर में 919.0 मिमी, कोण्डागांव में 843.7 मिमी, कांकेर में 1060.3 मिमी, नारायणपुर में 993.5 मिमी, दंतेवाड़ा में 1095.6 मिमी और सुकमा जिले में 1162.0 मिमी औसत वर्षा एक जून से अब तक रिकार्ड की गई।
श्रीकृष्ण जन्माष्टमी को शुष्क दिवस घोषित : सभी मदिरा दुकान पूर्णतः बंद रखने आदेश जारी
छत्तीसगढ़ शासन वाणिज्यिक कर (आबकारी) विभाग के आदेशानुसार श्रीकृष्ण जन्माष्टमी 26 अगस्त सोमवार को सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ राज्य हेतु शुष्क दिवस घोषित किया गया है। शुष्क दिवस में जिला सूरजपुर में संचालित समस्त देशी एवं विदेशी मदिरा की फुटकर दुकानों रेस्टोरेंट, होटल, बार जैसे देशी कंपोजिट सी एस 2(घघ) कंपोजिट , विदेशी मदिरा दुकान एफ.एल.-1(घघ) को 26 अगस्त सोमवार को पूर्णतः बंद रखे जाने हेतु कलेक्टर ने आदेश जारी कर दिया है। उक्त अवधि में मदिरा का संव्यवहार पूर्णतः प्रतिबंधित रहेगा।इस आदेश का कड़ाई से पालन करने कहा गया है।
मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े एक दिवसीय बागबाहरा प्रवास पर रहीं
मां चंडी का दर्शन कर प्रदेश की खुशहाली और समृद्धि की कामना की
फॉर्चून नेत्रहीन विद्यालय का किया निरीक्षण
महिला एवं बाल विकास और समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े आज एक दिवसीय बागबाहरा प्रवास पर रहीं। वहां उन्होंने मां चंडी का दर्शन कर प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की |
बागबाहरा प्रवास के दौरान श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने फॉर्चून नेत्रहीन उच्चतर माध्यमिक विद्यालय बागबाहरा का भी निरीक्षण किया | यहां उन्होंने दिव्यांग बच्चों से मुलाकात की और उनका हाल-चाल जाना | बच्चों ने इस मौके पर विभिन्न प्रकार की कला का प्रदर्शन किया, जिसमें गाने, नृत्य और अन्य सांस्कृतिक कार्यक्रम शामिल थे |
एक छोटे से दिव्यांग बच्चे ने कंप्यूटर चला कर श्रीमती राजवाड़े को प्रभावित किया |जिसे देखकर उन्होंने कहा कि सही मार्गदर्शन और संसाधनों के साथ दिव्यांग बच्चे भी अपनी क्षमता और हुनर को प्रकट कर सकते हैं |उन्होंने दिव्यांग बच्चों के समग्र विकास के लिए किए जा रहे प्रयासों की सराहना की |
मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने बागबाहरा निवासियों को उनके सहयोग और समर्थन के लिए धन्यवाद दिया| उन्होंने कहा कि उनके इस दौरे ने बागबाहरा की जनता के साथ सरकार की संपर्क की एक नई दिशा स्थापित की है और उम्मीद की जाती है कि इससे क्षेत्र के विकास को नई गति मिलेगी |
केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह नवागांव हेलीपेड पहुंचने पर उनका आत्मीय स्वागत किया गया
केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह नवागांव हेलीपेड पहुंचने पर उनका आत्मीय स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा भी उनके साथ नवागांव पहुंचे।
केन्द्रीय गृह मंत्री श्री शाह का हैलीपेड में सांसद रायपुर लोकसभा श्री बृजमोहन अग्रवाल, विधायक श्री इंद्र कुमार साहू और श्री रोहित साहू, पूर्व सांसद महासमुंद श्री चंदूलाल साहू, पूर्व विधायक श्री संतोष उपाध्याय, नवागांव सरपंच श्री भागवत साहू और संभाग आयुक्त श्री महादेव कांवरे सहित अन्य जनप्रतिनिधिगण ने स्वागत किया।
हेलीपेड में स्वागत के बाद केन्द्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह नवागांव से महाप्रभु वल्लभाचार्य की जन्म स्थली चम्पारण के लिए रवाना हुए।
केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ की छह स्थानीय भाषाओं में रूपांतरित 'नए भारत का नया कानून' पुस्तक का किया विमोचन
केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह ने आज नया रायपुर स्थित होटल मेफेयर में 'नए भारत का नया कानून' पुस्तक का विमोचन किया। यह पुस्तक '2023 के नए आपराधिक कानून' का छत्तीसगढ़ की छह प्रमुख स्थानीय भाषाओं—हल्बी, गोंडी, भतरी, कुडुख, छत्तीसगढ़ी और हिंदी में रूपांतरित संस्करण है। विमोचन के दौरान
माओवादी आतंक विरोधी अभियान के हर मोर्चे पर छत्तीसगढ़ सरकार को मिली अच्छी सफलता : केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह
छत्तीसगढ़ को नक्सलियों से लड़ाई में जिस मदद की आवश्यकता होगी उसे भारत सरकार उपलब्ध कराएगी
छत्तीसगढ़ पुलिस के आधुनिकीकरण के लिए 30 करोड़ रुपए देने की घोषणा
केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ तथा पड़ोसी राज्यों में चल रहे माओवादी आतंक विरोधी अभियान की आज रायपुर में समीक्षा करते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में माओवादी आतंक विरोधी अभियान में छत्तीसगढ़ सरकार को हर मोर्चे पर बहुत अच्छी सफलता मिली है। पिछले आठ माह में माओवादी आतंक को रोकने के लिए छत्तीसगढ़ में जितना कार्य हुआ है, उतना कभी नहीं हुआ। उन्होंने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की प्रशंसा करते हुए कहा कि माओवादियों का एरिया बहुत सीमित रह गया है। छत्तीसगढ़ सरकार नक्सल विरोधी अभियान में बहुत अच्छी कार्रवाई कर रही है। जितनी तेज और प्रभावी कार्यवाही साय सरकार ने 8 माह में की, जिसमें 150 माओवादी आतंकवादी न्यूट्रेलाइज किए गए और इससे 4 गुना ज्यादा लोगों ने आत्मसमर्पण किया, वह पूरे भारत में आज तक कहीं नहीं हुआ। इस कार्यवाही में उन्होंने और तेजी लाने के उन्होंने निर्देश दिए।
केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने कहा कि मुख्यमंत्री, उप मुख्यमंत्री से मैं लगातार बात करता हूं, छत्तीसगढ़ को नक्सलियों से लड़ाई में जिस मदद की आवश्यकता होगी उसे भारत सरकार उपलब्ध कराएगी। उन्होंने जोर देते हुए कहा कि केंद्र और राज्य की एजेंसियों को मिलकर नक्सलियों की वित्तीय कड़ी को तोड़ने का कार्य करना चाहिए। टैक्स एजेंसियों को भी संवेदनशील होकर नक्सलियों की वित्तीय कड़ियों को तोड़ने के लिए करवाई करनी चाहिए। केंद्रीय गृह मंत्री श्री शाह ने नक्सल प्रभावित इलाकों में कम्युनिटी अवेयरनेस प्रोग्राम चलाने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि लोगों को शासकीय योजनाओं, प्रक्रियाओं और इंटेंट के बारे में सही इन्फॉर्मेशन दी जाए।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि लोगों को केंद्र सरकार की योजनाओं की जानकारी भी दी जाए। ये हमें सुनिश्चित करना होगा कि केंद्र और राज्य की सभी 300 योजनाओं का शत प्रतिशत सैचुरेशन हो, उनका पूर्ण क्रियान्वयन हो। ऐसे क्षेत्र जहां माओवादी आतंक खत्म हो गया है, वहां ये समस्या दोबारा पैदा ना हो, ये सुनिश्चित किया जाना चाहिए। इन क्षेत्रों में लोगों को केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं का शतप्रतिशत लाभ दिलाया जाए। उन्होंने कहा कि किसी भी हथियार वाले आन्दोलन को लोगों में सरकार के प्रति विश्वास पैदा करके ही समाप्त किया जा सकता है। केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ पुलिस के आधुनिकीकरण के लिए 30 करोड़ देने की घोषणा की।
छत्तीसगढ़ के पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था, माओवादी आतंक विरोधी अभियान की प्रगति और भावी योजनाओं पर प्रस्तुतिकरण दिया। इस पर विचार-विमर्श के दौरान केन्द्रीय गृह मंत्री ने नक्सल प्रभावित क्षेत्र के लोगों को अधिक से अधिक सुविधाएं उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि वर्तमान में यह स्पष्ट है कि छत्तीसगढ़ के माओवादियों में से अधिकाधिक, आत्म समर्पण करना चाहते हैं, हमें समर्पण योजना की व्यापक जानकारी रखनी चाहिए।
बैठक में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय, केंद्रीय गृह राज्य मंत्री श्री नित्यानंद राय, उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, केंद्रीय गृह सचिव श्री गोविंद मोहन, आईबी, एनआइए, सीआरपीफ, बीएसएफ, आईटीबीपी, एसएसबी के महानिदेशक, छत्तीसगढ़ के मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा सहित झारखंड, ओडिशा, मध्यप्रदेश, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, महाराष्ट्र के मुख्य सचिव और पुलिस महानिदेशक, केंद्र और राज्य सरकार के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
केंद्रीय गृहमंत्री ने वामपंथी उग्रवाद के खिलाफ श्री विष्णु देव साय सरकार द्वारा चलाए गए अभियान की तारीफ की
केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा छत्तीसगढ़ में 8 महीने में 147 माओवादी मारे गए, 631 ने किया आत्मसमर्पण
केन्द्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय सरकार द्वारा वामपंथी उग्रवाद के विरुद्ध उठाए जा रहे कदमों की आज नवा रायपुर के होटल मेफेयर में आयेजित कार्यक्रम में तारीफ की है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा पिछले 8 महीने में जिस तरह वामपंथी उग्रवाद को खत्म करने के लिए प्रभावी रणनीति को लागू किया गया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में नियद नेल्लानार योजना को वामपंथी उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र में विकास के लिए मील का पत्थर माना जा रहा है। इस योजना के तहत 17 विभागों की 53 जनकल्याणकारी तथा 28 सामुदायिक योजनाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की जा रही है।
केन्द्रीय गृहमंत्री श्री शाह ने कहा कि श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में छत्तीसगढ़ सरकार ने पिछले आठ महीने में ही 147 वामपंथी उग्रवादियों को मार गिराया है। इस दौरान 631 वामपंथी उग्रवादियों ने आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा में लौटे हैं। इसका श्रेय साय सरकार द्वारा संचालित नीतियों के बेहतर क्रियान्वयन को दिया जा रहा है। राज्य में पिछली सरकार के कार्यकाल में जहां सिर्फ 219 वामपंथी मारे गए, वहीं श्री विष्णु देव साय सरकार के आठ महीने में ही वामपंथी उग्रवादियों के लगातार एनकाउंटर तथा आत्मसमर्पण को बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।
केंद्रीय गृहमंत्री श्री अमित शाह ने छत्तीसगढ़ में वामपंथी उग्रवादियों के मोर्चे पर कानून व्यवस्था के साथ ही गुड गवर्नेन्स के क्षेत्र में जिस तरह कार्य हुए हैं, उसे लेकर मुख्यमंत्री श्री साय की प्रशंसा की। यहां उल्लेखनीय है कि पिछले आठ माह में श्री साय सरकार ने वामपंथी इलाकों में 33 सुरक्षा कैम्प स्थापित किए गए हैं। जल्द ही 16 और कैम्प स्थापित किए जाएंगे। इन सुरक्षा कैम्पों के माध्यम से पुलिस और स्थानीय लोगों के बीच दूरी कम हुई है, इससे जनकल्याणकारी योजनाओं का क्रियान्वयन भी बेहतर हुआ है।
केंद्रीय गृह मंत्री श्री अमित शाह ने वामपंथी उग्रवाद की सप्लाई चेन और इसके वित्तपोषण पर समग्रता से प्रहार करने पर ज़ोर दिया। केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि मोदी सरकार वामपंथी उग्रवाद के पूरे इकोसिस्टम को खत्म करने के प्रति कटिबद्ध है। उन्होंने कहा कि सभी राज्यों को मिलकर इस अभियान को विस्तृत (बवउचतमीमदेपअम) तरीके से आगे बढ़ाना है। श्री शाह ने कहा कि हमें वामपंथी उग्रवाद की विचारधारा का समर्थन करने वालों से लड़ने के साथ ही अपनी बात विनम्रता और द़ढ़ता के साथ समाज के सभी वर्गों को भी बतानी होगी। उन्होंने कहा कि वामपंथी उग्रवाद के पीड़ित लोगों के भी मानवाधिकार हैं।
केन्द्रीय गृह मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने भारत को वामपंथी उग्रवाद से मुक्त करने का जो लक्ष्य हमारे सामने रखा है उसे प्राप्त करने के लिए हमें मिलकर इस अभियान को तीव्र गति से आगे ले जाना होगा। उन्होंने कहा कि वामपंथी उग्रवाद एक राष्ट्रीय, मानवीय और राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी समस्या है और हमें ये प्रयास करने चाहिए कि हम मार्च, 2026 में देश को इससे पूरी तरह से मुक्त घोषित कर सकें।
श्री शाह ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने सरकारी योजनाओं के शत-प्रतिशत सैचुरेशन का अभियान शुरू किया है। उन्होंने कहा कि विकास के कामों की निगरानी करें जिससे सरकारी योजनाओं का शत-प्रतिशत सैचुरेशन हो और इनका लाभ वामपंथी उग्रवाद प्रभावित अभावग्रस्त क्षेत्रों की जनता को हो। उन्होंने कहा कि राज्यों को वामपंथी उग्रवाद के कारण निरक्षर रह गए लोगों की पढ़ाई के लिए नीति बनाने के साथ ही उनके रोजगार और प्रशिक्षण के लिए आईटीआई खोले गए हैं एवं कौशल विकास के प्रशिक्षण के लिए भी कार्य किए जा रहे हैं।
कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह की पहल से तक्षशिला लाइब्रेरी में इंटरनेट स्पीड दोगुनी, अब छात्रों की पढ़ाई होगी डबल स्पीड से
इंटरनेट सुविधा के विस्तार होने से छात्रों में प्रसन्नता
राजधानी रायपुर के मोतीबाग स्थित तक्षशिला लाइब्रेरी के छात्र-छात्राओं को अब ऑनलाइन पढ़ाई में और भी सुविधा मिलेगी। कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह की पहल पर लाइब्रेरी में इंटरनेट की स्पीड 100 एमबीपीएस से बढ़ाकर 200 एमबीपीएस कर दी गई है। इससे छात्र-छात्राओं को ऑनलाइन टेस्ट देने और अन्य अध्ययन सामग्री एक्सेस करने में ज्यादा आसानी होगी।
नालंदा परिसर प्रबंधन सोसायटी के नोडल अधिकारी श्री केदार पटेल ने बताया कि पहले तक्षशिला लाइब्रेरी में 100 एमबीपीएस की स्पीड से मुफ्त इंटरनेट सुविधा मिलती थी, जिसे अब दोगुनी कर दिया गया है। इस नई सुविधा से छात्रों में उत्साह है, और उनका कहना है कि इससे उनकी पढ़ाई की रफ्तार भी दोगुनी हो जाएगी।
उल्लेखनीय है कि तक्षशिला लाइब्रेरी का शुभारंभ मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने 10 मार्च 2024 को किया था। यह लाइब्रेरी नालंदा परिसर प्रबंधन सोसायटी द्वारा संचालित की जाती है, जो 24 घंटे और 7 दिन खुली रहती है। इसमें एक साथ 800 छात्र-छात्राएं पढ़ाई कर सकते हैं, और यहां 10,000 से अधिक किताबें प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उपलब्ध हैं। इसके अलावा, ऑनलाइन अध्ययन के लिए 35 आधुनिक कंप्यूटर सिस्टम भी लगाए गए हैं।
छात्र-छात्राओं ने इस सुविधा के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह का आभार व्यक्त किया है।
छत्तीसगढ़ में अब तक 866.0 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज
राजस्व-आपदा प्रबंधन विभाग के राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष द्वारा संकलित जानकारी के मुताबिक एक जून 2024 से अब तक राज्य में 866.0 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। राज्य के विभिन्न जिलों में 1 जून से 24 अगस्त सवेरे तक रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार बीजापुर जिले में सर्वाधिक 1788.1 मिमी और सरगुजा जिले में सबसे कम 480.5 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी है।
राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार एक जून से अब तक सूरजपुर जिले में 881.0 मिमी, बलरामपुर में 1236.3 मिमी, जशपुर में 705.8 मिमी, कोरिया में 895.5 मिमी, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 879.8 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी।
इसी प्रकार, रायपुर जिले में 736.5 मिमी, बलौदाबाजार में 916.2 मिमी, गरियाबंद में 831.7 मिमी, महासमुंद में 663.4 मिमी, धमतरी में 776.0 मिमी, बिलासपुर में 802.2 मिमी, मुंगेली में 896.1 मिमी, रायगढ़ में 813.3 मिमी, सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 506.7 मिमी, जांजगीर-चांपा में 943.6 मिमी, सक्ती 801.5 मिमी, कोरबा में 1152.4 मिमी, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 874.9 मिमी, दुर्ग में 531.3 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी। कबीरधाम जिले में 684.2 मिमी, राजनांदगांव में 856.8 मिमी, मोहला-मानपुर-अंबागढ़चौकी में 961.3 मिमी, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 611.2 मिमी, बालोद में 895.3 मिमी, बेमेतरा में 478.3 मिमी, बस्तर में 904.8 मिमी, कोण्डागांव में 834.0 मिमी, कांकेर में 1056.9 मिमी, नारायणपुर में 976.2 मिमी, दंतेवाड़ा में 1063.8 मिमी और सुकमा जिले में 1142.5 मिमी औसत वर्षा एक जून से अब तक रिकार्ड की गई।
कस्टम मिलिंग का चावल जमा नहीं करने पर धान-चावल जब्त
कलेक्टर सिंह के निर्देश पर राइस मिलरों पर कार्रवाई
रायपुर जिले में राइस मिलरों द्वारा सीएमआर चावल जमा धीमी गति से की जा रही थी। जिसको लेकर शासन ने कड़ी नाराजगी व्यक्त की। कलेक्टर डाॅ. गौरव सिंह ने खाद्य विभाग को राईस मिलरों पर कार्रवाई के निर्देश दिए और टीम ने राइस मिलरों में पहुंचकर जांच की और कार्रवाई करते हुए धान व चावल जब्त किया।
कलेक्टर डाॅ. गौरव सिंह ने एफसीआई के अधिकारियों को चावल जमा करने के लिए स्टैक उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। साथ ही रेलवे के अधिकारियों से भी शासन द्वारा शीघ्र रेक उपलब्ध कराने के लिए आग्रह किया है, ताकि सीएमआर चावल शीघ्र जमा किया जा सके। रेलवे ने 26 रेक उपलब्ध कराने की बात कही गई थी, जिसमें से केवल 8 रेक ही उपलब्ध कराई है। रायपुर जिले में वर्तमान में 2,66,000 मेट्रिक टन चावल जमा किया जाना शेष है।
जिले के राईस मिलर्स ने छत्तीसगढ़ कस्टम मिलिंग चावल उपार्जन आदेश 2016 की कंडिकाओं के उल्लंघन किये जाने और शासन का चावल जमा किये जाने में रूचि नहीं लिए जाने पर अभनपुर विकासखण्ड के राईस मिल फर्म निर्मला राईस प्रा.लि. की जांच कर 3800 क्विंटल धान एवं 7750 क्वि. चावल को जब्त किया। मंदिर हसौद के उमरिया स्थित कमल राईस मिल की जांच कर 3600 क्वि. धान जब्त किया गया। इसी प्रकार विकासखण्ड आरंग स्थित ग्राम जरौदा, कान्हा राईस मिल की जांच में 12570.40 क्वि. धान एवं 350 क्वि. चावल जब्त किया गया। इस कार्रवाई को सहायक खाद्य अधिकारी पवित्रा अहिरवार, भारती हर्ष एवं खाद्य निरीक्षक श्रध्दा चौहान शामिल थे।