छत्तीसगढ़
कवर्धा जिले में बिना वैध अनुमति रह रहे 15 संदिग्धों पर कड़ी कार्रवाई
कवर्धा जिले में संदिग्ध गतिविधियों पर नियंत्रण और कानून-व्यवस्था को सुदृढ़ बनाए रखने के लिए पुलिस ने सघन अभियान चलाया है। पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह के निर्देशन में विशेष टीमों ने थाना कवर्धा और चिल्फी क्षेत्र में व्यापक कार्रवाई करते हुए 15 संदिग्ध व्यक्तियों को चिन्हित किया, जो बिना वैध दस्तावेजों के रह रहे थे।
अभियान के दौरान थाना कवर्धा क्षेत्र में बिना वैध अनुमति के रह रहे 13 संदिग्ध व्यक्तियों तथा थाना चिल्फी में 2 संदिग्ध व्यक्तियों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध कानूनी कार्यवाही की गई। जांच में इन व्यक्तियों के पास निवास से संबंधित किसी प्रकार के वैध दस्तावेज नहीं पाए गए। पुलिस ने इनके खिलाफ BNSS की धारा 128 के तहत कार्यवाही कर सभी को दंडाधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किया।
यह कार्रवाई अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पुष्पेंद्र बघेल और पंकज पटेल के मार्गदर्शन में हुई। टीम का नेतृत्व एसडीओपी कृष्ण कुमार चंद्राकर ने किया, जिसमें थाना प्रभारी कवर्धा लालजी सिन्हा और चिल्फी प्रभारी ASI डोमार सिंह ने अहम भूमिका निभाई।
पुलिस अधीक्षक सिंह ने बताया कि इस अभियान का मुख्य उद्देश्य बाहरी व्यक्तियों को चिन्हित कर क्षेत्र से बाहर करना और अवैध गतिविधियों पर लगाम लगाना है। साथ ही मकान मालिकों, ढाबा संचालकों, होटलों, और धर्मशाला प्रबंधकों को कड़ी चेतावनी दिया गया है कि यदि कोई व्यक्ति उनके यहां निवास कर रहा है तो उसकी पूरी जानकारी तुरंत संबंधित थाने में दें। ऐसा न करने पर उनके खिलाफ भी कड़ी कानूनी कार्यवाही की जाएगी।
पुलिस प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि यदि उनके आसपास कोई संदिग्ध व्यक्ति बिना अनुमति के निवास कर रहा हो या किसी प्रकार की अवैध गतिविधियों में लिप्त हो, तो इसकी सूचना तत्काल पुलिस को दें। सूचना देने वाले की पहचान गोपनीय रखी जाएगी।
प्रदेश भर में कांग्रेस का 1 घंटे का विरोध प्रदर्शन, '1 साल छत्तीसगढ़ बदहाल' पोस्टर जारी
कांग्रेस ने राज्य में भाजपा सरकार के एक साल के कार्यकाल को विफल बताते हुए प्रदेश भर में विरोध प्रदर्शन किया। सभी जिला मुख्यालयों और प्रमुख शहरों में जिला/शहर कांग्रेस कमेटी के नेतृत्व में "1 साल छत्तीसगढ़ बदहाल" शीर्षक वाले पोस्टर प्रदर्शन किए गए। शहर के मुख्य चौक-चौराहों पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने भाजपा सरकार की विफलताओं पर पोस्टर प्रदर्शन कर जनता का ध्यान आकृष्ट कराया।
प्रदर्शन के मुख्य मुद्दे
कांग्रेस द्वारा उठाए गए प्रमुख मुद्दों में बलौदाबाजार अग्निकांड, लोहारीडीह हत्याकांड, बलरामपुर पुलिस अभिरक्षा में मौत, आदिवासी फर्जी मुठभेड़, हसदेव जंगल की कटाई, महिलाओं पर बढ़ते अत्याचार और बदहाल कानून व्यवस्था शामिल है। कांग्रेस नेताओं ने इन घटनाओं को भाजपा सरकार की विफलता का प्रतीक बताते हुए मौन-प्रदर्शन किया।
1 साल, 17 योजनाएं बंद : दीपक बैज
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष दीपक बैज ने भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि साय सरकार ने एक साल में जनता की भलाई के लिए चल रही 17 जनकल्याणकारी योजनाओं को बंद कर दिया। इनमें राजीव मितान योजना, गोधन न्याय योजना, बेरोजगारी भत्ता, सीएम कर्ज माफी, सिंचाई कर माफी, और मुख्यमंत्री सुपोषण योजना जैसी योजनाएं शामिल हैं।
बैज ने कहा, "भाजपा सरकार की उपलब्धियां सिर्फ पिछली सरकार की योजनाओं को बंद करने तक सीमित हैं। यह दुर्भावनापूर्ण और जनविरोधी सरकार है, जिसने जनता को निराश किया है।"
विष्णुदेव सरकार पूरी तरह विफल
दीपक बैज ने भाजपा के एक साल के कार्यकाल को "कुशासन और भ्रष्टाचार का दौर" करार दिया। उन्होंने कहा: राज्य में हत्याएं, मॉब लिंचिंग, गोलीबारी और अपराध तेजी से बढ़े हैं। बलात्कार और सामूहिक बलात्कार की घटनाओं में वृद्धि हुई है। नक्सली हमलों में बढ़ोतरी के बावजूद सरकार कोई ठोस नीति नहीं बना सकी। राज्य में गौ तस्करी और लूटपाट की घटनाएं आम हो गई हैं।
बैज ने कहा, "साय सरकार के सुशासन का दावा पूरी तरह झूठा साबित हुआ है। राज्य में अराजकता का माहौल है और जनता को बेसहारा छोड़ दिया गया है।"
जनता से अपील
कांग्रेस ने आम जनता से अपील की है कि वे सरकार की विफलताओं को पहचानें और अपने अधिकारों के लिए आवाज उठाएं। पार्टी ने यह भी स्पष्ट किया कि भाजपा की जनविरोधी नीतियों के खिलाफ यह विरोध प्रदर्शन आगे भी जारी रहेगा।
यह विरोध प्रदर्शन कांग्रेस की ओर से जनता के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करने और भाजपा सरकार के कामकाज पर सवाल खड़े करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
रायपुर में स्थित महादेव घाट, हरिद्वार की तर्ज पर खारुन नदी के ऊपर बना है लक्ष्मण झूला
जयस्तंभ चौक से 10 किलोमीटर और रेलवे स्टेशन, बस स्टैंड से 12 किलोमीटर की दूरी पर कलकल, छलछल बहती है खारुन नदी। इसी के किनारे स्थित है पर्यटन और धार्मिक आस्था का केंद्र महादेव घाट। यहां प्राचीन हटकेशवर महादेव मंदिर है।
महादेव घाट पर एक ओर जहां भोलेनाथ के दर्शन करने के लिए लोग उमड़ते हैं, वहीं पिकनिक मनाने के लिए भी परिवार समेत लोग पहुंचते हैं। हरिद्वार की तर्ज पर खारुन नदी के ऊपर बना लक्ष्मण झूला और नौकायन का आनंद भी यहां का विशोष आकर्षण है।
लक्ष्मण झूला के नीचे पर्यटकों के लिए 50 से अधिक सजी-धजी नौकाओं की व्यवस्था है। इन नौकाओं में बैठकर पर्यटक नदी की बीच धारा तक जाकर प्रकृति के अद्भुत नजारे का आनंद ले सकते हैं। नौका में संगीत की मधुर धुनें गूंजती रहती हैं। एक यात्री मात्र 20 रुपये अदा करके नौकायन का लुत्फ उठा सकता है। कुल पांच लोग नौका में सवार होते हैं।
झूले के ऊपर से होकर नदी के उस पार जाने पर मनमोहक गार्डन देखने को मिलता है। यहां बच्चों के साथ पिकनिक मनाने का आनंद लिया जा सकता है। इस पुल के बीच में खड़े होकर लोग बहती नदी एवं प्राकृतिक सौंदर्य का नजारा लेते नजर आते हैं। गार्डन में अनेक झूले और सेल्फी जोन है, जहां से युवक-युवतियां प्रकृति के बीच रहकर फोटो खिंचाने में रुचि लेते हैं।
एक किमी लंबी सीढ़ियों पर बैठकर देखें नजारा
महादेव घाट की ऊंची सीढ़ियों के किनारे बैठकर भी नदी का मनमोहक नजारा देखा जा सकता है। लगभग एक किलोमीटर तक लंबी सीढ़ियों पर रविवार एवं पर्व त्योहारों के दिन भीड़ रहती है, दूर-दूर तक बैठकर लोग नौकायन कर रहे सैलानियों के वापस आने का इंतजार करते हैं, ताकि वे भी जा सकें। खारुन के किनारे साल में तीन बार भव्य मेले का आयोजन किया जाता है।
आसपास के ग्रामीण इलाकों से हजारों लोग मेला घूमने आते हैं। मनोरंजन के लिए झूले, खेल तमाशा के साथ खरीदारी करते हैं। पहला मेला महाशिवरात्रि, दूसरा हिंदू संवत्सर के माघ महीने की पूर्णिमा और तीसरा मेला कार्तिक पूर्णिमा पर लगता है। शरद्धालु नदी में पुण्य की डुबकी लगाते हैं और महादेव का दर्शन लाभ लेते हैं।
हटकेशवर नाथ मंदिर में लगती है कांवरियों की भीड़
महादेवघाट में सैकड़ों साल पुराने हटकेशवर नाथ महादेव मंदिर में सावन के महीने में खासकर रविवार, सोमवार को हजारों कांवरिए शिवलिंग पर जल अर्पण करने आते हैं। हटकेशवर महादेव मंदिर के पुजारी पं. सुरेश गिरी गोस्वामी ने बताया कि शरीमद्भागवत गीता के पांचवें स्कंध के 16 वें और 17वें शलोक में हटकेशवर नाथ का उल्लेख है। इसमें कहा गया है कि हटकेशवर नाथ अतल लोक में अपने पार्षदों के साथ निवास करते हैं। जहां स्वर्ण की खान पाई जाती है। मान्यता है कि हजारों साल पहले मंदिर के किनारे स्वर्ण पाया जाता था।
द्वापर युग की द्वारकी नदी है खारुन नदी
वर्तमान में बहने वाली खारुन नदी को द्वापर युग में द्वारकी नदी के नाम से जाना जाता था। कालांतर में महाकौशल प्रदेश के हैहयवंशी राजा ब्रह्मदेव जब नदी किनारे स्थित घनघोर जंगल में शिकार करने आए थे, तब नदी में बहता हुआ पत्थर का शिवलिंग नजर आया। इस शिवलिंग पर नागदेवता लिपटे थे। राजा ने नदी किनारे मंदिर बनवाकर शिवलिंग स्थापित करवाया। ऐसी मान्यता है कि बाद में 1402 में कल्चुरि शासक भोरमदेव के पुत्र राजा रामचंद्र ने मंदिर का नव निर्माण करवाया।
हर की पौड़ी की तरह अस्थि विसर्जन
खारुन नदी के किनारे ही शमशानघाट है, जहां अंतिम संस्कार के बाद लोग खारुन नदी में उसी तरह अस्थियों का विसर्जन करते हैं, जैसे हरिद्वार स्थित हर की पौड़ी में किया जाता है। महादेव घाट को छत्तीसगढ़ का मिनी काशी भी कहा जाता है। नदी के उस पार 20 फीट ऊंची खारुणेशवर महादेव की प्रतिमा दर्शनीय है। समीप ही वैष्णो धाम मंदिर निर्माणाधीन है, इस मंदिर की शीघ्र ही प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।
छोटे-बड़े करीब 50 से अधिक मंदिर
महादेवघाट शिव मंदिर के आसपास छोटे-बड़े करीब 50 से अधिक मंदिर हैं। इनमें काली मंदिर, राधा-कृष्ण मंदिर, कुम्हार मंदिर, संगमरमर से बना हनुमान मंदिर, सांई मंदिर, संत कबीरदासजी के चार कानों वाले घोड़े की समाधि आदि प्रसिद्ध है। इसे चौकन्नो घोड़े की समाधि कहा जाता है। इस समाधि का गुंबद संत कबीर साहेब की टोपी के रूप में बनाया गया है।
छत्तीसगढ़ के प्रतिभाशाली युवाओं के पास बिज़नेस आइडिया की कमी नहीं: सरकार ने तैयार किया युवा उद्यमियों के लिए सपोर्ट सिस्टम - मुख्यमंत्री श्री साय
मुख्यमंत्री ने की रायपुर में सेंटर फाॅर इनोवेशन, ट्रेड एंड स्किलिंग स्थापना, 1000 सीटर को-वर्किंग स्पेस निर्माण एवं प्रत्येक जोन में एक बाॅक्स स्पोर्ट्स काॅम्प्लेक्स निर्माण की घोषणा
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने आज भाठागांव स्थित अंतरराज्यीय बस स्टैंड में नवनिर्मित इनोवेशन सेंटर का फीता काटकर शुभारंभ किया। साथ ही जयस्तंभ चौक के मल्टीलेवल पार्किंग में नवनिर्मित को-वर्किंग स्पेस आरंभ का वर्चुअली लोकार्पण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री साय ने सेंटर फाॅर इनोवेशन, ट्रेड एंड स्किलिंग की स्थापना, रायपुर जिले में 1000 सीटर को-वर्किंग स्पेस निर्माण और नगर निगम क्षेत्र के प्रत्येक जोन में एक-एक बाॅक्स स्पोर्ट्स काॅम्प्लेक्स निर्माण की घोषणा की। इस अवसर पर ओयो के फाउंडर श्री रितेश अग्रवाल ने छत्तीसगढ़ में 500 करोड़ रूपए का निवेश करने और 15 हजार रोजगार सृजन करने की बात कहीं। इनोवेट के गेम जोन में मुख्यमंत्री श्री साय एवं ओयो फाउंडर श्री अग्रवाल ने टेबल टेनिस खेल में हाथ आजमाया।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने नागरिक सुविधाओं को बढ़ाने एवं रोजगार के नये अवसर पैदा करने स्मार्ट सिटी का विचार क्रियान्वित किया। रायपुर को भी स्मार्ट सिटी के रूप में चयनित किया गया है। राज्य सरकार स्मार्ट सिटी के अनुरूप सुविधाओं को लगातार बढ़ाने के लिए पहल कर रही हैं। श्री साय ने कहा कि युवा उद्यमियों के दिमाग में उद्यम के बहुत से विचार हैं। वे अपना स्टार्टअप आरंभ करना चाहते हैं बस उन्हें थोड़ा सहयोग देने की आवश्यकता है फिर वे कमाल कर दिखाएंगे। सरकार युवाओं के लिए यही सपोर्ट सिस्टम तैयार कर रही है। मुख्यमंत्री श्री साय ने जिला प्रशासन के कार्याें की सरहाना की।
उन्होंने कहा कि स्टार्टअप के लिए एक आफिस, फर्नीचर, एक अच्छा लोकेशन, कंप्यूटर, वाईफाई चाहिए, लेकिन इतने सब कुछ के लिए ही जो बजट लगता है वो बहुत से युवा उद्यमियों के बस की बात नहीं होती। को-वर्किंग एंड इनोवेशन सेंटर के रूप में यही आफिस स्पेस उन्हें उपलब्ध करा रहे हैं। मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि 48 लाख रुपए की लागत से जयस्तंभ चैक के मल्टीलेवल पार्किंग सेंटर में आरंभ स्टार्टअप को-वर्किंग सेंटर तथा एक करोड़ रुपए की लागत से अंतरराज्यीय बस टर्मिनल में इनोवेशन सेंटर तैयार किया गया है। यहां स्टार्टअप उद्यमियों को काम करने के लिए आफिस मिल जाएगा। साथ ही प्राइवेट कैबिन होंगे, कंप्यूटर मिल जाएंगे और फर्नीचर उपलब्ध होगा, कैफेटेरिया होगा। प्रेजेंटेशन के लिए आडिटोरियम होगा। उन्हें केवल अपने आइडिया पर काम करना होगा।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि को-वर्किंग सेंटर होगा तो अन्य स्टार्टअप कंपनियां भी यहां आपरेट करेंगी। इस तरह से एक तरह की सोच वाले उद्यमी एक ही स्थान पर काम करेंगे, इससे वे आपस में विचारों को साझा भी करेंगे, जिससे नवाचार का एक बेहतरीन वातावरण राजधानी में तैयार होगा। उन्होंने कहा कि रितेश अग्रवाल ने छोटी सी उम्र में बड़ा मुकाम हासिल किया। उनके पास एक विचार था कि लोग अच्छे सुविधाजनक होटल चाहते हैं। डिजिटल क्रांति उसी समय शुरू हुई थी, लोग तेजी से स्मार्ट फोन अपना रहे थे, उन्होंने ओयो एप आरंभ किया और इस छोटे से विचार ने हास्पिटैलिटी सेक्टर में क्रांति ला दी। छत्तीसगढ़ के प्रतिभाशाली युवाओं के पास भी ऐसे अनेक विचार हैं। उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए संकल्पित हैं। आज को-वर्किंग एंड इनोवेशन सेंटर की शुरूआत इसी का हिस्सा है।
इस अवसर पर ओयो के फाउंडर श्री रितेश अग्रवाल ने कहा कि स्टार्टअप के जरिए हमें बड़ी सफलता मिली थी और वर्तमान में 22 हजार होटल संचालित हो रहा है। छत्तीसगढ़ में इनोवेट के शुरू होने से हजारों युवाओं को फाउंडर बनने का अवसर मिलेगा। गांव के युवाओं के सपने भी पूरे हो सकेंगे। श्री अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में आने वाले समय में 500 करोड़ रूपए निवेश करने की तैयारी हमारी कंपनी ने की है और 15 हजार रोजगार भी सृजनित किए जाएंगे। उन्होंने छत्तीसगढ़ सरकार की नीतियों की सरहाना करते हुए कहा कि यहां पर्यटन को उद्योग का दर्जा दिया गया है, इससे निश्चित ही स्टार्टअप शुरू करने वाले युवाओं को प्रोत्साहन मिलेगा। उन्होंने विश्वास जताया कि छत्तीसगढ़ एक स्टार्टअप राज्य बनेगा। श्री अग्रवाल ने खुशी जताते हुए कहा कि यह देखा गया है कि बड़ी कंपनी के शुभारंभ में उद्यमी पहुंचते थे, लेकिन आज छत्तीसगढ़ में सुखद अवसर है कि मुख्यमंत्री सहित अन्य सम्मानीय जनप्रतिनिधि शामिल हुए है।
कलेक्टर डाॅ. गौरव सिंह ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में नवाचार की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाए गए है। इससे जिले में रोजगार की दिशा में आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा। 50 से अधिक महिला नेतृत्व वाले स्टार्टअप को भी बढ़ावा दिया जाएगा। मुख्यमंत्री श्री साय ने नवगुरूकुल संस्था के युवाओं को जाॅब आफर लेटर दिया। शी-हब से जुड़ी महिलाओं और स्टार्टअप कंपनियों के युवा उद्यमियों का सम्मान किया। साथ ही बी.पी.ओ. सेंटर से जुड़े युवाओं को नियुक्ति पत्र दिया। कार्यक्रम के दौरान नवाचार क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने वाले नगर निगम के अधिकारी, कर्मचारियों का सम्मान किया। इस अवसर पर विधायक श्री मोतीलाल साहू, श्री पुरंदर मिश्रा, श्री अनुज शर्मा, श्री विक्रम उसेंडी, कलेक्टर डाॅ. गौरव सिंह, नगर निगम आयुक्त श्री अबिनाश मिश्रा, जिला पंचायत सीईओ श्री विश्वदीप समेत अन्य अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित थे।
प्रदेश के पर्यटन को मिली नई पहचान : मधेश्वर पहाड़ को मिला शिवलिंग की विश्व की सबसे बड़ी प्राकृतिक प्रतिकृति शिवलिंग होने का गौरव
’लार्जेस्ट नेचुरल शिवलिंग’ के रूप में गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज हुआ नाम, मुख्यमंत्री ने दी शुभकामनाएँ
छत्तीसगढ़ के जशपुर जिले में स्थित मधेश्वर पहाड़ को शिवलिंग की विश्व की सबसे बड़ी प्राकृतिक प्रतिकृति के रूप में मान्यता मिली है। इस ऐतिहासिक उपलब्धि को गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में स्थान मिला है। रिकॉर्ड बुक में ’लार्जेस्ट नेचुरल फैक्सिमिली ऑफ शिवलिंग’ के रूप में मधेश्वर पहाड़ को दर्ज किया गया है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने इस उपलब्धि के लिए प्रदेशवासियों को बधाई देते हुए इसे प्रदेश के पर्यटन की उपलब्धियों में एक नया आयाम बताया।
गोल्डन बुक ऑफ रिकॉर्ड के प्रतिनिधि श्रीमती हेमल शर्मा और श्री अमित सोनी ने मुख्यमंत्री श्री साय से आज मंत्रालय स्थित उनके कार्यालय में मुलाकात कर उन्हें वर्ल्ड रिकार्ड का सर्टिफिकेट सौंपा। इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, खाद्य मंत्री श्री दयाल दास बघेल, वन मंत्री श्री केदार कश्यप, उद्योग मंत्री श्री लखनलाल देवांगन, स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े उपस्थित थीं।
उल्लेखनीय है कि हाल ही में पर्यटकों के बीच लोकप्रिय पर्यटन वेबसाईट
https://www.easemytrip.com
में जशपुर जिले को शामिल किया गया है। इसके बाद जिले के लिए यह एक और बड़ी उपलब्धि है। इस वेबसाइट में शामिल होने वाला जशपुर छत्तीसगढ़ का पहला जिला है, इससे पर्यटन प्रेमियों को जशपुर के नैसर्गिक स्थलों की जानकारी आसानी से उपलब्ध होगी तथा पर्यटन को और अधिक बढ़ावा मिलेगा।
मधेश्वर पहाड़ : प्रकृति और आस्था का संगम
जशपुर जिले के कुनकुरी ब्लॉक में मयाली गांव से 35 किलोमीटर दूर स्थित मधेश्वर पहाड़, शिवलिंग के आकार की अपनी अद्भुत प्राकृतिक संरचना के लिए प्रसिद्ध है। यह स्थान लोगों की धार्मिक आस्था का केंद्र है, जहाँ स्थानीय ग्रामीण इसे विश्व के सबसे बड़े शिवलिंग के रूप में पूजते हैं।
पर्यटन और रोमांच का केंद्र
मधेश्वर पहाड़ न केवल धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह पर्वतारोहण और एडवेंचर स्पोर्ट्स के लिए भी लोकप्रिय होता जा रहा है। यहाँ हर साल बड़ी संख्या में पर्यटक आते हैं और प्रकृति के साथ जुड़ने का अनुभव करते हैं। जशपुर जिले में पर्यटन और रोमांचक खेलों के विकास की असीम संभावनाएँ मौजूद हैं।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने तमनार में अपेक्स बैंक की नई शाखा का किया वर्चुअल शुभारंभ
किसानों ने कहा बैंकिंग सुविधाओं की दूरी हुई कम, समय की होगी बचत
तमनार की नई शाखा से अंचल के 13 हजार से ज्यादा किसान होंगे सीधे लाभान्वित
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव सायमुख्यमंत्री श्री विष्णु देव सायमुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने तमनार में अपेक्स बैंक की नई शाखा का वर्चुअल शुभारंभ किया। इस मौके पर उन्होंने तमनार घरघोड़ा क्षेत्र के किसानों को बधाई देते हुए कहा कि अपेक्स बैंक की शाखा खुलने से अब यहां के किसानों को दूर नहीं जाना पड़ेगा। तमनार से ही खेती किसानी से जुड़े कार्यों के लिए बैंकिंग सुविधा मिलेगी, जिससे किसानों को सहूलियत होगी। इस मौके पर वित्त मंत्री श्री ओ पी चौधरी और सहकारिता मंत्री श्री केदार कश्यप भी उपस्थित रहे।
रायगढ़ जिला के अंतर्गत पूर्व में 05 शाखाएँ रायगढ़, पुसौर, खरसिया, धरमजयगढ़ एवं लैलूंगा में संचालित हैं। विगत कुछ वर्षों से घरघोडा एवं तमनार के अंचल के किसानों द्वारा अपेक्स बैंक की नवीन शाखा तमनार खोलने हेतु मांग की जा रही थी। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय जी द्वारा अंचल के किसानों के भावनाओं को ध्यान में रखते हुए नवीन शाखा तमनार का शुभारंभ किया गया। तमनार में नवीन शाखा के प्रारंभ होने से क्षेत्रीय किसानों को बैंकिंग सुविधा, वित्तीय लेन-देन के कार्य में असानी होगी।
किसानों ने कहा बैंकिग सुविधाओं की दूरी हुई कम
नवीन शाखा के शुभारंभ होने पर स्थानीय कृषक श्री रामचरण कुम्भकार ने कहा कि यह क्षेत्र के किसानों के लिए बड़ी खुशी की बात है। अब किसानों को रायगढ़ तक जाने की आवश्यकता नहीं होगी यही से ही किसान बैंक से जुड़े अपना सभी कार्य कर सकेंगे। इसी तरह श्री विनायक पटनायक ने कहा कि क्षेत्र के किसानों के बैंकिंग संबंधी समस्त कार्य अब रायगढ़ के बजाय तमनार से ही हो पायेगा, इससे किसानों को रायगढ़ जाने में लगने वाले समय की बचत होगी, जिससे किसानों को राहत मिलेगी।
13 हजार से ज्यादा किसान होंगे लाभान्वित
रायगढ़ शाखा के कार्यक्षेत्र अंतर्गत 27 समितियां संचालित थी जो कि नवीन शाखा खुलने से विकासखंड तमनार एवं घरघोडा की 13 समितियां तमनार शाखा से संचालित होगी। नवीन शाखा तमनार में करीब 13 हजार 900 कृषक पंजीयन होंगे। नई शाखा खुलने से किसानों को धान खरीदी के भुगतान, ऋण प्राप्ति व खाद आदि के वितरण में आसानी होगी।
मुंगेली जिले में बड़ी कार्रवाई - 13 हाईवा जब्त : गिट्टी एवं रेत के अवैध परिवहन का मामला
मुंगेली जिले में गौण खनिजों के अवैध उत्खनन एवं परिवहन पर कड़ाई से रोक लगाने और संलिप्त लोगों के विरूद्ध कड़ी कार्रवाई हेतु राजस्व खनिज एवं पुलिस की संयुक्त टीम द्वारा संयुक्त रूप से जांच-पड़ताल का सघन अभियान संचालित किया जा रहा है। जांच-पड़ताल टीम ने आज रायपुर रोड बायपास मुंगेली में गिट्टी एवं रेत का अवैध परिवहन करते 13 हाइवा को जब्त किया गया है। कलेक्टर श्री राहुल देव के मार्गदर्शन में संचालित इस अभियान के तहत आज जब्त हाईवा में 08 हाइवा में रेत एवं 05 हाइवा में गिट्टी का अवैध परिवहन किया जा रहा था।
मुंगेली एसडीएम श्रीमती पार्वती पटेल ने बताया कि वाहन चालकों द्वारा परिवहन संबंधी अनुमति पत्र, रायल्टी या कोई वैध दस्तावेज नहीं होने के कारण जब्त कर पुलिस लाइन लालाकापा रक्षित निरीक्षक के सुपुर्द किया गया है। जांच टीम में तहसीलदार मुंगेली श्री कुणाल पांडे, अतिरिक्त तहसीलदार सहित राजस्व अमला एवं सहायक उप निरीक्षक उपस्थित रहे।
विकसित छत्तीसगढ़ बनाने सहकारिता क्षेत्र की होगी बड़ी भूमिका : मुख्यमंत्री श्री साय
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने सहकारिता विभाग के चयनित युवाओं को सौंपे नियुक्ति पत्र
मुख्यमंत्री ने जिला सहकारी केंद्रीय बैंक और अपेक्स बैंक की शाखाओं का किया वर्चुअल शुभारंभ
अभ्यर्थियों ने प्रतियोगी परीक्षाओं की नई पारदर्शी व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री का जताया आभार
हमारी सरकार पूरी पारदर्शिता के साथ शासकीय नौकरियों में भर्तियां कर रही है। पिछले एक साल में ही 9 हजार से अधिक पदों पर हमने भर्ती प्रक्रिया प्रारंभ कर दी है। प्रदेश के आम युवाओं का सपना अब पूरा हो रहा है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज राजधानी रायपुर के न्यू सर्किट हाउस में सहकारिता विभाग के विभिन्न पदों पर चयनित 334 युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपते हुए पारदर्शिता के साथ भर्ती का यह संकल्प दोहराया। उन्होंने चयनित अभ्यर्थियों को शुभकामनाएं देते हुए कर्तव्यनिष्ठा और ईमानदारी के साथ अपना दायित्व निर्वहन करने के लिए प्रेरित किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने रायगढ़ जिले के तमनार और जशपुर जिले के बगीचा में अपेक्स बैंक की दो नवीन शाखा, जिला सहकारी केंद्रीय बैंक रायपुर की नवीन शाखा गढ़पुलझर और सिरपुर का वर्चुअल शुभारंभ और अपेक्स बैंक के नवीन शाखा भवन जशपुर का वर्चुअल लोकार्पण किया।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने शहीद वीर नारायण सिंह के बलिदान को नमन करते हुए अपने संबोधन की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि शहीद वीर नारायण सिंह ने अपना सम्पूर्ण जीवन मानव कल्याण के लिए समर्पित किया। उन्होंने अनाज के भंडार लोगों के लिए खोल दिए, परोपकार की यही भावना हम सभी के भीतर होनी चाहिए। श्री साय ने अमूल का उदाहरण देते हुए युवाओं को सहकारिता का महत्व समझाया। उन्होंने कहा कि केंद्रीय सहकारिता मंत्री श्री अमित शाह ने अपने प्रवास के दौरान सहकारिता को लेकर अमूल्य सुझाव दिये, जिसे हम कार्यान्वित कर रहे हैं। श्री साय ने कहा कि सहकारिता का संबंध किसानों से है और हमें साथ मिलकर उनके जीवन में समृद्धि लानी है। उन्होंने सहकारी और अपेक्स बैंक की नई शाखाएं खुलने पर क्षेत्र के किसानों को अपनी शुभकामनाएं दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विकसित छत्तीसगढ़ बनाने में सहकारिता की भी बड़ी भूमिका होगी और इसमें आप सभी का योगदान अग्रणी रहेगा। श्री साय ने कहा कि अब प्रदेश के युवाओं के मन में प्रतियोगी परीक्षाओं को लेकर भय या संशय नहीं होना चाहिए, अब किसान, मजदूर के बेटे-बेटियों की प्रतिभा को सम्मान मिलेगा।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सहकारिता मंत्री श्री केदार कश्यप ने कहा कि प्रदेश सरकार दृढ़ इच्छा शक्ति के साथ मोदी की गारंटी को पूरा करने का काम कर रही है। उन्होंने सभी चयनित युवाओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि सहकारिता का क्षेत्र कितना महत्वपूर्ण है, यह आप सभी को समझना होगा। किसानों के जीवन को खुशहाल बनाने की दिशा में आप सभी काम करें। उन्होंने कहा कि बैंक की नई शाखाएं खुलने से किसानों को बड़ी सहूलियत मिलेगी और हम इस दिशा में आगे भी काम करेंगे।
वित्त मंत्री श्री ओपी चौधरी ने चयनित युवाओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि पिछले 1 साल के भीतर 19 विभागों में भर्ती प्रक्रिया पारदर्शिता के साथ प्रारंभ कर दी गई है। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार हमारी सरकार पारदर्शिता के साथ अपनी जिम्मेदारी निभा रही है, आप सभी अपनी सेवा भी इसी ईमानदारी के साथ करें और आम आदमी के जीवन को खुशहाल बनाने समर्पित होकर कार्य करें।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ व्यावसायिक परीक्षा मंडल द्वारा सहकारिता विभाग के फील्ड ऑफिसर कार्यालय सहायक, समिति प्रबंधक समेत 334 पदों पर भर्ती परीक्षाएं आयोजित की गई थी। चयनित अभ्यर्थियों के लिए आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में आज मुख्यमंत्री ने उन्हें नियुक्ति पत्र वितरित किए। इस अवसर पर चयनित अभ्यर्थियों और उनके परिवार में खुशी का माहौल था। मुख्यमंत्री के हाथों नियुक्ति पत्र प्रकार सभी चयनित युवाओं ने खुशी जाहिर की और कहा कि यह हम सभी के जीवन के लिए गौरवपूर्ण क्षण है। सभी अभ्यर्थियों ने प्रतियोगी परीक्षाओं की नई पारदर्शी व्यवस्था के लिए मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया।
हर्बल उत्पादों महिलाएं हो रही आत्मनिर्भर
आधुनिक ब्रांडिंग और विशेषज्ञों द्वारा 13 उत्पादों को बाजार में मिली नई पहचान
केशोडार पीवीटीजी वन धन विकास केंद्र से ग्रामीण महिलाओं के जीवन में आ रहा सकारात्मक बदलाव
छत्तीसगढ़ राज्य में वन विभाग द्वारा स्थापित वन धन विकास केन्द्र में आयमूलक गतिविधियां संचालित की जा रही है। इस संस्था से जुड़कर वनांचल के लोगों के जीवन में सकारात्मक बदलाव आ रहा है। आधुनिक ब्रांडिंग और विशेषज्ञों के प्रशिक्षण से इन उत्पादों को बाजार में नई पहचान मिली है। वित्तीय वर्ष 2023-24 में वन धन विकास केंद्र केशोड़ार की महिलाओं ने लगभग 82 लाख 50 हजार रूपए की हर्बल उत्पादों का विक्रय किया, जिसमें केन्द्र को 15 लाख रूपए की शुद्ध आय हुई है। यह पीवीटीजी वनधन विकास केंद्र की महिलाओं को स्थायी आजीविका प्रदान करने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में निरंतर कार्य कर रही है।
गरियाबंद जिले के केशोड़ार गांव में स्थित पीवीटीजी (विशेष रूप से कमजोर जनजातीय समूह की महिलाएं) वन-धन विकास केंद्र से परंपरागत ज्ञान और आधुनिक तकनीक की सहायता से ग्रामीण महिलाओं के जीवन में एक सकारात्मक बदलाव आया है। सभी महिलाएं आर्थिक रूप से सम्पन्न हो रही हैं। प्रधानमंत्री जनमन योजनांतर्गत स्थापित यह केंद्र भुतेश्वर नाथ हर्बल एण्ड मेडिसिन स्व-सहायता समूह द्वारा संचालित की जा रही है।
इस केंद्र से 87 पीवीटीजी लाभार्थी महिलाएं जुड़ी हुई हैं, जो 8 स्व-सहायता समूहों के माध्यम से कार्य कर रही हैं। इन केन्द्रों में महिलाओं के समूह द्वारा हर्बल औषधियों का उत्पादन किया जा रहा है। आयुष निर्देशालय (आयुर्वेद, सिद्ध और यूनानी) से अनुमोदित 13 हर्बल उत्पाद बनाई जा रही है, जिनमें महाविपगर्भ तेल, भृंगराज तेल, तुलसी चूर्ण, अमलाक्यादि चूर्ण, नवायस चूर्ण, कौंच चूर्ण, शतावरी चूर्ण, अश्वगंधा चूर्ण, क्रीमिघ्न चूर्ण, प्रदारांतक चूर्ण, पुनर्नवा चूर्ण, सर्वज्वरहर चूर्ण और वैश्वानर चूर्ण है। इन उत्पादों को छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ द्वारा बाजार में विपणन किया जाता है, जिससे इनकी पहुंच देशभर के उपभोक्ताओं तक हो रही है। स्व-सहायता समूह से जुड़ी सभी पीवीटीजी महिलाएं मुक्त कंठ से प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय और वन मंत्री श्री केदार कश्यप को धन्यवाद देते हुए बताती हैं कि पीएम जनमन योजना से उनके जीवन में आर्थिक बदलाव आया है और वे बहुत खुश हैं।
वन विभाग द्वारा महिलाओं को उद्यमिता जागरूकता कार्यक्रम के माध्यम से प्रशिक्षित किया गया है। छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ द्वारा समय-समय पर यह कार्यक्रम आयोजित की जाती है। इन प्रशिक्षणों ने महिलाओं को न केवल कौशल विकास में मदद की, बल्कि उन्हें उत्पादों की गुणवत्ता सुधारने और बाजार की आवश्यकताओं को समझने का अवसर भी प्रदान किया जाता है। छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ द्वारा द्वारा महिलाओं को आधुनिक मशीनें और उत्पादन उपकरण प्रदान किए गए हैं, जिससे उत्पादों का समय पर निर्माण और उच्च गुणवत्ता भी सुनिश्चित हो रही है।
विशेष रूप से, भृंगराज तेल को पारंपरिक तेल पाक विधि से तैयार किया जाता है, जिसमें तिल के तेल में औषधीय जड़ी-बूटियों को सात दिनों तक पकाया जाता है। यह तेल बालों की देखभाल के लिए अत्यधिक प्रभावी है, जो बालों का झड़ना रोकता है और उनकी वृद्धि करता है साथ ही बालों की गुणवत्ता को बेहतर बनाता है। इसके अलावा महाविषगर्भ तेल, जो पीठ और जोड़ों के दर्द के लिए उपयोगी है, केंद्र का एक और लोकप्रिय उत्पाद है।
पीवीटीजी वन-धन विकास केंद्र, केशोड़ार केवल उत्पादों का निर्माण नहीं कर रहा है, बल्कि एक परंपरा और ज्ञान को संरक्षित कर बढ़ावा दे रहा है। छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ की सक्रिय भागीदारी और इनकी मार्केटिंग रणनीति ने इस सफलता को संभव बनाया है। इस केंद्र की सफलता ने दिखाया है कि कैसे परंपरागत ज्ञान और आधुनिक तकनीक का समन्वित उपयोग कर ग्रामीण समुदायों को आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है।
महतारी वंदन योजना की सहायता एकल महिला पदमा के लिए बना वरदान
राज्य सरकार की नवीनतम महतारी वंदन योजना महिलाओं के लिए घर-परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए उपयोगी साबित हो रही है। विकासखण्ड तोकापाल अंतर्गत एरण्डवाल निवासी एकल महिला पदमा कच्छ इस योजना की सहायता को स्वयं के लिए वरदान मानकर सरकार को धन्यवाद देती हैं। पदमा राज्य सरकार की इस योजना की सहायता मिलने से भावुक होकर कहती हैं कि पति के गुजरने के बाद उसे अपने भरण-पोषण के लिए केवल विधवा पेंशन ही सहारा था लेकिन अब उक्त योजना की मदद उसे जीवन में एक नई आस जगा दी है। पदमा ने बताया कि उसे सरकार की ओर से निराश्रित लोगों के लिए प्रावधानित अंत्योदय राशन कार्ड से हर महीने 10 किलोग्राम निःशुल्क चावल भी मिल रहा है। जिससे जीवन-यापन में बहुत सहूलियत हो रही है। उसने कहा कि महतारी वंदन योजना से मिलने वाली सहायता राशि का उपयोग घरेलू जरूरत को पूरा करने के साथ थोड़ी राशि बचत कर रही हैं ताकि आड़े वक्त में काम आ सके।
ज्ञात हो कि प्रदेश में महिलाओं के आर्थिक स्वावलंबन सहित उनके स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर में सतत सुधार तथा परिवार में उनकी निर्णायक भूमिका सुदृढ़ करने और समाज में महिलाओं के प्रति भेदभाव, असमानता को दूर करने एवं जागरूकता लाने, स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर में सुधार करने तथा आर्थिक स्वावलंबन एवं सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के उद्देश्य से राज्य सरकार द्वारा सम्पूर्ण छत्तीसगढ़ में महतारी वंदन योजना लागू किए जाने का निर्णय लिया गया है, जिसके अंतर्गत पात्र विवाहित और एकल महिलाओं को प्रतिमाह एक हजार रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान की जा रही है।
महतारी वंदन हितग्राहियों की बेटियों के बनेंगे सुनहरे भविष्य
योजना से मिलने वाली राशि से महिलाओं ने सुकन्या समृद्धि योजना के खोले खाते
मेरी बिटिया की बेहतर भविष्य सुरक्षित करने में महतारी वंदन बनी मददगार - प्रीति, मनीषा, गायत्री
राज्य सरकार एक वर्ष पूर्ण करने जा रही है। इस अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी की गारंटी एवं मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के सुशासन में महिलाओं की आर्थिक सशक्तिकरण और स्वावलंबन की दिशा में महत्वपूर्ण पहल हुई है। राज्य की लगभग 70 लाख महिलाओं को महतारी वंदन योजना से लाभान्वित किया जा रहा है। इस राशि से महिलाएं न केवल अपनी छोटी-मोटी जरूरतों को पूरा कर रही है, बल्कि भविष्य के लिए भी सुनहरे सपने गढ़ने का काम कर रही है। महासमुंद शहरी क्षेत्र के हितग्राहियों ने प्रतिमाह मिलने वाली राशि के बेहतर सदुपयोग के लिए एक नई सोच गढ़ी है। महिलाएं अपनी लाड़ली बेटियों के सुनहरे भविष्य के लिए योजना से मिलने वाली राशि को सुकन्या समृद्धि योजना के तहत खाता खोलने और राशि जमा करने के लिए सदुपयोग में ला रही है। आज स्थानीय महासमुंद के ईमली भाठा वार्ड नम्बर 2 में शहरी महिलाएं एकत्रित होकर सुकन्या समृद्धि योजना के फॉर्म भरकर बचत की शुरुआत कर दी है। महिला बाल विकास विभाग द्वारा पोस्टमैन को आमंत्रित कर 36 खाता खुलवाए गए। विभाग की पर्यवेक्षक शीला प्रधान ने बताया कि ऐसी 36 महिलाओं के फॉर्म आज भरने की शुरुआत की गई जो अपनी बेटियों के बेहतर भविष्य के लिए बचत करना चाहती हैं।
उन्होंने बताया कि गरीबी और आर्थिक तंगी के कारण कई बेटियां इस योजना से वंचित होने के कगार पर थी लेकिन महतारी वंदन योजना से उन्हें नई सोच मिली और अपने बेटियों के नाम मिलने वाली राशि को जमा करने के लिए तैयार हुई। आज फॉर्म भरने आई वार्ड नम्बर 2 की हितग्राही श्रीमती प्रीति दीवान ने बताया कि उनकी बिटियां ढाई वर्ष की है और उनके लिए सुकन्या समृद्धि योजना के तहत फॉर्म भर रही है। यह गुड़िया के लिए पहली जमा राशि होगी। उन्होंने इस पहल के लिए मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय को धन्यवाद ज्ञापित किया है। उन्होंने कहा कि मेरे मन में अपनी बिटियां की भविष्य के प्रति हमेशा चिंता रहती थी। लेकिन यह राशि मेरे लिए मददगार साबित हुई और मैं अपनी बिटिया के नाम पर खाता खुलवा रही हूं। उम्मीद है कि इस राशि से बिटिया की पढ़ाई और शादी में मदद मिलेगी। इसी तरह वार्ड नम्बर 2 की श्रीमती मनीषा यादव ने बताया कि उनकी गुड़िया डेढ़ वर्ष की है। इससे पहले मिलने वाली राशि को वह घरेलू कार्य में खर्च कर देती थी। लेकिन आंगनबाड़ी कार्यकर्ता के प्रयास से यह प्रेरणा मिली की मैं अपने बिटियां के नाम से राशि जमा कर सकूं। इसी तरह श्रीमती गायत्री देवांगन की एक बिटियां का भी सुकन्या समृद्धि योजना के तहत फॉर्म भरा गया है। उनकी एक बेटी का पहले से सुकन्या समृद्धि योजना में खाता है लेकिन आर्थिक तंगी के कारण अपनी दूसरी बेटी के नाम बचत नहीं कर पा रही थी। इस अवसर पर सभी महिला हितग्राहियों का तिलक लगाकर और आरती कर सम्मानित भी किया गया। इस अवसर पर परियोजना अधिकारी श्रीमती शैल नाविक, पर्यवेक्षक शीला प्रधान एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ता मौजूद थे।
उल्लेखनी है कि सुकन्या समृद्धि भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है। जिसका उद्देश्य बेटियों के उज्ज्वल भविष्य को सुनिश्चित करना और उनके शिक्षा एवं विवाह के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना है। यह एक छोटी बचत योजना है, जिसकी शुरुआत ‘बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ’ अभियान के तहत की गयी। जिसके अंतर्गत माता-पिता या कानूनी अभिभावक कन्या के नाम से खाता खोल सकते हैं इस योजना के अंतर्गत खाता खुलवाने के लिए बच्ची की आयु सीमा 10 वर्ष से कम होनी चाहिए । यह खाता किसी भी डाकखाने और निर्धारित सरकारी बैंकों में खोला जा सकता है।
योजना के तहत जमा की जाने वाली रकम पर वार्षिक ब्याज अन्य जमा योजनाओं से अधिक आकर्षक ब्याज दर पर है। हर वर्ष जमा की जाने वाली रकम की न्यूनतम सीमा 250 रुपये और अधिकतम सीमा 1.5 लाख रुपये हैं। एक महीने में या एक वित्त वर्ष के दौरान रकम जमा करने की बारम्बारता की कोई सीमा नहीं है। अभिभावक द्वारा 14 वर्षों तक किए गए निवेश के आधार पर ही सुकन्या समृद्धि योजना के अंतर्गत ब्याज का लाभ प्राप्त होता है
न्यौता भोजन से जिले के ढाई लाख से अधिक बच्चे लाभान्वित
धमतरी । प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजनान्तर्गत सभी शासकीय एवं अनुदान प्राप्त प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में न्योता भोजन का आयोजन किया जाता है।
जिले में 16 फरवरी 2024 से न्योता भोजन लागू किया गया है। इसके तहत अब तक जिले के चारों विकासखण्डों के 4 हजार 778 स्कूलों के दो लाख 59 हजार 126 बच्चे लाभान्वित हुए हैं। यह विभिन्न त्यौहारों, अवसरों जैसे वर्षगांठ, जन्मदिन, विवाह और राष्ट्रीय पर्व आदि पर बड़ी संख्या में लोगों को भोजन प्रदान करने की भारतीय परम्परा पर आधारित है। इसी आधार पर प्रदेश में तिथि भोजन को न्योता भोजन के नाम से लागू किया गया है। समुदाय के सदस्य ऐसे अवसरों, त्यौहारों पर अतिरिक्त खाद्य पदार्थ या पूर्ण भोजन के रूप में बच्चों को पौष्टिक और स्वादिष्ट भोजन प्रदाय कर सकते हैं। यह पूरी तरह स्वेच्छिक है और समुदाय के लोग अथवा कोई भी सामाजिक संगठन या तो पूर्ण भोजन का योगदान कर सकते हैं या अतिरिक्त पूरक पोषण के रूप में मिठाई, नमकीन, फल या अंकुरित अनाज आदि के रूप में खाद्य सामग्री का योगदान कर सकते हैं।
बता दें कि न्योता भोजन स्कूलों में दिए जाने वाले भोजन का विकल्प नहीं है, बल्कि यह केवल स्कूल में प्रदाय किए जाने वाले भोजन का पूरक है। प्रदेश के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने योजना की सराहना करते हुए इस दिशा में जनसमुदाय में व्यापक प्रचार-प्रसार कर अधिक से अधिक स्कूलों में न्योता भोजन आयोजित करने के लिए प्रोत्साहित करने कहा, ताकि प्रधानमंत्री पोषण शक्ति निर्माण योजना से लाभान्वित हो रहे बच्चों को अतिरिक्त खाद्य पदार्थ या पूर्ण भोजन के रूप में पौष्टिक और स्वादिष्ट भोजन प्रदाय किया जा सके। योजना के तहत सभी जनप्रतिनिधि, पंचायत अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, सदस्यगण, अधिकारी, कर्मचारी, गणमान्य नागरिक, बच्चों के पालक, ग्रामीणजन को भी नजदीक के स्कूलों में न्योता भोजन कर सकते हैं।
युवक-युवती परिचय सम्मेलन में शामिल हुए उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव आज बिलासपुर के सिम्स (CIMS) ऑडिटोरियम में आयोजित साहू युवक-युवती परिचय सम्मेलन एवं सम्मान समारोह में सम्मिलित हुए। उन्होंने कार्यक्रम में परिचय पुस्तिका का विमोचन किया और विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट कार्य करने वाले साहू समाज के व्यक्तियों को सम्मानित किया। उन्होंने योग्य जीवन साथी की तलाश में सम्मेलन में पहुंचे युवाओं को भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।
उप मुख्यमंत्री श्री साव ने मुख्य अतिथि के रूप में परिचय सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि साहू समाज प्रदेश के सभी जिलों में परिचय सम्मेलन का आयोजन कर रहा है। उसका लाभ समाज को मिल रहा है। यह आयोजन समाज के लोगों की मदद के लिए है। परिचय पत्रिका के मध्यम से रिश्ता तय हो रहा है। यह समाज के लिए अनुकरणीय कार्य है।
श्री साव ने कार्यक्रम में कहा कि आज साहू समाज के लोग अपनी मेहनत और ईमानदारी से आगे बढ़ रहे हैं। विगत वर्षों में समाज के लोगों ने सभी क्षेत्रों में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। विधायक सर्वश्री धरमलाल कौशिक, संदीप साहू, सुशांत शुक्ला और पूर्व सांसद श्री लखन लाल साहू सहित साहू समाज के कई पदाधिकारी और गणमान्य नागरिक बड़ी संख्या में कार्यक्रम में मौजूद थे।
वन मंत्री श्री कश्यप ने ग्राम बेनूर में 8 करोड़ 42 लाख रुपए की निर्माण कार्यों की दी सौगात
50 सीटर कन्या छात्रावास, सहकारी बैंक खोलने, कलार और मुरिया समाज भवन सहित विभिन्न घोषणाएं
वनमंत्री श्री केदार कश्यप ने नारायणपुर जिले के ग्राम बेनूर में लगभग 8 करोड़ 42 लाख रुपए की लागत से निर्मित विभिन्न विकास कार्यों की सौगात दी। कार्यक्रम में राजस्व मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री टंकराम वर्मा भी शामिल हुए।
वन मंत्री कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के सुशासन में किसानों को 3100 रूपये में धान खरीदी, तेंदूपत्ता 5500 रूपये मे, प्रधानमंत्री आवास योजना, नलजल योजना, महतारी वंदन योजना आदि से लाभांवित किया जा रहा है। उन्होंने कार्यक्रम में क्षेत्र की जनता की मांग पर नयानार में नाली निर्माण, बेनूर में कलार समाज के लिए 15 लाख रूपये का भवन निर्माण, बेनूर में जिला सहकारी बैंक खोलने, सरकारी कर्मचारियों के लिए आवास, बाजार स्थल पर धान खरीदी चबूतरा निर्माण करने, बेनूर में 50 सीटर कन्या छात्रावास खोलने, मावली माता मंदिर में अहाता निर्माण, तुरठा के आश्रित गांव में सड़क निर्माण, यादव और मुरिया समाज भवन बनाने की घोषणा की।
राजस्व मंत्री एवं जिले के प्रभारी मंत्री श्री टंकराम वर्मा ने कहा कि प्रदेश के 18 लाख हितग्राहियों को प्रधानमंत्री आवास, महतारी वंदन, नल जल योजना जैसे विभिन्न योजनाएं संचालित किए जा रहे है। बस्तर अंचल के युवाओं को सकारात्मक गतिविधियों से जोड़ने के लिए बस्तर ओलंपिक का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में सर्व आदिवासी समाज के संरक्षक श्री रूपसाय सलाम, पूर्व सरपंच श्री बेनूर नारायण मरकाम सहित अनेक पंचायत प्रतिनिधि उपस्थित थे।
युवाओं के नेतृत्व क्षमता का विकास करता है युवा संसद : मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े
युवा संसद कार्यक्रम में युवाओं ने समझी संसदीय कार्यप्रणाली
महिला एवं बाल विकास और समाज कल्याण मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े आज सूरजपुर जिले के ग्राम बतरा स्थित स्वामी आत्मानंद स्कूल में आयोजित जिला स्तरीय युवा संसद प्रतियोगिता कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं। इस अवसर पर उन्होंने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि युवा संसद युवाओं के नेतृत्व क्षमता का विकास करता है।
युवा संसद के माध्यम से छात्रों को सरकार की कार्यप्रणाली को जानने और समझने का अवसर मिलता है। युवा संसद कार्यक्रम के माध्यम से राजनीति सीखकर आज कई नेता अच्छे मुकाम पर पहुंच चुके हैं। युवा संसद का उद्देश्य युवाओं को सशक्त बनाना और उन्हें लोकतंत्र में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित करना है, साथ ही सार्वजनिक मुद्दों पर विचार करने और अपनी राय बनाने के लिए भी प्रोत्साहित करना है।
मंत्री श्रीमती लक्ष्मी राजवाड़े ने इस अवसर पर विद्यालय के स्काउट गाइड के बच्चों से भी मुलाकात की और युवा संसद कार्यक्रम के सभी विजेताओं को प्रमाणपत्र प्रदान किए।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने रावतपुरा सरकार इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस के नवीन भवन का किया लोकार्पण
युवाओं को मिलेंगे गुणवत्तापूर्ण चिकित्सा शिक्षा के बेहतर अवसर - मुख्यमंत्री श्री साय
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज नवा रायपुर में रावतपुरा सरकार इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस के नवीन भवन का लोकार्पण किया। इस अवसर पर स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल, वित्त मंत्री श्री ओ. पी. चौधरी, विधायक श्री इंद्र कुमार साहू, श्री रविशंकर जी महाराज और मेडिकल कॉलेज के डीन डॉ. कुंदन ई. गेडाम मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर मेडिकल कॉलेज के विभिन्न विभागों और अत्याधुनिक क्लासरूम का अवलोकन किया और यहां मौजूद सुविधाओं का जायजा लिया। उन्होंने एनाटॉमी म्यूजियम, डिसेक्शन हॉल, लैब, कम्युनिटी मेडिसीन डिपार्टमेंट सहित कई अन्य विभागों में अध्ययन-अध्यापन का कामकाज देखा। मेडिकल कॉलेज के भ्रमण के दौरान उन्हें जानकारी दी गई कि यहाँ अत्याधुनिक तकनीक और संसाधन उपलब्ध कराए गए हैं, जिससे छात्र गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे ।
उल्लेखनीय है कि श्री रावतपुरा सरकार इंस्टीट्यूट आफ मेडिकल साइंसेस एंड रिसर्च में मेडिकल की पढ़ाई के लिए 150 सीट उपलब्ध है। इस वर्ष से ही मेडिकल कॉलेज का प्रथम सत्र प्रारंभ हुआ है।
श्री रावतपुरा सरकार इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेस हॉस्पिटल में विभिन्न चिकित्सा इकाइयों का किया शुभारंभ
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज श्री रावतपुरा सरकार इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेस हॉस्पिटल में विभिन्न चिकित्सा इकाइयों का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने 650 बिस्तरीय अस्पताल में मौजूद स्वास्थ्य सुविधाओं का जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने हॉस्पिटल में नवीन सीटी स्कैन, एमआरआई यूनिट, डायलीसिस यूनिट और आपातकालीन चिकित्सा यूनिट का शुभारंभ किया।
उन्होंने इस अवसर पर कहा कि नई सुविधाओं के द्वारा मरीजों को सटीक और त्वरित उपचार मिल सकेगा। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने हॉस्पिटल के कर्मचारियों और डॉक्टरों से बातचीत की और उनकी कार्यों की सराहना की। उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल न केवल क्षेत्रीय जरूरतों को पूरा करेगा, बल्कि आसपास के मरीजों को भी अत्याधुनिक स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराएगा। एमआरआई और सीटी स्कैन जैसी अत्याधुनिक सुविधाएं उपलब्ध होने से जटिल बीमारियों का पता लगाने और इलाज करने में सहूलियत होगी। इमरजेंसी यूनिट का शुभारंभ आपातकालीन चिकित्सा सेवाओं को तेज और प्रभावी बनाएगा।उन्होंने कहा कि मेडिकल कॉलेज क्षेत्र के युवाओं को चिकित्सा शिक्षा के लिए बेहतर अवसर प्रदान करेगा और लोगों को स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलेगा।
कर्मचारियों से दुर्व्यवहार करने वाले व्यवसायियों के प्रतिष्ठानों पर स्टेट जीएसटी की दबिश
रायपुर 6 दिसंबर/ मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने राज्य कर निरीक्षकों को शासकीय कार्य के दौरान व्यवसायियों द्वारा धमकाने की घटना को गंभीरता से लेते हुए इस पर कड़ी कार्यवाही के निर्देश दिए है।
उल्लेखनीय है कि राज्य कर जीएसटी विभाग द्वारा बोगस फर्मों, संदिग्ध फर्मों की पहचान के लिए रिस्क पैरामीटर के आधार पर ऐसे फर्मों की पहचान कर भौतिक सत्यापन की कार्यवाही की जा रही है। विभाग के निर्देश पर निरीक्षकों द्वारा रायपुर स्थित मेसर्स योगेश कमर्शियल, महेश कालोनी, गुढियारी के मुनीश कुमार शाह एव मेसर्स श्री जगन्नाथ कन्स्ट्रक्शन, दलदल सिवनी के राहुल शर्मा के विरूद्ध अनियमितता की शिकायत प्राप्त होने पर व्यवसाय के भौतिक सत्यापन हेतु राज्य कर निरीक्षक श्रीमती रितु सोनकर और श्री होमेश वर्मा को निर्देशित किया गया था। आदेश के परिपालन में कर निरीक्षक भौतिक सत्यापन करने गये थे, लेकिन उक्त दोनों व्यवसायियों के द्वारा निरीक्षकों के साथ दुर्व्यवहार करते हुए धमकी दिया गया जिससे व्यवसाय के भौतिक सत्यापन के शासकीय कार्य में व्यवधान उत्पन्न हुआ। मुख्यमंत्री श्री साय के द्वारा व्यवसायियों के इस कृत्य को गंभीरता से लिया गया।
मुख्यमंत्री श्री साय के निर्देशन में विभाग ने व्यवसायियों के संव्यवहारों की पड़ताल की तथा कर अपवंचन और जीएसटी अधिनियम के प्रावधानो का पालन नहीं करने पर आज विभाग ने दोनों फर्मों के प्रतिष्ठानों पर जांच जब्ती की कार्यवाही की। विभाग द्वारा शासकीय कार्यों में बाधा पहुंचाने एवं अधिकारियों को धमकाने के लिए उक्त व्यक्तियों के विरूद्ध पुलिस थाना में प्राथमिकी दर्ज कराने की कार्रवाई की गई।