मनेन्द्रगढ़| प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों में ऑनलाइन प्रणाली से परीक्षा कराने की मांग को लेकर एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडेय के नेतृत्व में छात्र नेताओं ने देर शाम मुख्यमंत्री निवास पहुंचकर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को ज्ञापन सौंपकर ऑनलाइन प्रक्रिया से परीक्षा कराने की मांग की।
एनएसयूआई प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडेय ने कहा कि कोरोना काल के कारण प्रदेश के सभी विश्वविद्यालयों के महाविद्यालयों में ऑनलाइन प्रक्रिया से पढ़ाई हुई है इसलिए जैसी शिक्षा वैसी परीक्षा के तहत परीक्षा प्रक्रिया भी ऑनलाइन कराई जाए। नीरज पांडे ने कहा कि दसवीं एवं बारहवीं की परीक्षा एवं ग्रेजुएशन की परीक्षा में अंतर है। दसवीं एवं बारहवी के विद्यार्थियों को भविष्य में उनके मार्कशीट एवं मान्यता को लेकर कही कोई व्यवधान उत्पन्न ना हो और उनके परीक्षा विधि की मान्यता छत्तीसगढ़ समेत अन्य प्रदेशों में भी बनी रहे जिसको ध्यान में रखते हुए उनकी ऑफलाइन परीक्षा ली जानी आवश्यक है। परंतु ग्रेजुएशन के विद्यार्थियों का विषय एवं हायर सेकेंडरी/सेकेंडरी का विषय भिन्न है। कोरोना संक्रमण के चलते पूर्व सत्र की भांति इस सत्र में भी कालेज में पढ़ाई शून्य रही जिसके चलते किसी भी छात्र को पाठ्यक्रम तक की सही से जानकारी नहीं रही। उस दौरान पढ़ाई को लेकर उच्च शिक्षा विभाग अथवा प्रशासन द्वारा भी बल नहीं दिया गया। जिसके चलते आज यह विकट परिस्थिति विद्यार्थियों के समक्ष उत्पन्न हुई है। ऐसे में ऑनलाइन एग्जाम करवाया जाना आवश्यक है। इस दौरान एनएसयूआई पूर्व प्रदेश अध्यक्ष आकाश शर्मा, एनएसयूआई प्रदेश उपाध्यक्ष अमित शर्मा, प्रदेश महासचिव अख्तर अली, राष्ट्रीय संयोजक हनी बग्गा, विनोद कश्यप, कृष्णा सोनकर, निखिल बंजारी, महताब हुसैन, विशाल राजपूत, केशव सिन्हा, जयंत बघेल समेत छात्र नेता मौजूद थे