छत्तीसगढ़
महामहिम राष्ट्रपति से सरगुजा संभाग की छात्राओं ने की सौजन्य मुलाकात, छात्राओं ने इस सुनहरे अवसर के लिए मुख्यमंत्री श्री साय एवं प्रशासन के प्रति जताया आभार
सरगुजा संभाग के सरगुजा, जशपुर, सूरजपुर और बलरामपुर जिले की पांच छात्राओं ने रक्षाबंधन के अवसर पर राजधानी दिल्ली में महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू से सौजन्य मुलाकात की। इस अवसर पर केंद्रीय शिक्षा मंत्री श्री धर्मेंद्र प्रधान ने बच्चों का कुशल क्षेम जानते हुए उनका उत्साह वर्धन किया और सभी को उज्ज्वल भविष्य की शुभकामना दी। इस सुनहरे अवसर के लिए छात्राओं ने बेहद उत्साह के साथ मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय एवं प्रशासन के प्रति आभार व्यक्त किया।
पढ़ाई के साथ साथ खेल, संगीत तथा अन्य गतिविधियों में उत्कृष्ट प्रदर्शन के आधार पर छात्राओं का चयन किया गया जिसमें सरगुजा से कस्तूरबा आवासीय विद्यालय लखनपुर की छात्रा ज्योति, जशपुर जिले से रिया एवं रजनी चौहान, सूरजपुर से नंदिनी किंडो और बलरामपुर से प्रशंसा शामिल रहीं। राज्य कार्यालय द्वारा सरगुजा संभाग के बच्चों के साथ प्रभारी के रूप में अधीक्षिका अनुराधा सिंह का चयन कर दिल्ली भेजा गया।
महामहिम राष्ट्रपति श्रीमती मुर्मू द्वारा छात्राओं से मुलाक़ात के दौरान उन्हें रक्षाबंधन की बधाई दी गई तथा रक्षाबंधन पर्व के महत्व के बारे में बताते हुए छात्राओं से उनके पढ़ाई और जीवन के लक्ष्य के बारे में जानकारी लेकर लक्ष्य प्राप्ति हेतु ईमानदारी से प्रयास का सुझाव दिया गया। उन्होंने छत्तीसगढ़ की संस्कृति, यहां के प्राकृतिक सौंदर्य तथा अन्य विशिष्टता के बारे में छात्राओं से जानकारी ली। छात्राओं ने उन्हें राखी बाँधते हुए उपहार भी दिए।
पहली बार राष्ट्रपति से मुलाकात और देश की राजधानी नई दिल्ली के महत्वपूर्ण स्थलों के भ्रमण से छात्राएं काफ़ी रोमांचित तथा उत्साहित रहीं। गुरुवार को रायपुर को वापस लौटी छात्राओं ने एमडी समग्र शिक्षा श्री संजीव झा एवं एससीईआरटी डायरेक्टर श्री राजेंद्र कटारा, उप संचालक समग्र शिक्षा श्री राजेश सिंह एवं अन्य अधिकारियों से मुलाकात की और राष्ट्रपति भवन एवं दिल्ली की सुनहरी यादों सहित पहली विमान यात्रा के अनुभव को शेयर करते हुए इस अवसर को प्रदाय करने के लिये धन्यवाद ज्ञापित किया गया। वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा भी बच्चों की हौसला आफ़ज़ाई करते हुए भविष्य में भी पढ़ाई के साथ साथ अन्य सभी क्षेत्रों में भी उत्कृष्ट प्रदर्शन करने प्रेरित किया जिससे भविष्य में इस तरह के अवसर पुनः मिल सके।
जिला कलेक्टर श्री विलास भोसकर, सीईओ ज़िला पंचायत श्री नूतन कंवर, संयुक्त संचालक शिक्षा श्री संजय गुप्ता, डीईओ श्री अशोक सिन्हा एवं डीएमसी रविशंकर तिवारी द्वारा अधीक्षिका एवं छात्राओं को उनकी इस उपलब्धि के लिए बधाई दी तथा भविष्य में भी इसी प्रकार उत्कृष्ट कार्य करते रहने हेतु प्रेरित किया है।
रायपुर में चलेगी लाइट मेट्रो, मॉस्को में हुआ एमओयू
रायपुर। रायपुर महापौर एजाज ढेबर रूस के मॉस्को दौरे पर हैं। जहां उन्होंने लाइट मेट्रो की सुविधा को उपलब्ध कराए जाने को लेकर वहां की कंपनी से एमओयू किया है। इस लाइट मेट्रो की सुविधा से राजधानी में यातायात व्यवस्था सुगम होगी। इस सम्मेलन में 15 देशों के लोग उपस्थित थे। जिनके साथ विभिन्न विषयों को लेकर बातचीत की गई। जिन 100 शहरों का चयन किया गया है उसमें भारत से रायपुर का नाम भी शामिल है।
इस सम्मलेन में आर्थिक सामाजिक और पर्यावरण जैसे मुख्य तीन बिंदुओं पर जोर दिया गया। जल्द ही वहां की टीम राजधनी रायपुर निरीक्षण करने आएगी। उन्होंने ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर और मास्को के महापौर के साथ रायपुर नगर निगम महापौर एजाज ढेबर ने एमओयू किया है। जिसमें 30 साल की अवधि के लिए 1068 यात्रियों की क्षमता वाली आधुनिक बैटरी से चलने वाली ट्रेनों की योजना बनाई गई है। वर्ष 2021, 2022 और 2023 में लगातार प्रयास के बाद अब जाकर यह एमओयू हुआ है।
इस एमओयू के बाद संभवतः टाटीबंद, टिकरापारा, तेलीबांधा, शंकर नगर, मठपुरैना और श्रीनगर जैसे इलाकों को जोड़ सकता है। साथ इससे नया रायपुर (अटल नगर) को भी जोड़ा जा सकता है।
स्पेशल कोर्ट ने अनिल टुटेजा को 7 दिन की सशर्त रिमांड पर EOW को सौंपा
रायपुर। शराब घोटाला मामले में एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम में, स्पेशल कोर्ट ने रिटायर्ड आईएएस अधिकारी अनिल टुटेजा को 7 दिन की सशर्त रिमांड पर आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) को सौंप दिया है। इस मामले में कोर्ट ने ईओडब्ल्यू को निर्देश दिया है कि रिमांड अवधि के दौरान आरोपी के साथ किसी भी प्रकार की मारपीट या प्रताड़ना नहीं की जाएगी और उनके परिवार से मिलने की अनुमति दी जाएगी।
ईओडब्ल्यू ने टुटेजा की रिमांड के लिए ACB कोर्ट में आवेदन किया था। इससे पहले, हाईकोर्ट के आदेश के कारण ईओडब्ल्यू टुटेजा की गिरफ्तारी नहीं कर पा रही थी। 20 अगस्त को हाईकोर्ट ने शराब घोटाला मामले में ईडी और ईओडब्ल्यू के खिलाफ दायर 13 याचिकाओं को खारिज कर दिया, जिसके बाद अनिल टुटेजा को हाईकोर्ट से मिला संरक्षण समाप्त हो गया। इस फैसले के बाद ईओडब्ल्यू ने टुटेजा की गिरफ्तारी के लिए प्रोडक्शन वारंट की मांग की, जिसे कोर्ट ने बुधवार को मंजूर कर लिया।
टुटेजा के वकील ने ईओडब्ल्यू की रिमांड याचिका पर आपत्ति जताते हुए कोर्ट के समक्ष उनका पक्ष रखा, लेकिन कोर्ट ने उनकी आपत्ति को खारिज करते हुए टुटेजा को ईओडब्ल्यू की रिमांड पर सौंप दिया। कोर्ट ने ईओडब्ल्यू को निर्देश दिया कि रिमांड के दौरान टुटेजा के मानवाधिकारों का संरक्षण किया जाए और उनके साथ गरिमापूर्ण व्यवहार हो। साथ ही, रिमांड के दौरान उन्हें आवश्यक चिकित्सा सुविधाएं और परिजनों से मिलने की अनुमति देने का भी आदेश दिया गया है।
पीएम आवास योजना को लेकर किया जा रहा ग्राम सभा का आयोजन सूरजपुर |22-Aug-2024
सूरजपुर। कलेक्टर रोहित व्यास के निर्देशानुसार व मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत कमलेश नंदिनी साहू के मार्गदर्शन में विकासखण्ड भैयाथान के समस्त ग्राम पंचायतों में लगातार ग्राम सभा आयोजन किया जा रहा है। जिसमें ग्राम पंचायत भंवराही, लक्ष्मीपुर, सावांरावां, कटिन्दा, धरमपुर, जुर सहित अन्य सभी ग्राम पंचायतों में ग्राम सभा आयोजित किया गया।
जिसमें आगामी दिनों में आवास से लाभान्वित होने वाले परिवारों की दो सूची स्थाई प्रतीक्षा सूची तथा आवास प्लस सूची जिसमें 5204 तथा 2150 परिवारों के पात्रता व अपात्रता का अनुमोदन किया गया। इसके साथ ही वित्तीय वर्ष 2016-23 तक के 450 हितग्राही जिन्होंने राशि लेने के पश्चात् आवास पूर्ण अभी तक नहीं कराई है। उनके नामों का वाचन किया गया तथा 15 दिवस तक अंतिम समय उन्हें दिया गया। उसके पश्चात उनके आवासों को निरस्त करते हुए दी गई राशि की वसूली के लिए अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व) कार्यालय भेज दी जाएगी। साथ ही आगामी किस्त जारी नहीं की जाएगी। उक्त सभी नामों को ग्राम पंचायत भवन सार्वजनिक स्थल पर चस्पा किया गया है।
आगामी सूचियों में स्थाई रूप से पलायन परिवार व भूमिहीन परिवारों की लिस्ट तैयार करनी है और भूमिहीन को भूमि आबंटित करने का प्रस्ताव पारित किया गया है। साथ ही आवास की आगामी स्वीकृति में महिला मुखिया के नाम से होनी है, इसके लिए महिलाओं का अकाउंट नंबर, आधार कार्ड (केवाईसी सहित) अद्यतन कराया जाना अनिवार्य है। इस दौरान ब्लॉक समन्वयक अमित खैरवार, तकनीकी सहायक नवीन जायसवाल सहित सरपंच, सचिव व रोजगार सहायक व ग्रामीण काफी संख्या में उपस्थित थे।
अग्निवीर भर्ती : निःशुल्क शारीरिक दक्षता प्रशिक्षण प्रारंभ
दुर्ग । भारतीय थल सेना में अग्निवीर भर्ती हेतु माह अप्रैल 2024 में आयोजित लिखित परीक्षा में सफल अभ्यर्थियों के लिए निःशुल्क शारीरिक दक्षता प्रशिक्षण आज से प्रारम्भ हो गई है। उपसंचालक रोजगार राजकुमार कुर्रे से प्राप्त जानकारी अनुसार विकासखण्ड दुर्ग में 43, पाटन-13, धमधा-08 आवेदक प्रशिक्षण के पहले दिन उपस्थित हुए। रविशंकर स्टेडियम दुर्ग में एन.आई.एस. कोच विनोद नायर, पी.टी.आई. बालकदास डाहरे, पाटन में ललित साहू, भवानी शंकर तथा धमधा में दुष्यंत महोबिया, शिवकुमार रजक द्वारा युवाओं को प्रशिक्षण दिया जा रहा है। ऐसे अभ्यर्थी जिन्होंने लिखित परीक्षा पास कर ली है, वे प्रशिक्षण के लिए अपने विकासखण्ड मुख्यालय स्थान रविशंकर स्टेडियम दुर्ग कॉलेज मैदान सिरनाभाठा धमधा खेल मैदान रेस्ट हाउस के पीछे पाटन में प्रातः 06 बजे उपस्थित हो सकते है। इच्छुक अभ्यर्थी को लिखित परीक्षा हेतु जारी प्रवेश पत्र, परिचय पत्र (आधार कार्ड/ड्राइविंग लाइसेंस) की छायाप्रति तथा 1 पासपोर्ट साइज फोटोग्राफ प्रशिक्षक के पास जमा करना होगा।
साय सरकार का सुशासन और पारदर्शिता के लिए एक और बड़ा कदम
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने ई-आफिस प्रणाली, स्वागतम पोर्टल और मुख्यमंत्री कार्यालय ऑनलाईन पोर्टल का किया शुभारंभ
मुख्यमंत्री ने ई-ऑफिस प्रणाली लागू करने के संबंध में मुख्य सचिव को निर्देश देने संबंधी फाइल का अनुमोदन कर ई-ऑफिस प्रणाली का किया शुभारंभ
शासकीय कामकाज को पारदर्शी बनाने और व्यवस्थित करने ई-आफिस प्रणाली की शुरुआत
मंत्रालय में आमजनों के सुगम प्रवेश के लिए स्वागतम पोर्टल का शुभारंभ
छत्तीसगढ़ में ई-गवर्नेंस को बढ़ावा देने और शासकीय काम-काज में पारदर्शिता लाने के लिए सभी क्षेत्रों में आईटी का व्यापक पैमाने पर इस्तेमाल शुरू हो गया है। इसी क्रम में मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज तीन पोर्टलों ई-ऑफिस प्रणाली, मुख्यमंत्री कार्यालय ऑनलाइन पोर्टल और स्वागतम पोर्टल का शुभारंभ किया। इस पहल से सुशासन के साथ शासकीय कामकाज में दक्षता और पारदर्शिता बढ़ेगी।
मुख्यमंत्री की मंशा के अनुसार सरकारी काम-काज में अधिक से अधिक पारदर्शिता लाने के लिए अधिकाधिक क्षेत्रों में आईटी का उपयोग किया जा रहा है, ताकि भष्ट्राचार की गुंजाईश न रहे। मुख्यमंत्री श्री साय के निर्देश पर ये तीनों ऑनलाईन पोर्टल तैयार किए गए हैं, जिसका शुभारंभ आज यहां मंत्रालय महानदी भवन में बटन दबाकर मुख्यमंत्री ने किया। इस दौरान मुख्यमंत्री श्री साय ने मुख्य सचिव को सभी विभागों में ई-ऑफिस प्रणाली लागू करने के निर्देश देने संबंधी फाइल का डिजिटल अनुमोदन कर ई-ऑफिस प्रणाली का शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने इस अवसर पर कहा कि सुशासन के संकल्प को पूरा करने की दिशा में ई-आफिस प्रणाली और स्वागतम पोर्टल का शुभारंभ राज्य सरकार का एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस और सरकारी काम में पारदर्शिता के उद्देश्य से सभी विभागों में आईटी के उपयोग को बढ़ावा दे रही है। डिजिटल गवर्नेंस को हर स्तर पर ले जाने के लिए हम काम कर रहे है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने कहा कि छत्तीसगढ़ के लिए आज का दिन ऐतिहासिक है। आज हम लोगों ने सरकारी कामकाज में अधिक पारदर्शिता और आमजन की सुविधा के लिए एक साथ तीन-तीन ऑनलाइन प्रणाली का शुभारंभ किया है। तीनों पोर्टल का शुभारंभ प्रदेश में सुशासन स्थापित करने में मील का पत्थर साबित होगा। ई-ऑफिस प्रणाली से फाइलों के निराकरण में अनावश्यक देरी नहीं होगी। गलती की गुंजाइश कम होगी। फाइल किस स्तर पर है, इसकी ट्रेकिंग हो सकेगी।
इसी तरह मंत्रालय में मुख्यमंत्री, मंत्रीगणों और अधिकारियों से मिलने जो आंगतुक आते है, उनकी सुविधा के लिए स्वागतम पोर्टल भी शुरू किया गया है। मुख्यमंत्री श्री साय ने सीएमओ पोर्टल के शुभारंभ की जानकारी देते हुए बताया कि इसके माध्यम से सरकार की योजनाओं, कार्यक्रमों, जनहितैषी फैसलों और काम-काज की जानकारी आम लोगों को मिलेगी।
गौरतलब है कि ई-ऑफिस प्रणाली शुरुआती चरण में सामान्य प्रशासन विभाग में लागू किया गया है, जिसे क्रमशः सभी विभागों में लागू किया जाएगा। ई-आफिस प्रणाली में आफिस के दस्तावेज डिजिटल किये जाएंगे। दस्तावेज को एक आफिस से दूसरे आफिस भेजे जाने पर काफी समय लगता था, यह समय अब बच जाएगा। इसके साथ ही दस्तावेज में हेरफेर किये जाने की गुंजाईश समाप्त हो जाएगी। दस्तावेजों के खोने या गायब होने की दिक्कत नहीं रहेगी। डिजिटल माध्यम में दस्तावेज अधिक सुरक्षित रहेंगे। उन्होंने कहा कि अब तय समय-सीमा पर फाइलों का निराकरण हो सकेगा। इससे अधिकारियों के कामकाज की मॉनिटरिंग भी आसान हो सकेगी। ई-आफिस सिस्टम आने से आम जनता के लिए भी अपने आवेदनों के निराकरण की स्थिति जानने में आसानी होगी।
इसी प्रकार मंत्रालय में प्रवेश हेतु स्वागतम पोर्टल के माध्यम से आगंतुकों के प्रवेश की व्यवस्था आसान हो जाएगी। आगंतुकों से संबंधित विवरणों के संधारित हो जाने से मंत्रालय परिसर की सुरक्षा सुदृढ़ होगी। इसके साथ ही सीएमओ पोर्टल का भी आज शुभारंभ किया गया। सीएमओ पोर्टल के माध्यम से शासकीय योजनाओं की जानकारी एक क्लिक पर लोगों को मिल सकेगी। इस पोर्टल के माध्यम से छत्तीसगढ़ के कला संस्कृति इतिहास और अन्य विशेषताओं के बारे में लोग जान पाएंगे। छत्तीसगढ़ के विभिन्न जिलों और उससे संबंधित महत्वपूर्ण जानकारियां इस पोर्टल पर उपलब्ध होगी।
इस अवसर पर उप मुख्यमंत्री श्री विजय शर्मा, खाद्य मंत्री श्री दयालदास बघेल, विधायक श्री मोतीलाल साहू, श्री गजेंद्र यादव, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, मुख्यमंत्री के सचिव श्री पी दयानंद, श्री बसवराजू एस, सुशासन एवं अभिसरण विभाग के सचिव श्री राहुल भगत, सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव श्री मुकेश बंसल, श्री अन्बलगन पी. सहित संबंधित अधिकारी उपस्थित थे।
राज्यपाल ने भिलाई इस्पात संयंत्र का किया भ्रमण
राज्यपाल श्री रमेन डेका ने आज अपने दुर्ग भिलाई प्रवास के दौरान भिलाई इस्पात संयंत्र का भ्रमण किया। इस दौरान सांसद श्री विजय बघेल भी साथ मौजूद थे। राज्यपाल श्री डेका ने भिलाई इस्पात संयंत्र के ब्लास्ट फर्नेंस, रेल पथ मिल्स, सेफ्टी पाइंट और इस्पात गार्डन का अवलोकन किया। बीएसपी के अधिकारियों ने राज्यपाल को संयंत्र में इस्पात निर्माण की विभिन्न गतिविधियों से अवगत कराया। इस अवसर पर भिलाई इस्पात संयंत्र के प्रबंध निदेशक श्री अनिर्बन दास गुप्ता, प्रबंध निदेशक मानव संसाधन श्री पवन कुमार सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
जल एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए सामुदायिक सहभागिता जरूरी: राज्यपाल श्री डेका
राज्यपाल श्री रमेन डेका ने जल एवं पर्यावरण संरक्षण के लिए सामुदायिक सहभागिता पर जोर देते हुए पर्यावरण संवर्धन के लिए सभी से एक पेड़ लगाने का आह्वान किया है। राज्यपाल श्री डेका ने दुर्ग जिले में आयोजित प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक में उक्त आशय के विचार व्यक्त किए।
राज्यपाल ने जिले में विभिन्न केंद्रीय योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी ली। उन्होंने केंद्र व प्रदेश सरकार की विभिन्न योजनाओं के अलावा सामाजिक हितों के लिए जिले में किए जा रहे कार्यों की भी जानकारी ली। राज्यपाल श्री डेका ने कहा कि सरकार की योजनाओं का सफल क्रियान्वयन अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा सुनिश्चित किया जाता है। कल्याणकारी योजनाओं के बेहतर क्रियान्वयन से इसका लाभ जन-जन तक पहुंचता है। उन्होंने अधिकारियों को दायित्वों का निर्वहन कर्तव्यनिष्ठा, ईमानदारी और समर्पण की भावना से करने कहा।
राज्यपाल श्री डेका ने अधिकारियों से एजेण्डावार 20 विषयों पर विचार-विमर्श किया। साथ ही इस पर प्रशासनिक अधिकारियों से सुझाव आमंत्रित किए। कलेक्टर सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी ने जिले की योजनाओं के संबंध में पॉवर पांइट प्रेसेन्टेशन दिया। बैठक में संभागायुक्त श्री एस.एन. राठौर, पुलिस महानिरीक्षक श्री रामगोपाल गर्ग, पुलिस अधीक्षक श्री जितेन्द्र शुक्ला, सहित अन्य प्रशासनिक अधिकारी उपस्थित थे।
पहाड़ी कोरवा छतकुंवर अब बन गई शिक्षिका
विशेष पिछड़ी जनजाति पहाड़ी कोरवा से ताल्लुक रखने वाली छतकुंवर की पहचान अब शिक्षिका के रूप में होगी। छत्तीसगढ़ के संवेदनशील मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के निर्देश पर जिला प्रशासन कोरबा द्वारा छतकुंवर को सहायक शिक्षक के रूप में नौकरी दे दी गई है। विशेष पिछड़ी जनजाति की होने के बावजूद छतकुंवर ने पोस्ट ग्रेजुएशन तक शिक्षा हासिल करने के साथ कम्प्यूटर में डिप्लोमा भी की है। छतकुंवर के उच्च शिक्षा हासिल करने के पीछे तत्कालीन कलेक्टर श्री पी. दयानंद की विशेष प्रेरणा रही है।
कोरबा में कलेक्टर रहने के दौरान श्री पी. दयानंद एक बार दौरे में कोरबा ब्लॉक के आंछीमार गांव पहुंचे थे। इस दौरान गांव में सबसे ज्यादा पढ़ी-लिखी पहाड़ी कोरवा जनजाति की छात्रा छतकुंवर से मुलाकात हुई थी। कलेक्टर ने छतकुंवर को उच्च शिक्षा हासिल करने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा था कि उसे नौकरी हासिल करने के लिए आगे की पढ़ाई पूरी करनी होगी।
पोस्ट ग्रेजुएट छतकुंवर आज सहायक शिक्षिका के रूप में करतला ब्लॉक के शासकीय माध्यमिक शाला नोनबिर्रा में अपने दायित्वों का बखूबी निर्वहन कर रही है। विषम परिस्थिति में एक गरीब परिवार में पली-बढ़ी वह कहती है कि उन्हें खुशी है कि तत्कालीन कलेक्टर श्री पी. दयानंद ने उन्हें पढ़ाई के लिए प्रेरित किया था। उनकी प्रेरणा का ही परिणाम है कि वह पोस्ट ग्रेजुएट तक शिक्षा हासिल कर शिक्षक बन गई हैं।
छतकुवंर का कहना है कि पहाड़ी कोरवा समाज अभी भी बहुत पिछड़ा हुआ है। समाज के कुछ लोग ही शिक्षा हासिल कर पाये हैं। उन्हें नौकरी दिए जाने से जो पिछड़े हुए हैं उन्हें भी प्रेरणा मिल रही है। वे लोग भी पढ़ाई करने स्कूल जा रहे हैं। छतकुंवर चाहती है कि अन्य समाज की तरह उनके समाज के सभी लोग शिक्षा से जुड़ पाएं और एक सामान्य जीवनयापन कर सकें। छतकुंवर ने उन्हें और उनके समाज के बेरोजगारों को नौकरी से जोड़ने आर्थिक रूप से सक्षम बनाकर विकास से जोड़ने के लिए शासन-प्रशासन को धन्यवाद दिया और बताया कि नौकरी मिलने के बाद घर की आर्थिक हालात तेजी से बदल रहे हैं। उन्होंने बताया कि पहाड़ी कोरवा समाज के अनेक घरों में आज भी जीवनयापन सामान्य नहीं है। गरीबी की वजह से ही वे पीछे हैं। उनका कहना है कि उन्होंने शिक्षा से नाता जोड़ लिया, आज इसी का परिणाम है कि जिला प्रशासन ने उन्हें नौकरी देकर बहुत पिछड़े हुए समाज को अन्य समाज के साथ मुख्यधारा में लाने और बेहतर भविष्य बनाने की दिशा में कदम उठाया है।
छतकुंवर बताती है कि उनके समाज में युवा ज्यादा पढ़ाई नहीं किये थे, इसलिए आठवीं पास सजातीय युवक से विवाह हो गया। इस बीच उन्हें 12वीं तक पढ़ाने में मदद की। अभी उनके पति की नौकरी भी भृत्य के पद पर लग गई है और परिवार खुश है।
उप मुख्यमंत्री श्री अरुण साव ने पत्रकार-वार्ता में नगरीय प्रशासन विभाग के कार्यों की जानकारी दी
उप मुख्यमंत्री तथा नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री श्री अरुण साव ने आज रायपुर के सिविल लाइन स्थित अपने निवास कार्यालय में पत्रकार-वार्ता को संबोधित किया। उन्होंने इस दौरान नगरीय प्रशासन विभाग के कार्यों और नगरीय निकायों को विकास कार्यों के लिए दी जा रही राशि की जानकारी दी। उन्होंने राज्य के सभी नगरीय निकायों में विगत 27 जुलाई से 10 अगस्त तक आयोजित जनसमस्या निवारण पखवाड़ा में मिले आवेदनों और उनके निराकरण के बारे में भी बताया।
नाचा सीएटल चैप्टर के सदस्यों ने इंडिया डे परेड के उद्घाटन समारोह में किया छत्तीसगढ़ का प्रतिनिधित्व
उत्तर अमेरिका में भारतीय दूतावास द्वारा आयोजित इंडिया डे परेड के उद्घाटन समारोह में नॉर्थ अमेरिका छत्तीसगढ़ एसोसिएशन (नाचा) सीएटल चैप्टर ने छत्तीसगढ़ राज्य का प्रतिनिधित्व कर लोगों के दिलों में एक अमिट छाप छोड़ी है| दूतावास के गठन के बाद पहली बार आयोजित इस कार्यक्रम में नाचा के सदस्यों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया और छत्तीसगढ़ की समृद्ध संस्कृति का प्रदर्शन किया।
सीएटल के कार्यक्रम में भाग लेने के अलावा, नाचा के सदस्यों ने डेट्रॉइट, शिकागो, लंदन और कैलिफोर्निया में भी आयोजित इंडिया डे परेड में भी सक्रिय रूप से भाग लिया|
अब पक्की सड़क पर फर्राटे भरेंगे कमार जनजाति के लोग
छुरा और गरियाबंद जाना-आना होगा आसान
अकलवारा से कमारपारा तक तेजी से बन रही है पक्की सड़क
छत्तीसगढ़ राज्य के गरियाबंद जिले में अकलवारा और कमारपारा के आस-पास के इलाकों में निवासरत कमार विशेष पिछड़ी जनजाति के लोग पक्की सड़क के निर्माण से बेहद खुश हैं। अब उन्हें ब्लॉक मुख्यालय छुरा और जिला मुख्यालय गरियाबंद जाने-आने में होने वाली दिक्कतों से निजात मिल जाएगी। छुरा विकासखण्ड के गांव अकलवारा से कमारपारा तक का कच्चा कीचड़ युक्त मार्ग अब प्रधानमंत्री जनमन योजना से मिली स्वीकृति के चलते पक्की डामर सड़क में तब्दील हो रहा है। इस सड़क का निर्माण तेजी से जारी है। लगभग 1.125 किलोमीटर लंबी सड़क का जीएसबी कार्य और इसके मध्य तीन पुलियों का निर्माण पूरा कर लिया गया है। अकलवारा और कमारपारा का क्षेत्र विशेष पिछड़ी कमार जनजाति बाहुल्य है। पक्की सड़क न होने से इस इलाके में आवागमन एवं बुनियादी सुविधाओं को पहुंचाना कठिन था। पक्की सड़क का निर्माण शुरू हो जाने से एम्बुलेंस, उज्ज्वला योजना के गैस की गाड़िया, मोबाइल मेडिकल यूनिट और मुख्यमंत्री हाट बाजार क्लिनिक योजना की गाड़ियां यहां पहुंचने लगी हैं।
गौरतलब है कि पीएम जनमन योजना और छत्तीसगढ़ सरकार की योजनाओं के समन्वय से राज्य में विशेष पिछड़ी जनजाति कमार, अबूझमाड़िया, बैगा, बिरहोर, पहाड़ी कोरवा बाहुल्य इलाकों में बुनियादी सुविधाओं जैसे शिक्षा, स्वास्थ्य, पेयजल, आवास, पीडीएस खाद्यान्न, बिजली, स्कूल, आंगनबाड़ी, सड़क-नाली आदि का निर्माण तेजी से कराया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय की पहल से पिछड़ी जनजातियों को शासन की कल्याणकारी योजनाओं एवं कार्यक्रमों से जोड़कर उनके जीवन स्तर को बेहतर बनाने का प्रयास किया जा रहा है। अकलवारा से कमारपारा सड़क बन जाने से क्षेत्र के लगभग डेढ़ हजार लोगों को आवागमन के लिए बारहमासी पक्की सड़क की सुविधा मिल जाएगी।
उल्लेखनीय है कि छत्तीसगढ़ के गरियाबंद ज़िले में कमार जनजाति के 3,350 परिवार रहते हैं। इनकी आबादी 14,285 है। कम जनसंख्या, कम साक्षरता दर, कृषि की आदिम तकनीक और आर्थिक पिछड़ेपन के कारण कमार जनजाति को विशेष पिछड़ी जनजाति घोषित किया गया है। कमार जनजाति का मुख्य भोजन चावल या कोदो का पन्ना, उबला चावल, बेलिया, अरहर, मूंग, पीली दाल, काला चना तथा मौसमी सब्जियां, मांस, जंगली साग आदि हैं। छत्तीसगढ़ में कमार जनजाति की सर्वाधिक जनसंख्या गरियाबंद, मैनपुर, छुरा, नगरी, मगरलोड,महासमुंद एवं बागबाहरा विकासखंडो के छोटे-छोटे ग्रामों में निवासरत हैं। कमार जनजाति के लोग अपनी उत्पत्ति मैनपुर विकासखंड के देव डोगर गांव से मानते हैं और कमारी भाषा और छत्तीसगढ़ी भाषा बोलते हैं।
कुलपति डॉ. चंदेल ने लिया काउंसलिंग प्रक्रिया का जायजा
स्नातक पाठ्यक्रमों में 1963 अभ्यर्थियों को सीटों का आबंटन, दस्तावेज परीक्षण जारी
इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल ने विश्वविद्यालय के अंतर्गत संचालित 39 शासकीय एवं निजी महाविद्यालयों में शैक्षणिक सत्र 2024-25 के बी.एस.सी. कृषि (ऑनर्स) स्नातक पाठ्यक्रम में नवीन शिक्षा नीति 2020 के तहत प्रवेश हेतु ऑनलाईन काउंसलिंग प्रक्रिया का जायजा लिया। कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता एवं काउंसलिंग समिति के अध्यक्ष डॉ. जी.के. दास ने कुलपति डॉ. गिरीश चंदेल को बताया कि 1963 अभ्यर्थियों को सीटों का आबंटन किया जा चुका है। 490 अभ्यर्थियों ने दस्तावेज परीक्षण करवा लिया है एवं 87 अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन फीस जमा कर दिया है। उन्होंने बताया कि अन्य सीटों हेतु दस्तावेज परीक्षण की प्रक्रिया जारी है। जिन अभ्यर्थियों को सीट आबंटित हुई है, उन्हें 23 अगस्त 2024 के मध्य दस्तावेज परीक्षण हेतु कृषि महाविद्यालय, रायपुर में प्रातः 09ः00 से सायं 5ः30 बजे तक उपस्थित होना होगा। आबंटित प्रोविजनल सीट को सुरक्षित करने हेतु अभ्यर्थियों को 24 अगस्त 2024 के मध्य ऑनलाइन फीस जमा करना अनिवार्य होगा।
उल्लेखनीय है कि इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय में स्नातक पाठ्यक्रमों में प्रवेश हेतु काउंसलिंग प्रक्रिया जारी है। चयनित अभ्यर्थियों को सीट आबंटन के पाश्चात दस्तावेज परीक्षण का कार्य चल रहा है। सीट आबंटन के पश्चात यदि अभ्यर्थी किसी कारण से सीट सुरक्षित नहीं कर पाता है और आगामी चरण की काउंसलिंग में भाग लेना चाहता है तो इस हेतु ऑनलाइन आवेदन करना होगा तथा ऐसे अभ्यर्थी जिन्हें अभी तक कोई सीट आबंटित नहीं हुई है, उन्हें भी स्पॉट एवं कन्वर्शन काउंसलिंग के लिए 20 से 25 अगस्त 2024 (रात्रि 11ः30 बजे) के मध्य ऑनलाइन आवेदन करना होगा। यदि अभ्यर्थी सीट सुरक्षित करने के पश्चात सीट निरस्त करना चाहता है और आगे किसी भी प्रक्रिया में भाग नहीं लेना चाहता है तो इस हेतु 20 से 25 अगस्त 2024 (रात्रि 11ः30 बजे) के मध्य सीट निरस्त करना होगा। आबंटित एवं रिक्त सीटों की जानकारी 27 अगस्त 2024 को उपलब्ध कराई जाएगी। स्पॉट एवं कन्वर्शन काउंसलिंग हेतु पंजीकृत अभ्यर्थियों की सूची 27 अगस्त 2024 को उपलब्ध कराई जाएगी। प्रोविजनल सीट एवं महाविद्यालय का आबंटन 28 से 30 अगस्त 2024 के मध्य किया जाएगा। तत्काल दस्तावेज परीक्षण एवं ऑनलाईन फीस जमा करने हेतु 28 से 30 अगस्त को अभ्यर्थियांे को कृषि महाविद्यालय, रायपुर में उपस्थित होना होगा। इच्छुक अभ्यर्थी काउंसिलिंग संबंधित दिशा-निर्देशों की अधिक जानकारी हेतु विश्वविद्यालय की वेबसाईट
www.igkv.ac.in
का अवलोकन कर सकते हैं।
छत्तीसगढ़ के पुरोधाओं का प्रदर्शनी के माध्यम से मिल रही रोचक जानकारी
राजधानी रायपुर के कचहरी चौक स्थित टाउन हॉल में जनसंपर्क विभाग द्वारा आजादी की 77 वीं वर्षगांठ पर आयोजित छायाचित्र प्रदर्शनी का आमजन, स्कूल तथा महाविद्यालयीन छात्र के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे युवाओं ने अवलोकन किया। महेंद्र साहू, सुरेश कुमार दिवान, खेमलाल यादव, सुधा कुर्रे, इंद्राणी कुर्रे ने कहा कि प्रदर्शनी के माध्यम से आम लोगो के लिए सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी होने के साथ-साथ छत्तीसगढ़ के महान वीर सपूतों के बारे में भी जानकारी हुई। निजी संस्थान में कार्यरत श्री महावीर कौशिक ने कहा कि प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ से जुड़ी रोचक जानकारी लोगो को आकर्षित कर रही है। छत्तीसगढ़ की संस्कृति के बारे में जानकारी से लोगों को अवगत कराया जा रहा है। इसी तरह रायपुर पी.जी. उमाठे उत्कृष्ट अंग्रेजी स्कूल से आये कुणाल साहू, कान्हा बर्मन, टिकेश्वर साहू, चरण यादव, लक्की नायक आदि बच्चों ने कहा कि प्रदर्शनी में छत्तीसगढ़ के स्वतंत्रता आंदोलनकारियों और शासकीय योजनाओं की विस्तारपूर्वक जानकारी दी गई है। इस जानकारी से ज्ञान में वृध्दि हुई है।
इस प्रदर्शनी में देश के स्वतंत्रता आंदोलन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले छत्तीसगढ़ के महान क्रांतिकारियों की स्मृतियों को सुसज्जित ढंग से प्रदर्शित किया गया है। प्रदर्शनी में आजादी की लड़ाई में छत्तीसगढ़ के क्रांतिकारियों का योगदान और उनके महत्वपूर्ण दस्तावेज, स्वतंत्रता आन्दोलन के दौरान उनकी जीवन यात्रा, जंगल सत्याग्रह, भारत छोड़ो आन्दोलन एवं स्वतन्त्रता आंदोलन से जुड़ी विभिन्न गतिविधियों में उनके योगदानों को प्रदर्शित किया गया है। प्रदेश सरकार की उपलब्धियों पर आधारित डाक्यूमेंट्री फिल्म का प्रदर्शन भी प्रदर्शनी स्थल पर किया जा रहा हैं।
छत्तीसगढ़ में अब तक 811.3 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज
राज्य शासन के राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा बनाए गए राज्य स्तरीय नियंत्रण कक्ष द्वारा संकलित जानकारी के मुताबिक एक जून 2024 से अब तक राज्य में 811.3 मिमी औसत वर्षा दर्ज की जा चुकी है। राज्य के विभिन्न जिलों में 01 जून 2024 से आज 21 अगस्त सवेरे तक रिकार्ड की गई वर्षा के अनुसार बीजापुर जिले में सर्वाधिक 1740.2 मिमी और सरगुजा जिले में सबसे कम 443.2 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी है।
राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार एक जून से अब तक सूरजपुर जिले में 811.0 मिमी, बलरामपुर में 1170.0 मिमी, जशपुर में 656.1 मिमी, कोरिया में 826.6 मिमी, मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 820.9 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी।
इसी प्रकार, रायपुर जिले में 693.0 मिमी, बलौदाबाजार में 837.4 मिमी, गरियाबंद में 778.7 मिमी, महासमुंद में 585.5 मिमी, धमतरी में 735.4 मिमी, बिलासपुर में 734.0 मिमी, मुंगेली में 793.9 मिमी, रायगढ़ में 724.6 मिमी, सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 461.5 मिमी, जांजगीर-चांपा में 812.6 मिमी, सक्ती 679.4 मिमी, कोरबा में 1016.0 मिमी, गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही में 762.0 मिमी, दुर्ग में 520.5 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गयी। कबीरधाम जिले में 642.8 मिमी, राजनांदगांव में 837.4 मिमी, मोहला-मानपुर-अंबागढ़चौकी में 935.1 मिमी, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 597.2 मिमी, बालोद में 857.6 मिमी, बेमेतरा में 468.2 मिमी, बस्तर में 890.1 मिमी, कोण्डागांव में 809.8 मिमी, कांकेर में 1041.4 मिमी, नारायणपुर में 944.2 मिमी, दंतेवाड़ा में 1028.1 मिमी और सुकमा जिले में 1119.4 मिमी औसत वर्षा एक जून से अब तक रिकार्ड की गई।
फूटू ढूंढने गई महिलाओं पर हाथी ने किया हमला, एक की मौत, दूसरी गंभीर
गरियाबंद। ग्राम पोड़ निवासी दो महिला के ऊपर ग्राम के नजदीक ही दो महिलाओं के ऊपर हाथी ने हमला कर दिया। जिससे एक महिला की मौत घटना स्थल में ही हो गई। वहीं एक महिला को गंभीर स्थिति में जिला अस्पताल लाया गया।
घटना के विषय में मिली जानकारी के अनुसार जिला मुख्यालय से 20 किलोमीटर दूर पांडुका परिक्षेत्र के ग्राम पोड़ निवासी दो महिलाएं बर्मन कमार और मंगली बाई कमार फूटू की तलाश में नजदीक के तालाब किनारे ठाड़ पथरा गए हुए थे। उसी दौरान एक दंतैल हाथी द्वारा दोनो महिलाओ के ऊपर हमला कर दिया। जिससे बर्मन कमार की मौके पर ही मौत हो गई।
वहीं मंगली के पैर में गंभीर चोट लगी। घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और घायल महिला मंगली बाई को जिला अस्पताल लेकर आए। जहां घायल महिला का उपचार जारी है, वहीं वन विभाग घायल महिला के उपचार के लिए एक हजार रुपए सहायता राशि दिया गया।
जनसम्पर्क की छायाचित्र प्रदर्शनी बनी आकर्षण का केन्द्र
78वें स्वतंत्रता दिवस के उपलक्ष्य में राजधानी रायपुर के कचहरी चौक स्थित टाउन हॉल में जनसंपर्क विभाग द्वारा आयोजित 7 दिवसीय छायाचित्र प्रदर्शनी को बेहतर प्रतिसाद मिल रहा है। इस प्रदर्शनी को देखने के लिए प्रतिदिन बड़ी संख्या में स्कूली विद्यार्थी और विभिन्न वर्ग समुदाय के लोग टाउन हॉल पहुंच रहे हैं। यहां प्रदेश सरकार की उपलब्धियों एवं देश के स्वतंत्रता आंदोलन में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले छत्तीसगढ़ के महान क्रांतिकारियों की स्मृतियों को बड़े ही आकर्षक ढंग से प्रदर्शित किया गया है। यह प्रदर्शनी में स्कूली विद्यार्थियों और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले प्रतिभागियों के लिए ज्ञानवर्धक है।
प्रदर्शनी देखने के लिए यहां प्रतिदिन आने वाले स्कूली विद्यार्थियों के मध्य क्विज प्रतियोगिता एवं वाद-विवाद प्रतियोगिता का आयोजन तथा विजयी प्रतिभागियों को तत्काल मिलने वाले पुरस्कार से प्रदर्शनी को लेकर स्कूली विद्यार्थियों और युवाओं में रूझान बढ़ा है। क्विज प्रतियोगिता एवं वाद-विवाद प्रतियोगिता के सुव्यवस्थित आयोजन के लिए इस क्षेत्र के अनुभवी श्री अनंत विकास अपनी सेवाएं दे रहे हैं। स्कूली विद्यार्थियों के मध्य आयोजित उक्त दोनों प्रतियोगिताओं में छत्तीसगढ़ के इतिहास, भूगोल, पुरातत्व पर्यटन, संस्कृति, लोक कला, खेती-किसानी सहित अन्य विषय पर आधारित प्रश्न पूछे जाते हैं और सही उत्तर देने वाले प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया जाता है।
भिलाई की रहने वाली नर्सिंग की छात्रा सुश्री चेतना साहू आज टाउन हॉल पहुंची प्रदर्शनी के अवलोकन के बाद उन्होंने कहा कि ऐसी रोचक और ज्ञानवर्धक प्रदर्शनी पहली बार देखी है, जिसमें छत्तीसगढ़ के वीर क्रांतिकारियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई है। यह लोगों और विशेष कर युवाओं के लिए ज्ञानवर्धक व उपयोगी है। उन्होंने बताया कि शासन की योजनाओं की जानकारी सिर्फ राज्योत्सव के स्टाल में देखने को मिलती थी। छायाचित्र प्रदर्शनी के माध्यम से लोगों में जागरूकता लाने का यह प्रयास सराहनीय है। अधिवक्ता श्री सुरेंद्र वर्मन ने बताया कि छत्तीसगढ़ के वीर सपूतों और पुरोधाओं के बारे में रोचक और ज्ञानवर्धक जानकारियां छायाचित्र में प्रदर्शित की गई है, जो नई पीढ़ी और युवाओं के लिए प्रेरक है।
यहां यह उल्लेखनीय है कि इस प्रदर्शनी का शुभारंभ मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने बीते 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के मौके पर किया था। सात दिवसीय यह प्रदर्शनी 21 अगस्त तक चलेगी। छायाचित्र प्रदर्शनी में आजादी की लड़ाई में छत्तीसगढ़ के क्रांतिकारियों का योगदान और उनके महत्वपूर्ण दस्तावेज, स्वतंत्रता आन्दोलन के दौरान उनकी जीवन यात्रा, जंगल सत्याग्रह, भारत छोड़ो आन्दोलन एवं स्वतन्त्रता आंदोलन से जुड़ी विभिन्न गतिविधियों में उनके योगदानों को प्रदर्शित किया गया है। इसके अलावा राज्य सरकार द्वारा संचालित की गई है। मुख्य योजनाओं महतारी वंदन योजना, प्रधानमंत्री आवास योजना, रामलला दर्शन योजना, कृषक उन्नति योजना, महिला सशक्तीकरण, पीएम जनमन योजना, मुख्यमंत्री जनदर्शन आदि प्रमुख रूप से शामिल है। प्रदर्शनी में अयोध्या के भव्य राम मंदिर में विराजित रामलला की प्रतिमूर्ति रखी गई है। प्रदर्शनी स्थल पर प्रदेश सरकार की उपलब्धियों पर आधारित डाक्यूमेंट्री फिल्म का प्रदर्शन किया जा रहा है।