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अमन सहरावत सेमी फाइनल में जापान के री हिगुची से हार मिली अब भी ब्रॉन्ज मेडल की उम्मीद , अंतिम पंघाल पर नहीं लग रहा कोई बैन, IOA ने रिपोर्ट का किया खंडन

 अमन सहरावत को 57 किलो भारवर्ग के सेमीफाइनल में हार मिली है। इसी के साथ कुश्ती में भारत के लिए एक और बुरी खबर सामने आई है। हालांकि ओलंपिक 2024 में उनका सफर अभी खत्म नहीं हुआ है। वह अभी भी भारत के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीत सकते हैं। हालांकि वह फाइनल में एंट्री करते हैं तो उनका गोल्ड या फिर सिल्वर पक्का हो जाता, लेकिन वह ऐसा नहीं कर सके। उन्हें सेमीफाइनल मैच में जापान के री हिगुची से हार का सामना करना पड़ा।

अमन सहरावत ओलंपिक 2024 के रेसलिंग इवेंट में भारत की आखिरी उम्मीद हैं। भारत को उनसे मेडल की आस है। भारत ने रेसलिंग में अभी तक एक भी मेडल नहीं जीता है। अमन अपना ब्रॉन्ज मेडल मैच 09 अगस्त की रात 09:45 बजे खेलेंगे। ऐसे में इस मुकाबले पर पूरे देश की निगाहें होंगी। अमन सहरावत का ब्रॉन्ज मेडल मैच प्यूर्टो रिको के 29 वर्षिय डैरियन टोई क्रूज से खेला जाएगा। इस रेसलर के खिलाफ अमन अगर अपना मैच जीत जाते हैं तो वह भारत के लिए ब्रॉन्ज मेडल जीत लेंगे।

पहलवान अंतिम पंघाल पर नहीं लग रहा कोई बैन, IOA ने रिपोर्ट का किया खंडन

अंतिम पंघाल पर प्रतिबंध लगाने की खबरों का भारतीय ओलंपिक संघ ने खंडन कर दिया है। आईओए ने कहा है कि उन्होंने अंतिम पर कोई बनै नहीं लगाया है। उन्होंने मीडियाकर्मियों से अनुरोध करते हुए कहा कि कृपया ऐसी रिपोर्ट पोस्ट करने से पहले आईओए नेतृत्व से जांच कर लें। दरअसल, पेरिस गए भारतीय दल के एक सूत्र ने न्यूज एजेंसी पीटीआई को जानकारी देते हुए बताया था कि अनुशासनहीनता के लिए पहलवान अंतिम पंघाल पर आईओए द्वारा तीन साल का प्रतिबंध लगाया जाएगा।

दरअसल, अंतिम ने पेरिस ओलंपिक में महिलाओं की 53 किलोग्राम कुश्ती प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था। यह वही भार वर्ग है जिसमें पहले विनेश हिस्सा लेती थीं।अंतिम और उनकी बहन को पेरिस से निर्वासन का सामना करना पड़ सकता है। अंतिम ने खेल गांव से अपना निजी सामान लेने के लिए अपना आधिकारिक मान्यता कार्ड अपनी छोटी बहन को सौंप दिया और सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें पकड़ लिया। ऐसे में फ्रांसीसी अधिकारियों द्वारा अनुशासनात्मक उल्लंघन का आरोप लगाए जाने के बाद भारतीय ओलंपिक संघ ने संज्ञान लिया है। भारतीय पहलवान अंतिम, उनकी बहन और उनके सहयोगी स्टाफ को भारत वापस भेजने का फैसला लिया है।

अंतिम बुधवार को महिलाओं की कुश्ती के 53 किग्रा भार वर्ग में अपना पहला मुकाबला हारने के बाद ओलंपिक से बाहर हो गई थीं। उन्हें हराने वाली पहलवान भी आगे के राउंड में बाहर हो गईं, इस वजह से अंतिम का रेपेचेज से आगे बढ़ने का रास्ता भी बंद हो गया। फ्रांसीसी अधिकारियों द्वारा अनुशासनात्मक उल्लंघन के बारे में संज्ञान में लाए जाने के बाद भारतीय ओलंपिक संघ ने उन्हें और उनके सहयोगी स्टाफ को वापस स्वदेश भेजने का फैसला किया।
कुश्ती में भारत की सबसे बड़ी पदक उम्मीद अंतिम पंघाल पेरिस ओलंपिक में बुधवार को महिलाओं के 53 किलोवर्ग में तुर्की की येतगिल जेनिप से 10-0 से शर्मनाक हार के बाद बाहर हो गईं। ओलंपिक डेब्यू करने वाली 19 वर्षीय अंतिम की रेपेचेज के जरिए कांस्य पदक की दौड़ में बने रहने की उम्मीद भी तब टूट गई जब जेनिप क्वार्टर फाइनल में जर्मनी की एनिका वेंडल से हार गईं। इससे पहले विश्व कप चैंपियनशिप की कांस्य पदक विजेता और इस वर्ग में ओलंपिक कोटा हासिल करने वाली अंतिम 101 सेकंड में ही हार गईं। पहले विनेश इस भारवर्ग में खेलती थीं।

 

 

 

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