संस्कृति

गणेश चतुर्थी 2024 पूजा मुहूर्त ,स्थापना मुहूर्त

 गणेश चतुर्थी 2024 पूजा मुहूर्त 


गणेश चतुर्थी - 7 सितंबर 2024, शनिवार
गणेश चतुर्थी पूजा मुहूर्त - 10:39 AM से 01:09 PM
गणेश चतुर्थी तिथि का प्रारम्भ - 6 सितम्बर 2024 को 03:01 PM बजे
गणेश चतुर्थी तिथि की समाप्ति - 7 सितम्बर 2024 को 05:37 PM बजे
गणेश चतुर्थी पर वर्जित चंद्रदर्शन समय - 09:02 AM से 08:22 PM

गणपति स्थापना मुहूर्त 2024 


गणपति स्थापना के लिए 7 सितंबर की सुबह 10 बजकर 39 मिनट से लेकर दोपहर 3 बजकर 1 मिनट तक शुभ मुहूर्त रहेगा। बता दें भगवान गणेश का जन्म मध्याह्न काल के समय हुआ था इसलिए गणेश चतुर्थी पर गणपति स्थापना के लिए मध्याह्न के समय को ही सबसे शुभ माना जाता है। मध्याह्न काल दोपहर का समय होता है।

गणेश चतुर्थी पूजन विधि 


मान्यता है कि भगवान गणेश का जन्म दोपहर के आसपास हुआ था यही वजह है कि गणेश चतुर्थी की पूजा के लिए दोपहर का ही समय शुभ माना जाता है। इस मुहूर्त में गणेश जी की प्रतिमा की स्थापना की जाती है। सबसे पहले गणेश जी की मूर्ति को गंगाजल से पवित्र किया जाता है। इसके बाद फूल, दूर्वा आदि चीजें चढ़ाई जाती हैं। फिर भगवान को उनकी प्रिय चीजों का भोग लगाया जाता है। जितने दिन भी आप गणेश प्रतिमा घर में रख रहे हैं उतने दिन विधि विधान पूजा करें और दिन के तीनों टाइम बप्पा को भोग लगाएं। गणेश उत्सव के दौरान, प्रतिदिन शाम को भगवान गणेश की आरती की जाती है। गणेश चतुर्थी के डेढ़, तीन, पांच या सात दिन बाद गणेश चतुर्थी पर लाई गई प्रतिमा का विधि विधान विसर्जन कर दिया जाता है।

संकष्टी चतुर्थी व्रत कथा 2024

द्विजप्रिय संकष्टी चतुर्थी की कई पौराणिक कथाएं हैं, लेकिन उनमें से एक कथा देवों के देव महादेव और माता पार्वती से संबंधित है। पौराणिक कथा के अनुसार, एक बार शिव और पार्वती के बीच चौपड़ के खेल की शुरुआत हुई। इस दौरान वहां कोई भी नहीं था। जो खेल में अपनी निर्णायक की भूमिका निभा सके। ऐसे में भगवान शिव और माता पार्वती ने एक मिट्टी की मूर्ति बनाकर उसमें जान डाल दी। उन्होंने मिट्टी की मूर्ति से बने बालक को चौपड़ के खेल में हार-जीत का फैसला लेने का निर्देश दिया। इसके बाद दोनों के बीच फिर से खेल शुरू हुआ। हर बार माता पार्वती भगवान शिव को हरा रही थीं, लेकिन एक बार बालक ने गलती से भगवान शिव को विजयी घोषित कर दिया। इस गलती को देख माता पार्वती क्रोधित हो गई। उन्होंने गुस्से में आकर बालक को लंगड़ा होने का श्राप दिया। इसके बाद बालक ने अपनी गलती की माफी मांगी, लेकिन माता पार्वती ने कहा कि मैं इस श्राप को अब वापस नहीं ले सकती। इस श्राप को खत्म करने के लिए बालक ने देवी से उपाय जाना।

गणेश चतुर्थी मंत्र ॐ गं गणपतये सर्व कार्य सिद्धि कुरु कुरु स्वाहा ॥
श्री वक्रतुण्ड महाकाय सूर्य कोटी समप्रभा निर्विघ्नं कुरु मे देव सर्व-कार्येशु सर्वदा॥
ॐ एकदन्ताय विहे वक्रतुण्डाय धीमहि तन्नो दन्तिः प्रचोदयात् ॥
गजाननाय विद्महे, वक्रतुण्डाय धीमहि, तन्नो दंती प्रचोदयात्।।
ॐ नमो गणपतये कुबेर येकद्रिको फट् स्वाहा।

गणेश चतुर्थी पूजा सामग्री

मिट्‌टी के गणेशजी की प्रतिमा, कुमकुम, हल्दी, अक्षत, सुपारी, सिंदूर, गुलाल, लौंग, जनेऊ, लाल रंग का वस्त्र, पूजा की चौकी, चौकी पर बिछाने का पीला कपड़ा, दूर्वा, कपूर, पंचमेवा, दीपक,धूप, पंचामृत, मौली, फल, गंगाजल, कलश, फल, नारियल, चंदन, केला, फूल माला, आम के पत्ते, अष्टगंध.

गणेश चतुर्थी पूजा विधि सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान कर लें।
इसके बाद गणेश प्रतिमा की स्थापना करने के लिए एक चौकी लें और उस पर लाल रंग का कपड़ा बिछाएं।
फिर भगवान की मूर्ति के सामने बैठकर पूजा शुरू करें।
इसके बाद घी का दीपक जलाएं।
गणेश जी की मूर्ति को गंगाजल से पवित्र करने के बाद उन पर फूल, दूर्वा आदि चढ़ाएं।
फिर गणेश जी को मोदक का भोग लगाएं।
गणेश जी के मंत्रों का जाप करें।
अंत में गणेश जी की आरती करें।
दिनभर फलाहार करें और शाम को गणेश भगवान की फिर से विधि विधान पूजा करें। इसके बाद ही भोजन ग्रहण करें।

गणपति स्थापना विधि

गणेश भगवान की मूर्ति स्थापना के लिए दोपहर का समय शुभ माना जाता है। इस दौरान एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाएं फिर उस पर गणेश जी की प्रतिमा स्थापित करें। सबसे पहले भगवान की प्रतिमा गंगाजल से पवित्र कर लें। इसके बाद घी का दीपक जलाएं। भगवान को दुर्वा, रोली, फूल और अक्षत चढ़ाएं। मोदक का भोग लगाएं। अंत में आरती कर प्रसाद सभी में बांट दें।

भारत में गणेश चतुर्थी पूजा मुहूर्त 2024 गणेश चतुर्थी पूजा मुहूर्त 202410:39 AM से 01:09 PM
चतुर्थी तिथि प्रारम्भ6 सितंबर 2024 03:01 PM
चतुर्थी तिथि समाप्त7 सितंबर 2024 05:37 PM

गणेश चतुर्थी 2024 पूजा मुहूर्त

पुणे11:18 ए एम से 01:47 पी एम
नई दिल्ली11:03 ए एम से 01:34 पी एम
चेन्नई10:53 ए एम से 01:21 पी एम
मुम्बई11:22 ए एम से 01:51 पी एम
नोएडा11:03 ए एम से 01:33 पी एम
जयपुर11:09 ए एम से 01:40 पी एम
हैदराबाद11:00 ए एम से 01:28 पी एम
गुरुग्राम11:04 ए एम से 01:35 पी एम
चंडीगढ़11:05 ए एम से 01:36 पी एम
बेंगलूरु11:04 ए एम से 01:31 पी एम
अहमदाबाद11:23 ए एम से 01:52 पी एम
कोलकाता10:20 ए एम से 12:49 पी एम

 

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