छत्तीसगढ़
वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी औचक निरीक्षण में पहुंचे पुसौर स्कूल
स्पष्ट लक्ष्य के साथ कामयाब व्यक्तित्व विकास के लिए करें पढ़ाई: वित्त मंत्री श्री चौधरी
प्रयोगशाला निर्माण हेतु 20 लाख एवं पुस्तकों के लिए 2 लाख रुपये की घोषणा
प्रतियोगी परीक्षाओं एवं शासन की छात्रोपयोगी योजनाओं से संबंधित कैरियर मार्गदर्शिका पुस्तक का किया वितरण
Raipur: Finance Minister Shri OP Chaudhary reached Pusaur School for surprise inspection.
वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी आज रायगढ़ प्रवास के दौरान विकास खंड पुसौर शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के औचक निरीक्षण में पहुंचे। वित्त मंत्री श्री चौधरी ने स्कूल का भ्रमण कर विद्यालय के मूलभुत सुविधाओं की जानकारी ली। यहां उन्होंने विद्यालय में प्रयोगशाला निर्माण के लिए 20 लाख रूपये तथा पुस्तकालय के पुस्तकों हेतु 2 लाख रुपये की घोषणा की।
वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि आने वाले चार से पांच वर्ष आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है। अपने लिए स्पष्ट लक्ष्य बनाकर कामयाबी हासिल करने के लिए पढ़ाई करें, ताकि आपका भविष्य बन सके। उन्होंने कहा कि आज के दौर प्रतिस्पर्धा का दौर है, शुरूआती असफलताओं से निराश और हताश न होकर अपने लक्ष्य पर ध्यान केन्द्रित करें। बड़ी सोच और रणनीति बनाकर पढ़ाई करें, तभी लक्ष्य की प्राप्ति होगी। उन्होंने कहा कि आज भारत विकासशील से विकसित राष्ट्र की ओर अग्रसर हो रहा है। यहां अलग-अलग क्षेत्र में कैरियर के विभिन्न अवसर तैयार हो रहे है। आपको उस अवसर को प्राप्त करने के लिए तैयार होना होगा। उन्होंने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारियों पर चर्चा कर करते हुए टिप्स के साथ ही कैरियर के विभिन्न विकल्प की जानकारी भी दी। उन्होंने विद्यार्थियों से अपने जीवन के संघर्ष एवं अनुभव भी साझा किए। इस अवसर पर श्री भरत षडंगी, श्री विलीस गुप्ता, विकासखण्ड शिक्षा अधिकारी पुसौर श्रीमती ए.बी. केरकेट्टा, सहित पुसौर नगर पंचायत के गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे।
कैरियर मार्गदर्शिका का किया वितरण
वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने उच्च शिक्षा, छात्रवृत्ति, शासकीय नौकरी के लिए आयोजित प्रतियोगी परीक्षाओं एवं शासन की छात्रोपयोगी योजनाओं से संबंधित कैरियर मार्गदर्शिका पुस्तक का वितरण किया। उन्होंने कहा कि कैरियर मार्गदर्शिका आपको उच्च शिक्षा से संबंधित जिज्ञासा के साथ सामान्य ज्ञान को पूर्ण करने में सहायक होगी।
पानी को संरक्षित करने की शपथ लेकर संगठित हुए 36 कमार परिवार
पीपरहीभर्री में 36 कमार परिवार जल संरक्षण हेतु बना रहे डाईक डबरी और तालाब
जंगल और जमीन को हरा-भरा रखने निभा रहे जिम्मेदारी
जल जगार महोत्सव गंगरेल में 5 एवं 6 अक्टूबर को
जल का संरक्षण करने और उसके दुरूपयोग को रोकने के लिए धमतरी जिला प्रशासन द्वारा जिले में जल जगार महोत्सव मनाया जा रहा है। नारी शक्ति से जल शक्ति के तहत आयोजित इस अभियान में जिले के विशेष जनजाति कमार आदिवासी परिवार भी पीछे नहीं रहे। पानी के गिरते हुए स्तर से चिंतित होकर कमार आदिवासी भी स्वयं की जमीन में वर्षा जल को संचित करने के लिए वचनबद्ध हैं। उन्होंने इसके लिए पीपरहीभर्री में तालाब, डबरी और डाइक निर्माण करने अपना कदम बढ़ा रहे हैं। जिले के वनांचल आदिवासी बाहुल्य नगरी विकासखण्ड के ग्राम पीपरहीभर्री के 36 कमार परिवारों ने वन अधिकार अधिनियम के तहत उन्हें मिले जमीन पर जल संरक्षण और संवर्द्धन की दिशा में कार्य करने जुट गए है।
जिले में कलेक्टर सुश्री नम्रता गांधी की पहल पर चल रहे जल जगार उत्सव से प्रेरित होकर अन्य लोगों के साथ-साथ विशेष जनजाति कमार परिवार भी पानी संरक्षित करने आगे आ रहे है। उन्होंने इस ओर कदम बढ़ाते हुए निजी जमीन पर डबरी, तालाब तथा नाला में डाईक बनाने का काम शुरू कर दिया है। ग्राम पीपरहीभर्री के तीन कमार आदिवासी परिवार जहां मछली पालन के लिए तालाब बनाए हैं, वहीं बारिश के पानी को रोकने के लिए डबरियों का भी निर्माण किया जा रहा है। इसके अलावा गांव के समीप से गुजरने वाले नाला में डाईक संरचना बनाई जा रही है, जिससे पानी का स्तर ऊंचा उठे और जमीन पर नमी बनी रहे। साथ ही आसपास के बोर, नलों में वाटर रिचार्ज होती रहे।
गौरतलब है कि नाला में गड्ढानुमा संरचना बनाई जाती है तथा उसमें पानी को रोकने के लिए पॉलीथिन के आकार की संरचना बनाई जाती है, जिसे डाइक कहते हैं। नाला में डाईक बनने से पानी तो भरा रहता है, साथ ही आसपास की जमीन में नमी बनी रहती है। कमार आदिवासी परिवार वनों को हरा-भरा बनाए रखने और वन्य प्राणियों की प्यास बुझाने तथा आने वाले समय में पानी की कमी से निजात पाने के लिए मुस्तैदी से जल संरक्षण की दिशा में कार्य को कर रहे हैं। बता दें कि ग्राम पीपरहीभर्री में 36 कमार आदिवासी परिवार हैं, जिनमें 113 सदस्य हैं। आगामी 5 एवं 6 अक्टूबर को रविशंकर जलाशय गंगरेल बांध में जल जगार महोत्सव का आयोजन वृहद स्तर पर किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना से जया के जीवन में आया बदलाव
भारी मशीनरी की खनक-खनक की आवाज़ से अभ्यस्त होने में कुछ समय लग सकता है। शुरू में जया को फैक्ट्री के जीवन की सटीकता और गति डरावनी लगी। याद रखने के लिए नियम थे, अनुसरण करने के लिए कदम थे और सम्मान करने के लिए पदानुक्रम थे। 38 साल की उम्र में, कोविड-19 की पहली लहर के दौरान अपने पति की अचानक मृत्यु के बाद, जया को एक ऐसी भूमिका में धकेल दिया गया था, जिसके लिए किसी ने उसे तैयार नहीं किया था। जया की कहानी महिलाओं को सशक्त बनाने और समुदायों को बदलने में लेबर हेल्पलाइन और लेबर रिसोर्स सेंटर के दूरगामी प्रभाव का प्रमाण है। छत्तीसगढ़ श्रम विभाग को यूएनडीपी के संसाधन, विशेषज्ञता और सहायता ने इस क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
जया ने कहा, जब मेरे पति का निधन हुआ, तो मुझे ऐसा लगा जैसे मैं घुटन भरे अंधेरे में घिर गई हूं, जिससे बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं मिल पा रहा है। पति की मृत्यु के बाद जीवन आर्थिक कठिनाइयों और सामाजिक कलंक से भरा हुआ था, जो अक्सर भारतीय समाज में विधवा होने के साथ होता है। जया दुख और अविश्वास के सागर में डूबी हुई थी। लेकिन जल्द ही उसे अपने पति के कर्ज की सच्चाई का सामना करना पड़ा। अनिश्चित वित्तीय भविष्य सामने था और जया जानती थी कि उसे चीजों को सही करने के लिए कार्यबल में प्रवेश करना होगा।
आशा की एक किरण रायपुर में स्थापित सीएम श्रमिक हेल्पलाइन (मुख्यमंत्री श्रमिक सहायता केंद्र) के रूप में सामने आई। वहां, जया को मुख्यमंत्री निर्माण श्रमिक मृत्यु एवं दिव्यांग सहायता योजना के बारे में पता चला, जो एक सरकारी योजना थी जो एक मृत मजदूर के परिवार को वित्तीय सहायता प्रदान करती थी। दयालु स्टाफ सदस्यों ने जया को सरकारी योजना की जटिलताओं को समझने में मदद की और उसे 1,00,000 रुपये की सहायता राशि दिलाने में सहायता की।
यह रकम उनकी जीवनरेखा बन गई और कर्ज चुकाने में मदद की। उन्होंने कहा, मेरे पति की अचानक मृत्यु हो गई थी, इसलिए यह योजना बहुत मददगार रही। कर्ज चुकाने के बीच में ही इस योजना ने उन्हें बचाया। जिस दिन जया कर्ज मुक्त हुईं, उनकी सोच बदल गई। उन्हें न केवल राहत मिली, बल्कि आगे बढ़ने का दृढ़ संकल्प भी मिला। जया ने तय किया कि अब समय आ गया है कि वह अपने घर की चारदीवारी से बाहर निकलकर काम पर लग जाएं।
खस्ता मैन्युफैक्चरिंग यूनिट में फैक्ट्री की नौकरी के पहले दिन उसके हाथ-पैर कांप रहे थे। मशीनरी और निर्माण प्रक्रिया डराने वाली थी, लेकिन जया ने पहले भी कई चुनौतियों का सामना किया था। धीरे-धीरे, मुस्कुराते हुए, सौम्य सहकर्मियों की मदद से, जया ने अपनी नई भूमिका को अपनाया।
मुख्यमंत्री की पहल पर 05 और 06 अक्टूबर को राजधानी में होगा भव्य सैन्य प्रदर्शनी समारोह
भीष्म टी-90 टैंक सहित अन्य आर्टिलरी पहंुचे राजधानी
कलेक्टर डॉ गौरव सिंह, एसएसपी श्री संतोष सिंह सहित अन्य अधिकारियों ने किया स्वागत
रैली के रूप में शहर विभिन्न मार्गों से होकर पहंुची साइंस कॉलेज मैदान
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की पहल पर आयोजित होने वाले भव्य सैन्य समारोह के लिए आज राजधानी रायपुर पहुंचे भारतीय सेना के भीष्म टैंक और अन्य आर्टिलरी का शानदार स्वागत किया गया। इसके बाद एक रैली के रूप में टैंक एवं सैन्य उपकरणों का काफिला रायपुर शहर के तेलीबांधा, मरीन ड्राइव, कलेक्ट्रेट, जयस्तंभ और आश्रम चौक होते हुए साइंस कॉलेज मैदान तक मैदान पहुंचा। शहर के नागरिकों में इसे लेकर ख़ास उत्साह रहा। सैकड़ों लोग इस शानदार रैली को मोबाइल से कैप्चर करते दिखे। पूरे रैली में शामिल वाहनों में तिरंगा लहराता रहा।
गौरतलब है कि राजधानी के साइंस कॉलेज मैदान में 05 से 06 अक्टूबर को होने वाले भव्य सैन्य प्रदर्शनी समारोह की तैयारी जोरों पर है। इसमें शामिल होने के लिए भारतीय सेना की सैन्य हथियार आज राजधानी पहंुचे, जिसमें भीष्म टी-90 टैंक, बीएमपी, एल-70, जेएडयू-23, स्ट्रेला और लोरोस शामिल हुए। इसका इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय ज़ोरा के मुख्य गेट पर सुबह कलेक्टर डॉ. गौरव सिंह, एसएसपी श्री संतोष सिंह, नगर निगम आयुक्त श्री अबिनाश मिश्रा, जिला पंचायत सीईओ श्री विश्वदीप सहित अन्य अधिकारियों ने स्वागत किया। भीष्म टैंक और दूसरे सैन्य उपकरणों को वाहनों सहित फूल-मालाओं से सजाया गया था। लोगों ने इस आकर्षण क्षण को अपनें मोबाईलों में फोटो और वीडियों के रूप में रिकार्ड किया। जहां से भी यह काफिला गुजरा, वहां ’भारत माता की जय’ के जयकारों से गूंज उठा।
साइंस कॉलेज मैदान में सैनिको ने किया रिहर्सल-
साइंस कॉलेज मैदान में सैनिको ने डेयर डेविल स्टंट और खुखरी डांस और मिलेट्री बैंड का पूर्वाभ्यास किया।
प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने जशपुर में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय का किया वर्चुअली लोकार्पण और भूमिपूजन
ग्राम सुखरापारा, पत्थलगांव में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय का प्रधानमंत्री ने किया वर्चुअली लोकार्पण
ग्राम ढुढरूडांड़ और विकासखंड फरसाबहार में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय का प्रधानमंत्री ने किया वर्चुअली भूमिपूजन
सरगुज विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष श्रीमती गोमती साय ने एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय सुखरापारा का प्रतीकात्मक तौर पर किया लोकार्पण
राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री स्व. श्री लाल बहादुर शास्त्री के जयंती के अवसर पर आज प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड के हजारीबाग से जशपुर जिले में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय सुखरापारा, विकासखंड पत्थलगांव का वर्चुअली लोकार्पण किया। इसके साथ ही प्रधानमंत्री श्री मोदी ने ग्राम ढुढरूडांड़, विकासखंड कांसाबेल और विकासखंड फरसाबहार में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय का वर्चुअली भूमिपूजन भी किया। आदिवासी विद्यार्थियों की अच्छी शिक्षा के लिए प्रधानमंत्री श्री मोदी ने झारखंड से देश में वर्चुअली तौर पर 1726.2 करोड़ की लागत के 40 एकलव्य आवासीय विद्यालयों का लोकार्पण और 1108.2 करोड़ की लागत के 25 भवनों का शिलान्यास भी किया। इनमें से छत्तीसगढ़ के 04 एकलव्य आवासीय भवनों का लोकार्पण और 03 का शिलान्यास शामिल है। सरगुजा विकास प्राधिकरण की उपाध्यक्ष और पत्थलगांव विधायक श्रीमती गोमती साय ने एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय सुखरापारा का प्रतीकात्मक तौर पर लोकार्पण किया। इस अवसर पर उन्होंने विद्यालय परिसर में एक पेड़ मां के नाम के सार्थक सन्देश के साथ आम का पौधा का रोपण भी किया।
झारखंड से वर्चुअली तौर पर संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री श्री मोदी ने भारत के लोगों को आज की परियोजनाओं के लिए बधाई दी और कहा की महात्मा गांधी की जनजातीय कल्याण के प्रति दृष्टि और विचार हम सबके लिए काफी महत्वपूर्ण है। महात्मा गांधी ने माना कि भारत तभी आगे बढ़ सकता है जब जनजातीय समाज तेजी से आगे बढ़े।प्रधानमंत्री श्री मोदी ने कहा कि आज झारखंड की पावन धरती से 80 हजार करोड़ से अधिक लागत की विकास कार्याे का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है। ये योजनाएं आदिवासी समाज के विकास के लिए समर्पित है। प्रधानमंत्री ने कहा कि यह सरकार द्वारा जनजातीय समुदायों के प्रति प्राथमिकता का प्रमाण है।
नवीनतम तकनीक, स्मार्ट क्लासेस, लैब जैसी सुविधाएं होंगी एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय में
एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय सुखरापारा पत्थलगांव के निर्माण के लिए 37.50 करोड़ की राशि स्वीकृत की गई है। अभी 19.40 करोड़ की लागत से पहले फेज का कार्य पूर्ण हो चुका है। वर्तमान में 10 वीं तक की पढ़ाई विद्यालय में संचालित की जाएगी। दूसरे फेज का निर्माण कार्य पूर्ण हो जाने के बाद 12 वीं तक की पढ़ाई शुरू होगी। विद्यालय को आधुनिक तरीके से बनाया गया है। यहां पर छात्र-छात्राओं के लिए स्मार्ट क्लासेस, लैब, हॉस्टल की सुविधा होगी। इसी तरह ढुढरूडांड़, विकासखंड कांसाबेल में 36.60 करोड़ और विकासखंड फरसाबहार में 36.59 करोड़ की लागत से एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय का निर्माण कराया जाएगा। इस अवसर पर एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय सुखरापारा में श्री सुनील गुप्ता, श्री सुनील अग्रवाल, श्री हरजीत सिंह भाटिया, जिला पंचायत सीईओ श्री अभिषेक कुमार, पत्थलगांव एसडीएम सुश्री आकांक्षा त्रिपाठी, सहायक आयुक्त आदिवासी विकास जशपुर श्री संजय सिंह सहित स्थानीय जनप्रतिनिधि, अधिकारी-कर्मचारी और अन्य लोग मौजूद थे।
महात्मा गांधी के सपनों को पूरा कर रहे हैं प्रधानमंत्री : मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय
धरती आबा से छत्तीसगढ़ के जनजातीय समुदाय होंगे लाभान्वित: मुख्यमंत्री श्री साय
धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान शुरू करने पर पीएम को दिया धन्यवाद
मुख्यमंत्री ने लोगों से स्वच्छता को अपनाने की अपील की
बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के विकास के लिए 192 करोड़ रुपए
के विकास कार्यों का किया लोकार्पण एवं शिलान्यास
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा है कि महात्मा गांधी का सपना था कि जनजातीय समुदाय विकास की मुख्य धारा में शामिल हो और तरक्की करें। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी, महात्मा गांधी के इन्हीं सपनों को पूरा कर रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने उक्त बातें धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के शुभारंभ अवसर पर वर्चुअली जुड़कर कही।
यहां यह उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा आज महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर झारखण्ड के हजारीबाग से देश के जनजातीय इलाकों एवं जनजातियों के उत्थान के लिए धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान का शुभारंभ किया गया। मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय इस कार्यक्रम में बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के राजपुर से वर्चुअली शामिल हुए। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर उक्त अभियान के देशव्यापी शुभारंभ पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी को छत्तीसगढ़ के जनजातीय समुदाय की ओर से धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि इससे छत्तीसगढ़ के जनजातीय समुदाय भी लाभान्वित होंगे और उनके जीवन में नया बदलाव आएगा।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान के माध्यम से 80 हजार करोड़ रुपए का प्रावधान कर 65 हजार से ज्यादा गाँव और 5 करोड़ से अधिक जनजातीय लोगों के कल्याण के लिए कदम बढ़ाया है। इससे छत्तीसगढ़ के 32 जिलों के 138 विकासखण्ड़ों में स्थित 6691 गाँवों में रहने वाली 47 लाख की आबादी को लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि आज छत्तीसगढ़ और जशपुर जिले के लिए गौरव का दिन है कि जशपुर जिले के बगीचा ब्लॉक की आदिवासी महिला मानकुंवर बाई को प्रधानमंत्री ने बातचीत के लिए अपने कार्यक्रम में आमंत्रित किया है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि प्रधानमंत्री ने 15 अगस्त 2014 को स्वच्छ भारत मिशन की घोषणा की और घर-घर शौचालय निर्माण कराया। उन्होंने इसे महिलाओं के सम्मान से जोड़ा। इन शौचालयों को कई राज्यों में इज्जत घर के रुप में जाना जाता है। उन्होंने कहा कि देश के पूर्व प्रधानमंत्री श्री अटल विहारी बाजपेयी ने जनजातीय समाज के विकास के लिए अलग राज्य का निर्माण किया और अलग से जनजाति मंत्रालय का गठन और अनुसूचित जनजाति आयोग का गठन किया।
मुख्यमंत्री श्री साय ने हम सभी स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा के माध्यम से 17 सितंबर से 2 अक्टूबर तक अभियान से जुड़े रहे। उन्होंने लोगों से स्वच्छता को आदत में शामिल करने की अपील की और कहा कि हमें अपने आसपास वातावरण को भी स्वच्छ रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री ने अति पिछड़े विशेष पिछड़ी जनजाति की चिंता की और प्रधानमंत्री जनमन योजना के माध्यम से जनजातीय इलाकों में मूलभूत सुविधाएं जैसे सड़क, बिजली, पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा सहित अन्य कल्याणकारी योजनाओं से लोगों को लाभान्वित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि हमारी सरकार ने शपथ लेते ही अगले दिन से राज्य के गरीबों के कल्याण के लिए काम प्रारंभ कर दिया। प्रधानमंत्री आवास योजना अंतर्गत 18 लाख आवास की स्वीकृति प्रदान की जिसकी राशि अब हितग्राहियों के खाते में आने लगी हैं और घर निर्माण प्रारंभ हो गया है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने 3100 रुपये में क्विंटल में प्रति एकड़ 21 क्विंटल धान खरीदी, दो साल का धान के बकाया बोनस की राशि, तेंदूपत्ता प्रति मानक बोरा को 4 हजार से बढ़ाकर 5500 रुपये कर दिया। प्रदेश की 70 लाख महिलाओं के खाते में महतारी वंदन योजना से राशि दी जा रही है। विगत 9 माह के भीतर मोदी की गारंटी की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य किए गए।
सांसद श्री चिंतामणि महाराज ने अपने संबोधन में कहा कि यहां आदिवासी समाज के साथ ही विशेष पिछड़ी जनजाति समाज के लिए पीएम जनमन योजना के तहत मुख्यमंत्री उनके उत्थान के लिए कार्य कर रहे हैं। सरकार जनजाति उत्थान के लिए सकारात्मक कदम उठा रही है। कार्यक्रम को सामरी विधायक श्रीमती उद्देशवरी पैकरा ने भी सम्बोधित किया। इस दौरान जिले की प्रभारी एवं महिला एवं बाल विकास विभाग मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, विधायक श्री प्रबोध मिंज, श्री राजेश अग्रवाल, श्रीमती शकुंतला पोर्ते, युवा आयोग के अध्यक्ष श्री विश्व विजय सिंह तोमर सहित अन्य जनप्रतिनिधि तथा आम नागरिकगण उपस्थित थे।
192 करोड़ रूपए के विकास कार्याें का लोकार्पण-शिलान्यास
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने बलरामपुर-रामानुजगंज के राजपुर में आयोजित कार्यक्रम में 192 करोड़ रुपए से अधिक की लागत वाले विकास एवं निर्माण कार्यों का शिलान्यास एवं लोकार्पण किया। इस मौके पर उन्होंने हितग्राहियों को पीएम आवास की चाबी, श्रम पंजीयन कार्ड अंतर्गत हितग्राहियों को चेक, वन अधिकार पट्टा, आपदा पीड़ितों को सहायता राशि, टीबी मुक्त घोषित 3 ग्रामों को प्रमाण पत्र, ट्रैक्टर, पशुधन विकास विभाग अंतर्गत दो हितग्राहियों को चेक प्रदान किया गया।
राजपुर में लिंक कोर्ट सहित कई घोषणाएं
मुख्यमंत्री श्री साय ने सांसद एवं विधायकगणों के आग्रह पर बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के लिए अनेक विकास कार्यों की घोषणा की। उन्होंने नरसिंहपुर से मरकाडाड़ के मध्य महान नदी में पुल निर्माण, हायर सेकंडरी स्कूल राजपुर के लिए नवीन भवन का निर्माण, राजपुर ब्लॉक में उफिया में चन्दर मुसखोर नाला में पुलिया निर्माण तथा राजपुर में अपर कलेक्टर लिंक कोर्ट प्रारंभ करने की घोषणा की।
बिलासपुर और सरगुजा संभाग में कर्मा महोत्सव
मुख्यमंत्री ने क्षेत्र में पंडो जनजाति की बहुलता को देखते हुए पंडो जनजाति के लिए 50-50 सीटर बालक-बालिका छात्रावास निर्माण की घोषणा की और बिलासपुर और सरगुजा संभाग में प्रतिवर्ष कर्मा महोत्सव का आयोजन कराए जाने की घोषणा की।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने महात्मा गांधी जी की प्रतिमा पर किया माल्यार्पण , स्वच्छता अभियान कार्यक्रम में हुए शामिल
स्वच्छता अभियान कार्यक्रम में हुए शामिल
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज सदर बाजार, आजाद चौक रायपुर स्थित राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उन्होंने महात्मा गांधी जी के सिद्धांतों और उनके आदर्शों को याद करते हुए स्वच्छता के प्रति उनकी प्रतिबद्धता पर प्रकाश डाला।
मुख्यमंत्री श्री साय ने स्वच्छता अभियान में बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया और नागरिकों को स्वच्छता का संकल्प दिलाया। इस दौरान स्वच्छता संबंधी गतिविधियों में भाग लेते हुए उन्होंने उपस्थित जनप्रतिनिधियों के साथ झाड़ू भी लगाई।
इस अवसर पर वन मंत्री श्री केदार कश्यप, लोकसभा सांसद श्री बृजमोहन अग्रवाल, विधायक श्री राजेश मूणत सहित अन्य जनप्रनिधि उपस्थित रहे।
छत्तीसगढ़ के राज्यपाल ने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और लाल बहादुर शास्त्री को किया नमन
छत्तीसगढ़ के राज्यपाल श्री रमेन डेका ने आज नई दिल्ली के छत्तीसगढ़ भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर उन्हें नमन किया। इस मौके पर राज्यपाल ने महापुरुषों के छायाचित्र पर पुष्पांजलि अर्पित कर उनके आदर्शों को स्मरण किया।
राज्यपाल ने अपने संदेश में कहा कि भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के शीर्ष पुरुष ‘‘राष्ट्रपिता‘‘ महात्मा गांधी जी का सम्पूर्ण जीवन हमें सरलता और अहिंसा की सीख देता है। उनके अनमोल विचार हम सभी को सदैव सन्मार्ग प्रदर्शित करते रहेंगे। उन्होंने कहा हमें उनके आदर्शों को अपने व्यवहार और आचरण में उतारने की जरूरत है।
राज्यपाल ने देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री को भी याद करते हुए कहा उनकी सादगी और ईमानदारी सबके लिए प्रेरणा है। उन्होंने शास्त्री जी के प्रसिद्ध नारा ‘‘जय जवान, जय किसान‘‘ का उल्लेख करते हुए कहा कि उनका जीवन आज भी सादगी और निष्ठा के आदर्शों का प्रतीक है।
इस मौके पर आवासीय आयुक्त श्रीमती श्रुति सिंह व अन्य अधिकारी भी उपस्थित रहे।
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने डिजिटल लाइब्रेरी का किया शुभारंभ
ऑनलाइन पढ़ी जा सकेंगी लाइब्रेरी की किताबें
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने आज बिलासपुर के सेंट्रल लाइब्रेरी के फेस-2 स्मार्ट इंटीग्रेटेड लाइब्रेरी एवं कैंटीन सुविधा का लोकार्पण किया। डिजिटल लाइब्रेरी 2.0 में पाठकों को पुस्तकालय में उपलब्ध सभी किताबों का डिजिटल संस्करण मिलेगा। साथ ही पोर्टल के जरिए किताब जारी करने और वापस करने की भी सुविधा मिलेगी। डिजिटल लाइब्रेरी के लोकार्पण कार्यक्रम में विधायक श्री धरमलाल कौशिक, श्री धर्मजीत सिंह और श्री सुशांत शुक्ला, कलेक्टर श्री अवनीश शरण, एसपी श्री रजनेश सिंह एवं नगर निगम के कमिश्नर श्री अमित कुमार भी मौजूद थे।
डिजिटल लाइब्रेरी 2.0, डिजिटल लाइब्रेरी वेब पोर्टल पुस्तकालय में उपलब्ध सभी भौतिक पुस्तकों का विवरण है। इस पोर्टल से छात्र पुस्तक जारी करने और वापसी की प्रक्रिया स्वयं कर सकते हैं। डिजिटल लाइब्रेरी में नए पंजीयन एवं पुराने पंजीयन का नवीनीकरण भी किया गया है। लाइब्रेरी के वेब पोर्टल पर शैक्षणिक विषयवस्तु से संबंधित कई लिंक भी एकीकृत किए गए हैं जिनके माध्यम से छात्र-छात्राएं विषय के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इससे अलग-अलग राज्यों और केंद्र सरकार की जॉब वैकेंसी फॉर्म भी भरे जा सकते हैं।
डिजिटल लाइब्रेरी वेब पोर्टल पुस्तकालय के जरिए सभी आयु वर्ग के बच्चे अपनी आवश्यक सामग्री ऑनलाइन पढ़ सकते हैं। कॉमिक्स, पत्रिकाएँ, समाचार पत्र और जनरल भी इस माध्यम से पढ़े जा सकते हैं। ऑनलाइन बैंकिंग, एसएससी, यूपीएससी इत्यादि से संबंधित किताबें भी पढ़ी जा सकती हैं। डिजिटल लाइब्रेरी के माध्यम से ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूली और महाविद्यालयीन विद्यार्थियों को भी ऑनलाइन शैक्षणिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जा सकेंगी। डिजिटल लाइब्रेरी के लोकार्पण के मौके पर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्र-छात्राएं, निगम के अधिकारी-कर्मचारी और बड़ी संख्या में पाठक मौजूद थे।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेसिंग से भटगांव जल प्रदाय योजना का किया शिलान्यास
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव बिलासपुर से नई दिल्ली और भटगांव में आयोजित कार्यक्रमों में वर्चुअली जुड़े
भटगांव नगर पंचायत में 56.78 करोड़ लागत की जल प्रदाय योजना का काम जल्द होगा शुरू, कार्यादेश जारी, दो साल में पूर्ण करने का लक्ष्य
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज गांधी जयंती पर नई दिल्ली के विज्ञान भवन से वीडियो कॉन्फ्रेसिंग के माध्यम से सूरजपुर जिले के भटगांव नगर पंचायत के लिए 56 करोड़ 78 लाख रुपए की लागत की जल प्रदाय योजना का शिलान्यास किया। अमृत मिशन 2.0 के तहत स्वीकृत इस जल प्रदाय योजना का काम अगले दो वर्षों में पूर्ण होगा। उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री अरुण साव बिलासपुर से नई दिल्ली और भटगांव में आयोजित कार्यक्रमों में वर्चुअली शामिल हुए। उनके साथ बिलासपुर से विधायक श्री धरमलाल कौशिक, श्री धर्मजीत सिंह, श्री सुशांत शुक्ला और जिला पंचायत के अध्यक्ष श्री अरुण सिंह चौहान भी दोनों जगहों में आयोजित कार्यक्रमों से ऑनलाइन जुड़े।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के वर्चुअल उद्बोधन के बाद उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने भी भटगांव में मौजूद लोगों को वर्चुअली सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि इस नई जल प्रदाय योजना के प्रारंभ होने के बाद भटगांववासियों की पेयजल की समस्या दूर होगी। महान नदी के पानी को साफ कर घरों तक पहुंचाया जाएगा। योजना के पूर्ण होने के बाद भटगांव के लोगों को राष्ट्रीय मानक के अनुरूप 135 लीटर जल प्रति व्यक्ति प्रतिदिन उपलब्ध हो सकेगा। श्री साव ने कहा कि हमने ही छत्तीसगढ़ राज्य को बनाया है और इसके विकास की जिम्मेदारी भी हमारी है। उन्होंने संबंधित अधिकारियों को उच्च गुणवत्ता के साथ समय-सीमा में योजना से जुड़े सभी निर्माण कार्यों को पूर्ण करने के निर्देश दिए।
दो एमएलडी क्षमता का जल शोधन संयंत्र बनेगा, 64 किलोमीटर वितरण पाइपलाइन से 3586 नल कनेक्शन दिए जाएंगे
मिशन अमृत 2.0 के तहत स्वीकृत 56 करोड़ 78 लाख रुपए लागत की इस जल प्रदाय योजना में महान नदी के गोंडा एनीकट में इंटेकवेल का निर्माण कर पेयजल भटगांव पहुंचाया जाएगा। एनीकट से रॉ-वॉटर पाइपलाइन के माध्यम से सतही जल को योजना के अंतर्गत प्रस्तावित जल शोधन संयंत्र में शुद्ध कर स्वच्छ पेयजल भटगांव शहर को उपलब्ध कराया जाएगा। वर्तमान में भटगांव शहर में प्रति व्यक्ति 49 लीटर जल प्रतिदिन उपलब्ध हो रहा है। भटगांव की इस नई जल प्रदाय योजना के शुरू होने के बाद वहां प्रति व्यक्ति 135 लीटर प्रतिदिन पेयजल उपलब्ध कराया जा सकेगा।
भटगांव जल प्रदाय योजना के अंतर्गत दो एमएलडी क्षमता के जल शोधन संयंत्र, कुल 750 किलो लीटर क्षमता के तीन उच्च स्तरीय जलागार, 64 किलोमीटर की वितरण पाइपलाइन तथा कुल 3586 निजी नल कनेक्शन प्रदान किए जाएंगे। विगत अगस्त माह में इसके लिए कार्यादेश जारी किया जा चुका है। योजना का काम आगामी 24 महीनों में पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है।
ई-रिक्शा का हेण्डल थाम दुर्गा दौड़ा रही गृहस्थी की गाड़ी
कोविड-19 महामारी और पति के आकस्मिक निधन के बाद आर्थिक तंगी से जूझ रही दुर्गा साहू ने हिम्मत नहीं हारी। छत्तीसगढ़ सरकार के श्रम विभाग द्वारा संचालित दीदी ई-रिक्शा सहायता योजना ने न केवल उसकी जिंदगी बदल दी, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर भी बना दिया।
कोविड-19 महामारी के दौरान, जब निर्माण मज़दूरी के अवसर बंद हो गए, तब दुर्गा पूरी तरह से टूट चुकी थीं। पति की मृत्यु के बाद उनके परिवार की आर्थिक स्थिति बेहद खराब हो गई थी, लेकिन बेटे के भविष्य को ध्यान में रखते हुए दुर्गा ने हार नहीं मानी। दीदी ई-रिक्शा सहायता योजना के तहत दुर्गा ने एक ई-रिक्शा खरीदा और समाज के पूर्वाग्रहों से ऊपर उठकर महिला ई-रिक्शा चालक के रूप में नई पहचान बनाई। उसने दीदी ई-रिक्शा सहायता योजना का लाभ उठाने के लिए अपने श्रमिक पंजीयन कार्ड और बैंक ऋण स्वीकृति सहित आवश्यक दस्तावेज एकत्र किए। स्थानीय बैंक से ऋण प्राप्त करने के बाद, दुर्गा को अपना ई-रिक्शा मिला, जिसने एक आश्रित मजदूर से एक स्व-निर्मित उद्यमी बनने के लिए उसके जीवन का एक महत्वपूर्ण मोड़ साबित हुआ।
रायपुर शहर के सड़कों में दुर्गा के ई-रिक्शे का लाल-पीला रंग उसकी पहचान बन गया है। दुर्गा अब प्रतिदिन 600-800 रुपये कमा रही हैं। इस योजना ने उन्हें सिर्फ आर्थिक आजादी ही नहीं दी, बल्कि उन्हें अपने बच्चों को बेहतर शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करने का मौका भी दिया। दुर्गा अब अपने समुदाय की अग्रणी महिला ई-रिक्शा चालकों में से एक हैं। उनका साहस और परिश्रम न केवल उनकी अपनी सफलता की कहानी है, बल्कि यह लैंगिक समानता और महिलाओं के सशक्तिकरण का प्रतीक भी बन गया है। स्कूल, कॉलेज के विद्यार्थी भी दुर्गा को ई-रिक्शा वाली दीदी के नाम संबोधित करने लगे हैं।
गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ शासन के श्रम कल्याण मंडल द्वारा संचालित दीदी ई-रिक्शा सहायता योजना के तहत 18 वर्ष से 50 वर्ष आयु समूह के न्यूनतम 3 वर्ष से पंजीकृत निर्माण महिला श्रमिकों को एक लाख रूपए अनुदान राशि प्रदान किया जाता है।
मंत्री श्री देवांगन ने गांधी जयंती पर झाड़ू लगाकर दिया स्वच्छता का संदेश
वाणिज्य उद्योग और श्रम मंत्री श्री लखन लाल देवांगन आज बुधवार को गांधी जयंती पर कोरबा नगर निगम क्षेत्र के वार्ड क्रमांक 48 सुमेधा में स्वच्छता अभियान में शामिल हुए। इस अवसर पर मंत्री श्री देवांगन ने अन्य जनप्रतिनिधियों के साथ झाड़ू लगाकर स्वच्छता का संदेश दिया। साथ ही नगर को स्वच्छ बनाने का संकल्प लिया। उन्होंने कहा कि स्वच्छता से बड़ी कोई सेवा नहीं है। हम जिस तरह घर में स्वच्छता और सफाई रखते हैं, उसी तरह सार्वजनिक स्थल व बाहर भी सफाई का ध्यान रखें। कचरा फेंकने के लिए डस्टबिन का उपयोग करें। कुछ ऐसे ही उपाय अपनाकर हम न केवल स्वच्छता को बढ़ावा दे सकते हैं, बल्कि स्वयं को भी स्वस्थ रख सकते हैं।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने आज से 10 साल पहले बापू और शास्त्री जयंती के अवसर पर स्वच्छ भारत अभियान की शुरूआत की थी। जिसका बेहतर प्रतिसाद मिला। प्रदेश सरकार द्वारा हाल ही में स्वच्छता ही सेवा पखवाड़ा का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर जिला उपाध्यक्ष प्रफुल्ल तिवारी, नरेंद्र पाटनवर, मंडल अध्यक्ष ईश्वर साहू, सुनिल भटपहरे, राधे यादव, बुधवार यादव, विजय साहू, नारायण सिंह ठाकुर, अनिल यादव, राज जायसवाल, किशन कैवर्त, संजय कुर्मवंशी, नारायण राजपूत, सुखदेव प्रजापति सहित अधिक संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
अखिल भारतीय वन खेल प्रतियोगिता का आयोजन रायपुर में 16 से 20 अक्टूबर तक
ओलंपिक विजेता मनु भाकर समापन समारोह में होंगी शामिल
छत्तीसगढ़ राज्य 27वीं अखिल भारतीय वन खेल प्रतियोगिता 2024 का गौरवपूर्ण मेज़बान बनने जा रहा है। इस प्रतिष्ठित खेल प्रतियोगिता का आयोजन भारत सरकार के पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के तत्वावधान में रायपुर में 16 से 20 अक्टूबर 2024 तक आयोजित किया जाएगा। छत्तीसगढ़ के लिए यह आयोजन एक महत्वपूर्ण अवसर है, जो राज्य की खेल प्रतिभाओं और वन विभाग के उत्कृष्ट प्रयासों को प्रदर्शित करेगा।
इस खेल महोत्सव में देशभर से वन विभाग के खिलाड़ी विभिन्न खेल प्रतिस्पर्धाओं में भाग लेंगे। प्रतियोगिता का मुख्य आकर्षण 20 अक्टूबर को आयोजित समापन समारोह में पेरिस ओलंपिक 2024 की पदक विजेता और विश्वप्रसिद्ध निशानेबाज मनु भाकर की उपस्थिति होगी, जो खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाएंगी।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और वन मंत्री श्री केदार कश्यप के नेतृत्व में राज्य की तैयारियां जोर-शोर से चल रहीं है। प्रधान मुख्य वन संरक्षक एवं वन बल प्रमुख श्री व्ही. श्रीनिवास राव एवं नोडल अधिकारी श्रीमती शालिनी रैना के निर्देशन में राज्य के खिलाड़ी पेशेवर कोचों की देखरेख में कड़ी मेहनत कर रहे हैं। वन परिसर पंडरी, रायपुर में खिलाड़ियों के लिए उच्चस्तरीय आवास और पौष्टिक भोजन की समुचित व्यवस्था की गई है, ताकि वे अपनी फिटनेस बनाए रख सकें और सर्वाेत्तम प्रदर्शन कर सकें।
छत्तीसगढ़ की टीम को इस प्रतियोगिता में विभिन्न राज्यों और संस्थानों के खिलाडियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ेगा, जिसके लिए टीम पूरी तरह से प्रेरित और आत्मविश्वास से परिपूर्ण है। छत्तीसगढ़ के प्रमुख खिलाड़ियों में अंतरराष्ट्रीय बैडमिंटन खिलाड़ी संगीता राजगोपालन का नाम विशेष उल्लेखनीय है, जिन्होंने राज्य के लिए 100 से अधिक स्वर्ण पदक जीतकर गौरव बढ़ाया है। श्री अरुण प्रसाद, आईएफएस एवं श्री जगदीशन, आईएफएस, के नेतृत्व में खेल चुकी छत्तीसगढ़ की बास्केटबॉल टीम पिछले नौ टूर्नामेंटों में अविजित रही है। इसी प्रकार, राज्य की क्रिकेट टीम ने भी लगातार सात प्रतियोगिताएं जीतकर अपनी श्रेष्ठता साबित कर चुकी है। इस वर्ष भी इन टीमों के खिलाडियों से शानदार प्रदर्शन की अपेक्षा की जा रही है।
राज्य के खिलाड़ी इस वर्ष भी उच्च मनोबल और आत्मविश्वास के साथ इस प्रतिष्ठित प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे। छत्तीसगढ़ को अपने खिलाड़ियों से शानदार प्रदर्शन और एक और सफल अध्याय जोड़ने की पूरी उम्मीद है।
सोशल मीडिया पर जिला एवं पुलिस प्रशासन की पैनी नजर
रिपोर्ट के आधार पर 19 इंस्टाग्राम पेज को किया गया बंद, 3 वीडियो को किया गया डिलीट
कलेक्टर की अध्यक्षता में जिला स्तरीय सोशल मीडिया निगरानी समिति की बैठक हुई संपन्न
शांति व्यवस्था बनाएं रखने के लिए बलौदाबाजार जिले में सोशल मीडिया पर जिला एवं पुलिस प्रशासन पैनी नजर रखे हुए है। जिला स्तरीय सोशल मीडिया निगरानी समिति के रिपोर्ट के आधार पर लगातार संदिग्ध आईडी की पहचान हेतु गूगल, इंस्टाग्राम,फेसबुक, व्हाट्सप कंपनियों से सायबर सेल द्वारा संपर्क किया जा रहा है। जिसके तहत 88 यूआरएल मेटा को भेजा गया था। जिसमें से 19 इंस्ट्राग्राम को पेज को बंद करने की कार्रवाई की गई है। साथ ही 3 इंस्टाग्राम पेज से वीडियो को डिलीट किया गया है। इसके साथ ही अनुविभाग गिरौद द्वारा 5 अपराधियों की पहचान कर एक के खिलाफ धारा 107,116 (3) के तहत कार्रवाई की गई है। इसके साथ ही चार ने माफीनामा कबूल करते हुए उनके परिजनों को उक्त प्रकरणों में भी समझाईश दी गई है। इसके अतिरिक्त सायबर पुलिस एवं थाना प्रभारियों की मदद से सोशल मीडिया में असंवैधानिक एवं गैर कानूनी कार्य करने वाले व्यक्तियों की पहचान कर कार्रवाई की जा रही है।
कलेक्टर दीपक सोनी ने जिले वासियों से अपील करते हुए किसी भी व्यक्ति को सोशल मीडिया में भड़काऊ कंटेन्ट पोस्ट करने बचने कहा है। यदि किसी भी व्यक्ति का पोस्ट भड़काऊ या सामजिक सौहार्द बिगाड़ने वाला होगा तो निश्चित ही सख्त कार्रवाई की जाएगी। गौरतलब है की कानून एवं व्यवस्था के संदर्भ में सोशल मीडिया के प्रभाव को ध्यान में रखते हुए सोशल मीडिया में जिले के सम्बन्ध में चल रहे गतिविधियों पर निगरानी रखने एवं नकारात्मक गतिविधियों सम्बन्धी लेखों पर त्वरित कार्यवाही करने हेतु जिला स्तरीय सोशल मीडिया निगरानी समिति का गठन किया गया है। जिसके माध्यम से सोशल मीडिया में नकारात्मक लेखों,तथ्यों पर 24 घंटे निगरानी रखी जा रही है।अवैधानिक, असंवैधानिक, गैर कानूनी एवं आपत्तिजनक पोस्ट, कमेंट्स आदि पाये जाने पर समिति प्रतिदिन जानकारी संबंधित अनुविभागीय दण्डाधिकारी एवं संबंधित अनुविभागीय अधिकारी पुलिस को त्वरित कार्रवाई हेतु प्रेषित किया जा रहा है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने बलरामपुर-रामानुजगंज जिले में 192.60 करोड़ रूपए की लागत के 108 कार्यों का किया लोकार्पण-भूमिपूजन
कुसमी-सामरी मार्ग का 33.10 करोड़ रूपए की लागत से होगा उन्नयन
राजपुर ग्राम नवापारा और वाड्रफनगर में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के नवीन भवन का भूमिपूजन
नवापारा में 33.95 करोड़ रूपए और वाड्रफनगर में 28.96 करोड़ रूपए की लागत से होगा एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के नवीन भवन का निर्माण
16.41 करोड़ रूपए की लागत से निर्मित होगी बांकी नदी व्यपवर्तन योजना
पीवीटीजी की 9 बसाहटों में पीएम जनमन योजना में बनेंगे बहुउद्देशीय केन्द्र भवन
बलरामपुर जिला चिकित्सालय में पीडियाट्रिक केयर यूनिट का लोकार्पण
बलरामपुर (तामेश्वर नगर) हवाई पट्टी का 4.07 करोड़ रूपए की लागत से होगा उन्नयन
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय द्वारा आज बलरामपुर-रामानुजगंज जिले के राजपुर में आयोजित ‘धरती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान’ के शुभारंभ के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में 192 करोड़ 60 लाख रुपए की लागत के 108 विकास कार्यों का भूमिपूजन, शिलान्यास एवं लोकार्पण किया गया। उन्होंने जिलेवासियों को विकास कार्याे के लिए शुभकामनाएं दी। विकास कार्याे में 97 लाख 57 हजार रुपए के 5 कार्यों का लोकार्पण तथा 191 करोड़ 63 लाख रुपए के 103 कार्यों का भूमिपूजन शामिल है।
मुख्यमंत्री ने जिले से गुजरने वाली प्रमुख सड़कों के मजबूतीकरण, राजपुर के नवापारा और वाड्रफनगर में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के नवीन भवन, स्कूल और छात्रावास के नवीन भवन के निर्माण कार्य, छात्रावास आश्रमों में अतिरिक्त कक्ष के निर्माण, जलाशयों के जीर्णोद्धार, आंगनबाड़ी भवनों के निर्माण, बलरामपुर तामेश्वर नगर हवाई पट्टी के उन्नयन के कार्यों का भूमिपूजन किया।
मुख्यमंत्री ने जिन कार्यों का भूमिपूजन किया, उनमें 33.10 करोड़ रूपए की लागत से कुसमी-सामरी तक 16.60 किलोमीटर सड़क के उन्नयन एवं मजबूतीकरण का कार्य, 33.95 करोड़ रूपए की लागत से राजपुर ग्राम नवापारा में और 28.96 करोड़ रूपए की लागत से वाड्रफनगर में एकलव्य आदर्श आवासीय विद्यालय के नवीन भवन का निर्माण कार्य, 14.18 करोड़ रूपए की लागत से बसंतपुर रामनगर मार्ग में 14 किलोमीटर सड़क उन्नयन का कार्य, बलरामपुर-रामानुजंगज के लरंगसाय चौक से रिंगरोड एवं पावर हाऊस से जय स्तंभ चौक, 3.81 करोड़ रूपए की लागत से भारत माता चौक से रेस्ट हाऊस एवं जय स्तंभ तक 5.825 किलोमीटर मार्ग का मजबूतीकरण, 13.16 करोड़ रूपए की लागत से जिले में अम्बिकापुर धनवार-वाराणसी मार्ग पर 11.60 किलोमीटर सड़क का उन्नयन, 4.07 करोड़ रूपए की लागत से बलरामपुर (तामेश्वर नगर) हवाई पट्टी का उन्नयन एवं सुधार कार्य, 2.16 करोड़ रूपए की लागत से बलरामपुर-रामानुजगंज के महाराजगंज-पचावल 4 किलोमीटर मार्ग का मजबूतीकरण के कार्य प्रमुख हैं।
इसी प्रकार मुख्यमंत्री ने 1.21 करोड़ रूपए की लागत से बरियों में हायर सेकेण्डरी स्कूल भवन के निर्माण, 67-67 लाख रूपए की लागत से नीलकंठपुर और लुरगीखुर्द शासकीय माध्यमिक शाला भवन के निर्माण कार्य, 3 करोड़ रूपए की लागत से छात्रावास-आश्रमों में अतिरिक्त कक्ष निर्माण के 29 कार्य, 60-60 लाख रूपए की लागत से पीवीटीजी बसाहटों में पीएम जनमन योजना अंतर्गत 9 बहुउद्देशीय केन्द्र भवन के निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया। पीवीटीजी बसाहटों - शंकरगढ़ विकासखण्ड के आमाकोना ग्राम पोंड़ीखुर्द, कुसमी विकासखण्ड के ढोढ़ाचॉपी ग्राम पंचायत भुलसीखुर्द, महुआटोली ग्राम चरहु, खासपारा ग्राम पेंडारडीह, भुताही ग्राम पुन्दाग, रजुआढोढ़ी ग्राम पोंडीखुर्द, पतरापारा ग्राम भोंदना, जम्होर और शंकरगढ़ विकासखण्ड के दशनी कोरवापारा ग्राम खैरडीह में बनने वाले एक-एक बहुउद्देशीय केन्द्र भवन का भूमिपूजन किया।
इसी प्रकार मुख्यमंत्री ने 2.75 करोड़ रूपए की लागत से शंकरगढ़ के धारानगर हायर सेकेण्डरी स्कूल में बालक छात्रावास निर्माण, 1.86-1.86 करोड़ रूपए की लागत से सामरी और बरियों के हायर सेकेण्डरी स्कूल में बनने वाले 50-50 सीटर बालक छात्रावास निर्माण कार्य, 39.01 करोड़ रूपए की लागत से बदौली जलाशय, करवां जलाशय, मुरका जलाशय, जगिमा जलाशय, झिक्की व्यपवर्तन योजना, खर्रा जलाशय, श्रीकोट व्यपवर्तन योजना, कोरंधा जलाशय, उलियाबांध एवं नहर के जीर्णोद्धार तथा बांकी नदी व्यपवर्तन योजना के निर्माण का भूमिपूजन किया। बांकी नदी व्यपवर्तन योजना का निर्माण 16.41 करोड़ रूपए की लागत से किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने सामरी रामानुजगंज और प्रतापपुर 4.79 करोड़ रूपए की लागत से 41 नवीन आंगनबाड़ी भवनों के निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया।
स्वास्थ्य सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए 5 कार्यों का लोकार्पण
मुख्यमंत्री ने स्वास्थ्य सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण के लिए 97 लाख रूपए की लागत के 5 कार्यों का लोकार्पण किया। इन कार्यों में 24 लाख रूपए की लागत से कुसमी विकासखण्ड के हर्री में निर्मित नवीन उप स्वास्थ केन्द्र भवन, जिला चिकित्सालय बलरामपुर में 25 लाख रूपए की लागत से निर्मित पीडियाट्रिक केयर यूनिट, विकासखण्ड रामानुजगंज के ग्राम बुद्धुटोला में 23 लाख रूपए की लागत से निर्मित शहरी हेल्थ एवं वेलनेस सेंटर भवन, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र शंकरगढ़ में 13 लाख रूपए की लागत से निर्मित 10 बिस्तरीय अतिरिक्त वार्ड और जिला चिकित्सालय बलरामपुर में 9 लाख रूपए की लागत से निर्मित मितानिन शेल्टर शामिल है।
इस अवसर पर आदिमजाति कल्याण मंत्री श्री रामविचार नेताम, महिला एवं बाल विकास मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े, सांसद श्री चिंतामणि महराज, विधायकगण श्री राजेश अग्रवाल, श्री प्रबोध मिंज, श्रीमती उद्देश्वरी पैकरा, श्रीमती शकुन्तला पोर्ते भी उपस्थित थीं।
छत्तीसगढ़ में मानसून की विदाई से पहले मौसम विभाग ने किया अलर्ट, दक्षिणी इलाके में चार दिनों तक होगी बारिश
15 अक्टूबर के बाद दक्षिण-पश्चिम मानसून की विदाई का माहौल छतीसगढ़ में भी बनने लगेगा। मानसून की विदाई के बीच प्रदेश में नमी का आगमन लगातार जारी है।
स्थानीय प्रभाव से बुधवार को एक-दो स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश होने अथवा गरज-चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है। आगामी चार दिनों तक दक्षिण
छत्तीसगढ़ में बारिश होने के आसार हैं। मौसम विभाग के अनुसार एक द्रोणिका कोंकण से उत्तर-पूर्व मध्य प्रदेश तक 3.1 किलोमीटर पर स्थित है। इसके प्रभाव से
प्रदेश में एक-दो स्थानों पर गरज- चमक के साथ वज्रपात होने की संभावना है। रायपुरमें बुधवार को बादल छाए रहेंगे, लेकिन गर्मी और उमस से राहत मिलने के आसार
नहीं हैं। अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 35 डिग्री और 25 डिग्री के आसपास रहने की संभावना है।
बस्तर संभाग में बारिश और सबसे ज्यादा तापमान
मंगलवार को प्रदेश में मानसून की सक्रियता सामान्य से कम रही। प्रदेश में एक-दो स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा दर्ज की गई। प्रदेश में बस्तर संभाग में ही सबसे ज्यादा बारिश नारायणपुर में 50 मीलीमीटर वर्षा दर्ज की गयी। सबसे ज्यादा तापमान 37.2 डिग्री सुकमा में रिकार्ड किया गया। सबसे कम न्यूनतम तापमान 22.5 डिग्री अम्बिकापुर में दर्ज किया गया।वर्षा के मुख्य आंकड़े (मिलीमीटर में)- नारायणपुर-50, नानगुर, कुआकोंडा, माकड़ी -20, कटघोरा, केशकाल, मोहला, कटेकल्याण-10 से. मी. तथा एक-दो स्थानों पर इससे कम वर्षा दर्ज की गयी।
महादेव सट्टेबाजी एप: कारोबारी सुनील दम्मानी की जमानत पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई कल
व्यवसायी सुनील दम्मानी की जमानत याचिका पर सुप्रीम कोर्ट ने तीन अक्टूबर को सुनवाई करने पर सहमति जताई है। दम्मानी को अगस्त 2023 में ईडी ने अवैध महादेव सट्टेबाजी एप से जुड़े धन शोधन के मामले में गिरफ्तार किया था।जेल में बंद व्यवसायी के वकील ने सुप्रीम कोर्ट से आग्रह किया था कि जमानत याचिका पर तत्काल सुनवाई की जरूरत है। उन्होंने कहा कि मुवक्किल 13 महीने से अधिक समय से जेल में है। ईडी ने महादेव एप मनी लांड्रिंग मामले में कथित संलिप्तता के लिए दम्मानी को तीन अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार किया था।