छत्तीसगढ़
अपराधों पर नियंत्रण के लिए सख्ती से की जाए कार्यवाही: मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय
स्थानीय स्तर पर होने वाली घटनाओं पर रहे पुलिस की पैनी नजर
सूचना तंत्र को और अधिक मजबूत बनाएं
अवैध शराब और नशे के कारोबार पर कड़ाई से लगाया जाए अंकुश
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज मुख्यमंत्री निवास में आयोजित बैठक में प्रदेश में कानून और व्यवस्था की स्थिति की समीक्षा की। मुख्यमंत्री श्री साय ने बैठक में अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि अपराधियों और असामाजिक तत्वों पर सख्ती से कार्यवाही की जाए। उन्होंने कहा कि हर हाल में कानून और व्यवस्था बहाल रखना चाहिये। पुलिस त्वरित कार्यवाही करे और चौकन्ना रहे। बैठक में उपमुख्यमंत्री एवं गृहमंत्री श्री विजय शर्मा भी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि स्थानीय स्तर पर होने वाली घटनाओं पर पुलिस की पैनी नजर होनी चाहिए और इन घटनाओं के संभावित परिणाम पर भी विचार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अपराधों को रोकने के लिए नशे के अवैध व्यापार पर अंकुश लगाया जाए। गांजा, अवैध शराब, ड्रग्स की तस्करी पर मुस्तैदी से कार्यवाही हो।
श्री साय ने कहा कि नगरीय और ग्रामीण क्षेत्रों में रात्रि में पुलिस की गश्त नियमित रूप से होनी चाहिए। पुलिस के आला अफसर भी अनिवार्य रूप से पेट्रोलिंग करें। रेल्वे स्टेशन, बस स्टैण्ड, हवाई अड्डों के साथ ही संवेदनशील इलाकों में नियमित रूप से पुलिस की पेट्रोलिंग होती रहनी चाहिए। नगरीय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में शॉपिंग मॉल, दुकानों, होटलों आदि रात्रि के समय पर निर्धारित समय पर बंद होनी चाहिए। बियर बार एवं होटल निर्धारित समय पर बंद हो ऐसे होटल जहां शराब की अवैध बिक्री की शिकायत मिलती है उन पर सख्त कार्यवाही की जाए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सायबर क्राईम को रोकने के लिए तत्परता से प्रभावी कार्यवाही की जाए।
इस अवसर पर मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन,अपर मुख्य सचिव गृह श्री मनोज कुमार पिंगुआ, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा, मुख्यमंत्री के सचिव श्री राहुल भगत सहित गृह विभाग के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों के हित में काम करने वाला एक विशाल संगठन है लघु उद्योग भारती - मुख्यमंत्री श्री साय
मुख्यमंत्री श्री साय ने किया क्षेत्रीय उद्यमी सम्मेलन 2024 का किया शुभारंभ
लघु उद्योग भारती के लिए भूमि एवं एमएसएमई मंत्रालय के अधीन स्थापित करने का आश्वासन
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज अग्रसेन भवन खुर्सीपार में आयोजित क्षेत्रीय उद्यमी सम्मेलन 2024 का शुभारंभ दीप प्रज्जवलित कर किया। इस अवसर पर उद्योग मंत्री श्री लखनलाल देवांगन, लघु उद्योग के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य श्री पुरूषोत्तम पटेल, प्रदेश अध्यक्ष श्री ओमप्रकाश सिंघानिया, लघु उद्योग भारती के म.प्र. अध्यक्ष श्री राजेश मिश्रा सहित अन्य उद्यमी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने उद्यमी सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि उद्यमिता के विकास और प्रदेश में नये निवेशकों को आकर्षित करने के लिए लघु उद्योग भारती द्वारा सम्मेलन का आयोजन एक महत्वपूर्ण पहल है। उन्होंने कहा कि लघु उद्योग भारती, सूक्ष्म एवं लघु उद्योगों के हित में काम करने वाला एक विशाल संगठन है। देश में इस संगठन की करीब 1000 इकाईयां और 65000 सदस्य होना सचमुच गौरव की बात है। सरगुजा और बस्तर जैसे जनजातीय क्षेत्रों में भी संगठन ने अपना विस्तार किया है। इससे निश्चित ही इन क्षेत्रों में भी लघु और सूक्ष्म उद्योगों को ताकत मिल रही है और उद्यमिता का विकास हो रहा है। हमारे प्रदेश में खनिज सम्पदा का भंडार है। यहां का 44 प्रतिशत भू-भाग वनों से आच्छादित है। हमारे प्रदेश में मेहनतकश किसान है, इसलिए छत्तीसगढ़ को धान का कटोरा कहा जाता है। यहां पर उद्योग की बहुत अच्छी संभावना है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने आगे कहा कि आगामी माह नवम्बर में प्रदेश की नई उद्योग नीति 2024-29 लांच करने की तैयारी है। इस नीति में छोटे और मझोले उद्योगों को प्रोत्साहित करने के लिए विशेष रूप से प्रावधान किये जा रहे हैं। उद्यमियों की मांग पर मुख्यमंत्री श्री साय ने लघु उद्योग भारती के लिए नया रायपुर में भूमि एवं मध्यप्रदेश के समान छत्तीसगढ़ में भी एमएसएमई (माइक्रो एंड स्माल मिडियम इंटरप्राइजेस) मंत्रालय के अधीन स्थापित करने का आश्वासन दिया। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय एवं उद्योग मंत्री श्री लखनलाल देवांगन ने लघु उद्योग भारती की ’छत्तीसगढ़ उद्योग दर्पण 2024’ पुस्तक का विमोचन किया।
उद्योग मंत्री श्री लखनलाल देवांगन ने कहा कि हमारी सरकार उद्योग को आगे बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। उद्योगों की स्थापना की प्रक्रिया को सरल बनाने के लिए सिंगल विंडो प्रणाली 2.0 लागू की गई है। उद्यमियों को अब विभिन्न विभागों के चक्कर लगाने की जरूरत नहीं है। सभी आवश्यक अनुमतियां और लाइसेंस इसी पोर्टल के माध्यम से प्राप्त होंगे। उद्योगों में उत्पादित होने वाले माल की बिक्री हेतु विदेश से एमओयू किया गया है। श्री देवांगन ने कहा कि उद्योगों के विस्तार के लिए कार्य किया जा रहा है। सरकार द्वारा इस्पात उद्योग को बढ़ावा देने के लिए कई नीतियां लागू की जा रही है, जो इस उद्योग को गति देगी।
इस अवसर पर दुर्ग शहर विधायक श्री गजेन्द्र यादव, दुर्ग ग्रामीण विधायक श्री ललित चंद्राकर एवं अन्य जनप्रतिनिधि तथा कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी, पुलिस अधीक्षक श्री जितेन्द्र शुक्ला, संयुक्त कलेक्टर श्री हरवंश मिरी सहित बड़ी संख्या में म.प्र.एवं छत्तीसगढ़ के उद्यमी उपस्थित थे।
बीसीसीआई अंडर-19 टी-20 ट्रॉफी में खेलेगी विशेष पिछड़ी जनजाति की बालिका आकांक्षा रानी
क्रिकेट का जुनून भारत में ही नहीं बल्कि भारत के प्रत्येक राज्य और जिले में देखी जा सकती है। इस जुनून में जशपुर की बेटियॉ भी नजर आ रही हैं। जशपुर की बेटियां ना सिर्फ राज्य अपितु राष्ट्रीय स्तर पर जिले का परचम लहराने लगे हैं। ऐसे ही कहानी जशपुर की क्रिकेट खिलाड़ी आकांक्षा रानी की है। जो विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा समुदाय से है। आकांक्षा रानी छत्तीसगढ़ के लिए अंडर-15 में बीसीसीआई ट्रॉफी खेल चुकी है। इस बार आकांक्षा रानी छत्तीसगढ़ के लिए अभी अंडर-19 में बीसीसीआई टी20 ट्रॉफी खेलने के लिए आई है। जिसमें खेलते हुए आकांक्षा रानी ने छत्तीसगढ़ की तरफ से सबसे अधिक रन बनाई है।
आकांक्षा रानी जशपुर जिले में संचालित प्री मैट्रिक बालिका छात्रावास इचकेला में पदस्थ छात्रावास अधीक्षिका पंडरी बाई की पुत्री है। उनकी माता ने बताया कि उनकी बेटी आकांक्षा रानी जब छोटी थी तब उन्होंने उसकी रुचि क्रिकेट में देखी और उसे अच्छे स्तर पर कोचिंग दिलाई। आकांक्षा राष्ट्रीय स्तर पर ख्याति हासिल की है। फिर जब उन्होंने अपने छात्रावास की बच्चियों की ओर देखा तो सभी में अपनी बेटी के समान ही छुपी प्रतिभा को पाया और ठान लिया की वो उन बच्चियों के लिए भी एक बेहतर भविष्य का निर्माण करेंगी।
उन्होंने आगे बताया कि छात्रावास में ही अभ्यास पिच का निर्माण करवाया और बच्चों के लिए बेहतर क्रिकेट सामग्रियां भी ली और अपनी बेटी एवं उसके कोच के माध्यम से बच्चियों की ट्रेंनिग चालू की। जल्द ही इसका परिणाम सामने आने लगा एक-एक कर छात्रावास की सभी बच्चियों की प्रतिभा बाहर आने लगी और प्री मेट्रिक बालिका छात्रावास इचकेला की 03 बालिकाओं का चयन अम्बिकापुर में आयोजित राज्य स्तरीय शालेय क्रीड़ा प्रतियोगिता 2024-25 महिला अंडर-17 में अच्छे प्रदर्शन के द्वारा रजत पदक प्राप्त करते हुए राष्ट्रीय महिला क्रिकेट टीम के अंडर-17 दल में हो गया है। चयनित खिलाड़ियों में एंजल लकड़ा, झुमुर तिर्की और वर्षा बाई शामिल है। जो आगामी महिला अंडर-17 राष्ट्रीय क्रिकेट प्रतियोगिता 2024-25 में सम्मिलित होगें।
सचिव, परिवहन-सह-परिवहन आयुक्त श्री एस. प्रकाश एवं अपर परिवहन आयुक्त, श्री डी. रविशंकर द्वारा फिटनेस सेंटर, दुर्ग एवं चेकपोस्ट पाटेकोहरा का औचक निरीक्षण
राज्य परिवहन विभाग अंतर्गत जनकेन्द्रित सेवाओं के बेहतर एवं पारदर्शी क्रियान्वयन की दृष्टि से वाहनों के फिटनेस कार्य हेतु जिला दुर्ग में स्थापित ऑटोमेटेड टेस्टिंग स्टेशन (एटीएस) परिवहन जांच चौकी पाटेकोहरा का औचक निरीक्षण किया गया। औचक निरीक्षण के दौरान सचिव, परिवहन-सह-परिवहन आयुक्त श्री एस. प्रकाश, एवं अपर परिवहन आयुक्त, श्री डी. रविशंकर द्वारा एटीएस सेंटर, संचालक से सेंटर में वाहनों के फिटनेस किये जाने की कार्यवाही के संबंध में विस्तार से जानकारी ली गई। विभाग द्वारा राज्य शासन की मंशानुरूप बेहतर सुशासन व्यवस्था बनाये रखने की दृष्टि से सचिव, परिवहन एवं अपर परिवहन आयुक्त द्वय द्वारा एटीएस सेंटर दुर्ग का औचक निरीक्षण किया गया है।
सचिव, परिवहन एवं अपर परिवहन आयुक्त द्वारा फिटनेस सेंटर में वाहनों के फिटनेस संबंधी प्रक्रिया, स्थापित उपकरण एवं मशीनों के ऑपरेटिंग प्रणाली, इसके रखरखाव, तकनीकी खामियों आने पर सुधार संबंधी कार्यवाही, साफ्टवेयर ऑपरेटिंग एवं आपातकालीन स्थितियों में अन्य वैकल्पिक व्यवस्था इत्यादि का जायजा लिया गया। एसटीएस संचालक को इस संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश भी दिये गये।
राज्य के सीमावर्ती परिवहन जांच चौकी पाटेकोहरा में समय-समय पर वाहनों की कतार लगने, चेकिंग कार्यवाही की बेहतर कार्यप्रणाली एवं व्यवस्था सुनिश्चित करने के उद्देश्य से सचिव, परिवहन एवं अपर परिवहन आयुक्त द्वारा चेकपोस्ट का औचक निरीक्षण किया गया। सीमावर्ती महाराष्ट्र राज्य में वाहन चेकिंग व्यवस्था तथा जांच चौकी में आधुनिकीकरण के तहत निरीक्षण के दौरान अन्य राज्यों से आने जाने वाले वाहनों के चेकिंग व्यवस्था का अवलोकन किया गया। कार्यों के संपादन में बेहतर तकनीकी तौर तरीके से जंच चौकियों को अपडेट किया जा सकता है, इस पर विचार किया गया। विधि विरुद्ध संचालित होने वाले वाहनों की चेकिंग कार्यवाही एवं अन्य वैकल्पिक आधुनिकी कार्यपद्धति को किस तरह लागू किया जाना है, इस पर चर्चा की गई। सीमावर्ती राज्यों द्वारा वाहनों की चेकिंग के दौरान अपनाई जा रही प्रक्रियाओं का भी अवलोकन किया गया। चेकपोस्ट प्रभारी एवं प्रवर्तन अमले को चेकिंग के दौरान वाहन चालकों से बेहतर संवाद स्थापित करने एवं सुव्यवस्थित यातायात व्यवस्था बनाने के निर्देश दिये गये। ऐसी व्यवस्था विकसित किया जाए जिससे मार्ग में संचालित वाहनों के चेकिंग कार्यवाही में समय की बचत हो सके और वाहन संचालकों को बेहतर सुविधाएं मिल सके।
बच्चों के व्यक्तित्व का सम्पूर्ण विकास राज्य सरकार की प्राथमिकता में - श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े
बच्चों के सही पोषण और देखरेख के लिए उमंग कार्यक्रम का हुआ आयोजन
मंत्री ने बच्चों को समाज की मुख्यधारा से जोड़ने की अपील की
महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने कहा कि राज्य सरकार की प्राथमिकता सभी बच्चों का सर्वांगीण विकास करना है, इसमें वे बच्चे भी शामिल है, जिन्हें विभिन्न कारणों से संस्थाओं में रहना पड़ रहा है। संस्थाएं उन बच्चों का घर नहीं है। उन्होंने कहा कि वास्तव में किसी व्यक्ति का सम्पूर्ण विकास परिवार और समाज के बीच रहकर ही हो सकता है। इसे ध्यान में रखकर किशोर न्याय (बालकों की देखरेख एवं संरक्षण) अधिनियम 2015 में गैर संस्थागत देखरेख का समावेश किया गया है।
महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने आज रायपुर के स्थानीय होटल में आयोजित पोषण देखरेख कार्यक्रम के प्रभावी क्रियान्वयन हेतु राज्य स्तरीय पोषक परिवार सम्मेलन एवं पोषक परिवार नेटवर्क पर कार्यशाला उमंग का शुभारंभ किया। इस कार्यशाला में देखरेख और संरक्षण की आवश्यकता वाले बच्चों के पुनर्वास और उन्हें समाज की मुख्य धारा में शामिल करने पर चर्चा की गई। कार्यक्रम में पोषण देखरेख ब्रोशर का विमोचन एवं वीडियो जारी की गई। इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने पोषण देखरेख (फॉस्टर केयर) कर रहे पोषक परिवारों को भी सम्मानित किया। इस कार्यशाला का आयोजन महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा यूनिसेफ के सहयोग से किया गया।
कार्यक्रम के दौरान श्रीमती राजवाड़े ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के कुशल नेतृत्व में विभाग ने महिलाओं एवं बच्चों के लिये अनेकों कल्याणकारी योजनाएं संचालित की जा रही है। उन्होंने कहा कि समाज के सभी वर्ग बच्चों को विकास के अवसर देने से प्रत्येक क्षेत्र में आगे बढ़ सकते हैं और अपने समाज और प्रदेश का नाम गौरवान्वित कर सकते हैं। मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने कहा कि पोषण देखरेख (फॉस्टर केयर) संस्था के बाहर बच्चों की देखरेख का एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम है। ‘‘मिशन वात्सल्य’’ के तहत जरूरतमंद और संरक्षण वाले बच्चों को पारिवारिक वातावरण उपलब्ध कराने के लिए गैर नातेदार परिवार में अस्थाई देखरेख और संरक्षण की व्यवस्था की जाती है। इससे पोषक परिवार में जहां उत्साह, उमंग का संचार होता है। वहीं बच्चों को समुचित विकास का पूरा मौका मिलता है। इन बच्चों को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिये प्रत्येक नागरिक को संवेदनशील और सहयोगी होना होगा। उन्होंने अपील कि है कि समाज के सभी वर्ग, स्वयं-सेवी संस्थाएं, सरकार के साथ बच्चों को पारिवारिक वातावरण उपलब्ध कराने और उनके विकास के अवसर उपलब्ध कराने एकजुट होना होगा, जिससे एक योग्य नागरिक और सशक्त भारत का निर्माण हो सके।
महिला एवं बाल विकास विभाग की सचिव श्रीमती शम्मी आबिदी ने बताया कि छत्तीसगढ़ में बच्चों के सर्वांगीण विकास के लिए उल्लास, उम्मीद, उजियार, उमंग और उदय कार्यक्रम पर काम किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि वर्तमान में राज्य में 112 बाल देखरेख संस्थायें संचालित हैं, जिनमें से 33 विशिष्ट दत्तक ग्रहण अभिकरणों में 125 बच्चे निवासरत हैं। वित्तीय वर्ष 2024-25 में 56 बच्चों को विभिन्न परिवारों में दत्तक ग्रहण के माध्यम से पुर्नवासित किया है। 76 बाल देखरेख संस्थाओं में 2112 बच्चें निवासरत हैं, इनमें 61 बच्चे पोषण देखरेख कार्यक्रम हेतु चिन्हांकित किए गए हैं। राज्य में 22 बच्चें पोषण देखरेख कार्यक्रम अंतर्गत निवास कर रहे है एवं प्रवर्तकता (स्पॉन्सरशिप) कार्यक्रम के अन्तर्गत 1080 बच्चों को लाभ दिलाया जा रहा है।
कार्यक्रम में संचालक महिला एवं बाल विकास विभाग सुश्री तूलिका प्रजापति, बाल संरक्षण विशेषज्ञ यूनिसेफ दिल्ली श्री प्रभात कुमार, श्री नंदलाल चौधरी संयुक्त संचालक, सुश्री वसुंधरा, सुश्री बिभूति दुग्गर, श्री रामशरण चौकसे सहित अधिकारी-कर्मचारी एवं पोषक परिवार उपस्थित थे।
पूर्वजों द्वारा कोहड़िया में प्रारंभ किए गए दशहरा उत्सव आज की पीढ़ी के लिए अमूल्य धरोहर: उद्योग मंत्री श्री देवांगन
हर्षाेल्लास के साथ वार्ड क्रमांक 16 चारपारा कोहड़िया में मना दशहरा उत्सव
देर रात तक देवी जागरण में शामिल हुए हजारों लोग
कोरबा नगर निगम क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 16 चारपारा कोहड़िया में कल गुरूवार की रात आयोजित भव्य दशहरा उत्सव और देवी जागरण में हज़ारों की संख्या में लोग शामिल हुए। इस अवसर पर शिव मंदिर प्रांगण में मंच पर मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुए कोरबा के विधायक और वाणिज्य उद्योग और श्रम मंत्री श्री लखन लाल देवांगन ने कहा कि आज इस भव्यता भरे ऐतिहासिक दशहरा उत्सव में शामिल हुए सभी ईष्टजनों को विजयादशमी के पर्व की बधाई और शुभकामनाएं देता हूं। उन्होंने कहा कि दशहरा केवल भगवान श्रीराम की लंकापति रावण पर विजय का प्रतीक नहीं है, बल्कि यह बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश देता है। हमें इस पर्व से प्रेरणा लेकर समाज में एकता, शांति और विकास का मार्ग अपनाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हम वर्षों से दशहरा पर्व बड़े ही उत्साह के साथ मनाते आ रहे हैं। यह पर्व हमारी संस्कृति को दर्शाता है।
कैबिनेट मंत्री श्री देवांगन ने कहा कि यह पर्व हमें और हमारी आने वाली पीढ़ियों को सिखाता है कि जिस प्रकार भगवान श्रीराम ने अपने जीवन में कठोर संघर्ष कर बुराई पर विजय प्राप्त की। उसी प्रकार हमें भी सत्य के मार्ग पर चलकर अपने जीवन की बाधाओं पर विजय प्राप्त करनी चाहिए।। मंत्री श्री देवांगन ने कहा कि इस भव्य दशहरा उत्सव में हर वर्ष गांव के सभी लोगों द्वारा मिलजुकर कार्यक्रम को और भव्य बनाया जा रहा है वॉर्ड आज एकजुट की मिशाल है। हमारे पूर्वजों द्वारा प्रारंभ किए गए इस अमूल्य दशहरा उत्सव धरोहर को आज हम सभी मिल जुलकर सहेज कर रखें हुए हैं।
वार्ड के पार्षद श्री नरेंद्र देवांगन ने कहा कि कोहड़िया में 24 वर्ष पूर्व लोगों को एकता के सूत्र में बांधने के लिए यह पर्व प्रारम्भ किए गए थे। आज भी हमारे दिवगंत हुए वरिष्ठ जनों के बताए हुए मार्ग पर भव्य दशहरा उत्सव का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि वार्ड में सड़क किनारे पेवर ब्लॉक, नाली, सड़क, सामुदायिक भवन का निर्माण कार्य प्रारंभ किए जा रहे हैं। मंचीय कार्यक्रम के बाद प्रभु श्री राम की झांकी को मंत्री श्री देवांगन समेत सभी अतिथियों द्वारा पूजन अर्चना कर दशहरा मैदान के लिए रवाना किया गया। यहां से करमा नृत्य की अगुवाई में हज़ारों की संख्या में लोग दशहरा मैदान पहुंचे। जहां जय जय श्री राम के उद्घोष के साथ रावण के 80 फीट ऊंचे पुतले का दहन किया गया। रावण दहन के पश्चात भव्य देवी जागरण कार्यक्रम में हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। जसगीत गायक श्री देवेश शर्मा ने देर रात तक देवी भक्ति के भजनों की प्रस्तुति दी।।
कार्यक्रम में जिला अध्यक्ष डॉ. राजीव सिंह, सहकारी बैंक के पूर्व अध्यक्ष देवेंद्र पांडेय, अशोक चावलानी, जिला उपाध्यक्ष प्रफुल्ल तिवारी, नरेंद्र पाटनवर, उमाभारती सराफ, रुक्मणि नायर, अग्रवाल सभा कोरबा अध्यक्ष राजेन्द्र अग्रवाल, सहित अनेक गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
राज्य में श्रमिकों को रोजगार उपलब्ध कराने त्वरित कार्यवाही करें : श्रम मंत्री श्री लखनलाल देवांगन
हर हाथ को काम देने 84 लाख श्रमिकों का पंजीयन
उत्कृष्ट कार्य करने वाले विभाग के मैदानी अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र देकर किया सम्मानित
छत्तीसगढ़ राज्य में श्रमिकों को रोजगार मुहैया कराने के लिए त्वरित कार्यवाही करें और शासन की योजनाओं का लाभ दिलाएं। श्रम मंत्री श्री लखन लाल देवांगन ने आज स्थानीय होटल में श्रम विभाग द्वारा ’श्रमिकों का सशक्तिकरण, भविष्य का निर्माण’ विषय पर आयोजित कार्यशाला के समापन अवसर पर कहा कि प्रत्येक श्रमिक को काम देने के लिए श्रम विभाग द्वारा 84 लाख श्रमिकों का पंजीयन कर योजनाओं से लाभान्वित कर रही है। उन्होंने कहा कि कोई भी निर्माण कार्य बिना श्रमिकों के संभव नहीं है, सरकार श्रमिकों का सम्मान कर योजनाओं का लाभ दिलाकर स्वाभिमान से जीवन जीने का अधिकार दिला रही है। इस अवसर पर श्रम मंत्री ने उत्कृष्ट कार्य करने वाले विभाग के मैदानी अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया।
श्रम मंत्री श्री देवांगन ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में श्रम विभाग द्वारा श्रमिकों के कल्याण के लिए अनेक योजनाएं संचालित की जा रही है। इन योजनाओं का लाभ सभी पात्र एवं जरूरतमंद श्रमिकों को मिले, इस दिशा में श्रम विभाग के मैदानी अधिकारी त्वरित कार्यवाही करना सुनिश्चित करें। प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री की सोच है कि प्रदेश के श्रमिकों को इन योजनाओं का बेहतर लाभ मिले। इसके लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल द्वारा भी श्रमिकों के हित में अनेक योजनाएं संचालित की जा रही है। प्रदेश सरकार द्वारा हाल ही में 237 करोड़ रूपये का लाभ श्रमिकों को प्रदान किया गया। डीबीटी के जरिए यह राशि श्रमिकों के बैंक खाते में अंतरित की गई। श्रम मंत्री ने कहा कि श्रमिकों को किसी भी कार्य के लिए भटकना न पड़े। इस दिशा में विभाग के अधिकारी संवेदनशील होकर कार्य करें। श्रम विभाग द्वारा श्रमिकों के हित में 70 योजनाएं संचालित की जा रही है।
सचिव सह श्रमायुक्त श्रीमती अलरमेलमंगई डी. ने कार्यशाला को संबोधित करते हुए कहा कि श्रम विभाग द्वारा संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का लाभ सभी पात्र और जरूरतमंद हितग्राहियों को दिलाना सुनिश्चित करें। पंजीकृत श्रमिक परिवार के बच्चों को शासन की छात्रवृत्ति योजना से भी लाभान्वित करें। उन्होंने आगे कहा कि छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मण्डल, राज्य सामाजिक सुरक्षा मण्डल के अंतर्गत संचालित योजनाओं से असंगठित श्रमिकों को श्रम विभाग में पंजीयन कराकर लाभान्वित कराना सुनिश्चित करें। कार्यशाला में उप श्रमायुक्त श्री एस.एस. पैकरा एवं औद्योगिक स्वास्थ्य सुरक्षा के उप संचालक श्री टी.के. साहू द्वारा निरीक्षण अभियोजन एवं पालन प्रतिवेदन की जानकारी दी।
इस अवसर पर श्रम विभाग की उप सचिव डॉ. फरिहा आलम सिद्धिकी छत्तीसगढ़ भवन एवं अन्य सन्निर्माण कर्मकार कल्याण मंडल सचिव श्रीमती सविता मिश्रा, अपर श्रमायुक्त श्री एस.एल. जांगड़े सहित झारखंड एवं उत्तरप्रदेश से आए श्रम अधिकारी, प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए विभाग के मैदानी अधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
बस्तर मड़ई और क्षेत्रीय सरस मेला में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन
मशहूर भजन गायक हंसराज रघुवंशी ने अपनी सुरमयी प्रस्तुति से जीता सभी का दिल
बस्तर मड़ई में 19 अक्टूबर को राष्ट्रीय फिल्म पुरुस्कार से सम्मानित पार्श्व गायिका मोनाली ठाकुर की होगी प्रस्तुति
बस्तर मड़ई और क्षेत्रीय सरस मेला के अवसर पर लालबाग मैदान, बस्तर में गुरुवार की शाम भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मशहूर भजन गायक हंसराज रघुवंशी ने अपनी सुरमयी प्रस्तुति से सभी का दिल जीत लिया। हजारों की संख्या में उपस्थित दर्शकों ने इस कार्यक्रम का भरपूर आनंद उठाया।
हंसराज रघुवंशी, जिनकी गाथा गीतों और भजनों के लिए विशेष पहचान है, ने अपनी धुनों और भक्ति रस से सराबोर गीतों से पूरे माहौल को भक्तिमय बना दिया। उन्होंने अपनी प्रसिद्ध गीत “मेरा भोला है भंडारी” के साथ एक के बाद एक लोकप्रिय भजन प्रस्तुत किए, जिनमें जय शिव शंकर, मेरे भोलेनाथ और अन्य कई प्रसिद्ध गीत शामिल थे। रघुवंशी ने अपनी प्रस्तुति के दौरान दर्शकों से गीत में सहयोग और तालियों से सहभागिता की अपील की, तो दर्शकों ने भी बराबर सहायता की। कार्यक्रम में नारायणपुर के प्रसिद्ध अबुझमाड मलखंभ अकादमी के हुनरबाज मलखंभ प्रदर्शन, बादल अकादमी की प्रस्तुति सहित स्थानीय लोकनृत्य दलों ने भी प्रस्तुति दी। दर्शकों की हजारों की संख्या में पहुँचने वाले बस्तरवासियों के साथ ही समीपवर्ती जिलों और ओड़िसा राज्य के भी जन पहुँचे थे।
शासन और जिला प्रशासन द्वारा आयोजित इस बस्तर मड़ई और सरस मेला क्षेत्र भी चहल-पहल से भरा रहा, जहां विभागीय योजनाओं की प्रदर्शनी तथा स्व-सहायता समूहों के उत्पाद और हस्तशिल्प के स्टॉल ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया। मेला में आई भीड़ ने न केवल सांस्कृतिक कार्यक्रम का आनंद लिया, बल्कि बस्तर की समृद्ध लोक संस्कृति और शिल्प का भी अनुभव किया। बस्तर मड़ई और क्षेत्रीय सरस मेला का यह आयोजन प्रदेश एवं अन्य राज्य की संस्कृति, परंपरा और कला को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया है। हंसराज रघुवंशी जैसे कलाकारों की उपस्थिति ने इस आयोजन को और भी खास बना दिया। शुक्रवार 18 अक्टूबर की शाम को दायरा बैंड की प्रस्तुति होगी और 19 अक्टूबर को ‘मोह मोह के धागे’ गीत से राष्ट्रीय फिल्म पुरुस्कार से सम्मानित पाश्र्व गायिका मोनाली ठाकुर और गायक शबाब सबरी की प्रस्तुति होगी। साथ ही स्थानीय लोकनृत्य दलों द्वारा भी शानदार प्रस्तुति दी जाएगी।
कार्यक्रम के अंत में दर्शकों ने हंसराज रघुवंशी को अपनी प्रस्तुति के लिए धन्यवाद दिया और आयोजक छत्तीसगढ़ शासन और जिला प्रशासन को इस अद्भुत सांस्कृतिक उत्सव के आयोजन के लिए सराहा। जिला प्रशासन द्वारा गायक श्री रघुवंशी को स्मृति स्वरूप बस्तर मड़ई का प्रतीक चिन्ह भेंट किया गया। इस अवसर पर सांसद श्री महेश कश्यप, कलेक्टर श्री हरिस एस, पुलिस अधीक्षक श्री शलभ सिन्हा, सीईओ जिला पंचायत श्री प्रकाश सर्वे सहित अन्य गणमान्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।
स्वदेशी मेला का उद्देश्य देश को आर्थिक रूप से मजबूत बनाना है - मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े
मंत्री श्रीमती राजवाड़े ने दीप प्रज्जवलित कर किया स्वदेशी मेला का उद्घाटन
कवर्धा के पीजी कॉलेज मैदान मे आयोजित स्वदेशी मेला, सांस्कृतिक कार्यक्रम का हुआ शुभारंभ
महिला एवं बाल विकास और समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने कवर्धा के पीजी कॉलेज मैदान में स्वदेशी मेला का शुभारंभ किया। कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि स्वदेशी मेला हमारे भारत देश को आर्थिक रूप से मजबूत बनाता है। स्वदेशी मेला के माध्यम से अपने देश में बने चीजों को खरीदने के लिए प्रेरित करने का प्रयास किया जा रहा है। स्वदेशी वस्तुएं आत्मनिर्भरता और स्वावलंबन का भाव पैदा करता है। उन्होंने कहा कि हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने मेक इन इंडिया का संदेश दिया है और डिजिटल इंडिया को बढ़ाने का कार्य कर रहे है, जिससे देश मजबूत हो रहा है। प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय द्वारा प्रदेश में स्वदेशी वस्तु को बढ़ावा दिया जा रहा है। हमें अपने देश की समान खरीद कर देश को आत्मनिर्भर बनाने में सहयोग करना चाहिए। श्रीमती राजवाड़े ने कहा कि लगातार स्वदेशी मेला के माध्यम से यह प्रयास किया जा रहा है। पहले हमारा देश आर्थिक स्थिति में 11 वे नंबर पर था लेकिन आज हमारा देश 5 वे नंबर पर आ कर मजबूत हुआ है। हमें इस बात का ज्ञान होना चाहिए कि हमारे पास कौन सी स्वदेशी वस्तुएं उपलब्ध है। हमें ऑनलाइन खरीदी करते समय इन बातों का ध्यान रखना चाहिए कि उपयोग करने वाली वस्तुएं स्वदेशी हो। कवर्धा के स्वदेशी मेले में बहुत सारे स्वदेशी वस्तुओं का स्टॉल लगाया गया है। उन्होंने कहा कि आने वाली पीढ़ी को इस बात की जानकारी होना चाहिए कि देश की अर्थव्यवस्था कैसे बढ़ेगी हम आत्मनिर्भर कैसे होंगे। हमारा दायित्व है कि हम आने वाली पीढ़ी को देश में बनी चीजों का उपयोग करने के लिए प्रेरित करें।
उल्लेखनीय है कि कवर्धा जिले में पहली बार स्वदेशी मेला का आयोजन हो रहा है, जिसका आगाज 17 अक्टूबर से कवर्धा के पीजी कॉलेज ग्राउंड में हुआ। स्वदेशी मेला में विभिन्न राज्यों से स्वदेशी उत्पादों के हैंडीक्राफ्ट, हैंडलूम के अलावा लखनऊ, बिहार, मध्यप्रदेश, दिल्ली, पंजाब और कश्मीर तक के स्टाल की प्रदर्शनी लगाया गया है। साथ ही प्रतिदिन भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। स्वदेशी मेले का मुख्य उद्देश्य स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देना तथा लोगों तक स्वदेशी उत्पादों के प्रति जागरूकता पैदा करना है। स्वदेशी मेला को लेकर जिले के नागरिकों में काफी उत्साह देखा जा रहा है। स्वदेशी मेला में 150 से अधिक स्टाल, सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिए मंच और संचालन के लिए आफिस का भव्य सेटअप बनाया गया है।
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना के लाभ से सुपोषित हुआ कान्हा
जिले में कुल 11 हजार 557 माताओं को कुल राशि 4 करोड़ 11 लाख 88 हजार रुपए की सहायता
प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना केंद्र शासन द्वारा गर्भवती एवं शिशुवती महिलाओं को अपने और अपने बच्चे की स्वास्थ्य की देखभाल और इस अवस्था में मजदूरी राशि की भरपाई हो पाए इस उद्देश्य से यह योजना प्रारंभ की गई है। कलेक्टर श्री विनय लंगेह के मार्गदर्शन और जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री समीर पांडे के नेतृत्व में समस्त पात्र महिलाओं का विशेष अभियान चलाकर योजना से लाभान्वित किया जा रहा है। जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी श्री अजय साहू ने बताया कि योजना में अब तक प्रथम प्रसव वाले पंजीकृत 8534 में से 7050 लाभान्वित तथा द्वितीय प्रसव बालिका के रूप में पंजीकृत 3180 में से 2756 बालिकाओं को लाभान्वित किया गया है। इस प्रकार जिले में कुल 11 हजार 557 माताओं को कुल राशि 4 करोड़ 11 लाख 88 हजार रुपए की राशि का भुगतान किया जा चुका है। इस योजना से प्राप्त राशि का उपयोग माताएं स्वस्थ्य एवं निरोगी बच्चे जन्म ले इस हेतु कर रहे है।
एकीकृत बाल विकास परियोजना पिथौरा के ग्राम ’’राजा डेरा’’ की रहने वाली ’’रोशनी यादव’’ के जीवन में एक महत्वपूर्ण बदलाव तब आया, जब उसने पहली बार गर्भवती होने का सुखद अनुभव पाया। इस नए सफर को आसान और सुरक्षित बनाने में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता नूरा ठाकुर’ और ’’प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना’’ की अहम भूमिका रही। गर्भवती होने के बाद, नूरा ठाकुर ने रोशनी का ’’आंगनवाड़ी में पंजीकरण’’ किया और सभी ’’स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध’’ कराईं। गर्भावस्था के दौरान ज़रूरी ’’टीकाकरण’’ सुनिश्चित किया गया, जिससे वह स्वस्थ बनी रहें। जब नूरा ने रोशनी को बताया कि पहली बार गर्भवती होने पर वह ’’प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना’’ की पात्र हैं, तो रोशनी ने तुरंत आवेदन कर दिया। कुछ ही दिनों में योजना के तहत 3,000 रुपए की पहली किस्त उनके ’’बैंक खाते’’ में जमा हो गई।
आंगनवाड़ी कार्यकर्ता ने रोशनी को सलाह दी कि वह इस राशि से ’’पोषण पेटी’’ तैयार करें, जिसमें ’’चना, गुड़, तिल, फल्लीदाना, और फल’’ जैसे पौष्टिक आहार शामिल हों। रोजाना इन चीजों का सेवन करने से रोशनी का ’’हीमोग्लोबिन स्तर 11 ग्राम’’ हो गया, जिससे वह गर्भावस्था के दौरान हमेशा ऊर्जावान और स्वस्थ रहीं। नौ महीने बाद, रोशनी ने ’’नॉर्मल डिलीवरी’’ के जरिए ’’3 किलो 700 ग्राम’’ के स्वस्थ ’’बच्चे कान्हा’’ को जन्म दिया। माँ और बच्चा दोनों स्वस्थ थे, और यह उनके सही पोषण और समय पर की गई देखभाल का नतीजा था। बच्चे के साढ़े तीन माह का टीकाकरण पूरा होने के बाद, रोशनी को ’’प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना’’ की दूसरी किस्त’’ के रूप में 2,000 रुपए और मिले। इस राशि के सही उपयोग को सुनिश्चित करने के लिए ’’परियोजना अधिकारी पिथौरा और पर्यवेक्षक’’ ने रोशनी के घर जाकर उसे फिर से ’’पोषण पेटी’’ तैयार करने के लिए प्रेरित किया। पोषण पेटी और नियमित स्वास्थ्य सेवाओं का फायदा उठाते हुए, आज रोशनी और उसका बेटा दोनों ही ’’स्वस्थ और निरोगी’’ हैं।
बस्तर मड़ई और क्षेत्रीय सरस मेला में भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन
मशहूर भजन गायक हंसराज रघुवंशी ने अपनी सुरमयी प्रस्तुति से जीता सभी का दिल
बस्तर मड़ई में 19 अक्टूबर को राष्ट्रीय फिल्म पुरुस्कार से सम्मानित पार्श्व गायिका मोनाली ठाकुर की होगी प्रस्तुति
बस्तर मड़ई और क्षेत्रीय सरस मेला के अवसर पर लालबाग मैदान में गुरुवार की शाम भव्य सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में मशहूर भजन गायक हंसराज रघुवंशी ने अपनी सुरमयी प्रस्तुति से सभी का दिल जीत लिया। हजारों की संख्या में उपस्थित दर्शकों ने इस कार्यक्रम का भरपूर आनंद उठाया।
हंसराज रघुवंशी, जिनकी गाथा गीतों और भजनों के लिए विशेष पहचान है, ने अपनी धुनों और भक्ति रस से सराबोर गीतों से पूरे माहौल को भक्तिमय बना दिया। उन्होंने अपनी प्रसिद्ध गीत “मेरा भोला है भंडारी” के साथ एक के बाद एक लोकप्रिय भजन प्रस्तुत किए, जिनमें जय शिव शंकर, मेरे भोलेनाथ और अन्य कई प्रसिद्ध गीत शामिल थे। रघुवंशी ने अपनी प्रस्तुति के दौरान दर्शकों से गीत में सहयोग और तालियों से सहभागिता की अपील की, तो दर्शकों ने भी बराबर सहायता की। कार्यक्रम में नारायणपुर के प्रसिद्ध अबुझमाड मलखंभ अकादमी के हुनरबाज मलखंभ प्रदर्शन, बादल अकादमी की प्रस्तुति सहित स्थानीय लोकनृत्य दलों ने भी प्रस्तुति दी। दर्शकों की हजारों की संख्या में पहुँचने वाले बस्तरवासियों के साथ ही समीपवर्ती जिलों और ओड़िसा राज्य के भी जन पहुँचे थे।
शासन और जिला प्रशासन द्वारा आयोजित इस बस्तर मड़ई और सरस मेला क्षेत्र भी चहल-पहल से भरा रहा, जहां विभागीय योजनाओं की प्रदर्शनी तथा स्व-सहायता समूहों के उत्पाद और हस्तशिल्प के स्टॉल ने लोगों का ध्यान आकर्षित किया। मेला में आई भीड़ ने न केवल सांस्कृतिक कार्यक्रम का आनंद लिया, बल्कि बस्तर की समृद्ध लोक संस्कृति और शिल्प का भी अनुभव किया। बस्तर मड़ई और क्षेत्रीय सरस मेला का यह आयोजन प्रदेश एवं अन्य राज्य की संस्कृति, परंपरा और कला को बढ़ावा देने के उद्देश्य से किया गया है। हंसराज रघुवंशी जैसे कलाकारों की उपस्थिति ने इस आयोजन को और भी खास बना दिया। शुक्रवार 18 अक्टूबर की शाम को दायरा बैंड की प्रस्तुति होगी और 19 अक्टूबर को ‘मोह मोह के धागे’ गीत से राष्ट्रीय फिल्म पुरुस्कार से सम्मानित पाश्र्व गायिका मोनाली ठाकुर और गायक शबाब सबरी की प्रस्तुति होगी। साथ ही स्थानीय लोकनृत्य दलों द्वारा भी शानदार प्रस्तुति दी जाएगी।
कार्यक्रम के अंत में दर्शकों ने हंसराज रघुवंशी को अपनी प्रस्तुति के लिए धन्यवाद दिया और आयोजक छत्तीसगढ़ शासन और जिला प्रशासन को इस अद्भुत सांस्कृतिक उत्सव के आयोजन के लिए सराहा। जिला प्रशासन द्वारा गायक श्री रघुवंशी को स्मृति स्वरूप बस्तर मड़ई का प्रतीक चिन्ह भेंट किया गया। इस अवसर पर सांसद श्री महेश कश्यप, कलेक्टर श्री हरिस एस, पुलिस अधीक्षक श्री शलभ सिन्हा, सीईओ जिला पंचायत श्री प्रकाश सर्वे सहित अन्य गणमान्य जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी उपस्थित थे।
रायपुर में होगा भारतीय सड़क कांग्रेस का 83 वां अधिवेशन
पांच दिवसीय आयोजन के दौरान छत्तीसगढ़ के वैभव, संस्कृति और विकास के विभिन्न आयामों से रू-ब-रु होंगे देश-विदेश के प्रतिभागी
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने तैयारियों की समीक्षा की
विभागीय अभियंताओं को नवीन अनुसंधानों और नई तकनीकों से जोड़ने सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित करने के दिए निर्देश
भारतीय सड़क कांग्रेस का 83 वां वार्षिक अधिवेशन 7 नवम्बर से 11 नवम्बर तक राजधानी रायपुर में आयोजित होगा। उप मुख्यमंत्री तथा लोक निर्माण मंत्री श्री अरुण साव ने विभागीय सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह, प्रमुख अभियंता श्री के.के पीपरी, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के क्षेत्रीय अधिकारी, सड़क परिवहन मंत्रालय के क्षेत्रीय अधिकारी, रायपुर नगर निगम के कमिश्नर श्री अबिनाश मिश्रा तथा अधिवेशन से संबंधित सभी स्टीयरिंग कमेटी के सदस्यों के साथ रायपुर के पंडित दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम एवं साइंस कॉलेज परिसर में होने वाले इस आयोजन की तैयारियों की समीक्षा की और आवश्यक निर्देश दिए।
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने रायपुर के नवीन विश्राम भवन में हुई समीक्षा बैठक में अधिकारियों को आयोजन की पुख्ता तैयारियां सुनिश्चित करने को कहा, जिससे कि इसमें शामिल होने वाले देश-विदेश के अतिथि छत्तीसगढ़ के वैभव से रू-ब-रू हो सकें। साथ ही वे छत्तीसगढ़ की संस्कृति और यहां के विकास के विभिन्न आयामों को अनुभव कर सकें। उन्होंने अधिवेशन में अतिथियों का सत्कार छत्तीसगढ़ की संस्कृति के अनुरूप सुनिश्चित करने को कहा।
उप मुख्यमंत्री श्री साव ने प्रदेश के बहुआयामी विकास के प्रदर्शन के लिए अधिवेशन स्थल पर पॉवर एवं इन्फ्रास्ट्रक्चर के अग्रणी संस्थानों एन.एम.डी.सी., एन.टी.पी.सी., सेल (भिलाई स्टील प्लांट), छत्तीसगढ़ विद्युत उत्पादन कंपनी तथा विभिन्न विकास निगमों के स्टॉल एवं प्रदर्शनी लगाने के निर्देश दिए। उन्होंने अतिथियों को छत्तीसगढ़ की कला, शिल्प और लोक संस्कृति से अवगत कराने छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प, ग्रामोद्योग, पर्यटन, संजीवनी, वन विकास इत्यादि के स्टॉल्स का भी समुचित समायोजन आयोजन स्थल पर करने को कहा।
श्री साव ने युवा अभियंताओं को प्रोत्साहन के लिए अधिवेशन के दौरान विभिन्न प्रतियोगिताओं के आयोजन तथा राज्य के अभियांत्रिकी महाविद्यालयों के मेधावी विद्यार्थियों के लिए विद्यार्थी सदस्यता प्रदान करने के निर्देश बैठक में दिए। उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अभियंताओं को नवीन अनुसंधानों और निर्माण कार्यों में अन्य प्रदेशों में अपनाई जा रही नई तकनीकों की विस्तृत विवेचना एवं प्रशिक्षण के लिए सक्रियता से आयोजन से जोड़ने को कहा। उन्होंने रायपुर में आयोजित हो रहे भारतीय सड़क कांग्रेस के इस 83 वें वार्षिक अधिवेशन का प्रदेश स्तर पर व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करने के निर्देश दिए, जिससे प्रदेश के अभियंताओं को देश की प्रमुख संस्थानों के वैज्ञानिकों के व्याख्यान द्वारा ज्ञानार्जन का सुअवसर प्राप्त हो सके।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रीना बाबासाहेब कंगाले ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की ली बैठक
रायपुर नगर (दक्षिण) विधानसभा उप-निर्वाचन के लिए आदर्श आचार संहिता, निर्वाचन व्यय और भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों की दी जानकारी
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रीना बाबासाहेब कंगाले ने आज प्रदेश के मान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों की बैठक ली। उन्होंने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय में आयोजित बैठक में रायपुर नगर (दक्षिण) विधानसभा उप-निर्वाचन के लिए आदर्श आचार संहिता, निर्वाचन व्यय, मतदान के दिन की व्यवस्था और भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों की जानकारी दी। उल्लेखनीय है कि भारत निर्वाचन आयोग द्वारा 15 अक्टूबर को रायपुर नगर (दक्षिण) विधानसभा उप-निर्वाचन के कार्यक्रम की घोषणा कर दी गई है। रायपुर नगर (दक्षिण) उप-निर्वाचन के लिए 13 नवम्बर को मतदान और 23 नवम्बर को मतों की गिनती होगी।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रीना बाबासाहेब कंगाले ने राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को बताया कि निर्वाचन कार्यक्रम की घोषणा के साथ ही रायपुर नगर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में आदर्श आचारसंहिता प्रभावशील हो गई है। उन्होंने बताया कि मतदान के लिए रायपुर नगर दक्षिण विधानसभा क्षेत्र में 253 मतदान केंद्र हैं जो सभी शहरी क्षेत्र में स्थित हैं। उन्होंने कहा कि 1500 से अधिक मतदाता संख्या वाले 13 मतदान केंद्रों में सहायक मतदान केंद्र बनाए जाएंगे।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती रीना कंगाले ने जानकारी दी कि आयोग के निर्देशानुसार मतदान केंद्रों में मतदाता भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जारी फोटोयुक्त मतदाता पहचान पत्र के साथ ही आयोग द्वारा अधिसूचित 12 अन्य तरह के पहचान पत्र दिखाकर मतदान कर सकते हैं।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्रीमती कंगाले ने बैठक में राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को जानकारी दी कि नामनिर्देशन के लिए अभ्यर्थी के मात्र 3 वाहन ही नामांकन केंद्र के 100 मीटर की परिधि में प्रवेश कर सकेंगे। नामनिर्देशन के लिए अभ्यर्थी सहित कुल 5 व्यक्ति ही नामांकन कक्ष में प्रवेश कर सकेंगे। श्रीमती कंगाले ने बताया कि आदर्श आचारण संहिता के उल्लंघन की शिकायत सी-विजिल एप के माध्यम से की जा सकती है। भारत निर्वाचन आयोग के सुविधा मोबाइल एप के माध्यम से उम्मीदवार और राजनीतिक दल विभिन्न तरह की अनुमतियों के लिए आवेदन दे सकते हैं।
बैठक में राजनीतिक दलों एवं अभ्यर्थियों द्वारा निर्वाचन के दौरान व्यय किए जाने की सीमा तथा व्यय लेखों के संधारण के संबंध में आयोग के निर्देशों की जानकारी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को दी गई। बैठक में बताया गया कि निर्वाचन के दौरान अभ्यर्थी द्वारा किए जाने वाले निर्वाचन व्यय की सीमा 40 लाख रुपए होगी । बैठक में निर्वाचन अवधि के दौरान वाहनों व रैलियों की अनुमति की प्रक्रिया तथा इस संबंध में भारत निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों से भी राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों को अवगत कराया गया।
बैठक में संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री पी.एस. ध्रुव, उप मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री विनय अग्रवाल और श्री अपूर्व प्रियेश टोप्पो तथा सहायक मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी श्री रूपेश वर्मा और श्रीमती शारदा अग्रवाल सहित विभिन्न राजनैतिक दलों के प्रतिनिधिगण उपस्थित थे।
छत्तीसगढ़ कर्मचारी-अधिकारी संयुक्त मोर्चा ने डीए की घोषणा करने पर मुख्यमंत्री श्री साय को दिया धन्यवाद
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय से छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी संयुक्त मोर्चा के प्रतिनिधि मंडल ने मुलाकात कर राज्य के कर्मचारियों के लिए चार प्रतिशत महंगाई भत्ता (डीए) की घोषणा पर उनके प्रति आभार व्यक्त किया l प्रतिनिधि मंडल ने मंत्रालय महानदी भवन में मुख्यमंत्री से मुलाकात कर आभार प्रकट किया।
इस अवसर पर वित्त मंत्री श्री ओ. पी. चौधरी, वन मंत्री श्री केदार कश्यप, खेल मंत्री श्री टंक राम वर्मा, मोर्चा के पदाधिकारी सर्व श्री अनिल शुक्ला, महेंद्र सिंह राजपूत, संजय सिंह, ओ पी शर्मा, तीरथलाल सेन, बालकृष्ण साहू, जितेंद्र सिंह ठाकुर, अशोक कुमार नावरे, भोला राम किर, सूरज प्रसाद देवांगन, संजय तिवारी, आशीष सिंह ठाकुर उपस्थित थे l
मंत्रिपरिषद की बैठक : दिनांक 16 अक्टूबर 2024
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की अध्यक्षता में आज यहां मंत्रालय महानदी भवन में आयोजित कैबिनेट की बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए -
खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 में समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन तथा कस्टम मिलिंग की नीति का अनुमोदन किया गया। मंत्रिमण्डलीय उप समिति की अनुशंसा के आधार पर राज्य में खरीफ विपणन वर्ष 2024-25 के दौरान समर्थन मूल्य पर राज्य के किसानों से नगद एवं लिंकिंग में धान खरीदी 14 नवम्बर 2024 से प्रारंभ करने का निर्णय लिया गया। राज्य में धान खरीदी 31 जनवरी 2025 तक की जाएगी।
समर्थन मूल्य पर धान खरीदी के लिए कृषि विभाग द्वारा एकीकृत किसान पोर्टल के माध्यम से किसान पंजीयन की प्रक्रिया जारी है, जो 31 अक्टूबर 2024 तक चलेगी। वर्ष 2024-25 में 160 लाख टन धान के उपार्जन का अनुमान है। समर्थन मूल्य पर धान उपार्जन के लिए बायोमेट्रिक व्यवस्था पूर्व वर्ष की भांति लागू रहेगी। मंत्रिपरिषद में खरीदी केन्द्रों में धान के नियंत्रित एवं व्यवस्थित रूप से उपार्जन हेतु सीमांत एवं लघु कृषकों को अधिकतम दो टोकन तथा दीर्घ कृषकों को अधिकतम तीन टोकन प्रदाय करने का निर्णय लिया गया। सभी खरीदी केन्द्रों में इलेक्ट्रॉनिक तौल यंत्र के माध्यम से धान खरीदी होगी। धान खरीदी के लिए 4.02 लाख गठान नये जूट बारदाना जूट कमिश्नर के माध्यम से क्रय करने की स्वीकृति दी गई है। धान खरीदी के लिए कुल 8 लाख गठान बारदाने की जरूरत होगी।
मंत्रिपरिषद की बैठक में खरीफ विपणन वर्ष 2023-24 में सहकारी समितियों में कार्यरत डाटाएन्ट्री ऑपरेटरों को 18,420 रूपए प्रतिमाह के मान से कुल 12 माह का मानदेय भुगतान का निर्णय लिया गया। इस पर कुल 60 करोड़ 54 लाख रूपए का व्यय भार आएगा। जिसके भुगतान के लिए पूर्व वर्षाें की भांति राशि मार्कफेड को प्रदाय की जाएगी।
विशुद्ध रूप से राजनीतिक आंदोलनों से संबंधित प्रकरणों को जनहित में न्यायालय से वापस लिये जाने के संबंध में गठित मंत्रिपरिषद की उपसमिति द्वारा अनुशंसित 49 प्रकरणों को माननीय न्यायालय से वापस लिए जाने का निर्णय लिया गया है।
मंत्रिपरिषद ने छत्तीसगढ़ पुलिस कार्यपालिक (अराजपत्रित) सेवा भर्ती नियम 2021 के नियम 8 (2) में सूबेदार/उप निरीक्षक संवर्ग/प्लाटून कमाण्डर के पद पर नियुक्ति हेतु भर्ती प्रक्रिया वर्ष 2024 में केवल एक बार के लिए अभ्यार्थियों की निर्धारित अधिकतम आयु सीमा में 05 वर्ष की छूट प्रदान करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। सभी छूटों को मिलाकर अधिकतम आयु सीमा 45 वर्ष से अधिक नहीं होगी।
राज्य के सभी ग्राम पंचायतों के प्रत्येक घर में स्वच्छ पेयजल की आपूर्ति सुनिश्चित करने हेतु छत्तीसगढ़ ग्रामीण पेयजल संचालन एवं संधारण नियम, 2024 के प्रारूप का अनुमोदन किया गया। जिसके तहत पंचायत की सामान्य प्रशासन समिति अपने दायित्वों के साथ-साथ ग्रामीण पेयजल व्यवस्था के संचालन एवं संधारण का कार्य भी देखेगी। ग्राम सभा के अनुमोदन से जल प्रभार का निर्धारण के अलावा नये कनेक्शन का निर्णय, वित्तीय प्रबंधन, मरम्मत, पेयजल गुणवत्ता का निर्धारण एवं शिकायतों का निराकरण करेगी।
दिवंगत शिक्षक (पंचायत) संवर्ग के कर्मचारियों के अनुकम्पा हेतु पात्र आश्रितों को अनुकम्पा नियुक्ति प्रदान करने का महत्वपूर्ण निर्णय लिया गया। इसके तहत ऐसे शिक्षक (पंचायत) संवर्ग के कर्मचारी जिनकी मृत्यु सेवाकाल में हो गई थी और जिनके आश्रित नियमानुसार अनुकम्पा हेतु पात्र है, उन्हें छत्तीसगढ़ शिक्षक (पंचायत) संवर्ग नियम 2018 के आधार पर पात्रता अनुसार अनुकम्पा नियुक्ति दी जाएगी। ऐसी स्थिति में स्कूल शिक्षा विभाग से पद पूर्ति के लिए पंचायत एवं ग्रामीण विकास विभाग को पद प्रदाय करने के पूर्व के आदेश को शिथिल करने का निर्णय भी लिया गया है, ताकि दिवंगत के पात्र आश्रितों को अनुकम्पा नियुक्ति प्रदान की जा सके।
लोकनायक जयप्रकाश नारायण (मीसा/डी.आई.आर. राजनैतिक या सामाजिक कारणों से निरूद्ध व्यक्ति) सम्मान निधि नियम, 2008 में संशोधन का अनुमोदन किया गया। जिसके तहत दिवंगत लोकतंत्र सेनानियों का राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्ठि की जाएगी तथा अंत्येष्ठि के लिए उनके परिवार को 25 हजार रूपए की सहायता राशि दी जाएगी।
देशी/विदेशी मदिरा बोतलों पर चस्पा किये जाने हेतु Excise Adhesive Label (Hologram) होलोग्राम में अधिक सुरक्षात्मक फीचर्स उपलब्ध कराने के लिए भारत सरकार के उपक्रम भारत प्रतिभूति मुद्रणालय, नासिक रोड (महाराष्ट्र) से होलोग्राम क्रय करने का निर्णय लिया गया।
छत्तीसगढ़ राज्य की औद्योगिक नीति 2019-24 के तहत स्टील डाउन स्ट्रीम प्रोजेक्ट्स, एथेनॉल इकाईयों एवं कोर सेक्टर के सीमेंट उद्योगों के लिये विशेष निवेश प्रोत्साहन पैकेज के निर्धारण का अनुमोदन किया गया।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय जगदलपुर के सीरासार भवन में आयोजित मुरिया दरबार में मांझी-चालकी, मेम्बर-मेम्बरीन और बस्तर दशहरा समिति के पदाधिकारियों से रूबरू हो रहे हैं
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय जगदलपुर के सीरासार भवन में आयोजित मुरिया दरबार में मांझी-चालकी, मेम्बर-मेम्बरीन और बस्तर दशहरा समिति के पदाधिकारियों से रूबरू हो रहे हैं।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने बस्तर दसराहा पसरा के विकास कार्य का किया लोकार्पण
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज बस्तर जिले के एक दिवसीय प्रवास के दौरान 2 करोड़ 99 लाख 78 हजार से अधिक की लागत के बस्तर दसराहा पसरा के विकास कार्य का लोकार्पण किया। यहां दंतेश्वरी मंदिर के समीप स्थित पुराने तहसील कार्यालय का जीर्णोद्धार कर बस्तर दशहरा के लिए समर्पित किया गया है। इसका नाम बस्तर दसराहा पसरा (बस्तर दशहरा हेतु स्थल) दिया गया है।
मुख्यमंत्री ने पसरा में बस्तर दशहरा के विभिन्न रस्मों की फोटो प्रदर्शनी, प्रतीकात्मक रथ, देवी देवताओं के प्रतिकों अवलोकन कर उनकी सराहना की। उन्होंने प्रतीकात्मक रथ के समीप फोटो भी खिंचवाई।
दसराहा पसरा में 75 दिवसीय दशहरा उत्सव में होने वाले मुख्य विधि विधान जिनमें पाट जात्रा, डेरी गढ़ाई, काछन गादी, रैला देवी पूजा, जोगी बिठाई, रथ परिक्रमा, बेल पूजा, निशा जात्रा, मावली परघाव, भीतर रैनी-बाहर रैनी काछन जात्रा, कुटुम्ब जात्रा एवं डोली विदाई की जीवन्त प्रतिकृति स्थापित कर जन सामान्य एवं पर्यटकों को सुलभ जानकारी देने का प्रयास किया गया है।
प्रसिद्ध बस्तर दशहरा पर्व छत्तीसगढ़ की अनुठी सांस्कृतिक विशेषतापूर्ण एवं बस्तर के जन-जातियों की आराध्य देवी दन्तेश्वरी तथा स्थानीय देवी-देवताओं की पूजा विधान के रूप में मनाया जाता है। तहसील कार्यालय में पहले से चली आ रही परंपरा अनुसार दशहरा पर्व में शामिल होने वाले क्षेत्र के सभी देवी देवता, आंगादेव, देवी की छत्र की उपस्थिति का दर्ज इसी स्थल पर किया जाता रहा है। इसलिए प्रशासन द्वारा तहसील कार्यालय को अन्य स्थल पर स्थांनातरित कर पुराने तहसील कार्यालय को दसराहा पसरा के लिए चिन्हांकित कर दिया गया है।
इस अवसर पर वनमंत्री श्री केदार कश्यप, सांसद श्री महेश कश्यप, कांकेर सांसद श्री भोजराज नाग, विधायक श्री किरण देव, कोंडागाँव विधायक लता उसेंडी,चित्रकोट विधायक विनायक गोयल, दंतेवाड़ा विधायक श्री चैतराम अटामी, महापौर सफिरा साहू, साथ ही पूर्व सांसद और विधायक, पार्षदगण एवं अन्य गणमान्य जनप्रतिनिधि, कमिश्नर श्री डोमन सिंह, आईजी श्री सुंदरराज पी., कलेक्टर श्री हरिस एस, पुलिस अधीक्षक श्री शलभ सिन्हा सहित अन्य गणमान्य जनप्रतिनिधि और अधिकारी उपस्थित थे।