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पैरालंपिक के बैडमिंटन में सुहास यतिराज ने सिल्वर जीतकर रचा इतिहास रचा

 सुहास यतिराज ने पेरिस पैरालंपिक 2024 में बैडमिंटन के मेंस सिंगल्स के एसएल4 वर्ग में सिल्वर मेडल जीत लिया है। वह पैरालंपिक के इतिहास में बैडमिंटन में दो मेडल जीतने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने हैं। फाइनल मुकाबले में उन्हें फ्रांस के लुकास मजुर से हार झेलनी पड़ी है। उन्होंने मैच 9-21, 13-21 से गंवाया है और रजत पदक से संतोष करना पड़ा है।

सुहास यतिराज को पहले गेम में 21-9 से हार झेलनी पड़ी। पहले गेम में वह बिल्कुल भी लय में नजर नहीं आए और उनके ऊपर फ्रांस के लुकास मजुर हावी रहे। पहला गेम हारने के बाद ऐसा लगा जैसे वह बहुत ही आसानी से मुकाबला गंवा देंगे। पर दूसरे गेम में उन्होंने वापसी और लुकास मजुर को टक्कर देने की कोशिश की। पर अंत में दूसरा गेम भी फ्रांस के खिलाड़ी के नाम रहा। उसने ये गेम 21-13 से जीता।

2007 बैच के आईएएस अधिकारी 41 वर्ष के सुहास यतिराज को एकतरफा मुकाबले में पराजय झेलनी पड़ी। टोक्यो पैरालंपिक में तीन साल पहले भी लुकास मजुर ने ही सुहास को हराया था और इस बार भी वह फ्रांस के खिलाड़ी की चुनौती से पार नहीं पा सके। बाएं टखने में विकार के साथ पैदा हुए सुहास एसएल4 वर्ग में खेलते हैं। भारत के पेरिस पैरालंपिक पैरा बैडमिंटन में चार पदक हो गए हैं। कुमार नितेश ने स्वर्ण, तुलसीमति मुरूगेसन ने रजत और मनीषा रामदास ने कांस्य और सुहास यतिराज ने सिल्वर मेडल जीते हैं।

इस वजह से देशवासियों से मांगी माफी
सिल्वर मेडल जीतने के बाद सुहास यतिराज ने कहा कि मिले जुले भाव आ रहे हैं। एक तरफ तो रजत जीता है लेकिन दूसरी तरफ स्वर्ण से चूक गए। मैं देशवासियों से माफी मांगना चाहता हूं। उन्होंने गोल्ड ना जीतने पर माफी मांगी है।

PM मोदी ने किया ट्वीट
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुहास यतिराज के मेडल जीतने पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा कि एक शानदार उपलब्धि, जब सुहास यतिराज ने पैरालंपिक2024 में पुरुष एकल एसएल4 बैडमिंटन स्पर्धा में प्रतिष्ठित रजत पदक जीता। उनकी सफलता पर भारत खुश है। हमें उनकी दृढ़ता और खेल के प्रति प्रतिबद्धता पर गर्व है।

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