रोचक तथ्य
Fatty Liver लो इन उपायों से करे ठीक
आजकल की लाइफस्टाइल में लिवर से जूड़ी कई सारी बीमारियां हो रही हैं. हमारा खानपान और लाइफस्टाइल सीधे तौर पर लिवर को इफेक्ट कर रहा है. फैटी लिवर की बीमारी आजकल सबसे आम है. हालांकि ये कई कारणों से हो सकती है. इस बीमारी में लिवर में फैट का जमाव हो जाता है. ये एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या मानी जाती है. इसकी लिवर डिजीज की सही समय पर पहचान करना बहुत जरूरी है. साथ ही फैटी लिवर का इलाज भी समय पर किया जाना चाहिए ताकि और गंभीर समस्याओं से बचा जा सके. बहुत से लोग सवाल करते हैं कि फैटी लिवर को कैसे ठीक करें या लिवर के फैट को कम कैसे करें? यहां कुछ उपाय दिए गए हैं जिनसे आप फैटी लिवर से राहत पा सकते हैं.
Fatty Liver: लिवर को इन तरीको से ठीक किया जा सकता है
Fatty Liver Ke Liye Upay: लिवर डिजीज का सही समय पर इलाज किया जाना चाहिए.
How To Get Rid Of Fatty Liver: आजकल की लाइफस्टाइल में लिवर से जूड़ी कई सारी बीमारियां हो रही हैं. हमारा खानपान और लाइफस्टाइल सीधे तौर पर लिवर को इफेक्ट कर रहा है. फैटी लिवर की बीमारी आजकल सबसे आम है. हालांकि ये कई कारणों से हो सकती है. इस बीमारी में लिवर में फैट का जमाव हो जाता है. ये एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या मानी जाती है. इसकी लिवर डिजीज की सही समय पर पहचान करना बहुत जरूरी है. साथ ही फैटी लिवर का इलाज भी समय पर किया जाना चाहिए ताकि और गंभीर समस्याओं से बचा जा सके. बहुत से लोग सवाल करते हैं कि फैटी लिवर को कैसे ठीक करें या लिवर के फैट को कम कैसे करें? यहां कुछ उपाय दिए गए हैं जिनसे आप फैटी लिवर से राहत पा सकते हैं.
फैटी लिवर से राहत पाने के लिए इन उपायों को अपनाएं |
1. हेल्दी डाइट अपनाएं
साबुत अनाज, फल और सब्जियां आपके लिवर को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं. प्रोटीन के सेवन में लीन मीट, मछली, अंडे और दालें शामिल करें. ट्रांस फैट और सैचुरेटेड फैट को कम से कम करें. यह तले हुए फूड्स और जंक फूड से बचने में मदद करेगा.
2. वजन कम करें
ज्यादा वजन और मोटापा फैटी लिवर की प्रमुख कारणों में से एक है. हेल्दी डाइट और नियमित व्यायाम से वजन कंट्रोल रखें. हर हफ्ते 1-2 पाउंड वजन घटाने का लक्ष्य रखें.
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3. नियमित व्यायाम करें
प्रतिदिन कम से कम 30 मिनट की फिजिकल एक्टिविटी करें. यह योग, दौड़ना, तैराकी या जिम में वर्कआउट हो सकता है. व्यायाम न केवल वजन घटाने में मदद करता है बल्कि लिवर की कार्यक्षमता भी बढ़ाता है.
4. शराब का सेवन कम करें या बंद करें
शराब लिवर को नुकसान पहुंचा सकती है और फैटी लिवर की स्थिति को और खराब कर सकती है. इसे पूरी तरह से छोड़ देना सबसे अच्छा है.
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5. शुगर और कार्बोहाइड्रेट का सेवन कम करें
बहुत ज्यादा शुगर और कार्बोहाइड्रेट वाले फूड्स लिवर में फैट के जमाव को बढ़ा सकते हैं. इन्हें अपनी डाइट से हटा दें और हेल्दी डाइट फॉलो करें.
6. हर्बल और प्राकृतिक उपाय
कुछ हर्बल सप्लिमेंट्स जैसे दूध थीस्ल, हल्दी, और ग्रीन टी लिवर की सेहत में सुधार कर सकते हैं, लेकिन इन्हें लेने से पहले डॉक्टर से परामर्श करें.
2. वजन कम करें
ज्यादा वजन और मोटापा फैटी लिवर की प्रमुख कारणों में से एक है. हेल्दी डाइट और नियमित व्यायाम से वजन कंट्रोल रखें. हर हफ्ते 1-2 पाउंड वजन घटाने का लक्ष्य रखें.
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7. तनाव न लें और धूम्रपान न करें
तनाव भी लिवर की सेहत पर बुरा प्रभाव डाल सकता है. ध्यान, योग और अन्य तनाव-कम करने वाली तकनीकों का प्रयोग करें. धूम्रपान लिवर को और ज्यादा नुकसान पहुंचा सकता है. इसे पूरी तरह से छोड़ देना सबसे अच्छा है.
सफेद बालों को काला करने के कारगर घरेलू तरीके
आजकल समय से पहले बाल सफेद होने की समस्या बहुत आम हो गई है. न सिर्फ यंग लोगों में बल्कि बच्चों में समय से पहले बालों का सफेद होना चिंता की वजह बन रहा है. बाल हमारे सिर का ताज हैं और अच्छे दिखने के लिए सुंदर चमकदार और लंबे बालों की चाहत हर किसी की होती है. हालांकि कम उम्र में बालों के सफेद होने के पीछे कई कारण होते हैं. तनाव, अनहेल्दी खान-पान, प्रदूषण और अन्य कारणों से बालों का सफेद होना सामान्य हो गया है, लेकिन चिंता न करें कुछ घरेलू उपायों का प्रयोग कर आप अपने सफेद बालों को काला कर सकते हैं. अगर आप भी इसी सवाल का जवाब तलाश रहे हैं कि सफेद बालों को नेचुरल काला कैसे बनाएं, तो यहां हम कुछ घरेलू चीजों के इस्तेमाल के बारे में बता रहे हैं जो आपकी मदद कर सकती हैं.
सफेद बालों को काला करने के कारगर घरेलू तरीके |
1. आंवला और मेहंदी का पैक
आंवला और मेहंदी बालों को प्राकृतिक रूप से काला करने के लिए बहुत प्रभावी होते हैं. 1 कप मेहंदी पाउडर, 2 चम्मच आंवला पाउडर, 1 चम्मच नींबू का रस, 1 चम्मच दही लें और एक बर्तन में मेहंदी पाउडर और आंवला पाउडर मिलाएं. इसमें नींबू का रस और दही डालें और अच्छी तरह मिलाएं. इस मिश्रण को बालों में लगाएं और 2-3 घंटे के लिए छोड़ दें. इसके बाद बालों को ठंडे पानी से धो लें.
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2. प्याज का रस
प्याज का रस बालों को काला करने और उन्हें हेल्दी बनाने में मदद करता है. प्याज को पीसकर उसका रस निकाल लें. इस रस को बालों की जड़ों में लगाएं और 30 मिनट के लिए छोड़ दें. इसके बाद बालों को शैंपू से धो लें.
3. चाय का पानी
चाय का पानी बालों को काला करने में मदद करता है. 2 चम्मच काली चाय पत्ती और एक कप पानी लें. पानी में चाय पत्ती डालकर उबालें. इसे ठंडा होने दें और छान लें. इस पानी को बालों में लगाएं और 1 घंटे के लिए छोड़ दें. इसके बाद बालों को साफ पानी से धो लें.
WhatsApp Tips: बिना अनुमति के ग्रुप में ऐड होने से बचने के तरीके
WhatsApp Tips: क्या आप भी WhatsApp Group में बार-बार ऐड होने से परेशान हैं? क्या आपको कोई भी किसी भी ग्रुप में आपकी अनुमति के बिना जोड़ देता है. ऐसे में अब यह सवाल उठता है कि फालतू के ग्रुप में जुड़ने से कैसे बचा जाए, तो इसका जवाब आपको यहां मिलेगा. हम आपको यहां कुछ WhatsApp Tips देने जा रहे हैं, जिनकी सहायता से आप खुद को किसी भी वाट्सऐप ग्रुप में जुड़ने से रोक पाएंगे. वॉट्सऐप की इस सेटिंग्स के बाद आपको बगैर आपके परमिशन के कोई भी व्यक्ति वॉट्सऐप ग्रुप में नहीं जोड़ पाएगा. तो आइए उन टिप्स और ट्रिक्स के बारे में जानते हैं.
बता दें कि ज्यादातर केस में ये Everyone के ऑप्शन पर सेट होता है. यहां पर आपको तीन ऑप्शन्स मिलते हैं. इसमें Everyone’, ‘My Contacts’, और ‘My Contacts Except’ के ऑप्शन्स शामिल होते हैं. Everyone के ऑप्शन से आपको कोई भी किसी ग्रुप में बिना आपकी परमिशन के जोड़ सकता है. जबकि My Contacts के ऑप्शन से आपको सिर्फ कॉन्टैक्ट्स ही ऐड कर सकते हैं. इसमें भी आप किसी-किसी को इस लिस्ट My Contacts Except ऑप्शन से हटा सकते हैं.
प्राइवेसी सेटिंग करें
अब राइट साइड में ऊपर की ओर दिख रहे तीन डॉट पर क्लिक करें.
अब सेटिंग पर क्लिक करके अकाउंट पर क्लिक करें.
अब Privacy में जाएं और Groups के विकल्प पर क्लिक करें.
अब आपको पहले से Everyone दिखेगा जिसपर क्लिक करने के बाद Everyone के साथ दो अन्य विकल्प My Contacts और My Contacts Except मिलेंगे.
Everyone सेलेक्ट करने पर कोई भी आपकी इजाजत के बिना आपको ग्रुप में एड कर पाएगा.
My Contact सेलेक्ट करने पर सिर्फ वही लोग आपको किसी व्हाट्सएप ग्रुप में एड कर पाएंगे जो आपकी कॉन्टेक्ट लिस्ट में होंगे.
My Contacts Except सेलेक्ट करने पर आप उनलोगों को सेलेक्ट कर सकते हैं जो आपको ग्रुप में एड कर सकते हैं. इस विकल्प पर क्लिक करने के बाद आप जिन्हें चुनेंगे सिर्फ वही लोग आपको किसी ग्रुप में एड कर सकेंगे.
माइक्रोसॉफ्ट कोपायलट: एआई सहायक के फीचर्स और उनका उपयोग
Microsoft Copilot Features : Microsoft Copilot का नाम आपने कई बार सुना होगा. ये एक AI चैटबॉट है, जो आपके लिए बहुत से काम कर सकता है. चाहे किसी वेब पेज की समरी लिखनी हो या फिर कोई तस्वीर बनानी हो. ये चैटबॉट चुटकियों में आपके लिए ये काम कर सकता है.
माइक्रोसॉफ्ट तेजी से इसका विस्तार कर रहा है. कंपनी अपनी तमाम सर्विसेस से इस AI चैटबॉट का सपोर्ट जोड़ रही है. यानी आप माइक्रोसॉफ्ट Word, Excel, PowerPoint, Outlook और Teams पर इसे इस्तेमाल कर सकेंगे. कंपनी इस टूल को कुछ तरह से अपने तमाम सर्विसेस में जोड़ रही है कि ये हमारी रोजमर्रा की आदतों में गूगल की तरह शामिल हो जाएगा. आइए जानते हैं इसके बारे में खास बातें.
कर सकते हैं ये काम
Microsoft ने वर्ड प्रोसेसिंग, स्प्रेडशीट, प्रेजेंटेशन और मीटिंग्स के लिए अपने ऐप्स में आने वाले अलग-अलग फंक्शन की जानकारी दी. इनमें पर्सनलाइज्ड इमेज और मैसेज का उपयोग कर सकते है या अपने किसी इवेंट के लिए स्पीच तैयार कर सकते हैं. बता दें कि को पायलेट प्राकृतिक भाषा के आदेशों के आधार पर आपके लिए ईमेल भी तैयार कर सकता है, या किसी खास डॉक्यूमेंट के लिए ड्राफ्ट भी तैयार कर सकता है. कंपनी का यह भी कहना है कि माइक्रोसॉफ्ट 365 ऐप्स और सेवाओं में इंटीग्रेट किए गए को-पायलेट सर्विस में इनबिल्ट सेफगार्ड हैं. इसका मतलब है कि सुरक्षा की दृष्टि से भी ये सेवा बेहतर है.
चंद सेकंड में तैयार हो जाएगी स्प्रेडशीड
को-पायलट की मदद से किसी भी डॉक्यूमेंट को तैयार या फिर मैनेज किया जा सकेगा. इससे ऑफिस में दिए जाने वाले प्रजेंटेशन और स्प्रेडशीड को भी कुछ ही सेकंड में तैयार किया जा सकता है. Co-Pilot माइक्रोसॉफ्ट के सभी एप्लीकेशन में वर्क करेगा.
आपको बता दें कि Co-Pilot चैटजीपीटी 4 की मदद से यूजर्स को हेल्प करेगा. यह चैटबॉट की तरह काम करेगा. चैटबॉट सेक्शन में यूजर्स बेहद आसानी से कंटेंट जेनरेट कर सकेंगे. माइक्रोसॉफ्ट का कहना है कि इस टूल की मदद से प्रोडक्टिविटी को कई गुना तक बढ़ा सकते हैं.
पावरपाइंट कोपायलट का करें क्रिएटिव इस्तेमाल
कोपायलट पावरपाइंट यूजर्स को प्रजेंटेशन तैयार करने के लिए खुद ही कई तरह के सुझाव देता है. इसके जरिए यूजर्स अपने कंटेंट को बेहतर तरीके से लिख और डिजाइन कर पाते हैं. कोपायलट पावरपाइंट यूजर्स को उनके कंटेंट के हिसाब से स्क्रैच डिजाइन और साथ ही कस्टमाइज्ड के कई विकल्प देता है. इसके साथ ही यूजर्स कोपायलट के क्विक जेनरेशन कंटेंट का भी फायदा ले सकते हैं. इसके साथ ही यूजर्स को शार्ट समराइजाइंग और पावरपाइंट की स्लाइड को संगठित करने की सुविधा भी मिलती है.
कोपायलट के जरिए यूजर्स अपने विचारों को पहले ड्राफ्ट भी कर सकते हैं. साथ ही स्मार्ट सुझाव और प्रजेंटेशन के लिए कंटेंट डिजाइन की जानकारी भी मिलती है. कोपायलट के साथ तैयार की गई पावरपाइंट प्रजेंटेशन को यूजर्स अपनी टीम के सदस्यों के साथ साझा, एडिट और कुछ बदलाव भी कर सकते हैं. आपको जानकारी के लिए बता दें कि पावरपाइंट के इस फीचर का इस्तेमाल करने के लिए यूजर्स को 2000 रुपये महीने के खर्च करने होंगे.
माइक्रोसॉफट बिजनेस चैट
कंपनी ने अपने बिजनेस चैट फीचर भी पेश किया है ये सभी Microsoft 365 ऐप्स पर काम करता है. ये Microsoft टीम्स में ईमेल, प्रेजेंटेशन, डॉक्यूमेंट्स, नोट्स और कॉन्टेक्ट्स को सिंगल इंटरफेस में रखने करने के लिए ये फीचर Microsoft ग्राफ का इस्तेमाल करता है. कंपनी ने कहा कि वो फिलहाल 500 फॉर्च्यून इंटरप्राइसेज में से आठ के साथ और 20 कस्टमर्स के साथ Microsoft 365 कोपिलॉट की टेस्टिंग कर रही है. ये आने वाले महीनों में यूजर्स के लिए प्रीव्यू को एक्सपेंड करेगा.
एलोवेरा तेल के चमत्कारी फायदे: त्वचा और बालों के लिए सर्वोत्तम उपाय
काफी लंबे समय से एलोवेरा तेल का उपयोग पुराने त्वचा रोगों, चोट, जलन, घाव, पेट संबंधित समस्याओं और कमजोर बालों के उपचार के लिए किया जा रहा है.
एलोवेरा तेल को घर पर खुद भी बनाया जा सकता है और इसके लिए बस आपको नारियल, जैतून या जोजोबा तेल को एलोवरा अर्क के साथ मिलाना होगा. आइए जानते हैं कि एलोवेरा तेल के उपयोग से क्या-क्या लाभ मिल सकते हैं.
चेहरे की रंगत निखारने में है सहायक
कई लोग त्वचा की रंगत को निखारने के लिए न जाने कितने महंगे-महंगे स्किन केयर प्रोडक्ट्स को अपनी दिनचर्या में शामिल कर लेते हैं, लेकिन फिर भी उन्हें इनसे मनचाहा परिणाम नहीं मिल पाता है. इससे अच्छा है कि इनकी बजाय आप एलोवरा तेल का उपयोग करें. एलोवेरा तेल में एलोसिन नामक यौगिक होता है, जो त्वचा की रंगत को सुधारने में मदद कर सकता है.
बालों का विकास करने में है प्रभावी
एलोवेरा तेल में कई ऐसे पोषक तत्व होते हैं, जो बालों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं. इसमें विटामिन-D, विटामिन-E, आयरन, मैग्निशियम और प्रोटीन जैसे पोषक तत्व होते हैं, जो बालों के विकास और बालों से संबंधित समस्याओं से राहत दिलाने में मदद कर सकते हैं. नियमित रूप से इस तेल से सिर की मालिश करने से आपके बाल स्वस्थ और चमकदार बने रहते हैं.
स्ट्रेच मार्क्स को कर सकता है दूर
गर्भावस्था और वजन में उतार-चढ़ाव जैसे कई कारण हैं, जिनसे शरीर पर स्ट्रेच मार्क्स के निशान उभर आते हैं, लेकिन एलोवेरा तेल इन्हें भी दूर कर सकता है. एक अध्ययन के मुताबिक, अच्छी तरह से नमीयुक्त और हाइड्रेट त्वचा स्ट्रेच मार्क्स के निशान को कम करने मदद कर सकती है और एलोवेरा तेल मॉइस्चराइजिंग और हाइड्रेटिंग गुणों से भरपूर होता है.
त्वचा को भरपूर नमी प्रदान करने में है सहायक
रूखी त्वचा के लिए भी एलोवेरा तेल का उपयोग करना बेहद लाभदायक हो सकता है क्योंकि इसमें मौजूद फैटी एसिड त्वचा को मॉइस्चराइज करने में मदद कर सकते हैं. अगर आप रूखी त्वचा के साथ-साथ फटी एड़ियों के खुरदरेपन को ठीक करना चाहते हैं तो इससे राहत पाने के लिए आप एलोवेरा तेल का उपयोग कर सकते हैं. यकीनन यह आपकी समस्या को झट से ठीक कर देगा.
मच्छर के काटने का बन सकता है उपचार
एलोवेरा तेल में एंटी-इंफ्लेमेटरी, एंटी-सेप्टिक और एनाल्जेसिक गुण होते हैं.ये सभी गुण मच्छर के काटने से होने वाले दर्द, सूजन और जलन से राहत दिलाने में सहायक हो सकते हैं. लाभ के लिए प्रभावित हिस्से पर एलोवेरा तेल लगाएं और इस प्रक्रिया को दिन में लगभग 3-4 बार दोहराएं. इससे आपको जल्दी आराम मिल सकता है.
फेसबुक और इंस्टाग्राम डाउन: सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मों में समस्या के कारण यूजर्स परेशान
मेटा के अंतर्गत आने वाला सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक और इंस्टाग्राम आज अचानक से ठप पड़ गए. यह सर्विसेज केवल भारत में ही नहीं बल्कि दुनियाभर में डाउन रही. Facebook में यूजर्स को लॉग इन करने में लोगों को दिक्कत आई.
वहीं जिन यूजर्स का पहले से ही फेसबुक लॉग इन था, उनके सेशन अचानक एक्सपायर हो गए थे. इसके साथ ही इंस्टाग्राम में डाउन हो गया. जिससे यूजर्स परेशान हो गए और एक्स पर #facebookdown और #instagramdown ट्रेंड करने लगा.
साइबर एक्सपर्ट के मुताबिक ये DDOS अटैक भी हो सकता है. ऐसे अटैक्स में बहुत सारे लोग एक साथ सर्वर पर लॉगिन करने की कोशिश करते है जो उसकी क्षमता से ज्यादा होता है. इसमें ज्यादातर फेक यूजर होते है. कम्प्यूटर रोबेटे से यह बनाए जाते है BOTS कहते है.
कॉटन कैंडी: बच्चों के लिए अधिक सेहतमंद विकल्प की जाँच
कॉटन कैंडी एक ऐसी चीज होती है, जिसे देखकर बच्चे तो बच्चे बड़ो का भी खाने को जी चाहता है. वहीं पेरेंट्स भी अक्सर बच्चों को बाहर घूमने जाने पर दिलवा ही देते हैं, लेकिन अगर आप अपने बच्चों की सेहत को लेकर जागरुक हैं तो कॉटन कैंडी खाने और अपने बच्चों को खिलाने से पहले एक बार इसके नुकसान जरूर जान लें.
दरअसल, पुडुचेरी राज्य में कॉटन कैंडी की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. इसके उत्पादन में एक खतरनाक रसायन, रोडामाइन-बी मिला है, जो हमारी बॉडी के लिए बहुत ज्यादा खतरनाक है. आज हम आपको बताएंगे कि रोडामाइन बी क्या है, और हमारी बॉडी में इसका क्या असर पड़ता है.
कॉटन कैंडी क्या है?
कॉटन कैंडी को ‘फेयरी फ्लॉस’ भी कहा जाता है और ‘बुड्ढी के बाल’ के नाम से भी जानते हैं. यह एक पारंपरिक मिठाई है जो कई जगहों पर उपलब्ध है. कॉटन कैंडी एक प्रकार की स्पन शुगर है जो कई देशों में लोकप्रिय है. इसे चीनी की चाशनी से बनाया जाता है, फिर एक छोटे छेद के माध्यम से घुमाया जाता है, जिसे एक छड़ी पर इकट्ठा किया जाता है और फिर कॉटन कैंडी के रूप में परोसा जाता है. अलग-अलग रंगों में बनी यह डिश बड़े स्वाद से खाई जाती है और वजन में भी काफी हल्की होती है.
रोडामाइन बी
यह एक कैमिकल है इसका उपयोग डाई के तौर पर किया जाता है, लेकिन अगर इसे खाने में मिलाया जाता है तो शरीर में पहुंचकर एक एंजाइटी और बैचेनी को पैदा करता है. इतना ही नहीं अगर आप लंबे समय तक इसका सेवन करते हैं तो इससे कैंसर और लीवर इंफैक्शन जैसी समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है.
कॉटन कैंडी खाने के नुकसान
- कॉटन कैंडी में मौजूद उच्च शर्करा सामग्री ब्लड शुगर के स्तर को तेजी से बढ़ा सकती है, जिससे सक्रियता और इससे उत्पन्न ऊर्जा की मात्रा बढ़ जाती है. इससे बच्चों का मूड लगातार बदलता रहता है और वे चिड़चिड़े हो जाते हैं.
- इसके अधिक सेवन से वजन बढ़ सकता है. इतना ही नहीं इस कॉटन कैंडी में मौजूद मिठास दांतों के स्वास्थ्य पर हानिकारक प्रभाव के कारण दांत दर्द और दांतों में सड़न के साथ-साथ बचपन में मोटापे का खतरा भी बढ़ा सकती है.
- कॉटन कैंडी में आवश्यक पोषक तत्वों की कमी होती है. इसलिए बार-बार सेवन से बच्चे के आहार में पोषक तत्वों की कमी हो सकती है, जिससे संभावित पोषण संबंधी कमी हो सकती है. इसके अतिरिक्त, कॉटन कैंडी में अक्सर उपयोग किए जाने वाले कृत्रिम रंग और स्वाद संवेदनशील बच्चों में एलर्जी का कारण बन सकते हैं.
"लीप ईयर: इसकी उत्पत्ति और महत्व"
4 साल के अंतराल पर लीप ईयर आता है, यानी जिस साल में फरवरी माह में 29वां दिन होता है. आज 29 फरवरी है. चार साल में एक बार आने वाले इस दिन की अपनी खासियत भी है. इस साल 365 की जगह 366 दिन होंगे. लीप ईयर हर चार साल में एक बार आता है और साल में एक एक्स्ट्रा दिन फरवरी में जुड़ जाता है. लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि हर चार साल में ही क्यों आता है लीप ईयर और इस दौरान फरवरी के महीने में ही क्यों जुड़ जाता है एक दिन? तो आइए जानते हैं.
कैसे हुई लीप ईयर की शुरुआत?
यह तो हम सब जानते हैं कि पृथ्वी सूरज की परिक्रमा करती है. और इसे एक चक्कर पूरा करने में एक साल का समय लगता है. इसी बीच दिन से रात होती है और मौसम भी बदलते हैं. इस चक्कर को पूरा करने में पृथ्वी को 365 दिन, 5 घंटे, 48 मिनट और 46 सेकंड का समय लगता है. हालांकि, कैलेंडर ईयर में इस समय को 365 दिन और 6 घंटे माना जाता था. सोलर ईयर और कैलेंडर ईयर के दिनों के अंतर को कम करने के लिए 4 सालों तक हर साल 6 घंटे जुड़ते हैं. इसलिए चार साल में एक बार ही लीप ईयर आता है, जिसमें एक दिन जुड़ जाता है यानी 366 दिन होते हैं. और इसे ही लीप ईयर कहा जाता है.
फरवरी में ही क्यों जुड़ता है एक दिन?
दरअसल, जूलियन कैलेंडर में दिसंबर की जगह फरवरी का महीना आखिरी माना जाता था. इसी वजह से एक अतिरिक्त दिन फरवरी के महीने में ही जोड़ा जाता था.
ऐसे शुरू हुआ ग्रेगोरियन कैलेंडर
16वीं शताब्दी में पोप ग्रेगरी-8 ने बताया कि अतिरिक्त समय की वजह से सोलर ईयर और कैलेंडर ईयर के बीच में 10 दिन का अंतर आ गया है. उन्होंने जूलियन कैलेंडर में बदलाव करते हुए 24 फरवरी 1582 में 10 दिनों को कम कर दिया था. आज हम जो कैलेंडर यूज करते हैं उसका नाम इन्हीं के नाम पर रखा गया- ‘ग्रेगोरियन कैलेंडर’. हालांकि, उनका यह आइडिया समय को एडजस्ट करने में नाकाम रहा था.
लीप ईयर का होना क्यों जरूरी है?
ग्रेगोरियन कैलेंडर की शुरुआत जह बुई तो उसके चार साल बाद पहली बार लीप ईयर मनाया गया. अगर हर 4 साल में लीप ईयर न फॉलो किया जाए, तो हम समय चक्र से आगे निकल जाएंगे. चार साल में एक अतिरिक्त दिन अगर कैलेंडर में शामिल किया जाए, तो सौ साल के बाद हम 25 दिन आगे हो जाएंगे. अगर ऐसा होता है तो मौसम में बदलाव का भी पता नहीं चल पाएगा.
ये नंबर डायल किया तो होंगे A /C के पैसे साफ : जाने क्या कर रहे है आज कल ठग
साइबर अपराधियों द्वारा नए-नए तरीकों से लोगों को ठगना पुलिस और सरकार के लिए बड़ी चुनौती बन गई है. यही वजह है कि सरकार के द्वारा समय-समय पर एडवाइजरी जारी की है. इसी कड़ी में कॉल फॉर्वर्डिंग स्कैम से सावधान किया है.DoT ने एडवाइजरी जारी की है. DOT ने लोगों से अनजान नंबर से पहले *401# लगाकर डायल करने से मना किया है. साइबर फ्रॉड के इस नई तरीके से सरकार ने नागरिकों को आगाह किया है.
Call Forwarding Cyber Fraud: कॉल फॉरवर्डिंग ऐसे हो जाती है एक्टिव, ऐसी इनकमिंग कॉल से रहें सावधान
संचार मंत्रालय के दूरसंचार विभाग (डीओटी) ने नागरिकों को ऐसी दुर्भावनापूर्ण इनकमिंग कॉल से सावधान रहने की सलाह दी है, जिसमें उन्हें *401# और उसके बाद किसी अज्ञात मोबाइल नंबर को डायल करने के लिए कहा जाता है. ऐसा करने से नागरिक के मोबाइल से किसी अज्ञात मोबाइल नंबर पर बेरोक-टोक कॉल फॉरवर्डिंग सक्रिय हो जाती है.कॉल फॉरवर्डिंग से सभी इनकमिंग कॉल धोखेबाज व्यक्ति को मिलने लगते हैं और इसका इस्तेमाल धोखाधड़ी के लिए किया जा सकता है.
Call Forwarding Cyber Fraud: इन चार स्टेप्स से होती है साइबर धोखाधड़ी, मोबाइल की सेटिंग को जरूर करें चेक
धोखेबाज व्यक्ति दूरसंचार ग्राहक को कॉल करता है और उनके टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर का ग्राहक सेवा प्रतिनिधि या तकनीकी सहायता कर्मचारी होने का ढोंग करता है.
धोखेबाज व्यक्ति ग्राहक से कहता है कि या तो उनके सिम कार्ड में कोई समस्या है या नेटवर्क या सेवा की गुणवत्ता से संबंधित कोई समस्या है और उस समस्या को ठीक करने के लिए उन्हें एक विशिष्ट कोड डायल करना होगा. यह कोड आमतौर पर *401# से शुरू होता है और उसके बाद एक मोबाइल नंबर होता है.
ग्राहक के ऐसा करने के बाद उनके मोबाइल फोन से बेरोकटोक कॉल फॉरवर्डिंग सक्रिय हो जाती है और उनके फोन पर आने वाली सभी कॉल आदि धोखेबाज व्यक्ति के मोबाइल नंबर पर भेज दी जाती हैं.
धोखेबाज इसके बाद व्यक्ति सभी इनकमिंग कॉल प्राप्त करता है और इसका इस्तेमाल धोखाधड़ी के लिए किया जा सकता है.
DOT के मुताबिक टेलीकॉम सर्विस प्रोवाइडर कंपनी अपने ग्राहकों को कभी भी *401# डायल करने के लिए नहीं कहते हैं. अपने मोबाइल फोन की सेटिंग की जांच कर पता लगाएं कि कहीं कॉल फॉरवर्डिंग तो चालू नहीं है तथा ऐसा होने पर तुरंत कॉल फारवर्डिंग को बंद करें. इस सुविधा का उपयोग केवल आवश्यकता होने पर ही करें.
कैसे पता करे की कोई आप की कैमरे से जासूसी कर रहा है कमरे में :पढ़े पूरी खबर
आप रहने के लिए किसी होटल में रूकें. लेकिन क्या वो सेफ है इसका भी ख्याल आपको रखना होगा. ध्यान रहे, जब भी आप किसी होटल में विजिट कर रहे हों वहां हिडन कैमरा लगे हैं या नहीं ये जरूर चेक करना चाहिए. अब आप सोच रहे होंगे कि कैसे चेक किया जाए? रूम में मौजूद हिडन कैमरा को आप आसानी से स्मार्टफोन के कैमरा से देख सकते हैं. जी हां ये सही समय आ गया है फोन के स्मार्ट फीचर्स को इस्तेमाल करने का. आइए जानते हैं ट्रिक्स.
स्मार्टफोन की मदद से ऐसे करें होटल रूम्स में हिडन कैमरा की तलाश
स्मार्टफोन्स कई कैमरा और सेंसर ऑप्शंस के साथ आते हैं, जो कि आपको कई चीज़ों से सेफ रखते हैं.आइए जानते हैं आप अपने स्मार्टफोन से खुदको कैसे सेफ रख सकते हैं.
स्मार्टफोन का कैमरा यूज करें
स्पाई कैमरा और सिक्योरिटी कैमरा का आप फोन के कैमरा से ढूंढ सकते हैं. लेकिन सोचिए क्या, आपका स्मार्टफोन कैमरे से इन्फ्रारेड रोशनी का पता लगा सकता है (ज्यादातर फ्रंट कैमरे क्योंकि इसमें इन्फ्रारेड फ़िल्टर नहीं है). इसके लिए कैमरा ओपन करें और किसी भी ब्लिंक वाली लाइट को देखें. अगर आपको ऐसी लाइट्स दिखती हैं तो हो सकता है वो हिडन कैमरा है.
पंखे में छुपा हो सकता है कैमरा
पंखे के बीचो-बीच से हलके डॉट जैसी रेड लाइट तो नहीं आ रही, इसकी जांच कर लें. टोर्च या तेज लाइट का इस्तेमाल कर देखा जा सकता है की कोई लाइट ब्लिंक तो नहीं कर रही.
इलेक्ट्रिकल एप्लाइंसेज की जांच करें
अधिकतर छुपे हुए कैमरा डिवाइसेज को पावर सोर्स की जरूरत पड़ती है. इलेक्ट्रिकल एप्लाइंस को चेक करें और ब्लिंक करती हुई लाइट या एक्स्ट्रा वायर की जांच करें.
फायर अलार्म और स्मोक डिटेक्टर्स चेक करें
फायर अलार्म और स्मोक डिटेक्टर कैमरा को छुपाने की सबसे कॉमन जगहें हैं. इसे भी चेक कर लें.
दरवाजे या ड्रावर के हैंडल को चेक करें
दरवाजों के नॉब या डोर हैंडल या परदे के रोडस में भी कैमरा छुपा हो सकता है. इन जगहों पर भी अच्छे से चेक करें.
लाइट्स ऑफ कर के लेंस को ढूंढे
अगर आप कैमरा की रेड लाइट को ढूंढ नहीं पा रहे हैं तो रात को या अंधेरे में लेंस के रिफ्लेक्टिव सरफेस को स्पॉट किया जा सकता है. कमरे में अंधेरा कर के या रात को ब्लिंक करती हुई रेड लाइट या लेंस की रिफ्लेक्टिव लाइट को ढूंढा जा सकता है.
"व्हाट्सएप यूजर्स को मिलेगी मुफ्त स्टोरेज कमी: 15GB से ज्यादा डेटा पर होगा काउंट"
व्हाट्सएप यूज करने वाले यूजर्स को अभी तक व्हाट्सऐप की सभी सर्विस बिल्कुल मुफ्त मिल रही है. व्हाट्सएप दुनिया का सबसे लोकप्रिय और सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाने वाला मैसेंजिंग प्लेटफॉर्म है, इसलिए इस ऐप का इस्तेमाल दुनियाभर के करोड़ों-अरबों लोग कर रहे हैं. व्हाट्सएप भी अपने यूजर्स के एक्सप्रीरियंस को दिन-प्रतिदिन बेहतर बनाने के लिए अपने ऐप में नए बदलाव और नए नियम लागू करता रहता है.
फ्री मिलती है 15GB क्लाउड स्टोरेज
Google Drive पर यूजर्स को फ्री 15GB क्लाउड डेटा एक्सेस करने को मिलता है. मौजूदा समय में, व्हाट्सएप यूजर्स चाहें जितना भी बैकअप तैयार कर लें, उसकी वजह से 15GB फ्री डेटा पर कोई डेंट नहीं आता है. यह नियम इस साल से बदल जाएगा. हालांकि बदलाव की कोई तारीख तय नहीं की है.
अब 15GB क्लाउड स्टोरेज में होगी काउटिंग
दरअसल, अगर व्हाट्सएप एंड्रॉयड यूजर्स ज्यादा बैकअप को क्लाउड स्टोरेज में सेव करते हैं, तो वह 15GB डेटा में काउंट होगा. ऐसे में यूजर्स अपनी चैट बैकअप को स्मार्ट तरीके से हैंडल करना होगा और गैर जरूरी कंटेंट को डिलीट भी करना होगा.
Google One सब्सक्रिप्शन लेना होगा
- अगर गूगल ड्राइव में पर्याप्त जगह है और आपका काम 15GB तक स्टोरेज में चल रहा है तो कोई बदलाव करने की जरूरत नहीं है. ऐसा ना होने की स्थिति में आपको Google One सब्सक्रिप्शन लेना होगा.
- सबसे पहले one.google.com पर जाएं और अपने Gmail अकाउंट से लॉगिन करें.
- अब आपको कई प्लान्स दिखाए जाएंगे, जिनमें से चुनना होगा.
- 100GB स्टोरेज ऑफर करने वाले बेसिक प्लान की कीमत भारत में 130 रुपये प्रतिमाह है.
- इसके अलावा 200GB स्टोरेज के लिए हर महीने 210 रुपये चुकाने होंगे.
- आप 2TB स्टोरेज वाले प्रीमियम प्लान के लिए हर महीने 650 रुपये भी खर्च कर सकते हैं.
"WhatsApp के अद्वितीय उपयोग: चैटिंग के अलावा और भी कई काम"
WhatsApp दुनिया के सबसे ज्यादा इस्तेमाल होने वाले मैसेजिंग प्लेटफॉर्म में से एक है. इंडिया जैसे देशों में लोग मैसेज, फोटो और वीडियो भेजने के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं. वॉट्सऐप को हम केवल चैटिंग या मैसेज भेजने वाले प्लेटफॉर्म के तौर पर देखते हैं. हालांकि, ये इंस्टेंट मैसेजिंग प्लेटफॉर्म चैटिंग और मैसेज के अलावा भी कई तरह काम कर सकता है. इसलिए मेटा के सोशल मीडिया को सिर्फ चैटिंग तक ना आंके, क्योंकि ये आपके कई कामों को चुटकियों में निपटा सकता है. अमेरिकी टेक कंपनी ने वॉट्सऐप में कई शानदार फीचर्स दिए हैं, ताकि लोगों के एक्सपीरियंस को बेहतर किया जा सके. इस प्लेटफॉर्म में कंपनी ने पेमेंट और ई-कॉमर्स समेत कई सर्विस को जोड़ा है. आज हम आपको बता रहे हैं कि फ्रेंड्स और फैमिली के साथ चैटिंग करने के अलावा आप वॉट्सऐप से और क्या कर सकते हैं.
कैब कर सकते हैं बुक
यदि आपके पास उबर ऐप इंस्टॉल नहीं है, तो भी आप मैसेजिंग प्लेटफॉर्म के साथ उबर की साझेदारी की बदौलत वॉट्सऐप के जरिए आसानी से कैब बुक कर सकते हैं. आप एड्रेस टाइप या पिन किए बिना, उबर को अपना रियल टाइम लोकेशन भेजकर अपना सटीक पिकअप लोकेशन सेट कर सकते हैं.
बुक करें मेट्रो टिकट
WhatsApp पर मेट्रो टिकट बुक करने के लिए पहले +91 9650855800 नंबर पर Hi लिखकर भेजें. इसके बाद अपनी लैंग्वेज चुनें, उसके बाद Buy Ticket के ऑप्शन का चुनाव करें. फिर एक नया मैसेज आएगा, जिसपर क्लिक करने से एक नई विंडो खुलेगी, जिसमें यूजर्स को अपने स्टेशन चुनने होंगे. इसमें सोर्स और डेस्टिनेशन स्टेशन को सिलेक्ट करना होगा. इसके बाद यूजर्स को 1 टिकट का अमाउंट नज़र आएगा. ध्यान रखें कि वॉट्सऐप की मदद से आप मैक्सिमम 6 टिकट खरीद सकते हैं. इसके बाद नीचे टोटल अमाउंट आ जाएगा, जिसकी आपको पेमेंट करनी होगी. पेमेंट करने के बाद आपको टिकट का मैसेज आ जाएगा, जिसे स्कैन करके आप मेट्रो में एंट्री और एग्जिट कर पाएंगे.
JioMart की मदद से कर सकते हैं खरीदारी
आप वॉट्सऐप की मदद से ग्रोसरी का सामान आर्डर कर सकते हैं. आप वॉट्सऐप पर JioMart के साथ खरीदारी कर सकते हैं. JioMart पर आप समानों की लिस्ट बनाकर प्रोडक्ट को जोड़ सकते हैं. आप वर्चुअल कार्ट में आइटम जोड़ सकते हैं, और वॉट्सऐप पे के साथ चेकआउट कर सकते हैं.
WhatsApp से डाउनलोड करें डॉक्यूमेंट
सबसे पहले आप 9013151515 मोबाइल नंबर को MyGov HelpDesk नाम से सेव कर लें. फिर वॉट्सऐप ओपन करके न्यू चैट के ऑप्शन पर जाएं. अब यूजर्स को MyGov HelpDesk चैट में नमस्ते या फिर Hi टाइप करना होगा. इस चैट में आपसे DigiLocker सर्विस को चुनने को कहा जाएगा. इसके बाद DigiLocker Services सेलेक्ट करें. अब चैटबोट आपसे DigiLocker अकाउंट के बारे में पूछेगा. इसके बाद 12 डिजिट वाला आधार नबंर से DigiLocker अकाउंट को लिंक और ऑथेंटिकेट करना होगा. ओटीपी के जरिए आपका मोबाइल नंबर रजिस्टर्ड हो जाएगा. अब चैटबोट लिस्ट में Digilocker अकाउंट के साथ लिंक डॉक्यूमेंट दिखेगा. इसमें डाउनलोड, टाइप, सेंड नंबर का ऑप्शन दिखेगा. इस तरह डाक्यूमेंट डाउनलोड करने के लिए उपलब्ध होगा.
वॉट्सएप से करें पैसे ट्रांसफर
फ्रेंड्स और फैमिली के बीच लेनदेन के लिए वॉट्सऐप काफी बढ़िया प्लेटफॉर्म है. अगर आपने WhatsApp Payments वॉलेट के साथ बैंक अकाउंट लिंक किया है तो आसानी से UPI पेमेंट कर सकते हैं. इस सर्विस का इस्तेमाल फ्री में किया जा सकता है.
"Disney+Hotstar ने आईसीसी वनडे विश्व कप 2023 फाइनल मैच में नया ग्लोबल रिकॉर्ड बनाया, 55 मिलियन दर्शकों ने लाइव देखा"
डिज़्नी की वीडियो स्ट्रीमिंग सर्विस Disney+Hotstar ने 19 नवंबर को एक नया ग्लोबल लाइव स्ट्रीमिंग व्यूअरशिप रिकॉर्ड बनाया है. आईसीसी वनडे विश्व कप 2023 के फाइनल मैच के दौरान ऑस्ट्रेलिया का सामना किया. Disney+Hotstar ने 55 मिलियन दर्शकों तक पहुंच बनाई, जिसने 15 नवंबर को भारत बनाम न्यूजीलैंड सेमीफाइनल मैच के दौरान बनाए गए 53 मिलियन दर्शकों के पिछले रिकॉर्ड को पार कर लिया है. भारत के तेजी से बढ़ते स्ट्रीमिंग में मौजूदा मार्केट लीडर Disney+Hotstar पिछले एक महीने से लगातार रिकॉर्ड तोड़ रहा है.
इससे पहले भी टूट चुका है रिकॉर्ड
ये तीसरी बार हुआ है कि जब Disney+Hotstar पर लाइव क्रिकेट देखने का रिकॉर्ड टूटा है. इससे पहले भारत-पाकिस्तान के मैच को तीन करोड़ से ज्यादा लोगों ने हॉटस्टार पर लाइव देखा था. सेमीफाइनल में भी वीडियो स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म ने आज एक नया रिकॉर्ड बनाया जिसमें 5.3 करोड़ लोगों ने मैच को लाइव देखा. ये एक नया रिकॉर्ड कायम हुआ है, जिसमें 55 मिलियन दर्शकों ने मैच को लाइव देख रहे हैं.
Disney+Hotstar ट्विटर (X) पर सभी प्रशंसकों को धन्यवाद दिया, जिन लोगों ने डिज्नी प्लस हॉटस्टार पर भारत-ऑस्ट्रेलिया के फाइनल मैच को देखने के लिए एक साथ जुड़े रहे.
"WhatsApp ने सितंबर में भारत में 71 लाख से अधिक खराब खातों पर प्रतिबंध लगाया"
मेटा के स्वामित्व वाले WhatsApp ने नए आईटी नियम 2021 के अनुपालन में सितंबर महीने में भारत में रिकॉर्ड 71 लाख से अधिक खराब खातों पर प्रतिबंध लगा दिया है. कंपनी ने 1 से 30 सितंबर के बीच 71,11,000 खातों पर प्रतिबंध लगाया है. WhatsApp ने अपनी मासिक अनुपालन रिपोर्ट में कहा कि इनमें से लगभग 25,71,000 खातों पर सक्रिय रूप से प्रतिबंध लगाया गया है.
बता दें की WhatsApp हर महीने यूजर सेफ्टी रिपोर्ट जारी करती है, जिसमें इस बात का पूरा ब्यौरा होता है कि कंपनी को यूजर्स से कितनी शिकायतें मिली हैं और उनपर क्या कार्रवाई की गई है. वॉट्सऐप ने इससे पहले अगस्त के महीने में देश में लगभग 74 लाख एकाउंट्स को बैन किया था. इनमें से लगभग 35 लाख एकाउंट्स को यूजर्स की ओर से रिपोर्ट नहीं मिलने के बावजूद ब्लॉक किया गया था.
WhatsApp को सितंबर महीने में 10,442 यूजर्स ने स्पैम को लेकर शिकायतें की थीं. अकाउंट सपोर्ट को लेकर 1,031, बैन करने को लेकर 7,396, प्रोडक्ट सपोर्ट को लेकर 370, सेफ्टी के लिए 127 और अदर सपोर्ट को लेकर 1,518 शिकायतें मिली थीं.
आपका भी अकाउंट हो सकता है बैन
2021 में नए आईटी नियम आने के बाद व्हाट्सएप हर महीने शिकायत अपील की रिपोर्ट जारी करता है. इसमें स्पैम, न्यूडिटी आदि को लेकर शिकायतें शामिल होती हैं. यदि आप भी अपने व्हाट्सएप अकाउंट से इस तरह की कोई भी गतिविधी करते हैं तो आपका भी अकाउंट बैन हो सकता है.
"गुलाबी नगर: जयपुर को 'पिंक सिटी' कहा जाता है क्योंकि..."
जयपुर, राजस्थान की राजधानी, “गुलाबी नगर” के रूप में प्रसिद्ध है और यह भारत में एकमात्र ऐसा नगर है जिसकी योजना और निर्माण को किसी गढ़िया विशेषज्ञ की खूबसूरत कला कहा जाता है। जयपुर की गवर्नर, महाराजा सवाई जय सिंह द्वितीय ने इसे 18वीं सदी में नगर की योजना के साथ बनवाया था। शहर की सड़कों का नक्शा ग्रिड पैटर्न में बनाया गया है, जिससे यह खिलवाड़ से भरपूर दिखता है। शहर की उपनगरियाँ खिलौना की तरह दिखती हैं, जिनका प्रयोग दुर्गों और उनके पास रहने वाले लोगों की सुरक्षा में होता था।
जयपुर को “गुलाबी शहर” क्यों कहा जाता है?
मान्यता के अनुसार, जयपुर को पिंक शहर कहने का कारण यह है कि 1876 ईस्वी में महाराजा सवाई राम सिंह द्वितीय ने ब्रिटिश राज शासकीय परिषद सदस्यों के स्वागत के लिए शहर को गुलाबी रंग में रंगवाया था। इस समय, गुलाबी रंग शांति, मितव्यय, और सौभाग्य का प्रतीक माना जाता था, और महाराजा ने इसे ब्रिटिश साम्राज्य के साथीत्व और मित्रता की ओर एक प्रतीक के रूप में उपयोग किया। गुलाबी शहर का यह नाम समृद्धि और प्राकृतिक सौंदर्य की प्रतीकता के रूप में भी जाना जाता है। जयपुर में गुलाबी रंग की पत्थरों से बनी भव्य संरचनाएं, शानदार महल और हवेलियाँ, और साहसिक दरबार सभाएं हैं जो इस शहर की विशेषता को और भी प्रखर करती हैं।
इस तरीके से, जयपुर को “गुलाबी शहर” कहने का एक महत्वपूर्ण कारण यह है कि यह शहर अपने ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, और सौंदर्यिक महत्व के लिए प्रसिद्ध है। जयपुर का एक और दिलचस्प तत्व है “हवा महल” जो एक अत्यंत विशेष निर्माण है। यह महल शहर के महाराजों को गरमियों में ठंडी हवा प्रदान करने के लिए डिज़ाइन किया गया था। इसमें 953 छोटी-बड़ी खिड़कियाँ हैं जिनसे ताज़ा और ठंडी हवा आती थी, और यह शहर की गरमियों में एक अद्वितीय अनुभव प्रदान करता था। इस रूप में, जयपुर अपने अद्वितीय शहरी निर्माण, गवर्नमेंट डिज़ाइन, और ऐतिहासिक धरोहर के साथ भारतीय सभ्यता और कला का महत्वपूर्ण हिस्सा बनता है।
"फोन कवर में नोट रखना: खतरनाक हो सकता है फोन के लिए"
अक्सर आपने देखा होगा कि लोग पैसे रखने के लिए मोबाइल कवर का सहारा लेते हैं. हमें लगता है कि यहां नोट सेफ रहेगा और जब जरूरत पड़ेगी तो आसानी से कवर से निकालकर दे देंगे. लेकिन यह आदत खतरनाक साबित हो सकती है. इससे आपकी जान भी जा सकती है. जी हां, आपने सही सुना, फोन कवर में नोट रखने से आग लगने के चांसेस बढ़ जाते हैं.
हीट रिलीज़ नहीं हो पाती
फोन जब आप ज्यादा इस्तेमाल करते हैं तो आपने ध्यान दिया होगा कि वह गर्म हो जाता है. जैसे ही फोन गर्म होता है फोन का बैक साइड जलने लगता है. ऐसे में अगर आपने अपने फोन कवर के पीछे नोट रखा है तो फोन का हीट रिलीज़ नहीं हो पाता और इसकी वजह से वो ब्लास्ट हो सकता है. यही वजह है कि एक्सपर्ट्स कहते हैं कि फोन में ज्यादा टाइट कवर नहीं लगाना चाहिए, क्योंकि इसकी वजह से भी फोन ब्लास्ट हो सकता है.
नोट रखने से चार्जिंग और नेटवर्क में आती है समस्या
जब फोन लगातार इस्तेमाल किया जाता है या फिर चार्जिंग पर लगा होता है उस समय हीटिंग समस्या बढ़ जाती है. कवर के पीछे नोट रखे होने की वजह से इसे ठंडा होने पर भी काफी समय लगता है. और यही वजह से ही हमारा फोन ओवरहीट होने की वजह से ब्लास्ट कर जाता है.
स्मार्टफोन के बैक कवर पर रखे नोट सिर्फ हीटिंग का ही कारण नहीं बनते बल्कि इसकी वजह से कई बार फोन में नेटवर्क की समस्या भी आन लगती है. दरअसल ज्यादा तर स्मार्टफोन के बैक पैनल पर नेटवर्क के लिए एंडिया दिया जाता है और नोट रखे होने के वजह से फोन पर प्रॉपर नेटवर्क नहीं आ पाता.
"मोमोज के सेवन से हो सकते हैं ये 5 जख्मी परिणाम: आपके स्वास्थ्य पर असर"
स्कूल, कॉलेज, ऑफिस से लौटते वक्त आपने यह काम तो जरूर किया होगा कि रोड किनारे खड़े होकर मोमोज खा ली होगी. या पैक करवा लिया होगा ताकि घर पहुंचकर खा लें. लेकिन क्या आपको पता है ये जो जल्दी-जल्दी में आप सड़क किनारे मोमोज खाते हैं वह आपके शरीर के लिए कितना ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है. आज हम इसी पर बात करेंगे कि यह जो सिंपल से मोमोज दिखते हैं.
जिसे देखकर हमें लगता है कि इसमें कोई ऑयल या मसाला तो नहीं तो यह शरीर के लिए कोई नुकसानदायक नहीं चाहे जितनी भी खा लो लेकिन आपकी जानकारी के लिए बता दें कि ऐसा बिल्कुल नहीं है.किडनी, पैक्रियाज डैमेज आपने गौर किया होगा कि घर में बनाए हुए मोमोज थोड़े पीले होते हैं जबकि मार्केट वाले बिल्कुल वाइट । यह इसलिए होता है क्योंकि इन्हें वाइट और सॉफ्ट बनाने के लिए ब्लीच, क्लोरीन गैस, बेंजोयल पराक्साइड, ऐज़ो कर्बेमिड मिलाया जाता है।
यह केमिकल किडनी और पैंक्रियाज को डैमेज करते हैं साथ ही डायबिटीज होने का खतरा भी बढ़ाते हैं ।आंतों को नुकसान पहुंचाती लाल चटनी मोमो के साथ मिलने वाली तीखी लाल मिर्च की चटनी उत्तेजक होती है, इसकी क्वालिटी भी लो होती है, जिससे पाइल्स, गैस्ट्राइटिस, पेट तथा आंतों में ब्लीडिंग हो सकती हैं।
कुछ मोमोज बेचने वाले मोमोज में मोनोसोडियम ग्लूटामैट ( , है और इसे सुगंधित बनाता है। इस MSG से मोटापा बढ़ता है। ब्रेन तथा नर्क्स की समस्या, चेस्ट पेन, हार्ट रेट और बीपी बढ़ने जैसे शिकायत हो हो जाती है।