छत्तीसगढ़
बारनवापारा अभ्यारण्य एवं सीमावर्ती वनक्षेत्र में विचरण कर कर रहे बाघ की सुरक्षा एवं मॉनिटरिंग को लेकर प्रधान मुख्य वन संरक्षक (व.प्रा.) एवं वन्यप्राणी अभिरक्षक की अध्यक्षता में बैठक संपन्न
प्रसिद्ध बाघ संरक्षण विशेषज्ञ एवं पन्ना टाइगर रिजर्व में फील्ड डायरेक्टर रहे सेवानिवृत आईएफएस श्रीनिवास मूर्ति ने बारनवापारा अभ्यारण्य क्षेत्र का भ्रमण कर लिया जायजा
प्रधान मुख्य वन संरक्षक (व.प्रा.) एवं वन्यप्राणी अभिरक्षक श्री सुधीर कुमार अग्रवाल द्वारा बारनवापारा अभ्यारण्य एवं सीमावर्ती वनक्षेत्र में 7 मार्च 2024 से 27 जून 2024 तक बाघ विचरण कर रहे बाघ के संरक्षण तथा संवंर्धन कार्याें के समीक्षा की गई। बाघ के सुरक्षा एवं मॉनिटरिंग के कार्याें का निरीक्षण किया गया एवं बाघ की सुरक्षा हेतु आवश्यक मार्गदर्शन प्रदान किया गया।
प्रधान मुख्य वन संरक्षक (व.प्रा.) एवं वन्यप्राणी अभिरक्षक के विशेष आग्रह पर बाघ के सुरक्षा हेतु आईएफएस.(सेवा निवृत्त) श्री आर.श्रीनिवास मूर्ति को बारनवापारा अभ्यारण्य आमंत्रित किया गया था। उन्होंने आमंत्रण स्वीकार करते हुए वनमण्डल बलौदाबाजार के अंतर्गत बारनवापारा अभ्यारण्य में 26 जून 2024 एवं 27 जून 2024 के दौरा प्रवास में बारनवापारा अभ्यारण्य एवं सीमावर्ती वन परिक्षेत्रों के अंतर्गत वर्तमान में विचरण कर रहे 1 बाघ की निगरानी तथा सुरक्षा हेतु अधिकारी कर्मचारियों की बैठक लेकर चर्चा किया गया तथा भविष्य हेतु आवश्यक मार्गदर्शन दिया गया।
श्री आर.श्रीनिवास मूर्ति द्वारा बाघ विचरण क्षेत्र का सूक्ष्म भ्रमण कर, उनके द्वारा आगामी कार्ययोजना हेतु बाघ में ‘‘रेडियो कालर‘‘ लगाये जाने हेतु सुझाव दिया गया। वर्तमान में बारनवापारा अभ्यारण्य एवं आस-पास के वनक्षेत्र बाघ के रहवास के लिए उपयुक्त है एवं क्षेत्र में पर्याप्त मात्रा में प्रे-बेस तथा वाटरबॉडी (पेय जल स्थान) एवं बाघ रहवास क्षेत्र है, जिसमें बाघ आसानी से रहवास/विचरण कर सकते है। बाघ की मॉनिटरिंग हेतु श्री आर.श्रीनिवास मूर्ति के द्वारा बारनवापारा अभ्यारण्य,बलौदाबाजार, देवपुर एवं परिक्षेत्र बल्दाकछार के समस्त स्टाफ को बाघ संबंधित महत्वपूर्ण प्रशिक्षण दिया गया।
वर्तमान में वनमण्डल, बलौदाबाजार के अंतर्गत बाघ के संबंध में किये जा रहे कार्यों की सराहना की गई, तथा जन मानस एवं बाघ के सुरक्षा हेतु 4 नग कुमकी हाथी को बारनवापारा अभ्यारण्य वनमण्डल बलौदाबाजार लाया जाना एवं निगरानी करने हेतु सुझाव दिया गया।
श्री आर.श्रीनिवास मूर्ति प्रसिद्ध बाघ संरक्षण विशेषज्ञ एवं पन्ना टायगर रिजर्व में फील्ड डायरेक्टर रहे सेवानिवृत आईएफएस अधिकारी है। श्रीनिवास पन्ना टाइगर रिजर्व में लगातार 2009 से 2015 तक फील्ड डायरेक्टर रहकर बाघ की संख्या 0 से 32 किया गया। वर्तमान में पन्ना टाइगर रिजर्व में लगभग 90 टाइगर है। टाइगर की संरक्षण एवं संख्या बढ़ाने में इनका महत्वपूर्ण योगदान है।
रायपुर : दुर्गम इलाकों में बाईक एम्बुलेंस सुविधा बनी वरदान
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के मार्गदर्शन और स्वास्थ्य मंत्री श्री श्याम बिहारी जायसवाल के निर्देश पर राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ाने के लिए लगातार काम किया जा रहा है। इसी कड़ी में बिलासपुर जिले के कोटा ब्लॉक के सुदूर पहुंचविहीन गांवों में जिला प्रशासन द्वारा शुरू की गई बाईक एम्बुलेंस ग्रामीणों के लिए वरदान साबित हो रही है। कलेक्टर श्री अवनीश शरण की विशेष पहल पर कोटा ब्लॉक के गांवों तक स्वास्थ्य सुविधाओं में विस्तार लाने बाईक एम्बुलेंस संगवारी एक्सप्रेस की सुविधा शुरू की गई है। वर्तमान में 4 बाईक एम्बुलेंस के जरिए जरूरतमंदों को अस्पतालों तक पहुंचाया जा रहा है। यह सुविधा चौबीसों घंटे ग्रामीणों को मिल रही है।
कोटा ब्लॉक के एक बड़े हिस्से में विषम भौगोलिक परिस्थति के चलते सड़क मार्ग से पहुंच पाना संभव नहीं होता है। ग्रामीणों को आपातकाल स्थिति में घर से अस्पताल आने-जाने के लिए बाईक एम्बुलेंस निःशुल्क परिवहन का एक अच्छा माध्यम बन गया है। संगवारी एक्सप्रेस बाईक में बनाई गई एक मिनी एंबुलेंस की तरह है, जिसमें एक मरीज को बिना असुविधा के अस्पताल तक पहुंचाया जा सकता है। राज्य शासन द्वारा जन स्वास्थ्य के लिए चलाई जा रही अन्य एम्बुलेंस की तरह यह भी एक बिलकुल निःशुल्क सुविधा है। कोटा ब्लॉक के सुदूर वनांचलों में रहने वाली गर्भवती महिलाओं सहित अन्य लोगों के लिए बाईक एम्बुलेंस वरदान साबित हो रही है।
हजारों मरीजों को मिली मदद
विकासखण्ड कोटा में बाईक एम्बुलेंस की सेवाएं शुरू होने से अब तक 1 हजार 339 मरीजों को इसका सीधा लाभ मिला है। इनमें सभी वर्ग के मरीज शामिल है। शिवतराई पीएचसी में 385, बेलगहना पीएचसी में 322, केंदा पीएचसी में 366 और आमागांव में 266 मरीजों को बाईक एम्बुलेंस की सुविधा मिली। बाईक एम्बुलेंस के जरिए वनांचल क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं को संस्थागत प्रसव के लिए केन्द्र तक लाया जाता है और शिशुवती माताओं को प्रसव के बाद सुरक्षित घर भी पहुंचाया जाता है।
बच्चों के लिए भी मददगार
बाईक एम्बुलेंस गर्भवती माताओं के नियमित स्वास्थ्य परीक्षण, बच्चों के टीकाकरण एवं मौसमी बीमारियों के उपचार के लिए भी उपयोग में लाया जाता है।
ग्रामीण इस बाईक एम्बुलेंस की सुविधा के लिए शासन को धन्यवाद देते हैं। वे कहते है कि पहले यातायात सुविधा न होने के कारण हम लोगों केा इलाज के लिए काफी दिककते होती थी लेकिन अब बाईक एम्बुलेंस शुरू होने से उन सभी परेशानियों से राहत मिली है। बगधरा गांव की श्रीमती रोशनी ने बताया कि उन्हें प्रसव के लिए बाइक एंबुलेंस से ही अस्पताल ले जाया गया। यह सुविधा वाकई ग्रामीणों के लिए काफी फायदेमंद है। मोहली गांव की श्रीमती ईश्वरी गोंड ने बाइक एंबुलेंस के लिए आभार जताते हुए बताया कि यह सुविधा लोगों के लिए जीवनदायनी साबित हो रही है।
रात में 11 बजे उन्हें प्रसव के लिए बाइक एंबुलेंस के जरिए आमागोहन सरकारी अस्पताल में लाया गया। वे कहती हैं कि इस सुविधा के चलते ही मैं और मेरा बच्चा पूरी तरह सुरक्षित है। ग्राम पंचायत तुलूफ के 27 वर्षीय श्री महेश धनवाड़ को सांप ने काट लिया था उन्हें तुरंत बाइक एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाया गया। तुरंत इलाज मिल पाने से वो आज स्वस्थ हैं।
रायपुर : जंगल बचेगा तो आजीविका के साधन भी बढ़ेगा: मंत्री श्री रामविचार नेताम
कर्तव्यनिष्ठा के साथ जंगलों का संरक्षण एवं संवर्धन किया जाए
मंत्री श्री नेताम आगामी एक वर्ष के भीतर वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए एफआरए के प्रतिनिधियों से होंगे रूबरू
सुनेंगे समस्या, करेंगे समाधान
सामुदायिक वन संसाधन अधिकार प्राप्त ग्राम सभाओं के लिए आजीविका संवर्धन पर दो दिवसीय कार्यशाला सम्पन्न
आदिम जाति विकास मंत्री श्री राम विचार नेताम ने कहा कि ईश्वर ने हमें प्रकृति के गोद में जन्म दिया है। राज्य के विशेषकर बस्तर और सरगुजा के बहुतायत आदिवासियों का जीवन वन संसाधन पर आश्रित हैं। यदि जंगल नहीं बचेगा तो हमारे आजीविका के साधन भी कम हो जाएगा। उन्होंने कहा कि जंगल बचेगा तो आजीविका के साधन बढ़ेंगे। हमें कर्तव्यनिष्ठा के साथ जंगलों का संरक्षण करना चाहिए। वनों का सुरक्षा हमारा अधिकार ही नहीं कर्तव्य भी है। मंत्री श्री नेताम आज नवा रायपुर स्थित आदिवासी अनुसंधान संस्थान में सामुदायिक वन संसाधन अधिकार प्राप्त ग्राम सभाओं के लिए आजीविका संवर्धन विषय पर आयोजित दो दिवसीय कार्यशाला के समापन सत्र को सम्बोधित कर रहे थे।
मंत्री श्री नेताम ने कहा कि व्यक्तिगत और सामुदायिक वन संसाधन अधिकार प्राप्त ग्राम सभाओं को आगामी एक वर्ष के भीतर बेहतर तरीके से क्रियाशील किया जाए। वे वीडियोकान्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रदेश के सभी एफआरए प्रतिनिधियों से बात करेंगे और उनकी समस्याएं सुनेंगे। हरसंभव उनकी समस्याओं का समाधन ढूंढा जाएगा। उन्होंने कहा कि ग्रामवासी जंगल और जमीन को सुरक्षित रख सकेंगे। मंत्री श्री नेताम ने कहा कि गांवों में प्रतिभाओं की कमी नहीं है, भले ही उनके पास डिग्री व डिप्लोमा न हो, किन्तु अंतर्रात्मा की आवाज और जीवन का अनुभव बहुत कुछ बता देता है। ऐसे लोगों को आदिम समाज के विकास के लिए आगे आने की जरूरत है।
मंत्री श्री नेताम ने कहा कि कुछ लोग भोले-भाले आदिवासियों को गुमराह कर विकास की मुख्यधारा से अलग-थलग करने में लगे हुए हैं। इन क्षेत्रों में समाज विरोधी ताकतों को बढ़ने का अवसर मिल सकता है। दूरस्थ वनांचल के ग्रामीण, पीने के शुद्ध पानी, सड़क, बिजली, राशन आदि की समस्या से सुलझ रहे हैं। इसलिए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने इन कमजोर वर्गो के विकास के लिए, उनके जल, जंगल, जमीन के अधिकार को पुनः लौटानेे के उद्देश्य से राष्ट्रीय स्तर पर ऐसी योजना तैयार की है। हम सबकी सहभागिता से ग्रामसभाओं को सशक्त करने के साथ ही आजीविका के साधन को बढ़ाना होगा। इन वर्गों के विकास और सुरक्षा के लिए राज्य सरकार हरसंभव मदद के लिए तत्पर हैं।
कार्यशाला को विभाग के संचालक श्री पी.एस. एल्मा ने भी सम्बोधित किया। इस मौके पर सामुदायिक वन संसाधन प्रबंधन एवं आजीविका संवर्धन पर अशासकीय संस्था के सदस्यों एवं सामुदायिक वन संसांधन प्रबंधन समितियों के सदस्यों को पीपीटी, चित्र, पोस्टर के माध्यम से इस दिशा में किए जा रहे कार्यों की प्रस्तुति दी। प्रस्तुति में संस्था के माध्यम से वन संसाधन एवं लघु वनोपज आधारित प्रबंधन एवं आजीविका संवर्धन के तरीके, वृहद स्तर पर क्रियान्वयन की संभावनाएं, समुदाय पर इसका प्रभाव, चुनौतियां एवं सुझाव इत्यादि को बेहतर बताया गया। इस अवसर पर अपर संचालक श्री संजय गौड़, एफईएस की सुश्री मंजीत कौर बल एवं सुश्री नमिता सहित स्वयंसेवी संस्थाओं और 16 जिले के 60 सामुदायिक वन संसाधन अधिकार प्राप्त ग्राम सभाओं के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय की अध्यक्षता में यूनिफाईड कमाण्ड की बैठक सम्पन्न
छत्तीसगढ़ से माओवादी समस्या के समूल उन्मूलन पर दिया गया जोर
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने आज सर्किट हाउस रायपुर में आयोजित यूनिफाईड कमाण्ड की बैठक में कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य में माओवादी गतिविधियों में निरन्तर कमी आ रही है। राज्य में केन्द्रीय सुरक्षा बलों और छत्तीसगढ़ पुलिस द्वारा बेहतर तालमेल के साथ माओवादियों के विरूद्ध सफलतापूर्वक चलाये जा रहे संयुक्त अभियान के कारण यह संभव हो सका है। माओवादियों के विरूद्ध चलाये जा रहे सघन अभियान के साथ-साथ शासन की नवीन ‘‘नियद नेल्लानार योजना‘‘ के तहत विकास कार्यों में भी तेजी लायी जा रही है, जिससे आम जनता का शासन व प्रशासन के प्रति विश्वास बढ़ा है।
मुख्यमंत्री श्री साय ने माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में विकास कार्यों को प्राथमिकता देते हुए सुचारू आवागमन हेतु सड़क, पुल-पुलियों एवं अन्य शासकीय निर्माण कार्यों को उच्च गुणवत्ता के साथ निर्धारित समय सीमा में पूर्ण करने के निर्देश दिए। माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में संचालित निर्माण कार्यों को शीघ्र पूरा किये जाने हेतु आवश्यक सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराने के भी निर्देश मुख्यमंत्री श्री साय द्वारा दिये गये।
बैठक में माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस के सूचना तंत्र को और अधिक मजबूत बनाये जाने तथा स्थानीय ग्रामीणों को विश्वास में लेकर माओवाद के विरूद्ध अभियान चलाने के निर्देश दिये गये। साथ ही माओवाद प्रभावित क्षेत्रों में तैनात केन्द्रीय और राज्य के सुरक्षा बलों के जवानों की समस्याओं को लेकर भी चर्चा की गई तथा सुरक्षा बलों के कैम्पों में जवानों को आवश्यक मूलभूत सुविधाएं और संसाधन उपलब्ध कराने के निर्देश दिये गये। बैठक में छत्तीसगढ़ राज्य के सीमावर्ती राज्यों विशेषतः महाराष्ट्र, तेलंगाना, आन्ध्रप्रदेश और उड़ीसा के साथ बेहतर समन्वय, सीमावर्ती क्षेत्रों में संयुक्त कार्यवाही, सम्पर्क मार्गों पर सुरक्षा बलों द्वारा सतत निगरानी के निर्देश दिये गये और सीमावर्ती राज्यों के साथ सूचनाओं को साझा किये जाने पर भी जोर दिया गया। साथ ही यह भी निर्देश दिये गये कि माओवादियों के विरूद्ध चलाये जा रहे अभियान में यह सुनिश्चित किया जाए कि स्थानीय ग्रामीणों को किसी प्रकार की असुविधा नहीं हो।
बैठक में उप मुख्यमंत्री एवं गृह मंत्री श्री विजय शर्मा, मुख्य सचिव श्री अमिताभ जैन, पुलिस महानिदेशक श्री अशोक जुनेजा, अपर मुख्य सचिव (गृह) श्री मनोज पिंगुआ, केन्द्रीय गृह मंत्रालय तथा राज्य शासन, केन्द्रीय सुरक्षा बलों एवं राज्य पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी तथा विभिन्न विकास एजेंसियों के वरिष्ठ अधिकारीगण उपस्थित थे।
सरिया में बनेगा हायर सेकेण्डरी स्कूल का नवीन भवन,वित्त मंत्री श्री ओ. पी. चौधरी ने किया भूमिपूजन
वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी ने सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के सरिया में गुरुवार शाम को हायर सेकेण्डरी शाला के नवीन भवन निर्माण कार्य का भूमिपूजन किया। यह भवन करीब 1 करोड़ 19 लाख रुपए की लागत से बनेगा। इस मौके पर पूर्व विधायक डॉ. जवाहर नायक, श्री जगन्नाथ पाणिग्राही, नगर पंचायत अध्यक्ष श्री स्वप्निल स्वर्णकार सहित बड़ी संख्या में गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
इस दौरान वित्त मंत्री श्री चौधरी ने निर्माण एजेंसी एवं ठेकेदार को स्पष्ट शब्दों में कहा कि शाला भवन निर्माण में किसी भी प्रकार की कोई गड़बड़ी नहीं होनी चाहिए। भवन निर्माण गुणवत्ता में समझौता नहीं किया जा सकता। स्कूल ही वह मंदिर है जहां बच्चे भविष्य का निर्माण करते हैं। भूमि पूजन के पश्चात वित्त मंत्री श्री ओ.पी. चौधरी ने स्कूल परिसर में आयोजित जनसभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि 6 महीने के अंदर नवीन शाला भवन का निर्माण पूर्ण हो जाएगा। ठेकेदार समय सीमा में काम करके देंगे। फरवरी तक नवीन शाला भवन में हायर सेकेंडरी स्कूल की क्लास लगेंगे। इस दौरान हायर सेकेंडरी स्कूल सरिया के प्रभारी प्राचार्य श्री तिर्की ने वित्त मंत्री से नवीन शाला भवन में चार अतिरिक्त कक्ष की मांग की। जिसकी वित्त मंत्री ने तत्काल घोषणा कर दी।
मेधावी छात्रों को पुरस्कार देंगे वित्त मंत्री श्री चौधरी
वित्त मंत्री श्री ओ. पी. चौधरी ने कहा कि छात्रों ने दृढ इच्छा शक्ति, मेहनत, लगन के बल पर एवं गुरुजनों के मार्गदर्शन में उच्च अंकों के साथ सफलता प्राप्त कर शाला का नाम रोशन किया है। यहां के कक्षा दसवीं के एक छात्र ने सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले में टॉप टेन में प्रथम स्थान प्राप्त किया है। इसी तरह अन्य मेधावी छात्रों की यहां भरमार है। यहां वित्त मंत्री ने छात्राओं को पुरस्कृत किया। छात्रों के मनोबल को बढ़ाते हुए वित्त मंत्री श्री ओ. पी. चौधरी ने मेधावी छात्रों को अपनी ओर से भी पुरस्कृत करने की घोषणा की। इसके पहले वित्त मंत्री ओ. पी. चौधरी नगर पंचायत कार्यालय सरिया पहुंचे, जहां नागरिकों ने अपनी समस्या को लेकर आवेदन दिए। वित्त मंत्री ने समस्याओं के निराकरण का आश्वासन दिया।
सरिया के वार्ड 15 के नागरिकों को मिलेगा पट्टा
वित्त मंत्री ओ. पी. चौधरी के आगमन की जानकारी होने पर नगर के वार्ड क्रमांक 15 के नागरिकों ने एक बार फिर वित्त मंत्री को आवेदन किया। वित्त मंत्री ने उन्हें आश्वासन दिया कि वार्ड क्रमांक 15 के लोगों से मैंने वादा किया था और वादे के अनुसार आप लोगों को मकान के लिए पट्टा दिलाया जाएगा।
छत्तीसगढ़ की पहली जेसीबी वूमेन को एक्सपो के लिए जापान से बुलावा, मुख्यमंत्री ने कहा जापान जाने सामान पैक कर लीजिए, हम आपको भेजेंगे टोक्यो
राजनांदगांव से आई दमयंती सोनी 61 साल की हैं और छत्तीसगढ़ की पहली ऐसी महिला हैं जो जेसीबी चलाती हैं। वे न केवल फर्राटे से जेसीबी चलाती हैं अपितु देश भर के एक्सपो में इन्हें भाग लेने के लिए बुलाया जाता है। ऐसे ही जापान से इन्हें बुलावा आया है लेकिन कुछ आर्थिक दिक्कतों की वजह से एक्सपो में देश शामिल नहीं हो पा रही। अपनी दिक्कत उन्होंने मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय के समक्ष रखी।
मुख्यमंत्री ने उन्हें आश्वस्त किया कि आप छत्तीसगढ़ का नाम देश भर में रोशन कर रही हैं। आप सामान पैक करें, सरकार आपको जापान भेजेगी। आप तैयारी करें। दमयंती ने बताया कि मुख्यमंत्री से मुलाकात कर बहुत अच्छा लगा। वर्ष 2012 में पति के निधन के बाद से वे जेसीबी चला रही हैं। उन्होंने देश भर में अनेक एक्सपो में भाग लिया है और अनेक कंपनियों के साथ इस संबंध में काम कर रही हैं। 61 साल की दमयंती ने कहा कि अगले 4 साल तक वे जेसीबी चलाती रहेंगी।
मुख्यमंत्री ने दमयंती की प्रशंसा करते हुए कहा कि आप छत्तीसगढ़ की महिलाओं के लिए रोलमॉडल हैं। जनदर्शन के माध्यम से आपसे मुलाकात हुई है। आप ऐसे ही महिलाओं को प्रोत्साहित करते रहिए।
शासकीय सड़क पर चेनलिंग फ्रेंसिंग कर अवैध कब्जा,
नगर पालिक निगम, क्षेत्रांतर्गत वार्ड क्रमांक 53 न्यू आदर्श नगर कात्यायनी मंदिर क्षेत्र के करीब शासकीय सड़क पर चेनलिंग फ्रेंसिंग कर घेरा कर अवैध कब्जा की शिकायत टीएल के समय कलेक्टर ऋचा प्रकाश चौधरी को आवेदन के माध्यम किया गया था।जिस पर कलेक्टर चौधरी द्वारा समस्या सुनी गई और नगर निगम आयुक्त लोकेश चन्द्राकर को शीघ्र कार्यवाही करने के लिए आवश्यक पहल करने को कहा। आयुक्त लोकेश चन्द्राकर के निर्देश के बाद भवन अधिकारी गिरीश दीवान के मार्गदर्शन में को न्यू आदर्श नगर, पोटियाकला, दुर्ग में एमडी कंवर एवं जगतराम देवांगन द्वारा नाली क्षेत्र को कव्हर करते हुए सडक क्षेत्र से लगाकर चेनलिंक फेंसिंग कर घेरा किया गया था. जिससे सडक एवं नाली क्षेत्र बाधित हो रही है। उक्त फेंसिंग को हटाये जाने अनावेदको को इस कार्यालय से माध्यम से नोटिस जारी किया गया था।
तथा स्थल पर कब्जा हटाने के लिए मौखिक रूप से बोला गया था.तदुपरांत नोटिस जारी किया गया था. उसके बाद भी नोटिस को अनदेखा किया गया और अतिक्रमण कर्ता द्वारा चेनलिंग फेंसिंग को नहीं हटाया गया।मंगलवार को शाम कार्रवाही करने पहुँचे अतिक्रमण अधिकारी दुर्गेश गुप्ता एवं भवन निरीक्षक विनोद मांझी के नेतृत्व में एक्शन लेते हुए सड़क बाधित कर चेनलिंग फेंसिंग अतिक्रमण/ कब्जा को हटवाकर कब्जा मुक्त किया गया।अधिकारी द्वारा सम्बंधित को सड़क क्षेत्र में दोबारा चेनलिंग फेंसिंग कब्जा नहीं करने की चेतावनी दी गई ।
अब हर गुरुवार जनता से रूबरू होंगे CM विष्णुदेव साय, जनदर्शन के जरिए सुनेंगे लोगों की समस्याएं
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय अब जनता से रूबरू होंगे. मुख्यमंत्री हर गुरुवार को "जनदर्शन" कार्यक्रम में जनता से मिलेंगे. यह कार्यक्रम हर गुरुवार को मुख्यमंत्री निवास कार्यालय में सुबह 11 बजे से दोपहर 1 बजे तक आयोजित किया जाएगा. मुख्यमंत्री साय जनता से सीधे संवाद कर सरकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की जानकारी लेंगे.
सीएम साय ने दी जानकारी
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने "जनदर्शन" कार्यक्रम की जानकारी देते हुए सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा कि, आपकी समस्याओं और आपकी मांगों के उचित और त्वरित निराकरण के लिए कल से मुख्यमंत्री निवास में "जनदर्शन" कार्यक्रम का शुभारंभ करने जा रहा हूँ. जिसमें आपके, जनसरोकार की बातें होंगी व समस्याओं का यथोचित निराकरण होगा
दिव्यांग बच्चे हेमराज राठिया को लेकर आए पिता, मुख्यमंत्री ने इलाज के लिए मौके से ही भेज दिया दिव्यांग विशेष गृह
रायपुर, 27 जून 2024। धरमजयगढ़ ब्लॉक से आए विजेंद्र राठिया का बेटा हेमराज बचपन से ही बहु विकलांगता ग्रस्त है। वे आज अपने बेटे को लेकर मुख्यमंत्री जनदर्शन में आए। मुख्यमंत्री ने कहा कि बच्चे की पढ़ाई और इलाज दोनों की व्यवस्था माना स्थित दिव्यांग विशेष गृह में हो सकती है। इसके लिए बच्चे को तुरंत माना भेज दें। पिता ने इलाज के लिए सहमति जताई और मौके से ही बच्चे को माना स्थित केंद्र में भर्ती के लिए भेज दिया गया। विजेंद्र ने बताया कि बच्चे की समस्या आज हल हो गई है। अब यहां पर इसका इलाज भी हो सकेगा और उसकी पढ़ाई लिखाई की व्यवस्था भी हो पाएगी। मुख्यमंत्री के निर्देश के तुरंत पश्चात स्वास्थ्य विभाग के अमले ने हेमराज को माना में भर्ती करा दिया।
छत्तीसगढ़ में मानसून की बौछारों के साथ खेती-किसानी का काम शुरू
किसान सम्मान निधि मिलने और धान खरीदी समर्थन मूल्य में वृद्धि से किसानों में उत्साह का माहौल
चालू खरीफ वर्ष में 48.63 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में विभिन्न फसलों की बोनी का लक्ष्य
किसानों के लिए प्रर्याप्त खाद-बीज उपलब्ध
रायपुर,
छत्तीसगढ़ में मानसून की बौछारों के साथ खेती-किसानी का काम शुरू हो गया है। हाल ही में केन्द्र सरकार के द्वारा छत्तीसगढ़ के किसानों को किसान सम्मान निधि मिलने और धान का समर्थन मूल्य में वृद्धि से किसानों में नया उत्साह दिख रहा है। किसान गांव में खेतों की जोताई-बुआई आदि के कार्यों में जुट गए हैं। राज्य की कुछ हिस्सों में बोनी का काम भी शुरू हो गया है। चालू खरीफ वर्ष में 48.63 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में विभिन्न फसलों बोनी का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय ने अपने अपने सरकार के 06 माह पूर्ण होने के बाद कृषि विभाग की समीक्षा बैठक में प्रदेश के किसानों को सुगमता से उनके मांग के अनुरूप किसानों को खाद-बीज उपलब्ध कराने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं। खाद-बीज वितरण व्यवस्था में किसी भी प्रकार की लापरवाही पर कड़ी कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। सोसायटियों में पर्याप्त खाद-बीज भण्डारण करने को कहा है।
प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के तहत छत्तीसगढ़ के 23.59 लाख से अधिक किसानों को उनके बैंक खातें में 483.85 करोड़ रूपए की राशि अंतरित की। इससे किसानों में खुशी और उत्साह का वातावरण दिख रहा है। किसानों के उत्साह उस समय दुगुना हो गया जब केन्द्र सरकार ने चालू खरीफ सीजन में धान का समर्थन मूल्य 117 रूपये प्रति क्विंटल बढ़ाने का का निर्णय लिया।
कृषि विभाग के अधिकारियों ने बताया कि इस वर्ष खरीफ 2024 के लिए प्रदेश में 9.78 लाख क्विटल प्रमाणित बीज वितरण का लक्ष्य रखा गया है जिसमें से 7.46 लाख क्विटल बीज का भंडारण कर अब तक 4.64 लाख क्विटल बीज का वितरण किसानों को किया जा चुका है। जो मांग का 47 प्रतिशत है। जबकि खरीफ वर्ष 2023 में प्रदेश में कुल 9.43 लाख क्विटल प्रमाणित बीज वितरण किया गया था। इसी प्रकार प्रदेश में इस खरीफ सीजन में 13.68 लाख मेट्रिक टन उर्वरक का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उक्त लक्ष्य के विरूद्ध 11.23 लाख मेट्रिक टन उर्वरकों का सहकारी एवं निजी क्षेत्रों में भंडारण किया गया है। उक्त भंडारण के विरूद्ध 6.22 लाख मेट्रिक टन उर्वरकों का वितरण किसानों को किया जा चुका है। जो लक्ष्य का 46 प्रतिशत है। जबकि गत् वर्ष खरीफ 2023 में कुल 13.41 लाख मेट्रिक टन उर्वरक का वितरण किया गया था।
अधिकारियों ने बताया कि प्रदेश की औसत वार्षिक वर्षा 1232.7 मि.मी. है। 18 जून 2024 की स्थिति में राज्य में औसत वर्षा 27.2 मि.मी. दर्ज की गई है जो इसी अवधि की 10 वर्षों की तुलनात्मक दृष्टिकोण से औसत वर्षा 68.4 मि.मी. से 41.2 मि.मी. कम है। गतवर्ष इसी अवधि में 3.3 मि. मी. वर्षा दर्ज की गई थी।
सीबीएसई द्वारा घोषित दसवीं की परीक्षा में होली क्रॉस बैरन बाजार की छात्रा श्रीया झा ने 92% प्राप्त किए
सी बी एस ई बोर्ड द्वारा घोषित दसवीं की परीक्षा में होली क्रॉस बैरन बाजार की छात्रा श्रीया झा ने 92% प्राप्त किया.
श्रीया ने यह उपलब्धि सेल्फ स्टडी करके पाई.
इसके लिए किसी भी कोचिंग संस्थान की मदद नहीं ली और रोज 4 से 5 घंटे की पढ़ाई की. पिछले वर्षो के पेपर साल्व करके अपनी तैयारी को परखा और अपनी कमी को दूर किया
भविष्य में विज्ञान और रिसर्च के क्षेत्र मे वह कार्य करना चाहती है.
बाल विवाह की रोकथाम: अक्षय तृतीया पर जिला प्रशासन की कार्रवाई
बालोद. अक्षय तृतीया के अवसर पर जिला प्रशासन की सक्रियता से आज अर्जुंदा थाना क्षेत्र में बाल विवाह को रोका गया. जिला कार्यक्रम अधिकारी विपिन जैन ने बताया कि गुण्डरदेही विकासखण्ड के एक ग्राम में बाल विवाह की सूचना प्राप्त हुई थी. कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल के निर्देशन में बनाई गई संयुक्त जिला स्तरीय टीम ने उक्त ग्राम में प्रकरण का परीक्षण किया, जिसमें ग्राम की वधु का जिला कबीरधाम के वर के साथ 10 मई को अक्षय तृतीया के दिन शादी होने जा रहा था. प्राप्त सूचना के आधार पर जांच में वर एवं वधु की अंकसूची में जन्म तिथि से संबंधित तथ्यों का परीक्षण करने पर पाया गया कि वर की आयु 21 वर्ष पूर्ण नहीं हुई है.
मामले की जांच के बाद जिला स्तरीय संयुक्त टीम ने संबंधित परिवार को समझाइश देते हुए कानूनी स्थिति से अवगत कराया. इसके साथ ही जिला कार्यक्रम अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग कबीरधाम को भी उपरोक्त प्रकरण की सूचना देते हुए उनसे भी इस संबंध में त्वरित कार्रवाई करने का अनुरोध किया. इसके बाद बाल संरक्षण अधिकारी के नेतृत्व में टीम ने वर के परिजनों से भी इस संबंध में चर्चा करते हुए उन्हें बाल विवाह न करने और बाल विवाह संबंधी कानूनी जानकारी दी.
बाल विवाह पर इस नंबर पर कर सकते हैं संपर्क
पूरी समझाइश के बाद दोनों पक्षों ने बाल विवाह न करने की सहमति दी. वर की उम्र 21 वर्ष पूर्ण होने के उपरांत ही यह विवाह करने पर अपनी रजामंदी व्यक्त की गई. उल्लेखनीय है कि कलेक्टर इन्द्रजीत सिंह चन्द्रवाल के निर्देश पर जिला स्तरीय टीम ने जिले में बाल विवाह की रोकथात सुनिश्चित करने निरंतर निगरानी कर इसकी पुख्ता उपाय की जा रही है. उन्होंने बताया कि यदि आपके क्षेत्र में बाल विवाह की सूचना प्राप्त हो तो चाइल्ड हेल्पलाइन नम्बर 1098 एवं जिला बाल संरक्षण इकाई बालोद के दूरभाष क्रमांक 07749-223941 पर तत्काल संपर्क कर सकते हैं.
छत्तीसगढ़ साहित्यिक प्रतियोगिता: हेमचंद यादव विश्वविद्यालय में आयोजित पेंटिंग प्रतियोगिता
Chhattisgarh News : छत्तीसगढ़ कविता, छत्तीसगढ़ लघु कथा एवं छत्तीसगढ़ के दर्शनीय स्थलों पर आधारित पेंटिग प्रतियोगिता का आयोजन हेमचंद यादव विश्वविद्यालय में स्थापित आचार्य नरेंद्र देव वर्मा शोध पीठ के तत्वावधान में किया जा रहा है. इसमें भारत का 18 वर्ष से अधिक आयु का कोई भी नागरिक, कॉलेज, विश्वविद्यालय, स्कूल का प्रतिभागी भाग ले सकता है. इसमें उम्र की भी कोई सीमा नहीं है.
विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. प्रशांत श्रीवास्तव और डीसीडीसी डॉ. प्रीता लाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ी भाषा को सम्मान देने और उसे आगे बढ़ाने के उद्देश्य से यह प्रतियोगिता अखिल भारतीय स्तर पर आयोजित की जा रही है.
विजेताओं को 15 पुरस्कार दिए जाएंगे
छत्तीसगढ़ी कविता, छत्तीसगढ़ी कहानी एवं पेंटिंग प्रतियोगिता में तीनों वर्गों में 5-5 नकद पुरस्कार दिए जाएंगे. विजेताओं को 15 पुरस्कार दिए जाएंगे. तीनों ही प्रतियोगिताओं के लिए प्रतिभागियों को मौलिक स्वरचित रचना, पेंटिंग ही विश्वविद्यालय के ईमेल dcdc@durguniversity.ac.in पर 10 जून तक कंप्यूटर पर टाइप कराकर भेजनी होगी. पेंटिंग की हार्ड एवं सॉफ्ट दोनों कॉपी विश्वविद्यालय में कक्ष क्रमांक 5 में 10 जून तक जमा करना अनिवार्य होगा.
इन नियमों का रखना होगा ख्याल
प्रतियोगिता के नियमानुसार छत्तीसगढ़ी कविता एवं कहानी में किसी भी व्यक्ति विशेष, राजनीतिक दल, सम्प्रदाय, धर्म, संस्थान पर कोई भी टिप्पणी का समावेश नहीं होना चाहिए. पूर्ण रूप से स्वस्थ, सामाजिक समरसता, सौहाद्र्र स्थापित कराने और छत्तीसगढ़ी भाषा को आगे बढ़ाना इस प्रतियोगिता का मूल उद्देश्य है. प्रतिभागी अपना सम्पूर्ण विवरण जैसे नाम, पता, मोबाइल नंबर, कार्यरत संस्था का नाम आदि की जानकारी प्रविष्टि में उल्लेख करना अनिवार्य है. जानकारी अप्राप्त होने की स्थिति में प्रविष्टि अस्वीकार कर दी जाएगी. प्रतियोगिता का निर्णय कुलपति द्वारा गठित उच्च स्तरीय निर्णायक समिति द्वारा किया जाएगा. कुलपति का निर्णय अंतिम एवं सर्वमान्य होगा.
सभी प्रतिभागियों को अपनी प्रविष्टि की मौलिकता एवं स्वनिर्मित होने का प्रमाण पत्र भी जमा करना अनिवार्य होगा. हस्तलिखित प्रविष्टियां स्वीकार नहीं की जाएंगी. छत्तीसगढ़ी कहानी एवं कविता कम्प्यूटर पर टाइप की हुई कृतिदेव फांट साइज 16 में जमा करना होगा. छत्तीसगढ़ी मौलिक कविता न्यूनतम 4 और अधिकतम 6 छंद होना चाहिए. इससे भिन्न होने पर प्रविष्टि निरस्त कर दी जाएगी. छत्तीसगढ़ी स्वरचित कहानी प्रतियोगिता में प्रतिभागी अधिकतम एक हजार शब्द या चार ए-4 साइज पेज की चार पृष्ठ में रचना भेज सकता है. इससे अधिक होने पर प्रविष्टि अस्वीकार कर दी जाएगी. पेंटिंग बनाने के लिए किसी भी माध्यम का उपयोग किया जा सकता है.
महिलाओं के खातों में महतारी वंदन योजना की तीसरी किश्त ट्रांसफर की गई
रायपुर. साय सरकार ने महतारी वंदन योजना के अंतर्गत तीसरी किश्त महिलाओं के खाते में ट्रांसफर कर दी है. इसके तहत प्रदेश की 70 लाख से अधिक महिलाओं को एक-एक हजार की राशि उनके खातों में पहुंचाई गई है. सीतापुर की चुनावी सभा में मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने यह जानकारी दी. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार ने आज महतारी वंदन योजना की तीसरी किश्त दे दी है. उन्होंने सभी माताओं-बहनों से अपना-अपना खाता चेक करने की बात कही.
गौरतलब है कि महिला एवं बाल विकास विभाग ने आज महतारी वंदन योजना की तृतीय किश्त अर्थात् तृतीय माह की सहायता राशि का भुगतान किया है. महतारी वंदन योजना प्रदेश में 01 मार्च 2024 से लागू की गई है. मार्च माह की सहायता राशि 10 मार्च 2024 को महतारी वंदन सम्मेलन का आयोजन करते हुए की गई थी. माह अप्रैल की सहायता राशि 3 अप्रैल 2024 को भुगतान की गई थी. माह मई 2024 की सहायता राशि का भुगतान 1 मई को करने के लिए प्रकिया अपनाई गई तथा माह मई की सहायता राशि कुल 654.90 करोड़ का भुगतान किए जाने की प्रक्रिया की गई है. इनमें से 63,59,226 हितग्राहियों को आधार लिंक खातों के आधार पर डीबीटी के माध्यम से भुगतान किया जा रहा है. इसके अंतर्गत उनके आधार से लिंक हुए बैंक खाते में सहायता राशि प्राप्त होगी. 6.48.004 हितग्राहियों, जिनके खाते आधार से लिंक नहीं है, उन्हें एनईएफटी के माध्यम से उनके खाते में भुगतान किया जा रहा है.
पूरे प्रदेश में 70.26.452 हितग्राहियों का चिन्हांकन किया गया था, जिनमें से 70,12.417 आवेदन स्वीकृत किए गए थे. अद्यतन स्थिति में मृत हुए हितग्राही एवं अपात्र हितग्राहियों को सूची से हटाते हुए माह मई में कुल 70,07,230 हितग्राहियों को भुगतान किया गया है.
रायपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के छत्तीसगढ़ दौरे के दौरान तय होंगे सुरक्षित आवागमन के मार्ग!
रायपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2 दिवसीय छत्तीसगढ़ प्रवास पर रहेंगे. राजभवन में रात्रि विश्राम के दौरान रायपुर विवेकानंद हवाई अड्डे आने जाने वाले मार्ग बाधित रहेंगे. 23 अप्रेल को शाम 06 से 08 बजे के बीच माना विमानतल से फुण्डहर चौक एक्सप्रेस वे होकर शंकर नगर चौक से भगत सिंह चौक जी.ई रोड होकर राजभवन आने वाले रास्ते और 24 अप्रेल को सुबह 08 से 10 बजे के बीच इसी मार्ग से वापस माना विमानतल जाने वाला मार्ग समेत राम मंदिर से माना विमानतल तक व्हीआईपी रोड में भी सामान्य आवागमन बाधित रहेगा. एयरपोर्ट जाने वाले यात्रियों को रूट डायवर्सन का ध्यान रखते हुए अतिरिक्त समय लेकर घर से निकलने और वैकल्पिक मार्ग का उपयोग करने की यातायात पुलिस ने एडवाइजरी जारी की है.
माना विमानतल जाने के लिए पचपेड़ीनाका चौक से धमतरी रोड होकर माना कैंप से पुराने टर्मिनल में अपना वाहन पार्क कर विमानतल में प्रवेश कर सकेंगे.
जी.ई. रोड से सेरीखेड़ी होकर नया रायपुर प्रवेश मार्ग से जैनम भवन मार्ग से पुराना टर्मिनल में अपना वाहन पार्क कर विमानतल में प्रवेश कर सकेंगे.
साथ ही 23 अप्रेल 2024 को पीएम मोदी राजभवन में रात्रि विश्राम कार्यक्रम के दौरान इस सुरक्षा व्यवस्था को दृष्टिगत रखते हुए शाम 04 बजे से दिनांक 24 अप्रेल सुबह 10 बजे तक राजभवन के आसपास चारो ओर सामान्य आवागमन बाधित रहेगा :-
कालीमाता मंदिर तिराहा से राजभवन की ओर
खजाना चौक से राजभवन की ओर
पुराना पीएचक्यू तिराहा से राजभवन की ओर
बिजली आफिस तिराहा से राजभवन की ओर
बंजारी चौक से राजभवन की ओर
प्रधानमंत्री के आवागमन के दौरान सुरक्षा के दृष्टिकोण से व्हीआईपी रूट एवं शहर के विभिन्न मार्गों में यातायात बाधित रहेगा. असुविधा से बचने के लिए अन्य वैकल्पिक मार्गो का उपयोग कर सुगम, सुरक्षित आवागमन करने की एडवायजरी जारी की है.
रायपुर: स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश की घोषणा, छात्रों के स्वास्थ्य को बनाया प्राथमिकता!
रायपुर। प्रदेश में चिलचिलाती धूप और गर्म हवा से जन-जीवन बेहाल है. हालात ऐसे हैं कि मनुष्य के साथ बेजुबान पशु-पक्षी भी त्रस्त हैं. राजधानी रायपुर में तो पारा 42 डिग्री के पार चला गया है. मौसम की सबसे अधिक मार स्कूली बच्चों पर पड़ रही है. इस बीच राज्य शासन ने स्कूलों में ग्रीष्मकालीन अवकाश की घोषणा कर दी है. स्कूल शिक्षा विभाग के अवर सचिव द्वारा जार इस आदेश के मुताबिक प्रदेश के सभी सरकारी और प्राइवेट स्कूलों के साथ अनुदान प्राप्त स्कूलों के लिए भी यह आदेश लागू होगा. वहीं इस अवधि में शिक्षकों की छुट्टी नहीं रहेगी.
अशोका बिरयानी मौत: जिला प्रशासन ने होटल को सील किया, प्रबंधन ने परिजनों को मुआवजा देने की सहमति जताई
रायपुर। अशोका बिरयानी में दो दिन पहले हुई दो कर्मचारियों की मौत के बाद जिला प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है. अशोका बिरयानी सेंटर की सभी ब्रांच को सील कर दिया है. इसके साथ ही गृह मंत्री विजय शर्मा की मौजूदगी में होटल प्रबंधन ने मृतक के परिजनों को 15-15 लाख मुआवजा देने के साथ 15-15 हजार प्रतिमाह देने पर सहमति जताई है.
वहीं कर्मचारियों की मौत पर तेलीबांधा थाना पुलिस ने अशोका बिरयानी सेंटर प्रबंधन पर गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज किया है. होटल के एमडी केके तिवारी, सीईओ सनाया तिवारी और जीएम रोहित चंद समेत रोमिना मंडल ब्रांच मैनेजर पर गैर इरादतन हत्या की धारा 304 के तहत मामला दर्ज किया गया है, इनमें से जीएम रोहित चंद और मैनेजर रोमिना मंडल को गिरफ्तार किया जा चुका है.
मृत कर्मचारियों के शव के साथ परिजनों का प्रदर्शन
बता दें कि दो कर्मचारी – डेविड साहू और नीलकुमार पटेल की मौत के बाद से ही उनके परिजन लाभांडी स्थित अशोका बिरयानी के सामने धरने पर बैठे थे. परिजनों की माँग थी कि उन्हें उचित न्याय मिले. शाम ढलते तक भी जब प्रबंधन की ओर से कोई बातचीत करने नहीं पहुँचा, जिसके बाद परिजनों ने पोस्टमार्टम के पश्चात युवकों के शव के साथ प्रदर्शन किया.
विधायक भी परिजनों के साथ धरने पर बैठे
प्रदर्शन के दौरान साहू समाज और छत्तीसगढ़ क्रांति सेना के सदस्य भी मौजूद रहे. जिसके बाद रायपुर ग्रामीण विधायक मोतीलाल साहू भी परिजनों के साथ धरने पर बैठ गए. विधायक मोतीलाल साहू ने पुलिस को चेतावनी दी कि जब तक प्रबंधक को गिरफ़्तार नहीं किया जाता, पीड़ितों को मुआवज़ा नहीं मिल जाता, तब तक धरना स्थल पर बैठे रहेंगे.
इसके बाद देर रात गृहमंत्री विजय शर्मा अशोका बिरयानी पहुंचे, जहां उन्होंने मृतक के परिजनों से मुलाक़ात की. आखिरकार होटल प्रबंधन को सामने आना पड़ा. होटल प्रबंधन ने दोनों ही परिवारों को 15-15 लाख रुपए का मुआवज़ा देने के साथ ही 15-15 हज़ार रुपए प्रतिमाह उम्रभर देने की बात पर सहमति जताई. इसके बाद परिजन युवकों के शव को लेकर रवाना हुए.