शेयर बाजार
बुधवार को बीएसई सेंसेक्स 202 अंक से अधिक टूट गया। और निफ्टी 81 अंक टूटा पूरी खबर जाने
शेयर बाज़ार update : बुधवार 4 सितम्बर २०२४
शेयर बाजारों में बुधवार को गिरावट रही और बीएसई सेंसेक्स 202 अंक से अधिक टूट गया। एनएसई निफ्टी 81 अंक टूटा और इस तरह से इसमें 14 दिन से जारी तेजी पर विराम लग गया। अमेरिका में नरमी की आशंका को लेकर वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख के बीच सूचना प्रौद्योगिकी, बैंक और धातु शेयरों में मुनाफावसूली से बाजार में गिरावट रही।
सेंसेक्स 202.80 अंक यानी 0.25 फीसदी की गिरावट के साथ 82,352.64 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 721.75 अंक तक लुढ़क गया था। निफ्टी 81.15 अंक यानी 0.32 फीसदी की गिरावट के साथ 25,198.70 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान एक समय यह 196.05 अंक टूट गया था। इससे पहले लगातार 14 दिन की तेजी में निफ्टी 1,141 अंक यानी 4.59 फीसदी चढ़ा था।
जियोजित फाइनैंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, ‘अमेरिका में विनिर्माण के कमजोर आंकड़ों से वहां की अर्थव्यवस्था में चिंता बढ़ी है। इसका असर घरेलू बाजार पर भी पड़ा है। घरेलू स्तर पर ठोस संकेतकों के अभाव में बाजार पर वैश्विक रुख का असर देखने को मिलेगा।’
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में आईसीआईसीआई बैंक, भारतीय स्टेट बैंक, ऐक्सिस बैंक, महिंद्रा ऐंड महिंद्रा, इन्फोसिस, लार्सन ऐंड टुब्रो, टाटा स्टील, टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज, बजाज फाइनैंस और अदाणी पोर्ट्स में प्रमुख रूप गिरावट रही। लाभ में रहने वाले शेयरों में एशियन पेंट्स, हिंदुस्तान यूनिलीवर, अल्ट्राटेक सीमेंट, सन फार्मा और रिलायंस इंडस्ट्रीज शामिल हैं।
रेलिगेयर ब्रोकिंग लि. के वरिष्ठ उपाध्यक्ष (शोध) अजित मिश्र ने कहा, ‘वैश्विक स्तर पर कमजोर रुख से बाजार लगभग आधा फीसदी नीचे आया। अमेरिकी बाजारों में गिरावट के बाद एशिया के अन्य बाजारों की तरह निफ्टी नुकसान के साथ खुला। हालांकि, बाद में कारोबार के दौरान बाजार में मजबूत हिस्सेदारी रखने वाले प्रमुख शेयरों में चुनिंदा लिवाली से काफी हद तक नुकसान की भरपाई हुई।’
₹20 का डिविडेंड दे रही है कंपनी पढ़े पूरी खबर
वेदांता के निवेशकों के लिए सोमवार को बाजार बंद होने के बाद बड़ी खबर आई है. कंपनी ने अपने इन्वेस्टर्स के लिए तीसरे अंतरिम डिविडेंड का ऐलान किया है. सोमवार को हुई कंपनी की बोर्ड मीटिंग में 1 रुपये प्रति शेयर के फेस वैल्यू वाले शेयर के लिए 20 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड का ऐलान किया है. स्टॉक एक्सचेंज में दी गई जानकारी के मुताबिक, इसके लिए 10 सिंतबर 2024 को रिकॉर्ड डेट तय की गई है.
स्टॉक एक्सचेंज को दी गई फाइलिंग में कंपनी ने बताया कि वेदांता ने सोमवार को चालू वित्त वर्ष के लिए 20 रुपये प्रति शेयर के तीसरे अंतरिम लाभांश को मंजूरी दी. इससे चालू वित्त वर्ष के लिए अबतक कुल लाभांश भुगतान 13,474 करोड़ रुपये हो गया है.
कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने इसके पहले 26 जुलाई को चार रुपये प्रति इक्विटी शेयर के दूसरे अंतरिम लाभांश को मंजूरी दी थी, जो 1,564 करोड़ रुपये है. वहीं, मई में, 11 रुपये प्रति इक्विटी शेयर का पहला अंतरिम लाभांश, कुल 4,089 करोड़ रुपये स्वीकृत किया गया था.
कंपनी ने बीएसई को भेजी सूचना में कहा, "वेदांता लिमिटेड के निदेशक मंडल ने दो सितंबर, 2024 को हुई अपनी बैठक में वित्त वर्ष 2024-25 के लिए एक रुपये प्रति इक्विटी शेयर के अंकित मूल्य पर 20 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के तीसरे अंतरिम लाभांश पर विचार किया और उसे मंजूरी दी, जो 7,821 करोड़ रुपये बैठता है."
इससे 2024-25 के लिए अबतक का कुल लाभांश 13,474 करोड़ रुपये हो गया है. इसी तरह, वर्ष 2023-24 के दौरान, वेदांता ने शेयरधारकों के लिए 29.5 रुपये प्रति शेयर का कुल अंतरिम लाभांश घोषित किया था, जो 10,966 करोड़ रुपये था.
शहरों में सोने की ताजा कीमतें जाने : सोने का भाव 01 सितम्बर २०२४
यदि आप हरितालिका तीज के पहले सोना खरीदने का सोच रहे हैं तो यह समय आपके लिए उपयुक्त हो सकता है क्योंकि आज सोने और चांदी के भाव में स्थिरता देखने को मिल रही है. सोना वर्तमान में 71,958 रुपए प्रति 10 ग्राम बिक रहा पहुंच गया है.
रविवार 01 सितंबर को पटना में 22 कैरेट सोने की कीमत ₹67,150 प्रति 10 ग्राम पर स्थिर रही है, जबकि पहले यह ₹67,200 प्रति 10 ग्राम थी. 24 कैरेट सोने की कीमत भी ₹72,000 प्रति 10 ग्राम पर बनी हुई है, जबकि यह पहले ₹72,050 प्रति 10 ग्राम थी.
पाटलिपुत्र सर्राफा संघ के उपाध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि त्योहारों के दौरान बढ़ती मांग के कारण सोने और चांदी की कीमतों में भविष्य में वृद्धि की संभावना है इसलिए यह स्थिरता अस्थायी हो सकती है.
शहरों में सोने की ताजा कीमतें
दिल्ली में 24 कैरेट सोने की कीमत 73,190 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोने की कीमत 67,100 रुपये प्रति 10 ग्राम है. मुंबई में 24 कैरेट सोना 73,040 रुपये प्रति 10 ग्राम और 22 कैरेट सोना 66,950 रुपये प्रति 10 ग्राम बिक रहा है. अहमदाबाद में 24 कैरेट सोने की कीमत 73,090 रुपये और 22 कैरेट सोने की रिटेल कीमत 67,000 रुपये प्रति 10 ग्राम है. कोलकाता में 24 कैरेट सोने की कीमत 73,040 रुपये और 22 कैरेट सोने की रिटेल कीमत 66,950 रुपये प्रति 10 ग्राम है.
चूंकि शनिवार और रविवार को वायदा बाजार बंद रहता है इसलिए इसके भाव सोमवार को खुलेंगे. इस हफ्ते सोने और चांदी की कीमतों में कम वृद्धि देखी गई है. इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के आंकड़ों के अनुसार पिछले 24 अगस्त को सोना 71,424 रुपए प्रति 10 ग्राम था जो 31 अगस्त तक बढ़कर 71,958 रुपए पर पहुंच गया है. इस प्रकार इस हफ्ते सोने की कीमत में 543 रुपए की वृद्धि हुई है.
चांदी की कीमतों में भी उछाल आया है. पिछले शनिवार को चांदी की कीमत 84,615 रुपए प्रति किलोग्राम थी, जो अब 85,019 रुपए प्रति किलोग्राम पर पहुंच गई है, इस प्रकार चांदी की कीमत में 404 रुपए की बढ़ोतरी हुई है. इस साल, चांदी ने 29 मई को 94,280 रुपए प्रति किलोग्राम के ऑल टाइम हाई को छुआ था जबकि सोने ने 21 मई को 74,222 रुपए का ऑल टाइम हाई बनाया था.
इस रेट पर बंद हुआ था सोना
30 अगस्त को MCX पर आखिरी कारोबारी सत्र में 4 अक्टूबर की डिलीवरी वाला गोल्ड 71611 रुपये प्रति 10 ग्राम के भाव पर बंद हुआ था, जबकि 5 दिसम्बर की फ्यूचर डिलीवरी वाला सोना 72080 रुपये प्रति 10 ग्राम के रेट पर क्लोज हुआ था. 5 फरवरी वाला गोल्ड प्रति 10 ग्राम 72774 रूपये पर बंद हुआ था.
MCX पर 5 सितंबर की फ्यूचर डिलीवरी वाली चांदी 85210 रुपये प्रति किलो के रेट पर ट्रेड कर रही थी,जबकि 5 दिसंबर की वायदा डिलीवरी वाली चांदी 83285 रुपये प्रति किलो के भाव पर व्यापार बंद हुई थी. इसके अलावा 5 मार्च 2025 की वायदा चांदी 87885 रुपये के भाव पर क्लोज हुई.
अनिल अंबानी की कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट, सेबी के बैन के बाद रिलायंस इंफ्रा 11% टूटा
नई दिल्ली। प्रतिभूति बाजार नियामक सेबी की ओर से अनिल अंबानी और उनकी कंपनियों पर प्रतिबंध लगाए जाने के बाद उनसे जुड़े शेयरों में शुक्रवार को भारी गिरावट आई। सेबी ने अनिल अंबानी और आरएचएफएल के पूर्व प्रमुख अधिकारियों सहित 24 अन्य संस्थाओं को कंपनी से धन निकालने के लिए प्रतिभूति बाजार से पांच साल के लिए प्रतिबंधित कर दिया है। नियामक की इस कार्रवाई के बाद रिलायंस होम फाइनेंस लिमिटेड (आरएचएफएल) का शेयर एनएसई पर 5.12 प्रतिशत गिरकर 4.45 रुपये और बीएसई पर 4.90 प्रतिशत गिरकर 4.46 रुपये पर आ गया।
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर के शेयर बीएसई पर 10.83 प्रतिशत गिरकर 209.90 रुपये पर कारोबार करते दिखे। एनएसई पर यह 8.89 प्रतिशत गिरकर 214.76 रुपये पर आ गया। इसके अलावा, रिलायंस पावर का शेयर बीएसई और एनएसई पर 5-5 प्रतिशत गिरकर 34.45 रुपये और 34.48 रुपये पर आ गया। मध्य सत्र के कारोबार में 30 शेयरों वाला बीएसई सेंसेक्स 57.32 अंक या 0.07 प्रतिशत बढ़कर 81,110.51 पर कारोबार कर रहा था, जबकि एनएसई निफ्टी 29.35 अंक या 0.12 प्रतिशत चढ़कर 24,840.85 पर पहुंच गया।
गुरुवार को सेबी ने उद्योगपति अनिल अंबानी, आरएचएफएल के पूर्व प्रमुख अधिकारियों सहित 24 अन्य संस्थाओं को कंपनी से धन के डायवर्जन के लिए पांच साल के लिए प्रतिभूति बाजार से प्रतिबंधित कर दिया था। सेबी ने अंबानी पर 25 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है और उन्हें 5 साल की अवधि के लिए प्रतिभूति बाजार से जुड़ने, किसी भी सूचीबद्ध कंपनी में निदेशक या प्रमुख प्रबंधकीय कर्मी के रूप में, या बाजार नियामक के साथ पंजीकृत किसी भी मध्यस्थ से जुड़ने से रोक दिया है।
साथ ही, नियामक ने आरएचएफएल को छह महीने के लिए प्रतिभूति बाजार से प्रतिबंधित कर दिया। आरएचएफएल मामले में अंतिम आदेश पारित करते हुए, सेबी ने बताया कि अंबानी ने आरएचएफएल के प्रमुख प्रबंधकीय कर्मियों की मदद से, आरएचएफएल से धन निकालने के लिए एक धोखाधड़ी योजना बनाई थी। इसकी मदद से उन्होंने अपने से जुड़ी संस्थाओं को ऋण जारी किए थे। फरवरी 2022 में, बाजार नियामक सेबी ने एक अंतरिम आदेश पारित किया था और कंपनी से धन निकालने के आरोप में आरएचएफएल, अंबानी और तीन अन्य व्यक्तियों (अमित बापना, रवींद्र सुधाकर और पिंकेश आर शाह) को अगले आदेश तक प्रतिभूति बाजार से प्रतिबंधित कर दिया था।
मंगलवार 13 अगस्त को शेयर बाज़ार का हाल : HDFC Bank के शेयर में गिरावट share market Update 13 August
मंगलवार (13 अगस्त) को हल्की कमजोरी के साथ शुरुआत हुई है. इसके बाद बाजार थोड़ा ऊपर चढ़ते नजर आए. लेकिन शुरुआती काराबोर में इंडेक्स लाल निशान में नजर आए. निफ्टी 24,300 के ऊपर था. बैंक निफ्टी 50,500 के ऊपर होल्ड कर रहा था. सेंसेक्स 100 अंकों के नुकसान के साथ खुला था.सेंसेक्स 96 अंक गिरकर 79,552 पर खुला. निफ्टी 5 अंक चढ़कर 24,342 पर खुला और बैंक निफ्टी 182 अंक गिरकर 50,395 पर खुला. प्राइवेट बैंकिंग शेयरों में तेजी नजर आ रही थी. HDFC Bank ढाई पर्सेंट गिरा था.
निफ्टी में करीब 100 अंकों की गिरावट
सेंसेक्स में करीब 350 अंकों का नुकसान
निफ्टी बैंक 530 अंक नीचे गिरा
01:24 तक निफ्टी के बढने वाले शेयर
टाइटन: ₹3401.7 (2.43%)
अपोलो हॉस्पिटल: ₹6605 (1.58%)
डॉ. रेड्डी: ₹6959 (1.05%)
टाटा कंज्यूमर: ₹1181.1 (0.88%)
सिप्ला: ₹1595.9 (0.61%)
01:24 तक निफ्टी के गिरने वाले शेयर
एचडीएफसी बैंक: ₹1614.75 (-2.73%)
बीपीसीएल: ₹325.35 (-2.41%)
श्रीराम फिन: ₹2905.15 (-2.38%)
एचडीएफसी लाइफ: ₹686.8 (-2.23%)
टाटा मोटर्स: ₹1057.25 (-1.76%)
HDFC Bank के शेयर मंगलवार (13 अगस्त) को गिरावट देखने को मिला
दिग्गज प्राइवेट बैंक HDFC Bank के शेयर मंगलवार (13 अगस्त) को बाजार खुलते ही गिर गए. HDFC Bank आज 2.30% की गिरावट के साथ 1621 रुपये के भाव पर खुला. दरअसल, HDFC Bank पर MSCI इंडेक्स में बदलाव का असर दिखाई दे रहा है. MSCI GLOBAL स्टैण्डर्ड इंडेक्स में बदलाव की घोषणा हुई है. इससे HDFC Bank का वेटेज बढ़ेगा. ऐसे में शेयर में पहले से मुनाफावसूली का अनुमान था, जिससे गिरकर खुले.
मीडिया रिपोर्ट की मने तो ग्लोबल इंडेक्स में वेटेज बढ़ने से HDFC Bank Futures में 2 हिस्सों में खरीदारी आएगी. पहले एक साथ खरीदारी आने की उम्मीद थी. फिलहाल, आज इस शेयर में मुनाफावसूली करें.
Hindenburg के आरोपों बोलीं SEBI चेयरपर्सन जवाब : कौन है चंदा कोचर क्यों उनका नाम सामने आ रहा है
हिंडनबर्ग रिसर्च ने कुछ साल पहले अडानी मामले में बड़ा खुलासा किया था. अब हिंडनबर्ग ने SEBI को लपेटे में लिया है. आरोप लगाया है कि SEBI चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच के पास अडानी ग्रुप की एक कंपनी में हिस्सेदारी है, जो इस घोटाले में शामिल हैं. हिंडनबर्ग रिपोर्ट में कहा गया है कि इसी वजह से सेबी ने अडानी ग्रुप (Adani Group) के खिलाफ 18 महीने में भी कार्रवाई नहीं की है. हालांकि, अब सेबी चीफ माधबी पुरी बुच और उनके पति ने उन पर लगे तमाम आरोपों को खारिज किया है.
हिंडनबर्ग के आरोपों का जवाब देते हुए माधबी पुरी बुच और धवल बुच ने एक स्टेटमेंट जारी किया है. अपने बयान में उन्होंने हिंडनबर्ग के आरोपों को खारिज किया है. पीटीआई के अनुसार उन्होंने कहा है- 'इन सभी बातों में कोई सच्चाई नहीं है. हमारा जीवन और हमारे फाइनेंस एक खुली किताब जैसे हैं. सभी जरूरी खुलासे पहले ही सेबी को सालों से प्रस्तुत किए जा चुके हैं. दुखद है कि सेबी की कार्रवाई की वजह से हिंडेनबर्ग ने चरित्र हनन की कोशिश की'
उन्होंने आगे कहा है कि वह किसी भी जांच अधिकारी के साथ पूरा सहयोग करने को तैयार हैं. वह बोले, "हमें किसी भी और सभी वित्तीय दस्तावेजों का खुलासा करने में कोई हिचकिचाहट नहीं है, जिसमें उस समय के दस्तावेज भी शामिल हैं जब हम पूरी तरह से प्राइवेट सिटीजन थे." दंपति ने यह भी कहा है कि आरोपों को संबोधित करते हुए एक अधिक डिटेल्ड स्टेटमेंट सही समय पर जारी किया जाएगा.
हिंडनबर्ग रिपोर्ट में कहा गया है कि सेबी चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच भी अडानी ग्रुप के साथ मिली हुई हैं. यही वजह है कि अडानी ग्रुप (Adani Group) के खिलाफ उन्होंने 18 महीने में भी कार्रवाई नहीं की है. हिंडनबर्ग रिसर्च ने इस खुलासे के बारे में सुबह सोशल मीडिया एक्स पर ऐलान कर दिया था. आखिरकार एक बार फिर से अडानी ग्रुप ही हिंडनबर्ग के निशाने पर है.
हिन्डनबर्ग रिसर्च ने सेबी प्रमुख माधबी पुरी बुच पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उन पर अडानी मामले में इस्तेमाल किए गए ऑफ शोर फंड में हिस्सेदारी का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि अडानी से जुड़ी कंपनी ने बरमूडा रजिस्टर्ड, ग्लोबल डायनेमिक ऑपर्च्युनिटीज फंड में निवेश किया. फिर ग्लोबल डायनेमिक ऑपर्च्युनिटीज फंड ने मॉरीशस के IPE Plus 1 में निवेश किया. IPE Plus 1 में माधबी पुरी बुच और पति धवल बुच ने निवेश किया था.
व्हिस्लब्लोअर के जुटाए दस्तावेजों के आधार पर हिंडनबर्ग ने सेबी चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच, उनके पति धवल बुच के ऊपर आरोप लगाए हैं. बरमूडा और मॉरीशस के फंड्स थे, जो अदानी केस में इस्तेमाल हुए थे. बुच दंपत्ति ने IPE Plus 1 फंड में निवेश के लिए जून 2015 में IIFL के जरिए सिंगापुर में खाता खोला था. आरोप ये भी है कि मिलीभगत की वजह से अदानी ग्रुप के ऑफशोर फंड्स के खिलाफ सेबी की कार्रवाई नहीं हुई.
जिस कंसल्टिंग फर्म में Agora Advisory Private limited में उनके पति डायरेक्टर हैं, उसकी आय पर सवाल उठाए गए हैं. 2022 में कंसल्टिंग फर्म Agora की 2.61 लाख डॉलर आमदनी हुई थी. आरोप है कि Agora Advisory Private limited में 99% हिस्सा माधबी पुरी बुच का है और बाकी 1% अन्य का है. आरोप यह भी है कि उनके पति ब्लैकस्टोन में एडवाइजर थे और उसे फायदा पहुंचाने के लिए REIT (Real Estate Investment Trust) की पॉलिसी को बढ़ावा दिया गया.
चंदा कोचर के बारे में जानिए
चंदा कोचर आईसीआईसीआई बैंक की पूर्व प्रमुख थीं. उन पर पति के साथ मिलकर कॉरपोरेट लोन स्कैम करने के गंभीर आरोप लगे थे. वहीं माधबी पुरी बुच आईसीआईसीआई बैंक की एग्जिक्युटिव डायरेक्टर रह चुकी हैं. अभी माधबी पुरी पर उनके पति धवल बुच के साथ मिलकर अडानी केस में गड़बड़ी का आरोप लग रहा है.
चंदा कोचर को कभी बैंकिंग क्षेत्र की करिश्माई महिला माना जाता था. आईसीआईसीआई बैंक (ICICI Bank) को वर्तमान स्थिति में पहुंचाने का श्रेय भी उन्हीं को दिया जाता है. चंदा कोचर ने इंडस्ट्रियल क्रेडिट एवं इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया यानी ICICI को साल 1984 में जॉइन किया था. उस समय ये बैंक नहीं था.
चंदा उस समय बतौर मैनेजमेंट ट्रेनी थीं. लेकिन 1994 में आईसीआईसीआई संपूर्ण स्वामित्व वाली बैंकिंग कंपनी बन गई और यहीं से उनकी जिंदगी में बड़ा बदलाव हुआ. चंदा कोर टीम का हिस्सा बनीं और मैनेजमेंट ट्रेनी से सीधे सहायक जनरल मैनेजर बन गईं. इसके बाद उनका करियर बुलंदियों पर पहुंचता चला गया. पहले डिप्टी जनरल मैनेजर, फिर डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर और 2009 में बैंक की प्रबंध निदेशक और मुख्य कार्यकारी अधिकारी बना दी गईं.
साल 2018 से चंदा कोचर की जिंदगी में अचानक एक ट्विस्ट तब आया, जब उन पर पति को आर्थिक फायदा पहुंचाने के लिए अपने पद के दुरुपयोग का आरोप लगा था. कोचर पर पद का दुरुपयोग करते हुए वीडियोकॉन समूह को 3250 करोड़ का लोन देने के मामले में अनियमितता बरतने का आरोप लगा था और इसके बाद ही उनका पतन शुरू हो गया. कई एजेंसियों ने मामले की जांच शुरू कर दी और पूछताछ का सिलसिला शुरू हुआ. CBI ने 24 जनवरी 2019 को FIR दर्ज की. आरोपों के सामने आने के बाद बैंक ने अप्रैल 2009 और मार्च 2018 के बीच उन्हें दिए गए सभी बोनस को वापस लेने का फैसला किया. इसके बाद फरवरी 2019 में चंदा कोचर को टर्मिनेशन लेटर दे दिया. इसके बाद उन्हें जेल तक की हवा खानी पड़ी.
हिंडनबर्ग के ट्विट से मची खलबली : SEBI चेयरपर्सन का अडानी घोटाले से है कनेक्शन :Hindenburg रिसर्च में बड़ा दावा
अमेरिकी शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च के एक ट्वीट ने पूरे देश में खलबली मचा दी है। हिंडनबर्ग की इस ट्वीट में भारत पर एक नई रिपोर्ट की संभावना का संकेत दिया गया है।
बता दें, हिंडनबर्ग वही कंपनी है, जिसने जनवरी 2023 में अडानी समूह पर वित्तीय अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए एक रिपोर्ट प्रकाशित की थी। इसके बाद कंपनी के शेयर की कीमत में भारी गिरावट देखने को मिली थी।
हिंडनबर्ग रिसर्च ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि भारत के लिए जल्द ही कुछ बड़ा आने वाला है। अंग्रेजी में लिखे गए ट्वीट के शब्द थे- Something big soon India.
हिंडनबर्ग रिसर्च ने अडानी मामले में खुलासे के बाद इस बार SEBI (भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड) की चेयरपर्सन पर गंभीर आरोप लगाए हैं, जिसमें दावा किया गया है कि उनका अडानी घोटाले से गहरा संबंध है. रिपोर्ट के मुताबिक, SEBI चेयरपर्सन के पास अडानी ग्रुप की एक कंपनी में हिस्सेदारी है, जो इस घोटाले में शामिल है.
Hindenburg की रिपोर्ट में बताया गया है कि अडानी ग्रुप के खिलाफ जांच में SEBI की भूमिका संदिग्ध है और इसके चेयरपर्सन की निष्पक्षता पर सवाल उठाए गए हैं. इस मामले से भारतीय शेयर बाजार में हलचल मचना तय है. निवेशकों के बीच चिंता का माहौल बन सकता है.
हिंडनबर्ग रिपोर्ट में कहा गया है कि सेबी चेयरपर्सन माधबी पुरी बुच भी अडानी ग्रुप के साथ मिली हुई हैं. यही वजह है कि अडानी ग्रुप (Adani Group) के खिलाफ उन्होंने 18 महीने में भी कार्रवाई नहीं की है. हिंडनबर्ग रिसर्च ने इस खुलासे के बारे में सुबह सोशल मीडिया एक्स पर ऐलान कर दिया था. आखिरकार एक बार फिर से अडानी ग्रुप ही हिंडनबर्ग के निशाने पर है.
2 अगस्त को निवेशकों के डूबे 4.56 लाख करोड़ जाने 2 अगस्त को कैसा रहा शेयर बाज़ार , गिरावट के पीछे क्या कारण है जाने
शुक्रवार को शेयर बाजार में हाहाकार मच गया. दरअसल, सेंसेक्स और निफ्टी दोनों रिकॉर्ड स्तर पर गिरावट के साथ बंद हुए हैं. बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज सेंसेक्स 885.60 प्वाइंट्स या 1.08% गिरकर 80,981.95 के लेवल पर बंद हुआ, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज निफ्टी 293.21 अंक या 1.17% टूटकर 24,717.70 के लेवल पर बंद हुआ है. इससे एक दिन पहले गुरुवार को निफ्टी ने 25,000 का आंकड़ा पार किया था.
आज निफ्टी आईटी, निफ्टी बैंक, बीएससी स्मॉल कैप, निफ्टी मिडकैप 100 जैसे प्रमुख सेक्टोरल इंडेक्स में काफी गिरावट दर्ज की गई है. जोमैटों के शेयर रॉकेट बने थे. दरअसल, वित्त साल 2024-25 की पहली तिमाही के लिए रिपोर्ट कार्ड पेश करने के बाद जोमैटो के शेयरों में इंड्राडे में 13 फीसदी से अधिक की तेजी रिकॉर्ड की गई, जबकि यह 12.07% की तेजी के साथ 262.34 रुपये प्रति शेयर के लेवल पर बंद हुआ.
बढने वाले शेयर
HDFC बैंक
सन फार्म
कोटक बैंक,
नेस्ले इंडिया
एशियन पेंट
गिरने वाले शेयर
टाटा मोटर्स,
मारुति सुजुकी,
जेएसडब्ल्यू स्टील
,टाटा स्टील,
टीसीएस,
क्यों गिरावट देखि जा रही है भारतीय शेयर बाजार में
भारतीय शेयर बाजार में आई इस गिरावट का सबसे बड़ा कारण अमेरिका है। दरअसल, अमेरिका में इस समय मंदी के बादल छाए हुए हैं। वहीं अमेरिका में मैन्युफैक्चरिंग PMI में भी गिरावट आई है। साथ ही यहां बेरोजगारों की संख्या में भी बढ़ोतरी हुई है। इस कारण कल अमेरिकी शेयर मार्केट में भी गिरावट आई थी। इसका असर आज भारतीय शेयर मार्केट में देखने को मिला और चौरतरफा बिकवाली हुई। इससे भारतीय शेयर मार्केट में गिरावट आ गई।
share market update 31 जुलाई : बुधवार को शेयर बाजार हाल जाने
share market update 31 जुलाई
बुधवार को शेयर बाजार अपने हाई लेवल पर बंद हुआ. बीएसई बेंचमार्क सेंसेक्स 285 प्वाइंट्स या 0.35% की तेजी के साथ 81,741 के लेवल बंद हुआ, जबकि नेशनल स्टॉक एस्सचेंज बेंचमार्क निफ्टी 25000 के करीब पहुंच कर 115.05 प्वाइंट्स या 0.46% की तेजी के साथ 24,972.35 के लेवल पर क्लोज हुआ. बता दें कि निफ्टी बीते कई दिनों से 25000 के लेवल के ईर्द-गिर्द कामकाज कर रहा है.
आज टोरेंट पावर के शेयरों में 16.56% की तेजी दर्ज की गई है, जबकि इंडिया मार्ट के शेयर 6.59% की गिरावट पर बंद हुए. वहीं,Omaxe के शेयर में 5% का लोअर सर्किट लगा. इसके अलावा टीटागढ़ रेल के शेयरों में भी भारी गिरावट दर्ज की गई है. बुधवार के कामकाज में बीएसई स्मॉल कैप ने बाजार को नीचे खीचनें की कोशिश की, लेकिन निफ्टी मिडकैप 100, निफ्टी बैंक और निफ्टी आईटी ने संतुलन बानए रखा.
आज टोरेंट पावर के शेयर16.60% की बढ़त के बाद 1,866 रुपये प्रति शेयर के लेवल पर बंद हुए, जबकि सीसीएल प्रोडक्ट में 9.77% की तेजी दर्ज की गई है. इसके अलावा नेटवर्क 10 मीडिया के स्टॉक 7.95% मजबूत होकर बंद हुए. JSW Steel के शेयरों में 2.90 फीसदी की अच्छी बढ़त हासिल की. वहीं, Asian Paints में 2.65%, NTPC में 2.23%, Maruti Suzuki में 1.89% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
टॉप लूजर्स की बात करें तो, RIL के शेयर 0.52%, Infosys 0.48%, Tata Motors 0.45% की गिरावट के साथ बंद हुए. इसके अलावा इंडिया मार्ट के शेयरों में 6.59% का लोअर सर्किट लगा. Aegis Logistics के शेयर 5.81% गिरकर बंद हुए.
सेबी ने F & O की गाड़ी पर ब्रेक लगाने के लिए जारी किया कंसल्टेशन पेपर
कैपिटल मार्केट रेगुलेटर भारतीय प्रतिभूति एवं विनिमय बोर्ड (Sebi) ने इंडेक्स डेरिवेटिव में सट्टेबाजी जैसे सट्टा कारोबार को रोकने के लिए कंसल्टेशन पेपर जारी किया है. सेबी ने एक कंसल्टेशन पेपर में एफएंडओ ट्रेडिंग को सीमित करने के तरीके सुझाए गए हैं. सेबी की चेयरपर्सन माधवी पुरी बुच ने कहा कि बाजार के F&O ट्रेडिंग सेगमेंट में शिरकत करने से देश के परिवारों को साल भर में 60,000 करोड़ रुपये तक का नुकसान उठाना पड़ रहा है.
सेबी ने लॉन्च के समय मिनिमम कॉन्ट्रैक्ट साइज 15-20 लाख रुपये के बीच करने का प्रस्ताव दिया है. लॉन्च के 6 महीने बाद कॉन्ट्रैक्ट साइज 20-30 लाख रुपये करने का प्रस्ताव रखा है. हर हफ्ते एक ही इंडेक्स की एक्सपायरी का प्रस्ताव, बाकी मंथली एक्सपायरी होगी. नियर एक्सपायरी कॉन्ट्रैक्ट्स में मार्जिन बढ़ाने का प्रस्ताव हैय
एक्सपायरी के शुरू होने से पहले ELM 3% से बढ़ता जाएगा, एक्सपायरी की शुरुआत पर 5% और बढ़ेगा. स्ट्राइक प्राइस को भी राशनलाइज करने का प्रस्ताव, अधिकतम 50 स्ट्राइक की ही छूट होगी. ऑप्शंस पर अपफ्रंट मार्जिन कलेक्शन का प्रस्ताव है. एक्सपायरी पर कैलेंडर स्प्रेड को खत्म करने का प्रस्ताव है.
F&O Trading: 90 फीसदी सौदे घाटे में
इस बीच, सेबी प्रमुख ने म्यूचुअल फंड में निवेश करने के लिए बैंक ग्राहकों के समान केवाईसी (KYC) सत्यापन का उपयोग करने की संभावना को खारिज करते हुए कहा कि सेबी प्रतिभूति बाजार में पेटीएम (Paytm) जैसी गड़बड़ी की अनुमति नहीं देगा.
Ceigall India का ipo 1 अगस्त को खुलागा , 380 रुपये से 401 रुपये प्रति शेयर का मूल्य दायरा तय किया.
Ceigall India IPO: ढांचागत क्षेत्र की कंपनी सीगल इंडिया लिमिटेड ने 1,253 करोड़ रुपये मूल्य के अपने आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) के लिए सोमवार को 380 रुपये से 401 रुपये प्रति शेयर का मूल्य दायरा तय किया. लुधियाना स्थित कंपनी का IPO एक अगस्त को खुलेगा और पांच अगस्त को बंद होगा.
कंपनी के आईपीओ में 684.25 करोड़ रुपये मूल्य के नए शेयरों की पेशकश के अलावा प्रवर्तकों एवं व्यक्तिगत शेयरधारकों की तरफ से 568.41 करोड़ रुपये मूल्य के 1.42 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश (OFS) लाई जाएगी. मूल्य दायरे के ऊपरी स्तर पर सीगल इंडिया के आईपीओ का आकार 1,252.66 करोड़ रुपये आंका गया है. इसमें प्रवर्तक एवं प्रवर्तक समूह इकाइयों के अलावा व्यक्तिगत शेयरधारक कंवलदीप सिंह लूथरा अपनी हिस्सेदारी बेच रहे हैं.
कहां इस्तेमाल होगा IPO
नए निर्गम से मिलने वाली राशि का इस्तेमाल उपकरणों की खरीद और कर्ज भुगतान के अलावा सामान्य कंपनी जरूरतों के लिए किया जाएगा.
क्या करती है सीगल इंडिया?
वर्ष 2002 में स्थापित सीगल इंडिया एक बुनियादी ढांचा निर्माण कंपनी है. उसे एलिवेटेड रोड, फ्लाईओवर, पुल, रेलवे ओवरब्रिज, सुरंग, राजमार्ग, एक्सप्रेसवे और रनवे जैसे विशेष संरचनात्मक कार्य करने का अनुभव है. जून, 2024 तक उसे 9,470 करोड़ रुपये का ऑर्डर मिला हुआ था.
OLA IPO : ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी का आरंभिक आईपीओ दो अगस्त को खुलेगा हो जाइये तैयार निवेश को
OLA IPO: इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन कंपनी ओला इलेक्ट्रिक मोबिलिटी का (आईपीओ) दो अगस्त को खुलेगा. कंपनी ने कहा है कि वह आईपीओ से प्राप्त राशि के एक बड़े हिस्से का इस्तेमाल अपने सेल विनिर्माण संयंत्र की क्षमता विस्तार और शोध एवं विकास (आरएंडी) गतिविधियां बढ़ाने पर करेगी.
6 अगस्त तक कर सकते हैं अप्लाई
आईपीओ दस्तावेजों के अनुसार, कंपनी की शुरुआती शेयर बिक्री छह अगस्त को बंद होगी. एंकर (बड़े) निवेशक एक अगस्त को शेयरों के लिए बोली लगा सकेंगी. कंपनी आईपीओ के तहत 5,500 करोड़ रुपये तक के नए शेयर जारी करेगी. इसके अलावा प्रवर्तकों और निवेशकों द्वारा 8.49 करोड़ इक्विटी शेयरों की बिक्री पेशकश (ओएफएस) भी लाई जाएगी.
सोमवार को होगा प्राइस बैंड का एलान
ओएफएस के तहत ओला इलेक्ट्रिक के संस्थापक भाविश अग्रवाल लगभग 3.8 करोड़ शेयर बेचेंगे. आईपीओ के लिए प्राइस बैंड की घोषणा सोमवार को की जाएगी.
कहां इस्तेमाल होगा IPO
आईपीओ सेल विनिर्माण क्षमता बढ़ाने तथा भविष्य की प्रौद्योगिकियों और उत्पादों पर शोध एवं विकास में निवेश करने के लिए प्रोत्साहन देगा.
बजट २०२४ के बाद LTCG और STCG को समझे
वित्त मंत्री ने बजट भाषण में ऐलान किया कि कुछ निश्चित फाइनेंशियल एसेट्स पर STCG टैक्स को बढ़ाकर 20 फीसदी कर दिया गया है. अभी यह 15 फीसदी है. अन्य फाइनेंशियल एसेट्स पर 15 फीसदी शॉर्ट टर्म कैपिटल गेन्स टैक्स बरकरार रखा गया है.
लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स LTCG को लेकर दो बड़े बदलाव किए गए हैं. पहला, LTCG की छूट की सीमा 1 लाख रुपये से बढ़ाकर 1.25 लाख रुपये कर दी गई है. टैक्स रेट को 10 फीसदी से बढ़ाकर 12.5 फीसदी कर दिया गया. यह नियम सभी फाइनेंशियल और नॉन फाइनेंशियल एसेट्स पर लागू होगा.
लिस्टेड फाइनेंशियल एसेट्स के लिए होल्डिंग पीरियड 12 महीने से ज्यादा होने पर यह LTCG के अंतर्गत आएगा. जबकि अनलिस्टेड और नॉन फाइनेंशियल एसेट्स के लिए LTCG की अवधि 2 साल कर दी गई है. अनलिस्टेड बॉन्ड्स, डिबेंचर, डेट म्यूचुअल फंड्स और मार्केट लिंक्ड डिबेंचर पर कैपिटल गेन इन्वेस्टर के इनकम टैक्स स्लैब के मुताबिक लगेगा.
बजट २०२४ के बाद LTCG और STCG को समझे
LTCG लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स
म्यूचुअल फंड पर लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स तब मिलता है जब आप अपने इक्विटी शेयर को एक साल से ज़्यादा समय तक रखने के बाद बेचते हैं। जब आपका लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन्स 1 लाख 25 हजार रुपये से ज़्यादा होता है, तो आपको उस पर टैक्स देना होगा। म्यूचुअल फंड पर LTCG टैक्स की दर 12.5% है, जिसमें कोई इंडेक्सेशन बेनिफिट नहीं है।
STCG शौर्टटर्म कैपिटल गेन्स
शॉर्ट टर्म कैपिटल गेंस तब लगाया जाता है, जब आप म्यूचुअल फंड यूनिट को 12 महीने से पहले बेचते हैं STCG पर टैक्स की दर अब 20% होगी है
सोने और चाँदी का भाव २६जुलाई २०२४ जाने
सोने और चाँदी का भाव २६जुलाई २०२४ को
आज का सोने का भाव ₹ 68160 on Jul 26, 2024 | 11:34 PM: आज स्टॉक मार्किट में सोने का क्या भाव चल रहा है ये जानना आप के लिए बहुत जरुरी है यदि आप सोने को इन्वेस्टमेंट के लिए अच्छा मानते है तो। बहुत से लोग सोने में इन्वेस्ट करते है पर उनको सोने का सही भाव क्या ह ये नहीं पता चल पता है |
अगर इन्वेस्टमेंट की सोच रहे है तो सोने में इन्वेस्ट करना अच्छा होग या सोने की ज्वैलरी खरीदना चाहते हैं, तो टुडे गोल्ड प्राइस (Sona Ka Rate) की जानकारी होना जरुरी है बिना गोल्ड प्राइस (Sone Ka Bhav) जाने आप अपने बजट में गोल्ड की ज्वैलरी नहीं खरीद पाएंगे। सोना खरीदारी से पहले सभी महत्वपूर्ण जानकारी यहां आपको मिल सकती है। देश में 24 कैरेट और 22 कैरेट गोल्ड की लेटेस्ट प्राइसेज देखें और जो प्राइस ज्वैलर्स आप को बता रहा है उसकी तुलना करें। इस तरह से बात अपने पैसे बचा सकते है साथ की आप को गोल्ड प्राइस से सम्बंधित बाकि जानकरी से अपने आप को नुक्सान होने से बच सकते है। देश में गोल्ड का प्राइस डेली बदलता रहता है टुडे गोल्ड प्राइस जानने के लिया हमारी वेबसाइट को विजिट करे। सभी सोने के दामों को आज अपडेट किया गया है।
गोल्ड खरीदने से पहले इसकी शुद्धता जानना जरूरी है, जिसे कैरेट से बताया जाता है। 24 कैरेट गोल्ड सबसे शुद्ध होता है। 24 कैरेट गोल्ड लचीला होता है और मजबूत बनाने के लिए इसमें अन्य धातु को मिलाने की जरूरत होती है। शुद्धता जितनी अधिक होगी, गोल्ड उतना ही महंगा होता जाता है।
सोने की कीमतें क्या निर्धारित करती हैं?
सोने की कीमतें विभिन्न कारकों से प्रभावित होती हैं जो आपूर्ति और मांग की गतिशीलता को प्रभावित करती हैं। सोने की दरों को प्रभावित करने वाले कुछ प्रमुख कारकों में शामिल हैं:
वैश्विक आर्थिक स्थितियाँ: मुद्रास्फीति, ब्याज दरें और मुद्रा में उतार-चढ़ाव जैसे आर्थिक संकेतक सोने की कीमतों पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालते हैं।
बाजार की अटकलें: निवेशकों की भावना और बाजार की अटकलें सोने की दरों में अल्पकालिक उतार-चढ़ाव ला सकती हैं।
भू-राजनीतिक तनाव: राजनीतिक अस्थिरता, संघर्ष और व्यापार विवाद अनिश्चितता पैदा कर सकते हैं, जिससे सुरक्षित-संपत्ति के रूप में सोने की मांग बढ़ सकती है।
केंद्रीय बैंक की नीतियां: केंद्रीय बैंकों द्वारा उठाए गए कदम, जैसे सोने के भंडार को खरीदना या बेचना, सोने की कीमतों को प्रभावित कर सकते हैं।
सोने की दर गणना के तरीके
भारत में सोने की दर मुख्य रूप से अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की कीमत, जिसे भारतीय रुपये (INR) में परिवर्तित किया जाता है, से निर्धारित होती है। भारत में सोने की दरों की गणना के लिए दो सामान्य तरीकों का उपयोग किया जाता है:
लंदन बुलियन मार्केट एसोसिएशन (एलबीएमए) फिक्स: एलबीएमए फिक्स वैश्विक स्तर पर उपयोग किया जाने वाला एक बेंचमार्क मूल्य-निर्धारण तंत्र है। यह भाग लेने वाले बैंकों द्वारा प्रदान की गई औसत बोली और पूछी गई कीमतों के आधार पर दिन में दो बार सोने की कीमत निर्धारित करता है।
इंडियन बुलियन ज्वैलर्स एसोसिएशन (आईबीजेए) फिक्स: आईबीजेए फिक्स भारत के लिए विशिष्ट बेंचमार्क मूल्य-निर्धारण तंत्र है। यह स्थानीय ज्वैलर्स द्वारा प्रदान की गई औसत बोली और पूछी गई कीमतों के आधार पर सोने की कीमत निर्धारित करता है।
भारत में सोने की कीमत को प्रभावित करने वाले कारक
आर्थिक संकेतक
भारतीय अर्थव्यवस्था देश के भीतर सोने की दरें निर्धारित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। मुद्रास्फीति, ब्याज दरें और मुद्रा मूल्य जैसे कारक सोने की मांग और आपूर्ति की गतिशीलता को महत्वपूर्ण रूप से प्रभावित करते हैं। विचार करने के लिए यहां कुछ प्रमुख आर्थिक संकेतक दिए गए हैं:
मुद्रास्फीति: जब मुद्रास्फीति की दर बढ़ती है, तो निवेशक अक्सर फिएट मुद्राओं के घटते मूल्य के खिलाफ बचाव के लिए सोने की ओर रुख करते हैं।
ब्याज दरें: कम ब्याज दरें बांड या बचत खातों की तुलना में सोने को अधिक आकर्षक निवेश विकल्प बना सकती हैं।
विनिमय दरें: भारतीय रुपये और अन्य प्रमुख मुद्राओं के बीच विनिमय दरों में उतार-चढ़ाव भारत में सोने की कीमत को प्रभावित करता है।
त्यौहार और शादियाँ
भारत सांस्कृतिक परंपराओं से समृद्ध देश है, और त्योहारों और शादियों के दौरान सोने का बहुत महत्व है। दिवाली, धनतेरस, अक्षय तृतीया और शादी के मौसम जैसे शुभ अवसरों के दौरान सोने की मांग बढ़ जाती है। इन अवधि के दौरान बढ़ी हुई मांग सोने की दरों को प्रभावित कर सकती है।
अंतर्राष्ट्रीय कारक
जबकि घरेलू कारक मुख्य रूप से भारत में सोने की कीमतों को बढ़ाते हैं, वैश्विक घटनाएं और बाजार की स्थितियां भी भूमिका निभाती हैं। यहां कुछ अंतरराष्ट्रीय कारक हैं जो सोने की कीमतों को प्रभावित कर सकते हैं:
वैश्विक आर्थिक स्थिरता: आर्थिक मंदी या अनिश्चितताएं निवेशकों को सोने जैसी सुरक्षित-संपत्ति की ओर ले जा सकती हैं।
भू-राजनीतिक तनाव: राजनीतिक संघर्ष, व्यापार विवाद या भू-राजनीतिक तनाव एक सुरक्षित संपत्ति के रूप में सोने की मांग को बढ़ा सकते हैं।
26 जुलाई को शेयर बाजार का हल जाने : शेयर बाज़ार update 26 जुलाई २०२४
26 जुलाई को शेयर बाजार में तेजी देखने मिली। निफ्टी ने 24,861 का ऑल टाइम हाई बनाया और 428 अंक की तेजी के साथ 24,834 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं, सेंसेक्स 1292 अंक की तेजी के साथ 81,332 के स्तर पर बंद हुआ।
सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 27 में तेजी और 3 में गिरावट देखने को मिली। निफ्टी के 50 शेयरों में से 47 में तेजी और 3 में गिरावट रही।
NSE के सभी सेक्टर में तेजी
NSE के सभी सेक्टोरल इंडेक्स में तेजी रही। मेटल सेक्टर सबसे ज्यादा 3.01% की तेजी रही। वहीं, हेल्थकेयर में 2.73%, IT सेक्टर में 2.30%, फार्मा में 2.36%, मीडिया सेक्टर में 1.68% और रियल्टी सेक्टर में 1.15% की तेजी रही।
FIIs ने ₹2,605.49 करोड़ की बिकवाली की
इंफोसिस, भारती एयरटेल, ICICI बैंक, ITC ने बाजार को ऊपर खींचा। जबकि, HDFC बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर, नेस्ले इंडिया और टाटा मोटर्स ने बाजार को नीचें खींचा।
एशियाई बाजार में आज मिलाजुला कारोबार है। जापान के निक्केई में0.53% की गिरावट और हॉन्गकॉन्ग के हैंगसेंग में 0.096% की तेजी रही। वहीं, चीन का शंघाई कंपोजिट भी 0.14% चढ़ा।
25 जुलाई को अमेरिकी बाजार का डाओ जोंस 0.20% चढ़कर 39,935 पर बंद हुआ। NASDAQ 0.93% गिरकर 17,181 के स्तर पर बंद हुआ। S&P 500 में 0.51% की गिरावट रही।
फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (FIIs) ने 25 जुलाई को ₹2,605.49 करोड़ के शेयर बेचे। इस दौरान डोमेस्टिक इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स (DII) ने ₹2,431.69 करोड़ के शेयर खरीदे।
कल गिरावट के साथ बंद हुआ था शेयर बाजार
इससे पहले कल यानी 25 जुलाई को शेयर बाजार में गिरावट और फिर रिकवरी देखने को मिली थी। सेंसेक्स दिन के निचले स्तर से 562 अंक रिकवर होकर 109 अंक की गिरावट के साथ 80,039 के स्तर पर बंद हुआ था।
वहीं, निफ्टी में भी 196 अंक की रिकवरी देखने को मिली, ये 7 अंक की गिरावट के साथ 24,406 के स्तर पर बंद हुआ था। सेंसेक्स के 30 शेयरों में से 16 में गिरावट और 14 में तेजी रही। वहीं निफ्टी के 50 शेयरों में से 25 में गिरावट और 25 में तेजी रही।
Nifty के बढने वाले शेयर
SHRIRAMFIN
2934 रुपये, 9.52% बढ़त, 64,39,336 शेयर
CIPLA
1586.5 रुपये, 5.76% बढ़त, 46,87,416 शेयर
DIVISLAB
4792.25 रुपये, 5.39% बढ़त, 12,62,221 शेयर
BHARTIARTL
1511.75 रुपये, 4.32% बढ़त, 95,64,987 शेयर
APOLLOHOSP
6650 रुपये, 4.14% बढ़त, 4,32,671 शेयर
Nifty के गिरने वाले शेयर
ONGC
332.3 रुपये, -1.04% घटत, 2,57,03,985 शेयर
NESTLEIND
2478 रुपये, -0.11% घटत, 16,19,693 शेयर
HDFCBANK
1616.3 रुपये, -0.02% घटत, 2,19,05,270 शेयर
25 जुलाई को कैसा रहा शेयर बाज़ार जाने
शेयर बाज़ार update 25 जुलाई
भारतीय शेयर बाजार के लिए ये हफ्ता गिरावट वाला साबित हो रहा है और लगातार तीसरे दिन शेयर बाजार की ओपनिंग गिरावट के साथ हुई है. बैंकिंग स्टॉक्स में जोरदार गिरावट है और ये बाजार को नीचे ले जा रहा है. इंडिया VIX में 10 फीसदी का उछाल देखा जा रहा है जो दिखा रहा है कि शेयर बाजार में अस्थिरता हावी है. मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स भी धराशायी हुए हैं और निफ्टी मिडकैप 100 में 511.45 अंक या 0.90 फीसदी गिरकर 56361 के लेवल देखे जा रहे हैं. निफ्टी स्मॉलकैप इंडेक्स भी करीब एक फीसदी की गिरावट पर है. एनएसई पर 1284 शेयरों में गिरावट देखी जा रही है और 431 शेयरों में तेजी है.
शेयर बाजार की ओपनिंग
बीएसई का सेंसेक्स 606.77 अंक या 0.76 फीसदी की गिरावट के साथ 79,542 पर खुला है और निफ्टी की शुरुआत 182.55 अंक या 0.75 फीसदी की गिरावट के साथ 24,230 पर हुई है. बाजार खुलने के पांच मिनट बाद निफ्टी में 200 अंकों तक की गिरावट देखी जा रही थी. ओपनिंग के करीब एक घंटे बाद निफ्टी 121.10 अंक या 0.5 फीसदी गिरकर 24,292 पर आ गया है.
बैंक निफ्टी में जोरदार गिरावट
सुबह 9.30 बजे बैंक निफ्टी 545.45 अंक या 1.06 फीसदी टूटकर 50,771.55 पर आ गया है. बाजार खुलते ही बैंक निफ्टी 395 अंक या 0.77 फीसदी की गिरावट के साथ 50922 के लेवल पर आ गया था. निफ्टी आईटी इंडेक्स 396 अंक टूटकर करीब एक फीसदी गिरा है और 39718 पर आ गया है. सेक्टोरल इंडेक्स में कैपिटल गुड्स के अलावा बाकी सभी सेक्टोरल इंडेक्स कमजोरी के साथ लाल निशान में कारोबार कर रहे हैं.
BSE का मार्केट कैपिटलाइजेशन
बीएसई का मार्केट कैपिटलाइजेशन 447.03 लाख करोड़ रुपये पर आ गया है और इस तरह ये 450 लाख करोड़ रुपये के एमकैप के नीचे ही बना हुआ है. एनएसई पर 2863 शेयरों में ट्रेड हो रहा है जिसमें से 1203 शेयरों में तेजी है और 1536 शेयरों में गिरावट है. 124 शेयर बिना बदलाव के हैं. 107 शेयरों पर अपर सर्किट लगा है और 39 शेयरों पर लोअर सर्किट है.
सेंसेक्स के टॉप गेनर्स-लूजर्स का हाल
सेंसेक्स के 30 में से केवल 4 शेयर तेजी पर हैं और 26 शेयर गिरावट पर ट्रेड कर रहे हैं. टाटा मोटर्स आज भी टॉप गेनर है और 1.31 फीसदी चढ़कर 1041 रुपये पर है. एलएंडटी, एचडीएफसी बैंक, आईटीसी और नेस्ले के शेयर बढ़त के हरे निशान पर ट्रेड कर रहे हैं.
निफ्टी के बढने वाले शेयर
TATAMOTORS: , ONGC: , BPCL: , SBILIFE , LT
- निफ्टी के बढने वाले शेयर
-
- AXISBANK NESTLEIND: , ICICIBANK: ,TITAN
गोल्ड और सिल्वर हुआ आज भी सस्ता जाने क्या है भाव
Gold आज भी ₹1,000 सस्ता, Silver ₹3,200
बजट में कस्टम ड्यूटी में कटौती करने के बाद से ही सोने-चांदी में जो गिरावट आई है, वो थमने का नाम नहीं ले रही है. सोना गुरुवार (25 जुलाई) को भी जबरदस्त नुकसान देख रहा है. भारतीय वायदा बाजार (MCX) पर सोना 1000 रुपये तो चांदी 3200 रुपये नीचे आ गई है. सर्राफा बाजार में भी सोना पिछले दो दिनों में 4,000 रुपये से ज्यादा सस्ता हुआ है.
MCX पर आज सुबह सोना 1,082 रुपये (-1.57%) की गिरावट के साथ 67,870 रुपये प्रति 10 ग्राम पर चल रहा था. कल ये 68,952 पर बंद हुआ था. इस दौरान चांदी 3,246 रुपये (-3.82%) गिरकर 81,648 रुपये प्रति किलोग्राम चल रही थी. कल इसकी क्लोजिंग 84,894 रुपये पर हुई थी.
अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना चढ़ा था. डॉलर में कमजोरी के बीच यूएस स्पॉट गोल्ड 0.7% चढ़कर 2,425.28 डॉलर प्रति औंस पर था. गोल्ड फ्यूचर 0.8% 2,426.60 डॉलर प्रति औंस पर था.
दिल्ली के सर्राफा बाजार में बुधवार को सोने का भाव 650 रुपये घटकर 71,650 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गया. आभूषण विक्रेताओं की कमजोर मांग और वित्त वर्ष 2024-25 के बजट में आयात शुल्क में कटौती की घोषणा के कारण लगातार दूसरे दिन सोने में गिरावट जारी रही. अखिल भारतीय सर्राफा संघ ने कहा कि पिछले कारोबारी सत्र में मंगलवार को सोना 3,350 रुपये की गिरावट के साथ 72,300 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ था. हालांकि, चांदी की कीमत 87,500 रुपये प्रति किलोग्राम पर स्थिर रही.
इस बीच, 99.9 प्रतिशत और 99.5 प्रतिशत शुद्धता वाले सोने की कीमत 650-650 रुपये की गिरावट के साथ क्रमश: 71,650 रुपये प्रति 10 ग्राम और 71,300 रुपये प्रति 10 ग्राम रह गई. पिछले दो सत्रों में सोने की कीमतों में 4,000 रुपये प्रति 10 ग्राम की गिरावट आई है.